शिमला के उपमंडल चौपाल के नेरवा में बीते कल हिंदू संगठनों ने विशाल रैली निकाली। इस दौरान हिन्दू संगठनों ने समुदाय विशेष पर जमकर हमला बोला है। पुलिस ने इस मामले में हिंदू नेताओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के लिए मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक 19 सितंबर को करणी सेना के अध्यक्ष मुकेश खुरांटा के आवाहन पर नेरवा में विशाल प्रदर्शन किया है। जिसमें करीब 150 से 200 लोग शामिल हुए हुए थे । इस दौरान प्रदर्शनकारियों के नेरवा से झुंडी मंदिर नेरवा तक जुलूस निकाला और हिंदुत्व के नारे लगाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर यातायात बाधित किया और समुदाय विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। समुदाय विशेष का सामाजिक और आर्थिक आधार पर बहिष्कार का आवाहन हिन्दू नेताओं पर आरोप लगाया है कि प्रदर्शन को संबोधित करते हुए नेताओं ने समुदाय विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने समुदाय विशेष के लोगों का धर्म के आधार पर आर्थिक व सामाजिक दोनों तरह से बहिष्कार करने की बात कही है। जिसके लिए पुलिस ने करणी सेना अध्यक्ष मुकेश खुरांटा ,कमल , सोनू , रोहित ,सोमदत्त ,रमन प्रदीप इत्यादि के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उधर, पुलिस ने मामले की पुष्टि करते हुए इन नेताओं के खिलाफ भारतीय न्याय सहिता की धारा 126 (2) , 189 ( 2) ,190, 196 (1) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। शिमला के उपमंडल चौपाल के नेरवा में बीते कल हिंदू संगठनों ने विशाल रैली निकाली। इस दौरान हिन्दू संगठनों ने समुदाय विशेष पर जमकर हमला बोला है। पुलिस ने इस मामले में हिंदू नेताओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के लिए मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक 19 सितंबर को करणी सेना के अध्यक्ष मुकेश खुरांटा के आवाहन पर नेरवा में विशाल प्रदर्शन किया है। जिसमें करीब 150 से 200 लोग शामिल हुए हुए थे । इस दौरान प्रदर्शनकारियों के नेरवा से झुंडी मंदिर नेरवा तक जुलूस निकाला और हिंदुत्व के नारे लगाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर यातायात बाधित किया और समुदाय विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। समुदाय विशेष का सामाजिक और आर्थिक आधार पर बहिष्कार का आवाहन हिन्दू नेताओं पर आरोप लगाया है कि प्रदर्शन को संबोधित करते हुए नेताओं ने समुदाय विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने समुदाय विशेष के लोगों का धर्म के आधार पर आर्थिक व सामाजिक दोनों तरह से बहिष्कार करने की बात कही है। जिसके लिए पुलिस ने करणी सेना अध्यक्ष मुकेश खुरांटा ,कमल , सोनू , रोहित ,सोमदत्त ,रमन प्रदीप इत्यादि के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उधर, पुलिस ने मामले की पुष्टि करते हुए इन नेताओं के खिलाफ भारतीय न्याय सहिता की धारा 126 (2) , 189 ( 2) ,190, 196 (1) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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चौहारघाटी में लापता युवक का नहीं लगा सुराग:थक हार कर लौटी रेस्क्यू टीम, 31 अगस्त को मलबे में दबा था
चौहारघाटी में लापता युवक का नहीं लगा सुराग:थक हार कर लौटी रेस्क्यू टीम, 31 अगस्त को मलबे में दबा था हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के चौहारघाटी के राजबन घटनास्थल में सर्च आपरेशन के 9वें दिन भी लापता हरदेव का कोई सुराग नहीं लग पाया। रेस्क्यू टीम को थक हार कर वापस लौटना पड़ा। युवक की तलाश में शुक्रवार को फिर घटनास्थल पर चप्पा चप्पा छाना। वहीं नीचे पजौंड़ नाला में भी तलाश की। लेकिन कुछ हासिल नहीं हो पाया। ऐसे में प्रशासन सहित एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड और पुलिस जवान अब यहां रेस्कयू बंद कर लौट आए हैं। ग्रामीणों ने जिला और उपमंडल प्रशासन सहित यहां रेस्कयू में जुटे सभी जवानों का आभार जताया है। हालांकि युवक का कोई पता नहीं चलने से धरयाण गांव में मायूसी भी है। मलबे में दफन हो गया था युवक घटना में लापता धरयाण गांव का हरदेव 31 अगस्त को ही अपनी बुआ खुड़ी देवी के घर गया था। दूसरे दिन हरदेव को अपने दोस्त तेरंग गांव निवासी भादर सिंह के साथ मनाली जाना था। दोनों मनाली में गाइडिंग का काम करते थे। लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। घटना में हरदेव भी मलबे में दफन हो गया। जो अब तक लापता है। लापता हरदेव के दो बेटे हैं। जिनमे बड़ा बेटा 4 साल और छोटा महज डेढ़ साल का है। पत्नी गीता देवी पिछले नौ दिनों से ही बेसुध है। जिसने खाना पीना सब त्याग दिया है। ग्रामीण और रिश्तेदार ढांढस बंधा रहे हैं। लेकिन वह सदमे से बाहर नहीं आ पा रही है। खाली हाथ लौटी रेस्क्यू टीम एनडीआरएफ के टीम लीडर नीरज भारती ने बताया कि लापता युवक की तलाश में 3 दिन अतिरिक्त सर्च ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली। एसडीएम डॉ. भावना वर्मा ने कहा कि युवक की तलाश में रेस्क्यू टीम ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। घटनास्थल के साथ साथ पजौंड़ खड्ड से लेकर ऊहल नदी तक भी कोना कोना छान मारा। लेकिन कुछ सफलता नहीं मिली। ऐसे में अब सर्च ऑपरेशन बंद कर दिया गया है। पहले भी हुई थी त्रासदी राजबन गांव में लगभग एक सदी पहले ऐसी ही त्रासदी हो चुकी है। जिसमें वृद्ध व्यक्ति खुड़ू राम बड़ी चट्टान के नीचे दब गया था। उसकी धर्म पत्नी सुरक्षित बच गई थी। धमच्याण पंचायत के पूर्व प्रधान काहन सिंह ठाकुर ने बताया कि उस दौरान भी खुड़ू राम का शव बरामद नहीं हो पाया था। वृद्ध खुड़ू राम हाल ही में हादसे में मृत सौजु राम का दादा था। उस दौरान राजबन गांव वासियों के मकान ऊपर की ओर को पहाड़ी के साथ होते थे। उस दौरान हुई घटना के बाद ही नीचे रिहायश बनाई गई। जहां लगभग सौ वर्ष बाद फिर भीषण त्रासदी हुई।
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मंडी में बंदरों व सुअरों से किसान परेशान:फसलों को कर रहे तबाह; रखवाली के लिए मनरेगा के तहत दिहाड़ी की मांग मंडी जिले में किसान जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं। यहां दिन को बंदर सेना और रात को जंगली सुअरों ने किसानों को परेशान कर दिया है। जंगली जानवर मक्की सहित अन्य नगदी फसलों से भरे खेतों को तबाह कर रहे हैं। आलम इस क़द्र है कि कई खेतों में मक्की का नामोनिशान तक नहीं रहा है। ऐसे में दिन रात की मेहनत पर पानी फिरता देख किसान आंसू बहाने को मजबूर हुए हैं। द्रंग क्षेत्र की कटिंडी, तरयांबली, गरलोग, पाली, कुन्नू, डलाह, सियून, गवाली, उरला, चुक्कू, कुफरी, बड़ीधार, भड़वाहण, बह, शीलग, नौहली, बयूंह, भराड़ू और कस आदि पंचायतों में इन दिनों जंगली जानवरों ने खूब तबाही मचाई हुई है। दिन-रात खेतों की रखवाली कर रहे किसान किसानों की माने तो दिन में बंदरों की फौज खेतों में घुसती है, तो रात को जंगली सुअर मक्की की फसल को तबाह कर रहे हैं। किसान दिन-रात की रखवाली के बाद भी अपनी फसल को बचा नहीं पा रहे हैं। खेतों में फसल का नामोनिशान तक नहीं रह रहा है। ऐसे में किसान खेतों से मक्की की कच्ची फसल काट कर पालतू मवेशियों को चारे में देने को मजबूर हो गए हैं। बंदरों की संख्या कम करने के लिए प्रदेश सरकार की बंदर पकड़ने व नसबंदी करने की योजना भी फेल हो गई है। वन विभाग भी इस दिशा में अब कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है। जिस वजह से किसान खेतीबाड़ी के धंधे से हाथ पीछे खींचने को मजबूर हो गए हैं। खेती की रखवाली के लिए मनरेगा के तहत दिहाड़ी की मांग द्रंग के रुंझ गांव की निर्जला ठाकुर ने बताया कि बीते रोज जंगली सुअर आधा दर्जन खेतों से मक्की की खड़ी फसल पूरी तरह तबाह कर गए। जिससे खेत पूरी तरह खाली हो गए हैं। पंचायत समिति द्रंग की अध्यक्षा शीला ठाकुर, उपाध्यक्ष कृष्ण भोज, समिति सदस्य लेख राम ठाकुर, घनश्याम ठाकुर, कविता चौहान, कश्मीर सिंह, कृपाल सिंह, वीणा भारद्वाज सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने किसानों को खेती की रखवाली की एवज में मनरेगा के तहत दिहाड़ी उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है। वहीं जंगली जानवरों से फसलों को सुरक्षित बचाने के लिए ठोस योजना बनाने की भी मांग की है। इसके साथ हाल ही में किसानों की फसलों के हुए नुकसान का उचित मुआवजा प्रदान करने की मांग सरकार से की है।
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