शिमला के राधा कृष्ण मंदिर में महिला के गले से सोने की चेन चुराने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शातिर महिला को उत्तर प्रदेश के हापुड़ से धर दबोचा है। पुलिस ने खुलासा किया है कि शातिर महिला अंतरराज्यीय गैंग की सदस्य यूपी से शिमला आई थी, जो भागवत कथा व भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में महिलाओं को निशाना बना रही थी । पुलिस के मुताबिक , आरोपी महिला की पहचान छाया के तौर पर हुई है। जो शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं। महिला की सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद सदर थाना प्रभारी धर्मसेन नेगी की अगुआई में पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पुलिस टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद शातिर महिला को धर दबोचा। आरोपी महिला ने शिमला के राधा कृष्ण मंदिर पहुंची और महिला श्रद्धालु के गले से सोने की चेन चुरा ले गई। कथा के दौरान श्रद्धालु को बनाया शिकार राधा कृष्ण मंदिर शिमला शहर के गंज बाजार में स्थित है। अगस्त माह के दूसरे हफ्ते मंदिर में जब भागवत कथा चल रहा थी, तब आरोपी महिला ने बड़े ही शातिर तरीके से श्रद्धालु महिला के गले से सोने की चेन चुराई। चेन चुराने का सीसीटीवी भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें दिख रहा है कि राधाकृष्ण मंदिर में एक महिला ने बड़ी ही चालाकी से अपनी हाथ की सफाई दिखाई और आगे खड़ी एक अन्य महिला की चेन चुरा ली थी। 10 से 17 अगस्त हुआ था भागवत कथा का आयोजन इस घटना के बाद सनातन धर्म सभा गंज बाजार शिमला के सचिव धर्मपाल पुरी ने पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत के मुताबिक राधा कृष्ण मंदिर में 10 से 17 अगस्त तक श्री भागवत पुराण कथा का आयोजन किया गया था। 13 अगस्त को एक महिला श्रद्धालु ने अपनी सोने की चेन खोने के बारे में मंदिर कमेटी को तहरीर दी थी। इसके अलावा कुछ और महिला श्रद्धालुओं ने भी उनकी चेन चोरी होने की बात कही। इस पर उन्होंने मंदिर परिसर के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जहां उन्हें दो-तीन संदिग्ध लोग नजर आये। उन्हें संदेह था कि इन संदिग्ध लोगों ने श्रद्धालु महिलाओं की सोने की चेन चुराई है। शिमला के राधा कृष्ण मंदिर में महिला के गले से सोने की चेन चुराने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शातिर महिला को उत्तर प्रदेश के हापुड़ से धर दबोचा है। पुलिस ने खुलासा किया है कि शातिर महिला अंतरराज्यीय गैंग की सदस्य यूपी से शिमला आई थी, जो भागवत कथा व भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में महिलाओं को निशाना बना रही थी । पुलिस के मुताबिक , आरोपी महिला की पहचान छाया के तौर पर हुई है। जो शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं। महिला की सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद सदर थाना प्रभारी धर्मसेन नेगी की अगुआई में पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पुलिस टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद शातिर महिला को धर दबोचा। आरोपी महिला ने शिमला के राधा कृष्ण मंदिर पहुंची और महिला श्रद्धालु के गले से सोने की चेन चुरा ले गई। कथा के दौरान श्रद्धालु को बनाया शिकार राधा कृष्ण मंदिर शिमला शहर के गंज बाजार में स्थित है। अगस्त माह के दूसरे हफ्ते मंदिर में जब भागवत कथा चल रहा थी, तब आरोपी महिला ने बड़े ही शातिर तरीके से श्रद्धालु महिला के गले से सोने की चेन चुराई। चेन चुराने का सीसीटीवी भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें दिख रहा है कि राधाकृष्ण मंदिर में एक महिला ने बड़ी ही चालाकी से अपनी हाथ की सफाई दिखाई और आगे खड़ी एक अन्य महिला की चेन चुरा ली थी। 10 से 17 अगस्त हुआ था भागवत कथा का आयोजन इस घटना के बाद सनातन धर्म सभा गंज बाजार शिमला के सचिव धर्मपाल पुरी ने पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत के मुताबिक राधा कृष्ण मंदिर में 10 से 17 अगस्त तक श्री भागवत पुराण कथा का आयोजन किया गया था। 13 अगस्त को एक महिला श्रद्धालु ने अपनी सोने की चेन खोने के बारे में मंदिर कमेटी को तहरीर दी थी। इसके अलावा कुछ और महिला श्रद्धालुओं ने भी उनकी चेन चोरी होने की बात कही। इस पर उन्होंने मंदिर परिसर के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जहां उन्हें दो-तीन संदिग्ध लोग नजर आये। उन्हें संदेह था कि इन संदिग्ध लोगों ने श्रद्धालु महिलाओं की सोने की चेन चुराई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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देहरा पहुंची विप्लव ठाकुर:पूर्व राजयसभा सांसद बोली- इस्तीफा देने के लिए हुई होशियार से सांठगांठ, निर्दलीय उम्मीदवार से मीटिंग
देहरा पहुंची विप्लव ठाकुर:पूर्व राजयसभा सांसद बोली- इस्तीफा देने के लिए हुई होशियार से सांठगांठ, निर्दलीय उम्मीदवार से मीटिंग कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर हिमाचल के देहरा पहुंची। यहां वह काफी आक्रामक भी दिखी। उन्होंने जसवां परागपुर से निर्दलीय प्रत्याशी रहे संजय पराशर के साथ मीटिंग भी की। जाहिर तौर पर इसका फायदा देहरा में कांग्रेस भुनाना चाहती है। इसके अलावा विप्लव ठाकुर ने होशियार सिंह को घेरते हुए कहा कि इन्होंने किसी लालच व दवाब में इस्तीफा दिया है। वहीं होशियार सिंह को मुंबई से से आया हुआ बताया और कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर को देहरा की बेटी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जिस मुद्दे को उठाती है उसे पूरा करते हैं। चाहे मुद्दा देहरा को जिला बनाने का क्यों न हो। सेंट्रल यूनिवर्सिटी देहरा भी कांग्रेस की ही देन है। यह मुद्दा भी कांग्रेस ने उठाया था। वहीं, बीजेपी जिला देहरा प्रवक्ता एडवोकेट नितिन ठाकुर ने पोस्ट को बचकाना हरकत बताते हुए कहा कि, बेटियां ही मायके का ख्याल रखती हैं। पांच साल के लिए लोगों ने विधायक को चुनकर भेजा होता है। देहरा में लोगों ने विश्वास करके होशियार सिंह को निर्दलीय विधायक बनाया। निर्दलीय विधायक के ऊपर कोई भी डिसक्वालिफिकेशन नहीं लगती। फिर क्यों उन्होंने इस्तीफा दिया। होशियार सिंह का इस्तीफा लालच और दबाव में विप्लव ठाकुर ने कहा कि इन्होंने राज्यसभा में जिसको भी वोट दिया इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। फिर तीनों निर्दलीय विधायकों ने इस्तीफा क्यों दिया। साथ में बीजेपी के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी साथ गए। इससे यह दर्शाता है कि सांठगांठ हुई है। होशियार सिंह का इस्तीफा किसी लालच और दवाब में हुआ है। इससे देहरा के साथ साथ हिमाचल प्रदेश का नुकसान हुआ है। पूर्व राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर ने कहा कि कमलेश ठाकुर कोई बाहर कि प्रत्याशी नहीं है। उनकी जमीन यहां है वो देहरा की रहने वाली है और ससुराल नादौन में हैं। विप्लव ठाकुर ने बीजेपी प्रत्याशी होशियार सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि, वो भी मुंबई से हैं और चुनाव लड़ने अपने पैतृक गांव आए हैं। होशियार सिंह कि पढ़ाई और बिजनेश मुंबई का है। यह सारी जिंदगी मुंबई रहे। कमलेश ठाकुर अगर शादी करके नादौन चली गई तो उसका देहरा से संबंध खत्म नहीं हो जाता। बेटी मायके का खयाल रखती है विप्लव ठाकुर ने कहा कि मैं जसवां कि बेटी हूं। 25 साल काम करने के बाद इन्होंने मुझे भी बाहर का बता दिया। कमलेश ठाकुर देहरा कि बेटी है उसके मायके भी देहरा में हैं।बीजेपी जिला देहरा प्रवक्ता एडवोकेट नितिन ठाकुर के फेसबुक पोस्ट जिसमें उन्होंने लिखा था कि अगर बेटी अपने मायके के गांव में बस जाए तो उस गांव का बेड़ा पार हो जाता है। इस पर टिप्पणी करते हुए विप्लव ठाकुर ने कहा कि जो बेटियां होती है वो ही मां बाप का ख्याल रखती हैं। मायके का ख्याल भी बेटियां रखती हैं। यह तो सपूत से कपूत निकले। होशियार सिंह ने देहरा कि जनता से विश्वास घात किया इनको किसने कहा था कि छोड़ कर जाओ। यह कपूत हैं कोई बेटी नहीं। विप्लव ठाकुर ने कहा कि, मैं भी जसवां कि बेटी हूं और विकास मेरे समय में हुआ। जब से डी- लिमिटेशन हुआ देहरा का विकास नहीं हुआ। लेकिन अब विकास देहरा में खूब होगा। लोग भी विकास के साथ चलने को तैयार हैं। देहरा के लिए इस बार कांग्रेस पार्टी ने सबसे अच्छा कैंडिडेट कमलेश ठाकुर के रूप में दिया है। मेरा देहरा की 25 पंचायतों से इमोशन कनेक्शन हैं। मेरे परिवार से कई लोगों ने यहां का प्रतिनिधित्व किया है। जिले का मुद्दा कांग्रेस ने उठाया है। कांग्रेस जो कहती है वो करती है। जसवां परागपुर से निर्दलीय प्रत्याशी रहे संजय पराशर भी पूर्व राज्यसभा सांसद से मिलने आए थे। इस पर विप्लव ठाकुर ने कहा कि मेरा इनसे भी रिश्ता है। मेरे से मिलने आए कोई बड़ी बात नहीं है। इनका अपना विचार भी डवलपमेंट है। इसी लिए संजय पराशर को जाना जाता है। संजय पराशर ने लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का साथ दिया था। जसवां परागपुर को भी होगा फायदा : संजय पराशर उधर, संजय पराशर ने कहा कि देहरा और जसवां परागपुर का संबंध नाखून और मांस का है। मुझे लगता है कि देहरा को ऐसा कैंडिडेट मिल जाए जिससे देहरा का भाग्य उदय होता है। जिसका फायदा जसवां परागपुर को भी होगा। संजय पराशर ने कहा कि जीत मैडम कमलेश ठाकुर की पक्की है, सिर्फ ऐलान होना बाकि है। जहां तक विपल्व ठाकुर से मिलने का सवाल है। उनसे अक्सर मिलता रहता हूं, पुराने संबंध भी हैं। जसवां परागपुर की राजनीति में आगे बढ़ना है तो विप्लव ठाकुर से मिलना होगा। जिससे कई बातों और तजुर्बे का फायदा होता है। संजय पराशर ने कहा कि एक बार चुनाव लड़ा हो तो इच्छा होती है। कांग्रेस पार्टी से भी चुनाव लड़ा जा सकता है। संजय पराशर ने कहा कि अभी तक कोई कांग्रेस पार्टी की सपोर्ट खुल कर नहीं की है। लेकिन जैसा माहौल हिमाचल प्रदेश कि राजनीति में चल रहा है, तो कमलेश ठाकुर का चुनाव जीतना जरूरी है। मुख्यमंत्री अपना परिवार, अपनी ताकत, पार्टी की ताकत और पार्टी भी पूरी ताकत झोंक रही है, यह अच्छी बात है। संजय पराशर ने कहा कि मेरे भी संबंध अच्छे है और कोई बुलाए तो आते भी हैं न बुलाए तो जय राम जी की।
कंगना बोली-मूवी मेरा प्राइमरी काम, जनसेवा भी करुंगी:केंद्र की ‘उड़ान योजना’ को स्टेट की बताकर फंसी; मंडी में खोला सांसद जन संवाद कार्यालय खोला
कंगना बोली-मूवी मेरा प्राइमरी काम, जनसेवा भी करुंगी:केंद्र की ‘उड़ान योजना’ को स्टेट की बताकर फंसी; मंडी में खोला सांसद जन संवाद कार्यालय खोला हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनोट ने बुधवार को सांसद जन संवाद कार्यालय का शुभारंभ किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में कंगना ने कहा, मंडी संसदीय क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति अपना आधार कार्ड लेकर दफ्तर में आ सकता है। कंगना ने एक सवाल के जवाब में कहा, मूवी उनका प्राइमरी काम है। जनता की सेवा का भी दायित्व मिला है, लोगों ने उन पर जो विश्वास दिखाया है, जो उन्हें काम दिया है, उसको भी करने का मेरा मन लगता है, तो मैं ये भी काम करुंगी। लोगों को किसी तरह की शिकायत का मौका नहीं दूंगी। मंडी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लगने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताया मीडिया कर्मियों के सवाल पर कंगना ने कहा, मंडी का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट कांग्रेस के कारण लटका है। जब पत्रकार ने पूछा कि कांग्रेस की वजह से कैसे प्रोजेक्ट लटका है, क्योंकि हकीकत में यह प्रोजेक्ट केंद्र का है। इस पर कंगना गोलमोल जवाब देकर सवाल टाल गई और कहा,जब हिमाचल में बीजेपी की सरकार बनेगी तो प्रोजेक्ट पूरा होगा। इसी दौरान कंगना ने केंद्र सरकार की उड़ान योजना को भी राज्य सरकार की योजना बता दिया। थियेयर में जाकर इमरजेंसी फिल्म का आनंद उठाएं: कंगना इमरजेंसी फिल्म से जुड़े सवाल पर कंगना ने कहा, 6 सितंबर को उनकी फिल्म आ रही है। प्रदेश में जहां-जहां भी थियेटर हैं, वहां जाकर फिल्म का आनंद उठाए। आधार कार्ड दिखाकर शिकायत लेकर आए जनता कंगना ने कहा, हमारा लक्ष्य न केवल काम कराना है, बल्कि जो जनसेवा व राजनीति कि इच्छाशक्ति रखते हैं, ऐसे लोग भी इस कार्यालय में आकर उनसे जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा, संसदीय क्षेत्र के लोग मंडी सदर में खोले गए इस दफ्तर के अलावा मनाली और सरकाघाट में भी घर पर आकर अपनी समस्या बता सकते है। कंगना ने कहा, बजट सत्र आ रहा है। इसे देखते हुए वह हर दिन पांच से छह सवाल डाल रही हूं। जनता के मुद्दे संसद में उठाए जाएंगे। शपथ और काम की वजह से उपचुनाव में प्रचार नहीं किया हिमाचल की तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव में प्रचार नहीं करने के सवाल पर कंगना ने कहा, उनकी संसद में शपथ होनी थी। शपथ और दिल्ली में काम की वजह से उप चुनाव में प्रचार को नहीं आ पाई।
उत्तराखंड भाजपा के एक नेता को शिमला पुलिस ने बुलाया:सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का केस; आशीष और राकेश के दो सहयोगी भी बुलाए
उत्तराखंड भाजपा के एक नेता को शिमला पुलिस ने बुलाया:सरकार गिराने को षड़यंत्र रचने का केस; आशीष और राकेश के दो सहयोगी भी बुलाए हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से संबंधित केस में शिमला पुलिस ने आज उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े नेता को बालूगंज थाने बुलाया है। बीजेपी नेता के साथ साथ पूर्व विधायक आशीष शर्मा और रिटायर IAS राकेश शर्मा, इन दोनों के एसोसिएट दो व्यक्तियों को भी शिमला पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया है। इस हाई प्रोफाइल केस में शिमला पुलिस उन लोगों के नाम बताते से कतरा रही है, जिन्हें जांच में शामिल किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड भाजपा के बड़े नेता ने हिमाचल में राज्यसभा प्रकरण के बाद बागी विधायकों के ठहरने व खाने-पीने का इंतजाम ऋषिकेष में कराया था। इनके बिलों का भुगतान भाजपा नेता के कहने पर किया गया। इसी वजह से भाजपा नेता को आज पुलिस ने बुलाया है। आशीष शर्मा और राकेश शर्मा के दो सहयोगियों को भी बागी विधायकों के ठहरने के लिए इंतजामों की वजह से थाने तलब किया है। इसी मामले में पिछले कल हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी भी शिमला पुलिस के सामने पेश हो चुके हैं। पुलिस ने उनसे करीब पौने घंटे तक पूछताछ की है। वहीं हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा और गगरेट के पूर्व एमएलए चैतन्य शर्मा को भी पिछले कल इसी केस में बुलाया गया था। मगर दोनों हाजिर नहीं हुए। इन्हें बीते 13 जून को भी पुलिस के सामने हाजिर होने को कहा गया था। तब भी नहीं आए। पुलिस अब इन्हें एक बार फिर से तलब करेंगी और पूछताछ करेगी। जाने क्या है पूरा मामला.. दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR की गई। यह मामला आशीष शर्मा और आईएएस राकेश शर्मा के खिलाफ दर्ज किया गया। शिकायत में आरोप है कि इन दोनों ने सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जांच में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें उत्तराखंड का भाजपा नेता, तरुण भंडारी सहित चार-पांच अन्य नाम शामिल है। इसलिए पुलिस इनसे एक-एक कर पूछताछ कर रही है। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेष गए। ऋषिकेष से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। फाइव- सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। अब चैतन्य को भी इस केस में जांच के लिए तलब किया गया है।