<p style=”text-align: justify;”><strong>Madan Dilawar News:</strong> देश के प्रथम ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए झुंझुनूं के स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह के नाम पर स्कूल का नाम रखा जाएगा. उनके पैतृक गांव की महात्मा गांधी सीनियर सेकेंडरी स्कूल का नाम शहीद स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जयपुर स्थित सरकारी आवास पर मिलने आए शहीद के पिता सीपीओ रणधीर सिंह (नौसेना सेवानिवृत) की मांग पर अधिकारियों को ये निर्देश दिए हैं. शहीद स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे. भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में अपनी सेवा जनवरी 2015 से दे रहे थे. ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग सियाचिन ग्लेशियर में हुई और अगली पोस्टिंग सेल्लुर कोयंबटूर केरल में हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई बार भर चुके थे उड़ान </strong><br />शहीद स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह ने केरल में बाढ़ के दौरान चले बचाव अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. स्क्वाड लीडर कुलदीप सिंह को सह पायलट के रूप में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को सलूर कोयंबटूर एयर स्टेशन से वेलिंगटन स्टाफ कॉलेज तक पहुंचाने और वापस लाने की भी जिम्मेदारी मिली.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मिला था सम्मान</strong><br />इस उड़ान के दौरान दुर्भाग्य से हेलिकॉप्टर Mi 17V-5 तमिलनाडु के कन्नूर की पहाड़ियों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह भी उसी समय शहीद हो गए थे. शहीद का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव घरदाना खुर्द में राजकीय सम्मान के साथ किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पिता ने किया याद</strong><br />शहीद के पिता ने बताया कि वो खुद एक सेवानिवृत नौसेना कर्मी हैं. उन्होंने अपना पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा में लगा दिया. उनकी बेटी भी भारतीय तटरक्षक रक्षा मंत्रालय में हैं और बेटा पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना में था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बेटे की शहादत के बाद भी उनके परिवार ने सशस्त्र बलों की सेवा जारी रखी है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि आपके परिवार का त्याग और समर्पण सराहनीय है. मांग के अनुरूप पैतृक गांव के विद्यालय का नाम शाहिद कुलदीप सिंह के नाम पर करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”राजस्थान उपचुनाव: होम वोटिंग के लिए आवेदन का कल आखिरी दिन, अब तक कितने आवेदन मिले?” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/rajasthan-bye-election-2024-home-voting-application-last-day-ann-2808412″ target=”_self”>राजस्थान उपचुनाव: होम वोटिंग के लिए आवेदन का कल आखिरी दिन, अब तक कितने आवेदन मिले?</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Madan Dilawar News:</strong> देश के प्रथम ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ’ जनरल बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए झुंझुनूं के स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह के नाम पर स्कूल का नाम रखा जाएगा. उनके पैतृक गांव की महात्मा गांधी सीनियर सेकेंडरी स्कूल का नाम शहीद स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जयपुर स्थित सरकारी आवास पर मिलने आए शहीद के पिता सीपीओ रणधीर सिंह (नौसेना सेवानिवृत) की मांग पर अधिकारियों को ये निर्देश दिए हैं. शहीद स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे. भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में अपनी सेवा जनवरी 2015 से दे रहे थे. ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग सियाचिन ग्लेशियर में हुई और अगली पोस्टिंग सेल्लुर कोयंबटूर केरल में हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कई बार भर चुके थे उड़ान </strong><br />शहीद स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह ने केरल में बाढ़ के दौरान चले बचाव अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. स्क्वाड लीडर कुलदीप सिंह को सह पायलट के रूप में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को सलूर कोयंबटूर एयर स्टेशन से वेलिंगटन स्टाफ कॉलेज तक पहुंचाने और वापस लाने की भी जिम्मेदारी मिली.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मिला था सम्मान</strong><br />इस उड़ान के दौरान दुर्भाग्य से हेलिकॉप्टर Mi 17V-5 तमिलनाडु के कन्नूर की पहाड़ियों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह भी उसी समय शहीद हो गए थे. शहीद का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव घरदाना खुर्द में राजकीय सम्मान के साथ किया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पिता ने किया याद</strong><br />शहीद के पिता ने बताया कि वो खुद एक सेवानिवृत नौसेना कर्मी हैं. उन्होंने अपना पूरा जीवन मातृभूमि की सेवा में लगा दिया. उनकी बेटी भी भारतीय तटरक्षक रक्षा मंत्रालय में हैं और बेटा पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना में था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बेटे की शहादत के बाद भी उनके परिवार ने सशस्त्र बलों की सेवा जारी रखी है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि आपके परिवार का त्याग और समर्पण सराहनीय है. मांग के अनुरूप पैतृक गांव के विद्यालय का नाम शाहिद कुलदीप सिंह के नाम पर करेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”राजस्थान उपचुनाव: होम वोटिंग के लिए आवेदन का कल आखिरी दिन, अब तक कितने आवेदन मिले?” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/rajasthan-bye-election-2024-home-voting-application-last-day-ann-2808412″ target=”_self”>राजस्थान उपचुनाव: होम वोटिंग के लिए आवेदन का कल आखिरी दिन, अब तक कितने आवेदन मिले?</a></strong></p> राजस्थान Bihar News: पेपर लीक मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के घर EOU की रेड, नालंदा में सर्च वारंट के साथ पहुंची टीम