<p style=”text-align: justify;”><strong>Rampur News Today:</strong> उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पर प्रशासन का एक्शन जारी है. आज यानी सोमवार (9 दिसंबर) को भी प्रशासनिक टीम ने जौहर यूनिवर्सिटी में बड़ी कार्रवाई की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान प्रशासनिक टीम ने रामपुर स्थित जौहर यूनिवर्सिटी में निहित शत्रु संपत्ति पर जियो टैगिंग कर डिजिटल एक्शन किया है. मौके पर अधिकारियों ने जियो टैगिंग संयंत्र के माध्यम से जौहर यूनिवर्सिटी की शत्रु संपत्ति की मैंपिंग की. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जियो टैगिंग के लिए सेटेलाइन मदद</strong><br />पूरी कार्रवाई के दौरान इससे संबंधित तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. जियो टैगिंग की इस प्रक्रिया के लिए जियो टैगिंग संयंत्र का प्रयोग किया गया. यह संयंत्र सीधे सेटेलाइट के माध्यम से कनेक्ट होकर जियो टैगिंग मैपिंग करता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूनिवर्सिटी में है शत्रु संपत्ति</strong><br />बता दें, समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के जौहर यूनिवर्सिटी में कुल 13.08 हेक्टेयर की शत्रु संपत्ति है. इस पूरे संपत्ति का सीमांकन करने के साथ कब्जा लेने की प्रक्रिया पहले ही प्रशासन द्वारा की जा चुकी है. आज नायब तहसीलदार की उपस्थिति में विभागीय अधिकारियों ने जियो टैगिंग की प्रक्रिया द्वारा शत्रु संपत्ति की मैपिंग की. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है शत्रु संपत्ति?</strong><br />शत्रु संपत्ति अधिनियम के अनुसार, जो लोग आजादी के बाद भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के समय या 1965 और 1971 की लड़ाई के बाद पाकिस्तान चले गए और वहां की नागरिकता ले ली, उनकी सारी अचल संपत्ति ‘शत्रु संपत्ति’ घोषित कर दी गई. इसके बाद पहली बार उन भारतीय नागरिकों को संपत्ति के आधार पर ‘शत्रु’ की श्रेणी में रखा गया, जिनके पूर्वज किसी शत्रु राष्ट्र के नागरिक रहे हों.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रामपुर स्थित मोम्मद मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना साल 2006 में की गई थी. यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन द्वारा मान्यता प्राप्त यह एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी है. साल 2012 में यूपी सरकार ने ‘यूनिवर्सिटी’ का दर्जा दिया था. पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खान जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं. जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना के बाद लगातार कई तरह के विवाद उठते रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”यूपी में केंद्रीय स्कूलों के बाद के एक और गुड न्यूज, जल्द खुलेंगी नई यूनिवर्सिटी और कॉलेज” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-higher-education-new-universities-and-colleges-will-open-soon-in-uttar-pradesh-2839033″ target=”_blank” rel=”noopener”>यूपी में केंद्रीय स्कूलों के बाद के एक और गुड न्यूज, जल्द खुलेंगी नई यूनिवर्सिटी और कॉलेज</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Rampur News Today:</strong> उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी पर प्रशासन का एक्शन जारी है. आज यानी सोमवार (9 दिसंबर) को भी प्रशासनिक टीम ने जौहर यूनिवर्सिटी में बड़ी कार्रवाई की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान प्रशासनिक टीम ने रामपुर स्थित जौहर यूनिवर्सिटी में निहित शत्रु संपत्ति पर जियो टैगिंग कर डिजिटल एक्शन किया है. मौके पर अधिकारियों ने जियो टैगिंग संयंत्र के माध्यम से जौहर यूनिवर्सिटी की शत्रु संपत्ति की मैंपिंग की. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जियो टैगिंग के लिए सेटेलाइन मदद</strong><br />पूरी कार्रवाई के दौरान इससे संबंधित तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. जियो टैगिंग की इस प्रक्रिया के लिए जियो टैगिंग संयंत्र का प्रयोग किया गया. यह संयंत्र सीधे सेटेलाइट के माध्यम से कनेक्ट होकर जियो टैगिंग मैपिंग करता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यूनिवर्सिटी में है शत्रु संपत्ति</strong><br />बता दें, समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के जौहर यूनिवर्सिटी में कुल 13.08 हेक्टेयर की शत्रु संपत्ति है. इस पूरे संपत्ति का सीमांकन करने के साथ कब्जा लेने की प्रक्रिया पहले ही प्रशासन द्वारा की जा चुकी है. आज नायब तहसीलदार की उपस्थिति में विभागीय अधिकारियों ने जियो टैगिंग की प्रक्रिया द्वारा शत्रु संपत्ति की मैपिंग की. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है शत्रु संपत्ति?</strong><br />शत्रु संपत्ति अधिनियम के अनुसार, जो लोग आजादी के बाद भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के समय या 1965 और 1971 की लड़ाई के बाद पाकिस्तान चले गए और वहां की नागरिकता ले ली, उनकी सारी अचल संपत्ति ‘शत्रु संपत्ति’ घोषित कर दी गई. इसके बाद पहली बार उन भारतीय नागरिकों को संपत्ति के आधार पर ‘शत्रु’ की श्रेणी में रखा गया, जिनके पूर्वज किसी शत्रु राष्ट्र के नागरिक रहे हों.</p>
<p style=”text-align: justify;”>रामपुर स्थित मोम्मद मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना साल 2006 में की गई थी. यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन द्वारा मान्यता प्राप्त यह एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी है. साल 2012 में यूपी सरकार ने ‘यूनिवर्सिटी’ का दर्जा दिया था. पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खान जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर हैं. जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना के बाद लगातार कई तरह के विवाद उठते रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”यूपी में केंद्रीय स्कूलों के बाद के एक और गुड न्यूज, जल्द खुलेंगी नई यूनिवर्सिटी और कॉलेज” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-higher-education-new-universities-and-colleges-will-open-soon-in-uttar-pradesh-2839033″ target=”_blank” rel=”noopener”>यूपी में केंद्रीय स्कूलों के बाद के एक और गुड न्यूज, जल्द खुलेंगी नई यूनिवर्सिटी और कॉलेज</a></strong></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जेवर एयरपोर्ट पर वैलिडेशन फ्लाइट की सफल लैंडिग पर सीएम योगी ने दी पहली प्रतिक्रिया, शेयर किया ये खास वीडियो