<p>महाराष्ट्र के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को बॉम्बे हाई कोर्ट ने बड़ी राहत दी है. भ्रष्टाचार मामले में मंगलवार (22 अक्टूबर) को कोर्ट ने जमानत दे दी.</p> <p>महाराष्ट्र के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को बॉम्बे हाई कोर्ट ने बड़ी राहत दी है. भ्रष्टाचार मामले में मंगलवार (22 अक्टूबर) को कोर्ट ने जमानत दे दी.</p> महाराष्ट्र Bihar News: पेपर लीक मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के घर EOU की रेड, नालंदा में सर्च वारंट के साथ पहुंची टीम
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गेस्ट टीचर भर्ती पर हिमाचल CM सुक्खू बोले:ये कोई नौकरी नहीं, शिक्षा में गुणवत्ता लाने का स्टॉप गेप रेजिमेंट, जयराम ठाकुर ने घेरा
गेस्ट टीचर भर्ती पर हिमाचल CM सुक्खू बोले:ये कोई नौकरी नहीं, शिक्षा में गुणवत्ता लाने का स्टॉप गेप रेजिमेंट, जयराम ठाकुर ने घेरा हिमाचल प्रदेश में गेस्ट टीचर भर्ती पर चल रहे बवाल के बीच सीएम सुक्खू ने बड़ा बयान दिया है। सीएम सुक्खू ने कहा कि गेस्ट टीचर भर्ती कोई नौकरी नही है। यह शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए स्टॉप गैप रेजिमेंट है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि युवाओं को यह सोचना है कि यह पॉलिसी रिटायर टीचर के लिए है या उनके लिए है जो TET पास करके घर मे बैठा है। सीएम सुक्खू ने कहा कि गेस्ट टीचर भर्ती को गलत तरीके से एलोबरेट किया जा रहा है। कहा कि, उदाहरण के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में यदि कोई अंग्रेजी का अध्यापक 4 दिन की छुट्टी के लिए चला जाता है , तो 4 दिन बच्चों की पढ़ाई नहीं होगी। उन चार चार दिन की भरपाई के लिए यदि वहां कोई रिटायर अंग्रेजी का टीचर या NET-SET पास किया हुआ है तो वह 4 दिन पढ़ा सकता है। उसके पैसे फिक्स किए है। यह कोई नौकरी नहीं है, यह शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए स्टॉप गेप रेजिमेंट है। नेता प्रतिपक्ष ने साधा सुक्खू सरकार पर निशाना वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव प्रचार से लेकर सरकार बनने के बाद भी सरकार के नुमाइंदों ने प्रदेश के युवाओं से कहा था कि उन्हें नौकरी ठुंजा साल वाली और पेंशन वाली पक्की नौकरी दी जाएगी। लेकिन अब गेस्ट टीचर भर्ती कर रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं, छात्रों व उनके अभिभावकों के साथ वादा खिलाफी है। गेस्ट टीचर भर्ती को कैबिनेट से मिल चुकी है मंजूरी आपको बता दें कि, गत 12 दिसंबर को सीएम सुखविंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में गेस्ट टीचर भर्ती पॉलिसी को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। जिसके बाद से प्रदेशभर में युवा इसका विरोध कर रहे हैं और इसके खिलाफ आगामी 19 दिसंबर को शीतकालीन सत्र में विधानसभा घेराव करने का भी ऐलान किया है।
हिसार में एक के बाद एक चोरी की वारदातें:बरवाला में सौर ऊर्जा उपकरण गायब, अग्रोहा में ट्रांसफार्मर से तेल चुराया
हिसार में एक के बाद एक चोरी की वारदातें:बरवाला में सौर ऊर्जा उपकरण गायब, अग्रोहा में ट्रांसफार्मर से तेल चुराया हिसार में एक के बाद एक चोरी की वारदातें हो रही हैं। पुलिस इन चोरों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। एक दिन पहले हिसार शहर में दुकानों के ताले टूटे थे। अब बरवाला और अग्रोहा में चोरी की वारदातें हो रही हैं। बरवाला और अग्रोहा क्षेत्र में बिजली के उपकरण और सौर ऊर्जा बैटरी चोरी होने के तीन मामले सामने आए। बरवाला के गांव बधावड़ निवासी भूपेश ने बताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति उसके खेत से सौर ऊर्जा तार और कंट्रोलर चोरी कर ले गया। उसने अपने खेत में सोलर प्लेट लगाई हुई है। खेत से 75 फीट सौर ऊर्जा तार और कंट्रोलर चोरी हो गया है और सभी सोलर कनेक्शन काट दिए गए हैं। आसपास के क्षेत्र में पूछताछ की गई लेकिन चोरी का कोई सुराग नहीं मिला। दो साल पहले भी बड़ी बैटरी चोरी इसी तरह बलराज सिंह गांव ब्याना खेड़ा ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है कि रात को उसके खेत में बने दो कमरों से सौर ऊर्जा इनवर्टर बैटरी व सौर ऊर्जा के शीशे चोरी हो गए। दो दिन तक कोई खेत में नही गया और जब खेत में गए तो देखा कि हमारे खेत में ना तो शीशे मिले और ना ही इनवर्टर ना बैटरी। हमारे इसी खेत में दो साल पहले भी बड़ी बैटरी चोरी हुई थी। तक भी किसी का पता नहीं लगा था। पुलिस दोनों मामलों में कार्रवाई में जुटी है। अग्रोहा में ट्रांसफॉर्मर से तेल चोरी
वहीं अग्रोहा के गांव लांधड़ी में ट्रांसफॉर्मर से तेल चुराने का मामला सामने आया है। तेल की कीमत करीब 5608 रुपए है। यह ट्रांसफॉर्मर लांधड़ी निवासी जतिन और राजकमल के नाम पर है। इस ट्रांसफॉर्मर से कोई 75 लीटर तेल चोरी कर ले गया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ चोरी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जीवन में श्रेष्ठ और सुंदर कर्म करने चाहिए : सुधीर मुनि
जीवन में श्रेष्ठ और सुंदर कर्म करने चाहिए : सुधीर मुनि लुधियाना| जो पुण्य व धर्म विहीन है वे लोग मृत्यु के आने पर पश्चाताप करते है। उन्हें मृत्यु के मुख से बचाने में कोई समर्थ नहीं होता। जैसे हिरणों के झुंड में से शेर एक हिरण को पकड़ कर ले जाता है। वैसे ही अंत काल में मृत्यु मनुष्य को ले जाती है। मृत्यु के समय परिवार, कुटुंब, माता-पित, भाई -बंधु कोई भी उसे बचाने में समर्थ नहीं होता। वह जीवात्मा स्वयं ही कर्म फल को भोगता है। इसलिए प्राप्त जीवन में श्रेष्ठ व सुंदर कर्म करना चाहिए। धर्म व आध्यात्म में व्यतीत जीवन अंतिम समय में मृत्यु से भयभीत नहीं होता वह मृत्यु का हंसते हुए स्वागत करता हुआ ज्ञान व विवेक पूर्वक प्राणों का विसर्जन करता है। विशुद्ध आध्यात्मिक चेतना के बल पर ही कर्म विमुक्ति हो सकती है। ये विचार प्रवचन दिवाकर सुधीर मुनि महाराज ने प्रवचन के दौरान व्यक्त किए। साध्वी अर्चना महाराज व साध्वी माधवी महाराज ने भगवान महावीर की अंतिम देशना उत्तराध्ययन सूत्र की विवेचना के दौरान 13 व 14 अध्ययनों को परिसमाप्ति दी।