हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले सबंध रखने वाले पैरिस पैरा ओलिंपिक 2024 के रजत पदक विजेता निषाद कुमार शनिवार को शिमला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शिमला के विकास नगर स्थित सरस्वती विद्यामंदिर स्कूल में छात्रों व शिक्षकों से भी संवाद किया । पैरा ओलिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार ने इस दौरान बच्चों से बातचीत करते हुए बताया कि पैरा खेलों में मेडल तक का सफ़र उनके लिए आसान नहीं रहा है। लेकिन उन्होंने विकट परिस्थितियों के बावजूद खेलों के लिए अपने जुनून को हमेशा जिंदा रखा। मां को दिया सफलता का श्रेय उन्होंने कहा कि उनके जीवन में परिस्थितियां बहुत विकट रही है, लेकिन उनकी मां ने कदम कदम पर हौंसला और साथ दोनों दिया है, इसलिए इस सफलता में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है और वह इस सफलता का श्रेय अपनी मां को देते हैं। नशे से दूर रहें युवा निषाद कुमार ने बच्चों से बातचीत करते हुए आगे कहा कि युवाओ को खेल के प्रति जुनून रखना चाहिए और नशे की बुराई से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओ को अपने समय का सदुपयोग करते हुए देश व प्रदेश के लिए बेहतर कार्य करने के प्रयास करें। सीएम सुक्खू से मिले ओलिंपिक पदक विजेता ओलिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार बीते कल ही शिमला पहुंच गए थे और देर शाम प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुलाकात की । वहीं, आज शिमला के विकासनगर में सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल पहुंचे, जहाँ उन्होंने स्कूल के अध्यापकों व छात्रों से संवाद किया। इस मौके पर निषाद कुमार ने बच्चों व युवाओ को खेलों से जुड़ने और नशे से दूर रहने का संदेश दिया। आपकी बता दें कि हिमाचल प्रदेश के लाल निषाद ने हाल ही में पेरिस में संपन्न हुए पैरा ओलिंपिक 2024 में ऊंची कूद में 2.04 मीटर की ऊंचाई के साथ छलांग लगाकर रजत पदक जीता है। निषाद ने टोक्यो में भी 2.04 मीटर की ऊंचाई के साथ रजत पदक जीता था। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले सबंध रखने वाले पैरिस पैरा ओलिंपिक 2024 के रजत पदक विजेता निषाद कुमार शनिवार को शिमला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शिमला के विकास नगर स्थित सरस्वती विद्यामंदिर स्कूल में छात्रों व शिक्षकों से भी संवाद किया । पैरा ओलिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार ने इस दौरान बच्चों से बातचीत करते हुए बताया कि पैरा खेलों में मेडल तक का सफ़र उनके लिए आसान नहीं रहा है। लेकिन उन्होंने विकट परिस्थितियों के बावजूद खेलों के लिए अपने जुनून को हमेशा जिंदा रखा। मां को दिया सफलता का श्रेय उन्होंने कहा कि उनके जीवन में परिस्थितियां बहुत विकट रही है, लेकिन उनकी मां ने कदम कदम पर हौंसला और साथ दोनों दिया है, इसलिए इस सफलता में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है और वह इस सफलता का श्रेय अपनी मां को देते हैं। नशे से दूर रहें युवा निषाद कुमार ने बच्चों से बातचीत करते हुए आगे कहा कि युवाओ को खेल के प्रति जुनून रखना चाहिए और नशे की बुराई से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओ को अपने समय का सदुपयोग करते हुए देश व प्रदेश के लिए बेहतर कार्य करने के प्रयास करें। सीएम सुक्खू से मिले ओलिंपिक पदक विजेता ओलिंपिक पदक विजेता निषाद कुमार बीते कल ही शिमला पहुंच गए थे और देर शाम प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुलाकात की । वहीं, आज शिमला के विकासनगर में सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल पहुंचे, जहाँ उन्होंने स्कूल के अध्यापकों व छात्रों से संवाद किया। इस मौके पर निषाद कुमार ने बच्चों व युवाओ को खेलों से जुड़ने और नशे से दूर रहने का संदेश दिया। आपकी बता दें कि हिमाचल प्रदेश के लाल निषाद ने हाल ही में पेरिस में संपन्न हुए पैरा ओलिंपिक 2024 में ऊंची कूद में 2.04 मीटर की ऊंचाई के साथ छलांग लगाकर रजत पदक जीता है। निषाद ने टोक्यो में भी 2.04 मीटर की ऊंचाई के साथ रजत पदक जीता था। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में बेटी ने इंटरकॉस्ट मैरिज:मां-बाप ने जला दी उसकी सारी निशानियां, कोर्ट में रचाई गांव के लड़के से शादी, परिजन भड़के हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के सुंदरनगर में एक लड़की द्वारा इंटर कास्ट मैरिज करने पर परिजनों ने अपनी बेटी से जुड़ी हरेक निशानियां जला दी। 25 साल की बालिग लड़की ने गांव के ही एक युवक से कोर्ट में शादी की। इसके बाद परिजनों ने लड़की को समझाने और घर लाने का प्रयास किया। मगर बेटी नहीं मानी। इससे नाराज लड़की के परिजनों ने घर पर लड़की का सारा सामान बाहर निकाला और घर के साथ खेत में आग लगाकर राख कर दिया। यह मामला मंडी डिला के सुंदरनगर की महादेव पंचायत के एक गांव का है। इससे पहले बेटी ने एक वीडियो बनाया और अपने मां-बाप को भेजा, जिसमे लड़की कह रही है कि उसने अपनी मर्जी से शादी की और वह दबाव में आकर वापस आने वाली नहीं है। वीडियो में लड़की अपने मा-बाप से कह रही है कि आप ऐसा कोई भी कदम मत उठाना जिससे उसके पति को नुकसान हो। ऐसा करने से उसे आपके खिलाफ होना पड़ेगा। लड़की कह रही है कि वह 11-12 साल से साथ में है। वह कह रही है कि मेरे ऊपर किसी ने भी दबाव नहीं डाला। ये लड़का मुझे हमेशा खुश रखेगा। मेरा जो भी हैं यही है। शादी के बाद मासी की बेटी को भेजे फोटो-वीडियो लड़की ने अपने ही गांव के एक युवक से बीते 15 जुलाई 2024 को इंटरकास्ट मैरिज की। बिलासपुर कोर्ट में शादी करने के बाद लड़की ने फोटो और कागज अपनी मासी की बेटी को भेजे, ताकि परिवार को पता चल सके कि उसने शादी कर ली है। जैसे ही परिजनों ने फोटो देखे, तो उनके पैर तले जमीन खिसक गई। एसडीएम के पास शिकायत लेकर पहुंचे परिजन बेटी के इस कदम के बाद परिजन एसडीएम सुंदरनगर के पास शिकायत लेकर पहुंचे। एसडीएम ने 24 जुलाई को दोनों पक्षों को आमने सामने बुलाकर पूछा। मगर लड़की ने परिजनों के साथ आने को मुकर गई और अपने पति के साथ रहना चाह रही है। पिता की अभिभावकों से अपील बेटी की इंटरकास्ट मैरिज के बाद पिता ने दूसरे परिजनों से अपील की कि अपने बच्चों का ध्यान रखे, ताकि बच्चे इस प्रकार का कदम न उठाए। उन्होंने सरकार से भी अपील की भविष्य में इस तरह की कोर्ट मैरिज को तभी मान्य माना जाए, जब परिजन शामिल हो।
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संजौली मस्जिद गिराने की मांगी परमिशन:लतीफ बोले- यह वक्फ-बोर्ड की प्रॉपर्टी, इसलिए अनुमति जरूरी, अगले सप्ताह शुरू हो सकता है तोड़ने का काम हिमाचल की राजधानी संजौली में अवैध मस्जिद को गिराने से पहले मस्जिद कमेटी ने वक्फ बोर्ड से इसकी अनुमति मांगी है। संजौली मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद लतीफ ने कहा कि यह प्रॉपर्टी वक्फ बोर्ड की है। इसलिए वक्फ बोर्ड की परमिशन जरूरी है, ताकि कोई व्यक्ति बाद में उन्हें पार्टी न बनाए। बता दें कि नगर निगम शिमला आयुक्त ने संजौली मस्जिद की अवैध रूप से बनाई गई 3 मंजिल को गिराने के आदेश दे रखे है। संजौली मस्जिद कमेटी को आयुक्त कोर्ट के लिखित ऑर्डर बीते कल ही मिले है। इसके बाद मस्जिद कमेटी ने अवैध हिस्से को गिराने से पहले वक्फ बोर्ड को पत्र लिखा है। लिहाजा अब अवैध निर्माण तोड़ने का फैसला वक्फ बोर्ड लेगा। निगम आयुक्त ने मस्जिद कमेटी को अपने खर्च पर अवैध निर्माण तोड़ने के आदेश दे रखे है। वक्फ बोर्ड की मंजूरी के बाद अगले हफ्ते से मस्जिद को गिराने का काम शुरू हो सकता है। इस मामले में नगर निगम आयुक्त की कोर्ट में अगली सुनवाई 21 दिसंबर को होनी है। अगले सुनवाई में मस्जिद की दो मंजिल को लेकर फैसला होगा। इससे पहले संजौली की मस्जिद कमेटी और वक्फ बोर्ड ने बीते 12 सितंबर को एक एप्लिकेशन नगर निगम आयुक्त कोर्ट को दी थी, जिसमें ऊपर की 3 मंजिलें गिराने की पेशकश की थी। इसी अंडरटेकिंग के आधार पर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्रि ने बीते 5 अक्टूबर को अंतरिम आदेश जारी कर 3 मंजिल गिराने का फैसला सुनाया। 2 मंजिल की परमिशन, 5 मंजिल बना दी संजौली में आजादी से पहले सिर्फ 2 मंजिला मस्जिद थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि साल 2010 में यहां अवैध निर्माण शुरू किया गया। 2010 में ही नगर निगम ने अवैध निर्माण रोकने का नोटिस दिया। साल 2020 तक अवैध निर्माण रोकने के लिए 35 नोटिस दिए गए। तब तक मस्जिद दो मंजिल से 5 मंजिल बना दी गई। निगम आयुक्त कोर्ट में सुनवाई भी चलती रही और निर्माण भी जारी रहा। मस्जिद का नक्शा पास नहीं इमाम बोले- 1947 में बनी पुरानी मस्जिद मस्जिद के इमाम शहजाद ने इस मामले में कहा कि मस्जिद 1947 से पहले की है। पहले मस्जिद कच्ची थी और 2 मंजिल की थी। लोग मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ते थे, इससे नमाज पढ़ने में दिक्कत आती थी। इसे देखते हुए लोगों ने चंदा इकट्ठा किया और मस्जिद निर्माण शुरू किया। जमीन वक्फ बोर्ड की थी, जिस पर 2 मंजिल पहले से बनी थीं। मस्जिद की 2 मंजिल को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है। वक्फ बोर्ड इसकी लड़ाई लड़ रहा है। कानून का जो निर्णय होगा, वह सभी को मंजूर होगा।
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