फतेहाबाद| रतिया रोड पर शराब ठेके के पास कार रोकना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया। तीन युवकों ने उस पर हमला कर दिया। गाड़ी में तोड़फोड़ की और 70 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। आजाद नगर निवासी सुनील ने बताया कि 23 फरवरी की रात 8 बजे वह अपने दो बेटों के साथ घर लौट रहा था। रतिया रोड पर शराब ठेके के पास गाड़ी रोकी। तभी बाला जी कॉलोनी निवासी शंकर, रवि और अनमोल वहां पहुंचे। रवि ने डंडे से हमला कर दिया। फतेहाबाद| रतिया रोड पर शराब ठेके के पास कार रोकना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया। तीन युवकों ने उस पर हमला कर दिया। गाड़ी में तोड़फोड़ की और 70 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। आजाद नगर निवासी सुनील ने बताया कि 23 फरवरी की रात 8 बजे वह अपने दो बेटों के साथ घर लौट रहा था। रतिया रोड पर शराब ठेके के पास गाड़ी रोकी। तभी बाला जी कॉलोनी निवासी शंकर, रवि और अनमोल वहां पहुंचे। रवि ने डंडे से हमला कर दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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दादरी में समय से पहले फसल खरीद की तैयारी शुरू:हैफेड ने पत्र भेज दिए निर्देश,बीते सालों सही नहीं रही व्यवस्था,बारिश में भीगा अनाज
दादरी में समय से पहले फसल खरीद की तैयारी शुरू:हैफेड ने पत्र भेज दिए निर्देश,बीते सालों सही नहीं रही व्यवस्था,बारिश में भीगा अनाज चरखी दादरी में रबी सीजन की फसलों की खरीद के लिए अभी से तैयारियां करनी शुरू कर दी है ताकि खरीद के दौरान किसी प्रकार की समस्या पेश ना आए और खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रह सके। हैफेड अधिकारियों ने इसके लिए चरखी दादरी मार्केट कमेटी के सचिव के नाम पत्र भेजकर दादरी व बाढड़ा अनाज मंडियों में आढ़तियों को इलेक्ट्रिक झरना, तिरपाल आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। पूर्व म सही में सही नहीं रही व्यवस्था बता दे कि मार्केट कमेटी सचिव को हैफेड के डिस्ट्रीक मैनेजर भिवानी ने भेजे पत्र में लिखा है कि रबी सीजन की खरीद मार्च-2025 के अंतिम सप्ताह में शुरू होने जा रही है। पिछले सीजनों में, इस कार्यालय को मंडियों में खरीदे गए स्टॉक की उचित सफाई के संबंध में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, जिसके कारण बड़ी मात्रा में भेजे गए स्टॉक को भंडारण स्थानों पर खारिज कर दिया गया था और मंडियों में वापस कर दिया गया था। जिसके चलते किसानों को भुगतान और स्टॉक में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद भी आढ़तियों ने पिछले सीजनों के दौरान खरीदे गए स्टॉक की उचित सफाई के लिए बिजली के झरना, तिरपाल और अनाज के बैग के नीचे लगाने लकड़ी की व्यवस्था नहीं की। उसी को देखते हुए आगामी दिनों में शुरू होने वाली खरीद के लिए समय पर आवश्यक बिजली के झरना, तिरपाल, लकड़ी आदि की व्यवस्था करने के लिए आढ़तियों को आवश्यक निर्देश दें। साथ ही, यह भी अनुरोध है कि खरीद शुरू होने से पहले मंडियों में सभी आढ़तियों के पास इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करें और उपरोक्त व्यवस्थाओं की उपलब्धता के बारे में इस कार्यालय को सूचित करें। यदि खरीद के समय आढ़तियों के पास पर्याप्त बिजली के झरना, तिरपाल, आदि नहीं हैं, तो खरीद में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए सुचारू खरीद के लिए यह अनिवार्य रूप से इसका प्रबंध करने के निर्देश दिए गए है। बीते सालों में उठानी पड़ी है परेशानी फसल खरीद के दौरान बीते सालों में दादरी अनाज मंडी में हमेशा ही व्यवस्थाओं की कमी के चलते किसानों, आढ़तियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। पीने के पानी से लेकर दूसरी मुलभूत सुविधाओं का यहां टोटा रहता है। जिसके कारण कई बार किसानों ने खरीद के दौरान रोड़ जाम, प्रदर्शन किए हैं वहीं आढ़तियों को भी खरीद बंद कर मंडी गेट पर ताला जड़ना पड़ा था। उन्हीं को ध्यान में रखते हुए इस सीजन खरीद शुरू होने से पहले ही इस पर संज्ञान लेकर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है और इलेक्ट्रिक झरना, तिरपाल आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। कई बार खुले में रखा अनाज भीगा चरखी दादरी जिले में चाहे दादरी अनाज मंडी हो या बाढड़ा रबी व खरीफ सीजन के दौरान हर बार व्यवस्थाओं में खामियां देखने को मिलती रही है। तिरपाल आदि का प्रबंध नहीं होने के कारण कई बार खुले में रखी बाजरा, गेहूं, सरसों भीगी है और खराब भी हुई है। बीते सीजन इसी प्रकार का मामला सामने आने पर प्रशासन की ओर से नोटिस भी जारी किया गया था। इन्हीं व्यवस्था को सुधारने के लिए और अनाज को खराब होने से बचाने के लिए समय से पहले इस पर संज्ञान लेकर व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए है। दादरी में 2.75 एकड़ में खेती दादरी जिला कृषि बाहुल्य क्षेत्र है। रबी सीजन के दौरान जिले में मुख्य रूप से सरसों व गेहूं की खेती की जाती है। कृषि विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार इस सीजन जिले में 2 लाख 75 हजार एकड़ में खेती की गई है। जिसमें से 1 लाख 55 हजार एकड़ में सरसों, 1 लाख 10 हजार एकड़ में गेहूं और 10 हजार एकड़ में हरा चारा, सब्जी आदि अन्य फसलें लगाई गई हैं। जिले में एमएसपी पर होती है खरीद चरखी दादरी जिले में रबी सीजन के दौरान सरकारी खरीद के तहत गेहूं व सरसों की फसल एमएसपी पर खरीदी जाती है। जिले में मुख्य रूप से दादरी व बाढड़ा मंडी के अलावा झोझू , बौंद कलां आदि स्थानों पर खरीद केंद्र बनाकर मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण करवाने वाले किसानों से खरीद की जाती है।

हरियाणा का यूट्यूबर बॉबी कटारिया गिरफ्तार:सिंगापुर में युवकों को नौकरी के बहाने बंधक बनवाया, इंडियन एंबेंसी भागकर बचाई जान, इंस्टाग्राम से जुड़े थे
हरियाणा का यूट्यूबर बॉबी कटारिया गिरफ्तार:सिंगापुर में युवकों को नौकरी के बहाने बंधक बनवाया, इंडियन एंबेंसी भागकर बचाई जान, इंस्टाग्राम से जुड़े थे नौकरी के नाम पर विदेश भेजने, वहां बंधक बना साइबर ठगी करने के लिए मजबूर करने के आरोप में पुलिस ने हरियाणा के यूट्यूबर बॉबी कटारिया को गिरफ्तार किया है। कटारिया पर उत्तर प्रदेश मूल के दो युवकों से लाखों रुपए लेकर उन्हें विदेश भेजकर बंधक बना चाइनीज कंपनी में ले जाने का आरोप है। वहां उनके साथ मारपीट कर पासपोर्ट छीन लिए गए और उन्हें अमेरिकन लोगों के साथ साइबर फ्रॉड करने को मजबूर किया गया। जैसे-तैसे युवक मौका पाकर वहां से भाग निकले और इंडियन एंबेसी पहुंचकर वापस भारत आए। पीड़ित युवकों का आरोप है कि जिस कंपनी में उन्हें बंधक बनाया गया, वहां करीब 150 भारतीय इसी प्रकार मानव तस्करी कर लाए गये थे। उनमें महिलाएं भी शामिल हैं, जिन्हें बॉबी कटारिया जैसे दलालों ने नौकरी का झांसा देकर मानव तस्करी कर भेजा हुआ है। इंस्टाग्राम से टच में आए
बजघेड़ा थाना पुलिस को दी शिकायत में यूपी के फतेहपुर निवासी अरुण कुमार और हापुड़ निवासी मनीष तोमर ने बताया कि वे बेरोजगार थे। वे इंस्टाग्राम पर अपने-अपने स्तर पर यूट्यूबर बॉबी कटारिया के टच में थे। बॉबी के यूट्यूब चैनल MBK पर उन्होंने विदेश में नौकरी दिलाने का विज्ञापन देखा। इसके बाद उन्होंने बॉबी से संपर्क किया। पीड़ितों का कहना था कि बॉबी ने उन्हें विदेश में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर अपने सेक्टर-109 स्थित ऑफिस बुलाया। उसने कहा था कि कॉन्सेंट वन मॉल में मिलें। पीड़ितों ने बताया कि अरुण कुमार 1 फरवरी 2024 को बॉबी कटारिया से उसके आफिस में मिला। उसने 2 हजार रुपए में अपना रजिस्ट्रेशन कराया। सिंगापुर का बताकर वियनतियाने भेजा
इसके बाद बॉबी के कहने पर 13 फरवरी को उसके ऑफिस के खाते MBK ग्लोबल वीजा प्राइवेट लिमिटेड में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। फिर इसके बाद कटारिया के कहने पर 14 मार्च को अंकित शौकीन नामक व्यक्ति के खाता में 1 लाख और ट्रांसफर किए। बॉबी ने शौकीन के वॉट्सऐप से वियनतियाने (लाओस) की टिकट भिजवाई। इसके बाद वह 28 मार्च को बॉबी के कहने के मुताबिक एयरपोर्ट पर 50 हजार रुपए US डॉलर में बदलवाकर फ्लाइट में बैठ गया। इसी प्रकार उसके दोस्त मनीष तोमर से भी लाखों रुपए सिंगापुर भेजने के नाम पर लिए गए, लेकिन उसे भी फ्लाइट में बैठाकर वियनतियाने भेजा। दो युवकों ने मारपीट की और बंधक बना लिया
जब दोनों एयरपोर्ट पर उतरे तो वहां उन्हें अभी नाम का एक युवक मिला। उसने खुद को बॉबी का दोस्त व पाकिस्तानी एजेंट बताया। उसने उन्हें होटल माइकन सन में छोड़ दिया। दूसरे दिन अभी ने उन्हें नावतुई ट्रेन की टिकट कराकर ट्रेन में बैठा दिया। नावतुई स्टेशन से अभी ने टैक्सी द्वारा उन्हें गोल्डन ट्रैंगल छुड़वा दिया, जहां उन्हें अंकित शौकीन और नीतीश शर्मा उर्फ रॉकी नामक युवक मिले। वे उन्हें बेनामी चाइनीज कंपनी में ले गए। वहां दोनों दोस्तों के साथ जमकर मारपीट की गई और उनके पासपोर्ट छीन लिए गए। उन्हें अमेरिकन लोगों के साथ साइबर फ्रॉड करने को मजबूर किया गया। जैसे-तैसे भाग निकले युवक
दोनों को धमकी दी गई कि यदि उनके अनुसार काम नहीं किया गया तो इंडिया नहीं पहुंच सकेंगे। यहीं मार दिया जाएगा। उस कंपनी में करीब 150 भारतीय इसी प्रकार मानव तस्करी कर लाए गए थे।हालांकि, जैसे-तैसे युवक वहां से भाग गए। CIA-10 इंचार्ज प्रमोद कुमार ने बताया है कि बाझघेड़ा थाने में आज शिकायत की गई थी, जिस पर मुकदमा दर्ज कर CIA की टीम ने बॉबी कटारिया को गिरफ्तार किया है।

करनाल में मोदी आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने छोड़ी पार्टी:नगर पालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ चुके जुनेजा, भाजपा में प्रचार-प्रसार कार्यकारिणी के थे सदस्य
करनाल में मोदी आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने छोड़ी पार्टी:नगर पालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ चुके जुनेजा, भाजपा में प्रचार-प्रसार कार्यकारिणी के थे सदस्य हरियाणा के करनाल में दल बदलने का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है। घरौंडा में भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद जुनेजा ने भाजपा को अलविदा कह दिया है। जुनेजा वर्ष 2022 में नगरपालिका का इलेक्शन लड़ चुके है और चौथे स्थान पर रहे थे। उनके पास भारतीय मोदी आर्मी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का भी पद है और प्रधानमंत्री जन कल्याणकारी योजना प्रचार-प्रसार के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी है। जुनेजा, भाजपा में हुई अनदेखी से खफा हैं। जुनेजा की मानें तो बीजेपी सरकार के होते हुए भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां तक कि किसी को भी आगे बढ़ने नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि 1989 से वह भाजपा से जुड़े हुए है और कर्मठ कार्यकर्ताओं में शामिल रहे। नगरपालिका चेयरमैन का चुनाव था और उसके लिए मैने और मेरे समाज ने टिकट मांगी, लेकिन उसने बीजेपी ने मुझे टिकट नहीं दिया। जिसके चलते मुझे पार्टी के खिलाफ जाकर आजाद चुनाव लड़ा और चौथे स्थान पर रहा। टिकट नहीं मिला, इसका दर्द मुझे ही नहीं बल्कि मेरे समाज को भी है। यह आज से नहीं बल्कि दो साल से है। उन्होंने अपना इस्तीफा भेज दिया है। पंजाबी समाज से आते है जुनेजा आपको बता दें कि विनोद जुनेजा पंजाबी समाज से आते है। ऐसा नहीं है कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने जुनेजा को मनाने का प्रयास नहीं किया, लेकिन जुनेजा ने पार्टी छोड़ने का फैसला ले लिया है। वे 20 सितंबर को कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। पंजाबी समाज या फिर एससी/ओबीसी के वोटरों में जुनेजा की अच्छी पकड़ है। इनके बड़े भाई सुदर्शन जुनेजा भी बीजेपी में घरौंडा मंडल के अध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में जुनेजा के बीजेपी छोड़ने से भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है और कांग्रेस को फायदा मिल सकता है। ऐसे में कितना असर भाजपा पर पड़ता है उसका परिणाम 8 अक्टूबर को इलेक्शन रिजल्ट बताएंगे, लेकिन इतना जरूर है कि वरिष्ठ नेता का बीजेपी छोड़ना, भाजपा के किसी बड़े झटके से कम नहीं है।