कुरुक्षेत्र के शाहबाद में एक पेट्रोल पंप पर सीएनजी गैस लीक होने लगा। जिससे आस-पास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। पेट्रोल पंप के आस-पास हजारों दुकानें और आवासीय क्षेत्र होने के कारण स्थिति चिंताजनक हो गई थी। सूचना मिलते ही अंबाला से सीएनजी गैस विभाग की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में ले लिया। अंबाला से पहुंचे अधिकारी सुमित ने बताया कि सेफ्टी वॉल के ओवरफ्लो होने के कारण गैस लीक हुई थी। उन्होंने कहा कि टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गैस लीकेज को बंद कर दिया। सेफ्टी वॉल में मौजूद गैस को नियंत्रित तरीके से निकाला जा रहा है। अधिकारी मौके पर मौजूद रहकर स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। गैस लीक की घटना से आसपास के निवासियों में दहशत का माहौल था, लेकिन स्थिति पर काबू पाए जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। यह घटना एक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी, लेकिन समय रहते विभाग की टीम की त्वरित कार्रवाई से किसी बड़ी दुर्घटना को टाला जा सका। कुरुक्षेत्र के शाहबाद में एक पेट्रोल पंप पर सीएनजी गैस लीक होने लगा। जिससे आस-पास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। पेट्रोल पंप के आस-पास हजारों दुकानें और आवासीय क्षेत्र होने के कारण स्थिति चिंताजनक हो गई थी। सूचना मिलते ही अंबाला से सीएनजी गैस विभाग की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में ले लिया। अंबाला से पहुंचे अधिकारी सुमित ने बताया कि सेफ्टी वॉल के ओवरफ्लो होने के कारण गैस लीक हुई थी। उन्होंने कहा कि टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गैस लीकेज को बंद कर दिया। सेफ्टी वॉल में मौजूद गैस को नियंत्रित तरीके से निकाला जा रहा है। अधिकारी मौके पर मौजूद रहकर स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। गैस लीक की घटना से आसपास के निवासियों में दहशत का माहौल था, लेकिन स्थिति पर काबू पाए जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। यह घटना एक बड़े हादसे का कारण बन सकती थी, लेकिन समय रहते विभाग की टीम की त्वरित कार्रवाई से किसी बड़ी दुर्घटना को टाला जा सका। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
अनिल विज बोले- मेरी हत्या की साजिश रची गई:प्रशासन ने खून खराबे की कोशिश की, ताकि विज या उसका वर्कर मर जाए
अनिल विज बोले- मेरी हत्या की साजिश रची गई:प्रशासन ने खून खराबे की कोशिश की, ताकि विज या उसका वर्कर मर जाए हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में मेरी हत्या की साजिश रची गई। विज का कहना है कि इस साजिश में पार्टी के कुछ लोगों के साथ-साथ प्रशासन के लोग भी शामिल हैं। प्रशासन ने मुझे चुनाव में हराने की पूरी कोशिश की गई। नगर पालिका ने हमारी मंजूरशुदा सड़कें बनाने से मना कर दिया। अब वो सड़कें दोबारा बननी शुरू हो गईं। कोशिश की गई कि चुनाव में खून खराबा हो जाए। उसमें अनिल विज मर जाए या विज का कोई वर्कर मर जाए, ताकि चुनाव को प्रभावित किया जा सके। ये जांच का विषय है। मैं कोई आरोप नहीं लगा रहा। अनिल विज सोमवार (4 नवंबर) को अंबाला में विधानसभा चुनाव के बाद आयोजित धन्यवाद कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। एक व्यक्ति का नाम लेते हुए विज ने कहा कि उसने लोगों को गली-गली में जाकर चित्रा सरवारा (अंबाला कैंट से निर्दलीय उम्मीदवार रहीं) के कैंप में जॉइन कराया। जिसके सारे सबूत मेरे पास हैं। उसने अपनी फेसबुक के हर पेज पर मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ फोटो डाली ताकि अधिकारियों व कार्यकर्ताओं पर प्रभाव डाला जा सके। मुख्यमंत्री के साथ क्या रिश्ता है, मुझे नहीं मालूम। उसने भाजपा के खिलाफ जो काम किया है, उसे हमारे मुख्यमंत्री के साथ फोटो लगाने का अधिकार नहीं। उसे तुरंत ये फोटो फेसबुक से डिलीट करनी चाहिए क्योंकि हम अपने मुख्यमंत्री का नाम बदनाम नहीं होने देंगे। अनिल विज के संबोधन की बड़ी बातें सिर पर लाठियां मारने की प्लानिंग अनिल विज ने आगे कहा कि शाहपुर गांव में मेरा कार्यक्रम था। मैंने चुनाव आयोग से सारे कार्यक्रमों की इजाजत ले रखी थी। मैं उस कार्यक्रम में चला गया। वहां हॉल के अंदर काफी लोग थे। मैं जैसे ही भाषण देने के लिए खड़ा हुआ तो बहुत सारे लोग किसान यूनियन के झंडे लेकर उस कार्यक्रम में आ गए। वहां मौजूद गांव के लोगों ने उन्हें उठाकर बाहर फेंक दिया। उस दौरान कुछ हो जाता तो मेरे चुनाव का तो भट्ठा बैठ जाता। कोई किसान यूनियन का मर जाता, या गांववाला या फिर मैं मर जाता। उनकी प्लानिंग तो यही थी कि अनिल विज एक दम कूदकर आगे आएगा और उसके सिर पर लाठियां मार देंगे। मैंने संयम बनाए रखा। मैं पूछना चाहता हूं कि पुलिस कहां थी। एक भी पुलिस का आदमी वहां मौजूद नहीं था। मेरी Z सिक्योरिटी है। मुझे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों से जान से मारने की धमकी मिली हुई हैं। उससे एक दिन पहले मेरी आधी सिक्योरिटी वापस ले ली थी। CID को क्यों नहीं पता चला CID कहां हैं। उन्हें क्यों नही पता चला कि इतने सारे लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। मैं यहां कार्यक्रम कर रहा हूं। इससे दूर खड़े होकर कोई प्रदर्शन करे प्रजातंत्र है, लेकिन पुलिस उन्हें कहीं रोके तो। CID को क्यों नही पता चला कि लोग डंडे और लोहा लेकर आए हैं। फिर चुनाव आयोग से इजाजत लेने का मतलब क्या है। बहुत सारे लोग मिले हुए हैं। भ्रम फैलाया की टिकट कटेगी कई लोगों ने भ्रम फैलाया कि विज को टिकट नहीं मिलेगी, फिर का वह जीतेगा नहीं, फिर कहने लगे सरकार नहीं आएगी जोकि सब झूठ साबित हुआ और यही लोग विपक्षियों की गोद में जाकर बैठ गए। कसाईयों के कहने से भैंसे नहीं मरा करतीं। बहुत जल्द नगर परिषद के चुनाव होंगे और कार्यकर्ता अपनी-अपनी टीमें बनाकर लोगों के साथ जुड़ें। अनिल विज से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें :- अनिल विज की 3 जिलों के बस स्टैंड पर रेड,इंचार्ज सस्पेंड:दुकानों के बाहर सामान पर अधिकारी लताड़े हरियाणा में मंत्री बनने के बाद 21 अक्टूबर को अनिल विज एक्शन में नजर आए थे। वह अंबाला, करनाल और पानीपत बस अड्डे पर पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने अंबाला कैंट बस स्टैंड पर रेड की। यहां बस स्टैंड में दुकानों के बाहर रखा सामान देखकर विज भड़क गए। उन्होंने पहले दुकानदारों को लताड़ लगाई। इसके बाद अव्यवस्था पाए जाने पर अड्डा इंचार्ज अजीत सिंह को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा निर्दलीय उम्मीदवार का दावा, ED की धमकी मिली:कादियान बोले- बड़ौली टिकट नहीं दिला सके; लोकसभा चुनाव में तन, मन, धन से मदद की
हरियाणा निर्दलीय उम्मीदवार का दावा, ED की धमकी मिली:कादियान बोले- बड़ौली टिकट नहीं दिला सके; लोकसभा चुनाव में तन, मन, धन से मदद की हरियाणा के निर्दलीय उम्मीदवार देवेंद्र कादियान ने बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि उन्हें ED-CBI की धमकियां मिल रही हैं। कादियान भारतीय जनता पार्टी (BJP) से टिकट कटने के बाद गन्नौर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि मोहन लाल बड़ौली हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, लेकिन वह उन्हें टिकट तक नहीं दिला सके। देवेंद्र कादियान मन्नत ग्रुप होटल्स के चेयरमैन हैं। उन्होंने राजनीति की शरुआत युवा कांग्रेस में की। वे राहुल गांधी के करीबी रहे हैं। युवा कांग्रेस में राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। 2018 में कांग्रेस छोड़ कर उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। 2019 में मनोहर लाल खट्टर ने रथ यात्रा निकली थी। तब कादियान ने गन्नौर में रथ यात्रा का भव्य स्वागत किया था, इस दौरान भी वे गन्नौर भाजपा में टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन भाजपा ने टिकट निर्मल चौधरी को दे दी। इसके बाद कादियान बागी हो गए। तब मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें मनाया था। विदेशों से मिल रही धमकियां, पुलिस में शिकायत दी देवेंद्र कादियान ने दूसरे प्रत्याशियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें चुनाव में बैठाने के लिए खुले मंच और विदेशों से धमकियां मिल रही है। साथ ही जो उनके समर्थक है, उन्हें भी विदेशों से फोन पर जान से मारने व चुनाव से दूर रहने की धमकियां मिल रही है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में दोनों प्रत्याशियों की जमानत जब्त होगी। इसी डर की वजह से उन्हें धमकियां मिल रही है। उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर भी कार्रवाई की मांग की है। बड़ौली की तन, मन, धन से मदद की देवेंद्र कादियान ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली पर आरोप लगाया कि, जिनको टिकट मिली उन्हीं ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराया। लोकसभा चुनाव में बड़ौली ने ये आरोप लगाया था जिसको टिकट मिली उसने मुझे हराया। ये कमाल की बात है कि मैंने उनकी लोकसभा चुनाव में तन, मन और धन से मदद की, लेकिन वह एक टिकट नहीं दिला सके। दरअसल, आज कोई भी बड़ा नेता यह नहीं चाहता कि कोई नया युवा राजनीति में आए और आगे बढ़े। लाइव आकर बीजेपी छोड़ने का किया था ऐलान हरियाणा के सोनीपत जिले की गन्नौर विधानसभा सीट पर भाजपा के लिए ये कादियान बड़ी चुनौती बने हुए हैं। करीब 10 साल से क्षेत्र में सक्रिय भाजपा नेता एवं युवा आयोग के चेयरमैन देवेंद्र कादियान ने लाइव आकर भाजपा छोड़ने का ऐलान किया था। इस दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग 100 करोड़ रुपए देकर टिकट लेकर आए हैं। करोड़ों में खरीदने की बात कर रहे देवेंद्र कादियान ने यह भी आरोप लगाया है, कि ‘वे सबसे अपील करते हैं कि कृपया सच्चाई के साथ चलिए, कृपया वफादारी के साथ चलिए, कृपया इंसानियत के साथ चलिए। दिखा दीजिए कि असली टिकट गन्नौर के अंदर है। यह 100 करोड़ में खुद की टिकट लेकर आए हैं। वे आपको करोड़ों में खरीदने की बात कर रहे हैं, लेकिन मैंने कभी इस हलके में कोई आदमी बिकाऊ नहीं दिखा। देखता हूं वह कैसे खरीदेगा। मेरी अपील है कि दो नंबर के पैसे लेने से मना मत करना, गठरी आएगी पैसों की रखवा लेना। मना मत करना। गौशालाएं हैं, मंदिर हैं। किसी भी अच्छी जगह ये पैसे लगा देना, लेकिन इनके 100 करोड़ निकालने हैं। 2015 में नारा दिया- नेता नहीं बेटा देवेंद्र कादियान अपने एक नारे को लेकर भी काफी चर्चा में रहे। 2015 में व्यापार से जब उन्होंने राजनीति की ओर रुख किया तो उन्होंने कहा कि वह नेता नहीं, गन्नौर के बेटा हैं। इस चुनाव में भी वह निर्दलीय के रूप में नेता नहीं बेटा को लेकर ही प्रचार कर रहे हैं। देवेंद्र क्षेत्र में समाजसेवी की छवि रखते हैं। फ्री में एंबुलेंस चला रहे हैं, गरीब युवाओं की शिक्षा में भी सहयोग कर रहे हैं। देवेंद्र कादियान इस बार अपनी टिकट को पक्का मान कर चल रहे थे, लेकिन अब भाजपा के जवाब देने के बाद उन्होंने भाजपा को अलविदा कह दिया। यहां पढ़िए गन्नौर का सियासी गणित गन्नौर में हर चुनाव में कड़ा मुकाबला, निर्दलीय भी जीते गन्नौर में वर्ष 1967 से अब तक विधानसभा के 13 चुनाव हो चुके हैं। गन्नौर विधानसभा सीट 2005 में अस्तित्व में आई है। इससे पहले इसे कैलाना हलके के नाम से जाना जाता था। इस सीट पर हर बार प्रत्याशियों में मुकाबला कड़ा व आमने सामने का रहा है। 6 चुनाव में तो प्रत्याशी की जीत का अंतर 2000 वोटों से नीचे रहा है। यहां पर 1972 व 1982 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। 1987 में लोकदल के वेद सिंह ने निर्दलीय राजिंद्र सिंह को 17,614 वोटों से हराया और यह गन्नौर के इतिहास में आज तक की सबसे बड़ी जीत है। वर्ष 2009 व 2019 के चुनाव में जीत की अंतर 10 हजार से थोड़ा उपर रहा। 2000 के चुनाव में कांग्रेस के जितेंद्र मलिक इनेलो से मात्र 740 वोटों से जीते थे।
पलवल में 10 वर्षीय बच्ची से रेप:कोल्ड-ड्रिंक के बहाने 2 युवकों ने घर बुलाया; मां के पास रोई तो चला पता
पलवल में 10 वर्षीय बच्ची से रेप:कोल्ड-ड्रिंक के बहाने 2 युवकों ने घर बुलाया; मां के पास रोई तो चला पता हरियाणा के पलवल में एक 10 वर्षी बच्ची के साथ दो युवकों ने दुष्कर्म किया है। बच्ची को कोल्ड ड्रिंक मंगवाने के बहाने युवकों ने घर बुलाया था। उसे धमकी दी गई कि घर पर किसी को दुष्कर्म के बारे में बताया तो उसे उसके घर वाले ही जान से मार देंगे। चादंहट थाना पुलिस ने बच्ची की मां की शिकायत पर दो नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। दोनों आरोपी अभी फरार हैं। चांदहट थाना प्रभारी सुंदरपाल के अनुसार, थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली महिला ने दी शिकायत में कहा है कि उसकी 10 वर्षीय बच्ची घर के बाहर किसी काम से गई थी। उसी दौरान विष्णु व डब्बू नाम के दो युवकों ने उसकी बेटी को बुलाया। उन्होंने दुकान से कोल्ड ड्रिंक लाने की बात कही। इसके बाद उसकी बेटी उनके साथ उनके घर पर चली गई। आरोप है कि उक्त दोनों युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। लड़की की मां ने बताया कि दुष्कर्म करने के बाद आरोपियों ने उसे धमकी दी कि यदि उसने इस बारे में अपने घर पर बताया तो उसे घरवाले जान से मार देंगे। इससे बच्ची डर गई और घर पर किसी को कुछ नहीं बताया। दोबारा फिर उक्त युवकों ने जब बच्ची को बुलाया तो वह नहीं गई। इस पर उन्होंने धमकी दी कि यदि उनका कहना नहीं मानेगी तो वे घर बता देंगे। तुझे तेरे ही परिवार वाले खत्म कर देंगे। डर कर उसकी बेटी घर पर आकर रोने लगी। महिला ने बताया कि उसने अपनी बेटी से रोने का कारण पूछा तो बच्ची ने पूरी घटना अपनी उसको बता दी। इसके बाद उसकी मां बच्ची को लेकर पुलिस के पास पहुंची और लिखित शिकायत दी। पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस छानबीन कर रही है।