कुरूक्षेत्र के शाहबाद कोर्ट परिसर में शुक्रवार को बम मिलने से हडकंप मच गया। आनन-फानन में अम्बाला से बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया। मौके पर मौजूद लोगों की भीड़ को दूर भेजा दिया। शाहबाद के डीएसपी निर्मल कुमार ने बताया कि कोर्ट परिसर में लावारिस बैग मिलने की सुचना पर अम्बाला से बॉम्ब स्क्वायड की टीम को बुलाया गया था। लावारिस बैग में कुछ कपड़े,चप्पल और जूते पाए गए। डीएसपी निर्मल कुमार ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार इस तरह की मॉकड्रिल समय समय पर करवाई जाती है, ताकि आपातकालीन स्थिति में आमजन की सुरक्षा की जा सके। कुरूक्षेत्र के शाहबाद कोर्ट परिसर में शुक्रवार को बम मिलने से हडकंप मच गया। आनन-फानन में अम्बाला से बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया। मौके पर मौजूद लोगों की भीड़ को दूर भेजा दिया। शाहबाद के डीएसपी निर्मल कुमार ने बताया कि कोर्ट परिसर में लावारिस बैग मिलने की सुचना पर अम्बाला से बॉम्ब स्क्वायड की टीम को बुलाया गया था। लावारिस बैग में कुछ कपड़े,चप्पल और जूते पाए गए। डीएसपी निर्मल कुमार ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार इस तरह की मॉकड्रिल समय समय पर करवाई जाती है, ताकि आपातकालीन स्थिति में आमजन की सुरक्षा की जा सके। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में हारे BJP लोकसभा कैंडिडेट को चांस:विधानसभा चुनाव के लिए लॉबिंग शुरू, इलेक्शन लड़ने की 3 वजहें
हरियाणा में हारे BJP लोकसभा कैंडिडेट को चांस:विधानसभा चुनाव के लिए लॉबिंग शुरू, इलेक्शन लड़ने की 3 वजहें हरियाणा में लोकसभा चुनाव में हारे भाजपा उम्मीदवारों ने उम्मीद नहीं छोड़ी है। वह अब सितंबर-अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। टिकट के लिए लॉबिंग शुरू करने के साथ उन्होंने अपनी-अपनी लोकसभा में जिताऊ सीट भी तलाशनी शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक उन्हें इसमें सफलता नहीं मिल पाई है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब केंद्रीय नेतृत्व भी ऐसे चेहरों को टिकट देने का इच्छुक दिखाई दे रहा है। इस बार भाजपा को हरियाणा में लोकसभा चुनाव में 5 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी 10 जीतों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा के ये कैंडिडेट हार चुके लोकसभा चुनाव
हरियाणा में भाजपा के 5 उम्मीदवार लोकसभा चुनाव हार चुके हैं। इसमें से रोहतक से डॉ अरविंद शर्मा तो भाजपा के सिटिंग सांसद थे। उन्हें दीपेंद्र हुड्डा ने ढाई लाख से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी है। इनके अलावा सोनीपत लोकसभा सीट से भाजपा ने सिटिंग सांसद रमेश चंद्र कौशिक की टिकट काटकर पार्टी के MLA मोहन लाल बड़ौली को टिकट दी थी। उन्हें कांग्रेस कैंडिडेट सतपाल ब्रह्मचारी ने हराया। वहीं हिसार से नायब सैनी के ऊर्जा और जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को भी हार का मुंह देखना पड़ा। सिरसा से AAP छोड़कर भाजपा में शामिल हुए डॉ अशोक तंवर को भी हार का सामना करना पड़ा। अंबाला से बंतो कटारिया को मुलाना से कांग्रेस MLA वरुण चौधरी ने चुनाव हरा दिया। विधानसभा चुनाव लड़ने की ये 3 वजहें… लोकसभा चुनाव की तैयारी का मिलेगा फायदा
भाजपा कैंडिडेट के विधानसभा चुनाव लड़ने की पहली वजह लोकसभा चुनाव बताई जा रही। वह महीने के करीब ग्राउंड में ही रहे हैं, इसलिए आने वाले विधानसभा चुनाव में उन्हें प्रचार के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लोगों के बीच 2 महीने रहने के बाद उन्हें किन चुनावी मुद्दों को लेकर लोगों के बीच जाना है, उन्हें बेहतर पता है। सक्रिय राजनीति में बने रहेंगे
दूसरी वजह यह है कि वह सूबे की राजनीति में सक्रिय रूप से बने रहेंगे। यदि विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सरकार बनती है तो वह लोगों के बीच एक्टिव रहकर उनके काम करा सकेंगे। जिसका फायदा उन्हें आने वाले चुनावों में भी मिलेगा। हरियाणा के वोटरों का केंद्र की तरफ झुकाव
सियासी जानकारों का कहना है कि हरियाणा में अभी तक उसी पार्टी की सरकार बनी है, जिसकी केंद्र में सरकार होती है। हरियाणा के लोग यह बेहतर जानते हैं कि केंद्र में सरकार होने पर ही प्रदेश में विकास कार्य हो सकेंगे। 2014 से लेकर अभी तक सूबे में भाजपा की ही सरकार है और केंद्र में भी बीजेपी समर्थित दलों की सरकार है। यही वजह है कि केंद्र के द्वारा पर्याप्त बजट सूबे को 10 सालों से मिलता रहा है। हर विधानसभा से 4 नामों की लिस्ट हो रही तैयार
हरियाणा में 5 सीटें हारने के बाद बीजेपी भी विधानसभा के लिए जिताऊ चेहरों की तलाश कर रही है। पार्टी के नेतृत्व की ओर से लोकसभा वाइज ऐसे चेहरों की डिटेल्ड मांगनी शुरू कर दी गई है। नाम न बताने की शर्त पर भाजपा के एक सीनियर लीडर ने बताया कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी नेतृत्व विधानसभा चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 4 नेताओं के नाम उनकी पृष्ठभूमि के साथ देने का काम सौंपा गया है। इसी तरह के काम अन्य स्थानीय नेताओं को भी दिए गए हैं, ताकि पार्टी टिकट के लिए विचार करने के लिए आम नामों को चुना जा सके।
करनाल में क्राइम ब्रांच के ASI की हत्या का मामला:कराणों का खुलासा नहीं, तीन साल पहले भाई की गई थी जान, सदमे में चल बसे थे पिता
करनाल में क्राइम ब्रांच के ASI की हत्या का मामला:कराणों का खुलासा नहीं, तीन साल पहले भाई की गई थी जान, सदमे में चल बसे थे पिता हरियाणा में क्राइम ब्रांच के ASI की हत्या एक मिस्ट्री बन चुकी है। ASI को गोली क्यों मारी गई, इसके कारणों को अभी तक कोई भी खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस भी रात भर आरोपियों की तलाश में खाक छानती रही। आसपास के CCTV फुटेज को भी खंगालने में जुटी रही, पुलिस के पास भी सिर्फ इतनी ही अपडेट है कि हमलावर पल्सर बाइक पर सवार होकर आए थे और गोली मारकर फरार हो गए। रात को ही पुलिस ने शव को मोर्चरी हाउस करनाल में रखवा दिया था। आज मृतक का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा और सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करवाया जाएगा। तीन साल पहले भाई की एक्सीडेंट में मौत, पिता ने सदमे में दे दी थी जान मृतक संजीव के पिता प्रेम सिंह के पास दो लड़के थे। जिसमें 42 वर्षीय संजीव और 38 वर्षीय लाभ सिंह। संजीव पुलिस महकमे में सेवाएं दे रहा था, जबकि लाभ सिंह नगरपालिका घरौंडा में सफाई ठेकेदारी का काम करता था। तीन साल पहले लाभ सिंह की घरौंडा लिबर्टी के सामने एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। लाभ सिंह की मौत से पिता प्रेम सिंह को गहरा धक्का लगा था। प्रेम सिंह बेटे की मौत के सदमे को सह नहीं पाए थे और 15 दिन बाद ही चल बसे थे। वहीं मंगलवार रात को क्राइम ब्रांच ऑफिसर संजीव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। 2002 में हुए थे भर्ती, दो बच्चे है परिजनों के मुताबिक, संजीव के पास एक लड़का है, जो कनाड़ा में पढ़ाई कर रहा है और एक 16 वर्षीय लड़की है जो 11वीं कक्षा में पढ़ रही है। संजीव 2002 में बतौर कांस्टेबल पुलिस में भर्ती हुआ था। इनकी ड्यूटी कुरूक्षेत्र में लगी हुई थी। पहले इन्होंने NH-1 व NH-4 PCR पर भी ड्यूटी दी थी। बाद में इनकी प्रमोशन हो गई थी और मौजूदा समय में संजीव क्राइम ब्रांच यमुनानगर में अपनी सेवाएं दे रहे थे। क्या था मामला कुटेल-ऊंचा समाना रोड पर मंगलवार की रात करीब साढ़े आठ बजे सैर पर निकले क्राइम ब्रांच के ASI संजीव को बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। गौरतलब है कि कुटेल-ऊंचा समाना रोड पर ही संजीव का डेरा बना हुआ है और वही पर संजीव सड़क पर टहल रहे थे। तभी बाइक सवार बदमाश उनको गोली मारकर चले जाते है। परिजनों की माने तो उनके सिर में एक गोली लगी है, वह आरपार हुई है, दूसरी गोली कमर में लगी थी। गंभीर रूप से घायल ASI को करनाल के अमृतधारा में भर्ती करवाया था। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। DSP जांच में जुटे घटना के बाद घरौंडा DSP मनोज कुमार व DSP सोनू नरवाल मौके पर पहुंच गए थे। इसके साथ ही FSL टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए थे। पुलिस को मौके पर दो जिंदा रौंद व एक खोल भी बरामद हुआ था। पुलिस अभी तक यह खुलासा नहीं कर पाई है कि हत्या के कारण क्या रहे है? फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
नूंह विधायक आफताब ने एसीएस से की निरीक्षण की मांग:चंडीगढ़ में हुई बैठक, स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने पर दिया जोर
नूंह विधायक आफताब ने एसीएस से की निरीक्षण की मांग:चंडीगढ़ में हुई बैठक, स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने पर दिया जोर हरियाणा के नूंह जिले की चिकित्सा सुविधाओं में सुधार के लिए नूंह विधायक चौधरी आफताब अहमद ने चंडीगढ़ में अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा विभाग सुधीर राजपाल से बैठक की। बैठक में विधायक और अतिरिक्त मुख्य सचिव के बीच जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने पर जोर दिया गया। विधायक आफताब अहमद ने एक लिखित पत्र सौंप कर कई मांगें उठाई। मेडिकल कॉलेज में सुधार की मांग प्रमुख नूंह जिले की कई सुविधाओं के साथ शहीद हसन खान मेडिकल कॉलेज में सुधार की मांग प्रमुख है। विधायक आफताब अहमद ने सुधीर राजपाल जो स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा के एसीएस हैं, उन्हें खुद अपनी मेडिकल टीम के साथ कॉलेज का निरीक्षण करने के लिए विधायक आफताब अहमद ने कहा है। सीएम ने दिया था आश्वासन विधायक आफताब अहमद ने जो मांगे प्रमुखता से उठाई उनमें शहीद हसन खान मेडिकल कॉलेज सहित अन्य अस्पतालों में डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति करने, चिकित्सा यंत्र, दवाइयां, एम्बुलेंस उपलब्ध करवाने, मरीजों, गरीब परिजनों की समस्याओं का प्राथमिकता पर निदान करने के लिए कहा है। बता दें विधायक ने बीते विधानसभा सत्र में सदन में इन मुद्दों को उठाया था। जिसमें मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि इनका निदान किया जाएगा। इसे सिलसिले में विधायक आफताब अहमद चंडीगढ़ में विभाग के आला अधिकारियों से मिले हैं। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को कर रही नजर अंदाज विधायक आफताब अहमद ने कहा कि लोगों को सही इलाज मिले, ये लोगों का हक है और उन्हें वो सुविधाएं प्रदान की जाए, ये उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को नजर अंदाज कर रही है, जो बेहद ग़लत है। विधायक ने कहा कि वो लगातार संघर्ष करेंगे, जब तक समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है।