शंभू बॉर्डर पर एक और किसान की मौत:मोर्चे का हिस्सा बनने के लिए पहुंचे थे; हार्ट अटैक बना कारण

शंभू बॉर्डर पर एक और किसान की मौत:मोर्चे का हिस्सा बनने के लिए पहुंचे थे; हार्ट अटैक बना कारण

पंजाब के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान मोर्चे के दौरान एक और किसान की मौत हो गई। देर शाम अचानक किसान की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें मोर्चे पर पहुंची एम्बुलेंस तक ले जाया गया, एंबुलेंस में मौजूद डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस व परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है। मृतक की पहचान कौर सिंह पुत्र सुखदेव (65) पर हुई है। वे घोड़े नव ब्लॉक लहरा जिला संगरूर का रहने वाला था। तकरीबन 10 दिनों से वे इस मोर्चे पर किसानों के साथ मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहा था। शाम के समय उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उन्होंने छाती में दर्द की शिकायत की। साथी किसान तुरंत उन्हें शंभू बॉर्डर पर खड़ी एंबुलेंस में ले गए, लेकिन इसी दौरान उनकी मौत हो गई। 12 से अधिक किसानों की हो चुकी मौत इस साल फरवरी से शुरू हुए इस किसान आंदोलन में करीब 12 किसानों की मौत हो चुकी है। तकरीबन एक महीना पहले ही तरनतारन के हरजिंदर सिंह की मौत हो गई थी। वे भी तकरीबन 65 साल के ही थे और उनकी मौत का कारण भी हार्ट अटैक ही बना था। 31 अगस्त को 200 दिन हो रहे हैं पूरे किसान आंदोलन को लेकर 200 दिन 31 अगस्त को पूरे हो रहे हैं। इस साल 13 फरवरी से किसान शंभू बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। किसानों ने 200 दिन पूरे होने पर शंभू बॉर्डर पर बड़ी गिनती में किसानों को पहुंचने का आह्वान किया है। सिर्फ पंजाब- हरियाणा ही नहीं, इस 31 अगस्त को अन्य राज्यों के किसान भी शंभू बॉर्डर पर पहुंचेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि पूरे देश के किसानों के इकट्‌ठे होने पर 31 अगस्त को बड़ी काँफ्रेंस होगी, जिसमें अगली रणनीति पर भी चर्चा की जाएगी। पंजाब के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान मोर्चे के दौरान एक और किसान की मौत हो गई। देर शाम अचानक किसान की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें मोर्चे पर पहुंची एम्बुलेंस तक ले जाया गया, एंबुलेंस में मौजूद डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस व परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है। मृतक की पहचान कौर सिंह पुत्र सुखदेव (65) पर हुई है। वे घोड़े नव ब्लॉक लहरा जिला संगरूर का रहने वाला था। तकरीबन 10 दिनों से वे इस मोर्चे पर किसानों के साथ मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहा था। शाम के समय उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उन्होंने छाती में दर्द की शिकायत की। साथी किसान तुरंत उन्हें शंभू बॉर्डर पर खड़ी एंबुलेंस में ले गए, लेकिन इसी दौरान उनकी मौत हो गई। 12 से अधिक किसानों की हो चुकी मौत इस साल फरवरी से शुरू हुए इस किसान आंदोलन में करीब 12 किसानों की मौत हो चुकी है। तकरीबन एक महीना पहले ही तरनतारन के हरजिंदर सिंह की मौत हो गई थी। वे भी तकरीबन 65 साल के ही थे और उनकी मौत का कारण भी हार्ट अटैक ही बना था। 31 अगस्त को 200 दिन हो रहे हैं पूरे किसान आंदोलन को लेकर 200 दिन 31 अगस्त को पूरे हो रहे हैं। इस साल 13 फरवरी से किसान शंभू बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। किसानों ने 200 दिन पूरे होने पर शंभू बॉर्डर पर बड़ी गिनती में किसानों को पहुंचने का आह्वान किया है। सिर्फ पंजाब- हरियाणा ही नहीं, इस 31 अगस्त को अन्य राज्यों के किसान भी शंभू बॉर्डर पर पहुंचेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि पूरे देश के किसानों के इकट्‌ठे होने पर 31 अगस्त को बड़ी काँफ्रेंस होगी, जिसमें अगली रणनीति पर भी चर्चा की जाएगी।   पंजाब | दैनिक भास्कर