हरियाणा के रेवाड़ी में शहीद फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव के घर वीरवार को दोपहर में केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पहुंचे। यहां परिजनों की मांग पर उन्होंने कहा कि रेवाड़ी एम्स का नामकरण मुश्किल है लेकिन एम्स में किसी ब्लॉक के नामकरण पर जरूर प्रयास किया जाएगा। केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह से करीब 2 घंटे पहले ही उनकी बेटी और हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव भी शहीद के घर पहुंची थी। उन्होंने कहा था कि वे एम्स के नामकरण को लेकर पूरा प्रयास करेंगी लेकिन केंद्रीय मंत्री ने इसे मुश्किल बताया है। परिजनों ने केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह को भी ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने अपनी मांगों का जिक्र किया था। शहीद के नाम पर रेवाड़ी एम्स का नामकरण, गढ़ी बोलनी चौक, गढ़ी बोलनी सड़क और नारनौल बाईपास के इंटरसेक्शन पर पड़ने वाले चौक का नामकरण करने की बात रखी गई है। राव बोले: बहादुर था लड़का शहीद फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव के घर परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि लड़का बहादुर था। छोटी उम्र में ही देश के लिए अपना बलिदान दे दिया। अभी तो शहीद के दादा भी जीवित हैं, ऐसे में थोड़ी तकलीफ होती है। मगर, उसने बड़ा बहादुरी वाला काम किया है। एक गांव की आबादी और साथी पायलट की जान बचाकर सिद्धार्थ यादव ने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। हरियाणा के रेवाड़ी में शहीद फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव के घर वीरवार को दोपहर में केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह पहुंचे। यहां परिजनों की मांग पर उन्होंने कहा कि रेवाड़ी एम्स का नामकरण मुश्किल है लेकिन एम्स में किसी ब्लॉक के नामकरण पर जरूर प्रयास किया जाएगा। केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह से करीब 2 घंटे पहले ही उनकी बेटी और हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव भी शहीद के घर पहुंची थी। उन्होंने कहा था कि वे एम्स के नामकरण को लेकर पूरा प्रयास करेंगी लेकिन केंद्रीय मंत्री ने इसे मुश्किल बताया है। परिजनों ने केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह को भी ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने अपनी मांगों का जिक्र किया था। शहीद के नाम पर रेवाड़ी एम्स का नामकरण, गढ़ी बोलनी चौक, गढ़ी बोलनी सड़क और नारनौल बाईपास के इंटरसेक्शन पर पड़ने वाले चौक का नामकरण करने की बात रखी गई है। राव बोले: बहादुर था लड़का शहीद फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव के घर परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि लड़का बहादुर था। छोटी उम्र में ही देश के लिए अपना बलिदान दे दिया। अभी तो शहीद के दादा भी जीवित हैं, ऐसे में थोड़ी तकलीफ होती है। मगर, उसने बड़ा बहादुरी वाला काम किया है। एक गांव की आबादी और साथी पायलट की जान बचाकर सिद्धार्थ यादव ने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
