शिमला में बुधवार को एक चलते ट्रक में आग लग गई। जिला के कोटखाई के थरोला पंचायत में ट्रक सिविल सप्लाई का राशन लेकर जा रहा था। आग लगने से गाड़ी को भारी नुकसान हुआ है साथ ही 80 हजार का राशन जलकर राख हो गया। जानकारी के अनुसार पुलिस को 3 बजे का करीब सूचना मिली कि कोटखाई के थरोला पंचायत के गांव पडारा के नजदीक एक टेंपो में अचानक आग लग गयी है। टेंपो डिपो का राशन लेकर जा रहा था। सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके के लिए रवाना हुई। पुलिस के अनुसार शुरुआती सूचना में उन्हें जानकारी प्राप्त हुई कि कि हिमाचल नम्बर का एक टेंपो (ट्रक) सिविल सप्लाई का राशन लेकर थरोला पंचायत मेंजा रहा था। तभी रास्ते में बाजोहा घाट व पडोरा के समीप ट्रक में अचानक आग लग गयी। जिसके कारण गाड़ी में रखा सामान जल गया है और गाड़ी को भी काफी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है ।लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे है, फिलहाल आग के कारणों का पता नही चल पाया है। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। शिमला में बुधवार को एक चलते ट्रक में आग लग गई। जिला के कोटखाई के थरोला पंचायत में ट्रक सिविल सप्लाई का राशन लेकर जा रहा था। आग लगने से गाड़ी को भारी नुकसान हुआ है साथ ही 80 हजार का राशन जलकर राख हो गया। जानकारी के अनुसार पुलिस को 3 बजे का करीब सूचना मिली कि कोटखाई के थरोला पंचायत के गांव पडारा के नजदीक एक टेंपो में अचानक आग लग गयी है। टेंपो डिपो का राशन लेकर जा रहा था। सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके के लिए रवाना हुई। पुलिस के अनुसार शुरुआती सूचना में उन्हें जानकारी प्राप्त हुई कि कि हिमाचल नम्बर का एक टेंपो (ट्रक) सिविल सप्लाई का राशन लेकर थरोला पंचायत मेंजा रहा था। तभी रास्ते में बाजोहा घाट व पडोरा के समीप ट्रक में अचानक आग लग गयी। जिसके कारण गाड़ी में रखा सामान जल गया है और गाड़ी को भी काफी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है ।लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे है, फिलहाल आग के कारणों का पता नही चल पाया है। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हमीरपुर में राधा-स्वामी सत्संग अस्पताल को राहत देगी सूक्खू सरकार:सीएम बोले-विधानसभा सत्र से पहले ऑर्डिनेंस लाने पर विचार, कानूनी पहलुओं का रखा जाएगा ध्यान
हमीरपुर में राधा-स्वामी सत्संग अस्पताल को राहत देगी सूक्खू सरकार:सीएम बोले-विधानसभा सत्र से पहले ऑर्डिनेंस लाने पर विचार, कानूनी पहलुओं का रखा जाएगा ध्यान हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के लाखों लोगों के लिए राहत भरी खबर है। सुक्खू सरकार राधा स्वामी सत्संग अस्पताल भोटा की भूमि हस्तांतरित करने के लिए विधानसभा सत्र से पहले ऑर्डिनेंस लाने जा रही है। यह बात सीएम सुक्खू ने रविवार को शिमला में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को शिमला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राधा स्वामी सत्संग हॉस्पिटल भोटा की भूमि को हस्तांतरित करने के लिए प्रदेश सरकार विधानसभा सत्र से पहले ऑर्डनेंस लाएगी। सीएम सुक्खू ने कहा कि यह एक चैरिटेबल संस्था है। हमीरपुर के लोगों का यह मुफ्त और कम दरों पर इलाज करती है। लेकिन संस्था को अस्पताल अपग्रेड करने पर नए उपकरणों को खरीदने के लिए भारी GST भरना पड़ रहा है । इसलिए संस्था ने अस्पताल की भूमि को सिस्टर ऑर्गेनाइजेशन के नाम पर हस्तांतरित करने की इच्छा जाहिर की है। ऐसे में सरकार उनको चैरिटेबल संस्था होने के नाते उन्हें राहत देने पर विचार कर रही है। ऑर्डिनेंस लाएगी सरकार- सीएम सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राधा स्वामी सत्संग अस्पताल भोटा के प्रबंधन को भूमि सिस्टर ऑर्गेनाइजेशन को हस्तांतरित करने में 1972 का लैंड सीलिंग एक्ट के तहत दिक्कत आ रही है। सरकार उनको छूट देने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी कानूनी पहलुओं को ध्यान में रख कर विधानसभा सत्र से पहले ऑर्डिनेंस लाएगी। क्या है पूरा मामला बता दें कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल हमीरपुर के भोटा में अस्पताल चला रहा है। लेकिन प्रबधंन को हस्पताल अपग्रेड करना चाहता है । इसको अपग्रेड करने के लिए नए उपकरण खरीदने है, लेकिन उपकरण को खरीदने के लिए भारी भरकम GST चुकाना पड़ रहा है। जिससे बचने के लिए संस्था अपनी भूमि को अपने सिस्टर महाराज जगजीत सिंह रिलीफ सोसाइटी के नाम हस्तांतरित करना चाहती है । लेकिन उसमें कुछ हिमाचल के कानूनी अड़चने आड़े आ रही थी। सत्संग ने इसको दूर करने के लिए सरकार के समक्ष इच्छा जाहिर की थी। रविवार को सीएम सुक्खू ने प्रबंधन को रियायत देने के संकेत दे दिए है।
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देहरा की बेटी देहरा से लड़े चुनाव:सीएम सुक्खू की पत्नी हैं कमलेश, सतीश ठाकुर बोले- जनता पूछ रही है सवाल हिमाचल प्रदेश की देहरा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में सीएम सुखविंदर सिंह कि धर्मपत्नी का नाम आ रहा है। देहरा विधानसभा उप चुनाव में पहले कांग्रेसी बुद्धिजीवि वर्ग ने प्रेस कांफ्रेंस कर कमलेश ठाकुर को देहरा से कांग्रेस की टिकट देने की पैरवी की है। आज हुई प्रेस कांफ्रेंस में सीएम सुक्खू के करीबियों में शुमार हिमाचल पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम कांगड़ा के उप क्षेत्रीय प्रबंधक रहे सतीश ठाकुर ने लगभग 25 पंचायतों के प्रबुद्ध लोगों के साथ प्रेस कांफ्रेंस की। सतीश ठाकुर ने कहा कि यह सही समय है जब हम देहरा का हित सोच सकते हैं। इस बार सीएम सुक्खू अपनी धर्मपत्नी कमलेश को देहरा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारते हैं तो जीत पक्की है। सतीश ठाकुर भी देहरा से टिकट की दौड़ में हैं, लेकिन देहरा हित में सीएम सुक्खू कि धर्मपत्नी को टिकट दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कमलेश ठाकुर देहरा की बेटी है और सीएम सुक्खू कई बार मंच से अपना देहरा प्रेम जगजाहिर कर चुके हैं। उधर, दूसरी तरफ होशियार सिंह से जनता का मोह भंग हो गया है। जनता यह सवाल पूछ रही है कि आखिर समय से पहले ही इस्तीफा देकर चुनाव करवाने की क्या जरूरत पड़ी। जिस पद से निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दिया, उसी पद पर फिर चुनाव लड़ कर क्या हासिल करना चाहते हैं होशियार सिंह। नलसुहा में सीएम सुक्खू की ससुराल सतीश ठाकुर ने कहा है देहरा तहसील के नलसुहा में सीएम सुक्खू के सुसराल हैं। नादौन विधानसभा क्षेत्र साथ लगती विधानसभा क्षेत्र है। जहां से सीएम सुक्खू विधायक हैं। ऐसे में सुक्खू सरकार को अस्थिर करने वाले पूर्व विधायकों को जनता सबक सिखाने के मूड में है। छह सीटों पर हुए उप चुनाव में चार सीटों पर कांग्रेस पार्टी के विधायक चुन कर आए। जनता का भारी विरोध इन षड़यंत्रकारियों को सहना पड़ा। अब देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ कि जनता का मूड भी इनको सबक सिखाने का है। जनता एक ही सवाल पूछ रही है कि आखिर इस्तीफा दिया क्यों? एक सवाल के जवाब में सतीश ठाकुर ने कहा कि देहरा से डा. राजेश शर्मा पिछली बार चुनावों में कांग्रेस की वेव में जो वोट लेने थे ले लिए। लेकिन अब देहरा हित सर्वोपरि है। देहरा से सीएम सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर विधायक बनती हैं तो देहरा को सीएम मिल जाएगा। जिससे देहरा में जिले जैसे मुद्दे पर काम होगा और विकास भी रफ्तार पकड़ेगा।
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हिमाचल के 2 जिलों में घनी धुंध का अलर्ट:46 दिन का ड्राइ-स्पेल नहीं टूटा; 90% जमीन पर गेंहू की बुआई नहीं, किसानों पर मार हिमाचल प्रदेश में 46 दिन से चला आ रहा ड्राइ स्पेल नहीं टूट पाया है। मौसम विभाग (IMD) ने बीते कल और आज बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाया था। मगर प्रदेश में कहीं पर भी बारिश-बर्फबारी नहीं हुई। हालांकि आज भी लाहौल स्पीति और चंबा की ऊंची चोटियों पर बारिश-बर्फबारी का अनुमान है। प्रदेश में इससे सूखे के कारण हालात खराब होते जा रहे है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ी है। प्रदेश में गेंहू की बुआई का उचित समय बीत चुका है। मगर इस बार 10 फीसदी जमीन पर ही किसान गेंहू की बुआई कर पाए है। कृषि विभाग के अनुसार, प्रदेश में बीते साल गेंहू की फसल 3.26 लाख हेक्टेयर भूमि पर थी। इस बार मुश्किल से 30 हजार हेक्टेयर जमीन पर ही इसकी बुआई हो पाई है। जिन किसानों ने गेंहू की बुआई की थी, उनकी फसल भी जमीन में नमी नहीं होने के कारण खराब होने लगी है। पानी के स्त्रोत सूखने लगे है। इससे किसान सिंचाई भी नहीं कर पा रहे है। 46 दिन में 1 मिलीमीटर बारिश भी नहीं हुई IMD के अनुसार, एक अक्टूबर से 15 नवंबर के प्रदेश में 33.6 मिलीमीटर बारिश होती है। इस बार केवल 0.7 मिलीमीटर बादल बरसे है। यही मानसून में भी सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक से 15 अक्टूबर तक प्रदेश में पानी की एक बूंद नहीं बरसी। खेतीबाड़ी के साथ साथ राज्य के पर्यटन के लिए भी यह अच्छा संकेत नहीं माना जा रहा। अगले चार दिन बारिश-बर्फबारी के कोई आसार नहीं अमूमन लाहौल स्पीति, कुल्लू और चंबा की ऊंची चोटियों पर 15 अक्टूबर के बाद बर्फबारी हो जाती थी। इससे पर्यटक भी काफी संख्या में इसे देखने पहुंचते थे। लेकिन इस बार मौसम मेहरबान नहीं हो रहा। मौसम विभाग के अनुसार, आज कांगड़ा और चंबा की अधिक ऊंची चोटियों पर हल्का हिमपात जरूर हो सकता है। मगर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में अगले चार दिन तक बारिश बर्फबारी के कोई आसार नहीं है। वहीं बिलासपुर और मंडी जिला में घनी धुंध का येलो अलर्ट जरूर जारी किया गया है।