शिमला ईडी कार्यालय में फेरबदल:राजीव को शिमला जोनल की जिम्मेदारी, मनी लॉन्ड्रिंग केस में फरार अधिकारी का दिल्ली तबादला

शिमला ईडी कार्यालय में फेरबदल:राजीव को शिमला जोनल की जिम्मेदारी, मनी लॉन्ड्रिंग केस में फरार अधिकारी का दिल्ली तबादला

केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिमला कार्यालय में मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायतों के बाद से चर्चा में है। यहां तैनात कुछ अधिकारियों पर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। जिसके बाद से ईडी का शिमला कार्यालय सीबीआई की रडार पर है। सीबीआई की टीम लगातार यहां छापेमारी कर रही है। मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायतें मिलने के बाद प्रवर्तन निदेशालय के मुख्यालय से बड़ा फेरबदल कर दिया है। ईडी के शिमला कार्यालय में तैनात अधिकारियों के तबादले कर दिए है। रविवार को इसकी नोटिफिकेशन जारी हो गईं है । राजीव को शिमला जोनल कार्यालय की जिम्मेदारी ईडी के मुख्यालय से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार ईडी के मुख्यालय दिल्ली में तैनात राजीव कुमार को शिमला सब जोनल आफिस-2 में अतिरिक्त निदेशक बनाया गया है। उनके अलावा जीवितेश आनंद को शिमला कार्यालय में डिप्टी डायरेक्टर पद पर तैनात किया गया है। फरार अधिकारी का दिल्ली तबादला वहीं शिमला में कथित भ्रष्टाचार के आरोपी शिमला सब जोनल ऑफिस 2 के अतिरिक्त निदेशक विशाल दीप का भी ट्रांसफर कर दिया है। उसकी तैनाती ईडी के मुख्यालय में की गई है। फिलहाल विशाल दीप फरार है और उसे पकड़ने के लिए सीबीआई लगातार उसके ठिकानों पर रेड कर रही है। वहीं उसके अलावा शिमला स्थित जनरल कार्यालय में तैनात डिप्टी डायरेक्टर कुलदीप शिवाजी का तबादला भी ईडी के मुख्यालय के लिए किया गया है। वहीं शिमला सब जोनल-2 में तैनात राजीव कुमार को ही अतिरिक्त निदेशक शिमला सब जोनल-1 में भी तैनात किया है। उन्हें शिमला सब जोनल-1 का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। शिमला कार्यालय में तैनात अधिकारियों पर लगे है मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप बता दे की ईडी कार्यालय शिमला में अतिरिक्त निदेशक पद पर तैनात रहे विशाल दीप पर करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी अधिकारी विभिन्न मामलों से जुड़े आरोपियों को घंटों-घंटों तक अपने दफ्तर के बाहर बैठाता था और आफिस टाइम बंद होने के बाद बाकी कर्मचारियों के जाने के बाद उन्हें अपने ऑफिस में बुलाता था और दफ्तर में ही पैसों के लेनदेन बातें करता था। सीबीआई खंगाल रही अधिकारी का रिकॉर्ड जानकारी के अनुसार सीबीआई, रडार पर आए अधिकारी का पूरा रिकॉर्ड खंगाल रही है। आरोपी अधिकारी किन किन मामलों की जांच कर रहा था, क्या इसके अतिरिक्त भी वह मामलों की जांच कर रहा था। क्योंकि इन दिनों ईडी में अवैध नशे, खनन और आय से अधिक संपत्ति के मामलों की जांच चल रही है। ऐसे में सीबीआई यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपित अधिकारी ने कितने और किन मामलों में जांच की है
वहीं मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी दो शिकायतों में ढाई करोड़ रिश्वत मामले में सीबीआई ने दिल्ली और हरियाणा में दबिश दी है। इसमें ईडी के कुछ अधिकारियों की संलिप्तता के आरोप है। जिसके बाद रविवार को भी सीबीआई की टीम ने रेड डाली है, परंतु टीम अभी तक अधिकारियों को पकड़ नहीं पाई है। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिमला कार्यालय में मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायतों के बाद से चर्चा में है। यहां तैनात कुछ अधिकारियों पर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। जिसके बाद से ईडी का शिमला कार्यालय सीबीआई की रडार पर है। सीबीआई की टीम लगातार यहां छापेमारी कर रही है। मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायतें मिलने के बाद प्रवर्तन निदेशालय के मुख्यालय से बड़ा फेरबदल कर दिया है। ईडी के शिमला कार्यालय में तैनात अधिकारियों के तबादले कर दिए है। रविवार को इसकी नोटिफिकेशन जारी हो गईं है । राजीव को शिमला जोनल कार्यालय की जिम्मेदारी ईडी के मुख्यालय से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार ईडी के मुख्यालय दिल्ली में तैनात राजीव कुमार को शिमला सब जोनल आफिस-2 में अतिरिक्त निदेशक बनाया गया है। उनके अलावा जीवितेश आनंद को शिमला कार्यालय में डिप्टी डायरेक्टर पद पर तैनात किया गया है। फरार अधिकारी का दिल्ली तबादला वहीं शिमला में कथित भ्रष्टाचार के आरोपी शिमला सब जोनल ऑफिस 2 के अतिरिक्त निदेशक विशाल दीप का भी ट्रांसफर कर दिया है। उसकी तैनाती ईडी के मुख्यालय में की गई है। फिलहाल विशाल दीप फरार है और उसे पकड़ने के लिए सीबीआई लगातार उसके ठिकानों पर रेड कर रही है। वहीं उसके अलावा शिमला स्थित जनरल कार्यालय में तैनात डिप्टी डायरेक्टर कुलदीप शिवाजी का तबादला भी ईडी के मुख्यालय के लिए किया गया है। वहीं शिमला सब जोनल-2 में तैनात राजीव कुमार को ही अतिरिक्त निदेशक शिमला सब जोनल-1 में भी तैनात किया है। उन्हें शिमला सब जोनल-1 का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। शिमला कार्यालय में तैनात अधिकारियों पर लगे है मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप बता दे की ईडी कार्यालय शिमला में अतिरिक्त निदेशक पद पर तैनात रहे विशाल दीप पर करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी अधिकारी विभिन्न मामलों से जुड़े आरोपियों को घंटों-घंटों तक अपने दफ्तर के बाहर बैठाता था और आफिस टाइम बंद होने के बाद बाकी कर्मचारियों के जाने के बाद उन्हें अपने ऑफिस में बुलाता था और दफ्तर में ही पैसों के लेनदेन बातें करता था। सीबीआई खंगाल रही अधिकारी का रिकॉर्ड जानकारी के अनुसार सीबीआई, रडार पर आए अधिकारी का पूरा रिकॉर्ड खंगाल रही है। आरोपी अधिकारी किन किन मामलों की जांच कर रहा था, क्या इसके अतिरिक्त भी वह मामलों की जांच कर रहा था। क्योंकि इन दिनों ईडी में अवैध नशे, खनन और आय से अधिक संपत्ति के मामलों की जांच चल रही है। ऐसे में सीबीआई यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपित अधिकारी ने कितने और किन मामलों में जांच की है
वहीं मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी दो शिकायतों में ढाई करोड़ रिश्वत मामले में सीबीआई ने दिल्ली और हरियाणा में दबिश दी है। इसमें ईडी के कुछ अधिकारियों की संलिप्तता के आरोप है। जिसके बाद रविवार को भी सीबीआई की टीम ने रेड डाली है, परंतु टीम अभी तक अधिकारियों को पकड़ नहीं पाई है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर