शहर एटीएम से निकले पैसे, पुणे तलाश रही थी पुलिस:एकता हत्याकांड- जुलाई में पुलिस के हाथ लग सकता था विमल सोनी, बैंक की जरा सी गलती ने पुलिस को पहुंचा दिया पुणे

शहर एटीएम से निकले पैसे, पुणे तलाश रही थी पुलिस:एकता हत्याकांड- जुलाई में पुलिस के हाथ लग सकता था विमल सोनी, बैंक की जरा सी गलती ने पुलिस को पहुंचा दिया पुणे

कानपुर के बहुचर्चित कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता गुप्ता हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी विमल सोनी को पुलिस जुलाई में ही पकड़ लेती मगर बैंक की जरा सी गलती ने पुलिस की जांच की दिशा ही बदल दी थी। एटीएम से विमल सोनी ने कानपुर में पैसे विड्रॉल किए थे। बैंक से जब पुलिस ने डीटेल मांगी तो एटीएम के नम्बर देने में बैंक ने त्रुटि कर दी। उसका नतीजा यह हुआ कि पुलिस कानपुर के बजाए आरोपी को तलाशने के लिए पुणे पहुंच गई थी। वहां पर जब जांच हुई तब पता चला कि पैसे कानपुर से निकले थे। एकता के पति राहुल गुप्ता ने दैनिक भास्कर को इस बारे में विस्तृत जानकारी दी। एकता की हत्या करने के बाद आरोपी विमल सोनी फरार हो गया था। पति राहुल गुप्ता ने बताया कि शक्करपटी कलक्टरगंज की बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच में आरोपी विमल सोनी और उसके पिता राम सेवक का ज्वाइंट खाता संचालित हो रहा है। वहीं अकेले विमल सोनी के नाम पर एक और खाता इसी बैंक से संचालित हो रहा था। पति राहुल गुप्ता ने बताया कि 24 जून को जब एकता लापता हुई थी तब उसके बाद उनके एक रिश्तेदार जो कि बैंक में है उन्होंने विमल सोनी के दोनों खातों की डीटेल निकलवाई थी। जून में एक बार और फिर जुलाई में निकाले थे पैसे विमल सोनी के पिता और उसके नाम के ज्वाइंट खाते में लगभग साढ़े आठ लाख रुपया पड़ा था। 24 जून को जब एकता लापता हुई। उसके बाद विमल सोनी अपने भांजे धीरेन्द्र से मदद ली थी। पति राहुल गुप्ता के मुताबिक विमल धीरेन्द्र के साथ दोपहर में बैंक गया था। उसी से फार्म भरवाया उसे रुपए निकलवाने वाली लाइन में लगाया और उसी के माध्यम से नकद 25 हजार रुपए निकाले थे। राहुल गुप्ता के मुताबिक उनके रिश्तेदार ने जब यह जानकारी दी तो उसकी ट्रांजेक्शन डीटेल उन्होंने पुलिस के साथ साझा की थी। इस ट्रांजेक्शन के कुछ दिन बाद विमल सोनी के पिता राम सेवक ने भी इसी खाते से पैसे निकाले थे। जिसके बाद पुलिस ने खाते को ब्लॉक करा दिया। पति राहुल गुप्ता के मुताबिक विमल सोनी के अपने निजी खाते में 848 रुपए पड़े थे। जिसमें 11 जुलाई को एटीएम से 500 रुपए विड्रॉल किए थे। हिटाची के एटीएम का प्रयोग किया और पुलिस पहुंच गई पुणे राहुल गुप्ता ने बताया कि 11 जुलाई के ट्रांजेक्शन को उनके रिश्तेदार ने एक सप्ताह बाद देखा था। उन्होंने राहुल को जानकारी दी और राहुल ने यह जानकारी पुलिस के साथ साझा की। राहुल गुप्ता के मुताबिक पुलिस ने तत्काल बैंक ऑफ बड़ौदा से उस एटीएम की रिपोर्ट मांगी जिससे पांच सौ रुपए विड्रॉल हुए थे। इससे कुछ दिन पूर्व भी एटीएम से एक विड्रॉल हुआ था। उसके बारे में बैंक ने बताया कि वह आगरा के एटीएम से विड्रॉल हुए। वहीं 11 जुलाई वाले ट्रांजेक्शन में बैंक ने एटीएम का नम्बर देने में त्रुटि कर दी। जिसके कारण उस नम्बर के एटीएम की पुणे में लोकेशन मिली। राहुल गुप्ता के पुलिस की एक टीम के साथ वह खुद पुणे पहुंचे। हिटाची के एटीएम में जाकर जांच पड़ताल और फुटेज देखे गए मगर वहां कुछ भी हाथ नहीं लगा। पुलिस टीम भी यह मानने को तैयार नहीं थी कि आरोपी ने यहां से पैसे विड्रॉल किए और सीसी टीवी में उसकी फुटेज नहीं आई। हेडक्वाटर्स से सम्पर्क तब पता चली सच्चाई राहुल गुप्ता के मुताबिक पुलिस ने हिटाची के हेड ऑफिस मुंबई और बैंक ऑफ बड़ौदा में एक साथ बात की। फिर एटीएम के नम्बर दोनों के साथ साझा किए गए तब पता चला कि दो नम्बरों के हेरफेर के कारण पुलिस टीम पुणे पहुंच गई थी। जबकि वह विड्रॉल कलक्टरगंज स्थित हिटाची के एटीएम से पैसे विड्रॉल किए थे। कानपुर के बहुचर्चित कारोबारी राहुल गुप्ता की पत्नी एकता गुप्ता हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी विमल सोनी को पुलिस जुलाई में ही पकड़ लेती मगर बैंक की जरा सी गलती ने पुलिस की जांच की दिशा ही बदल दी थी। एटीएम से विमल सोनी ने कानपुर में पैसे विड्रॉल किए थे। बैंक से जब पुलिस ने डीटेल मांगी तो एटीएम के नम्बर देने में बैंक ने त्रुटि कर दी। उसका नतीजा यह हुआ कि पुलिस कानपुर के बजाए आरोपी को तलाशने के लिए पुणे पहुंच गई थी। वहां पर जब जांच हुई तब पता चला कि पैसे कानपुर से निकले थे। एकता के पति राहुल गुप्ता ने दैनिक भास्कर को इस बारे में विस्तृत जानकारी दी। एकता की हत्या करने के बाद आरोपी विमल सोनी फरार हो गया था। पति राहुल गुप्ता ने बताया कि शक्करपटी कलक्टरगंज की बैंक ऑफ बड़ौदा ब्रांच में आरोपी विमल सोनी और उसके पिता राम सेवक का ज्वाइंट खाता संचालित हो रहा है। वहीं अकेले विमल सोनी के नाम पर एक और खाता इसी बैंक से संचालित हो रहा था। पति राहुल गुप्ता ने बताया कि 24 जून को जब एकता लापता हुई थी तब उसके बाद उनके एक रिश्तेदार जो कि बैंक में है उन्होंने विमल सोनी के दोनों खातों की डीटेल निकलवाई थी। जून में एक बार और फिर जुलाई में निकाले थे पैसे विमल सोनी के पिता और उसके नाम के ज्वाइंट खाते में लगभग साढ़े आठ लाख रुपया पड़ा था। 24 जून को जब एकता लापता हुई। उसके बाद विमल सोनी अपने भांजे धीरेन्द्र से मदद ली थी। पति राहुल गुप्ता के मुताबिक विमल धीरेन्द्र के साथ दोपहर में बैंक गया था। उसी से फार्म भरवाया उसे रुपए निकलवाने वाली लाइन में लगाया और उसी के माध्यम से नकद 25 हजार रुपए निकाले थे। राहुल गुप्ता के मुताबिक उनके रिश्तेदार ने जब यह जानकारी दी तो उसकी ट्रांजेक्शन डीटेल उन्होंने पुलिस के साथ साझा की थी। इस ट्रांजेक्शन के कुछ दिन बाद विमल सोनी के पिता राम सेवक ने भी इसी खाते से पैसे निकाले थे। जिसके बाद पुलिस ने खाते को ब्लॉक करा दिया। पति राहुल गुप्ता के मुताबिक विमल सोनी के अपने निजी खाते में 848 रुपए पड़े थे। जिसमें 11 जुलाई को एटीएम से 500 रुपए विड्रॉल किए थे। हिटाची के एटीएम का प्रयोग किया और पुलिस पहुंच गई पुणे राहुल गुप्ता ने बताया कि 11 जुलाई के ट्रांजेक्शन को उनके रिश्तेदार ने एक सप्ताह बाद देखा था। उन्होंने राहुल को जानकारी दी और राहुल ने यह जानकारी पुलिस के साथ साझा की। राहुल गुप्ता के मुताबिक पुलिस ने तत्काल बैंक ऑफ बड़ौदा से उस एटीएम की रिपोर्ट मांगी जिससे पांच सौ रुपए विड्रॉल हुए थे। इससे कुछ दिन पूर्व भी एटीएम से एक विड्रॉल हुआ था। उसके बारे में बैंक ने बताया कि वह आगरा के एटीएम से विड्रॉल हुए। वहीं 11 जुलाई वाले ट्रांजेक्शन में बैंक ने एटीएम का नम्बर देने में त्रुटि कर दी। जिसके कारण उस नम्बर के एटीएम की पुणे में लोकेशन मिली। राहुल गुप्ता के पुलिस की एक टीम के साथ वह खुद पुणे पहुंचे। हिटाची के एटीएम में जाकर जांच पड़ताल और फुटेज देखे गए मगर वहां कुछ भी हाथ नहीं लगा। पुलिस टीम भी यह मानने को तैयार नहीं थी कि आरोपी ने यहां से पैसे विड्रॉल किए और सीसी टीवी में उसकी फुटेज नहीं आई। हेडक्वाटर्स से सम्पर्क तब पता चली सच्चाई राहुल गुप्ता के मुताबिक पुलिस ने हिटाची के हेड ऑफिस मुंबई और बैंक ऑफ बड़ौदा में एक साथ बात की। फिर एटीएम के नम्बर दोनों के साथ साझा किए गए तब पता चला कि दो नम्बरों के हेरफेर के कारण पुलिस टीम पुणे पहुंच गई थी। जबकि वह विड्रॉल कलक्टरगंज स्थित हिटाची के एटीएम से पैसे विड्रॉल किए थे।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर