राजधानी शिमला के लाडवी में लाखों की चोरी का मामला सामने आया है। यहां एक महिला द्वारा अपने निर्माणाधीन मकान के लिए खरीदा गया करीब 3 लाख का सामान चोरी हो गया है। बदमाशों ने रात के अंधेरे में सेंध लगाकर सामान चुरा लिया। महिला ने पुलिस में चोरी की शिकायत दर्ज करवाई है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रोमिला देवी ने पुलिस थाना बालूगंज में चोरी की शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वह नाभा एस्टेट शिमला में सरकारी आवास में रहती है। लेकिन उसने शिमला के गांव लाडवी डाकघर पनेश में मकान बनाने के लिए जमीन खरीदी हुई है। रविवार रात हुई चोरी उसका मकान निर्माणाधीन है और इसके लिए उसने 2 लाख 82 हजार रुपये में नल, गीजर, पंखे, बिजली की तारें, वेल्डिंग सेट, कटर मशीन आदि सामान खरीदा था और उसने ये सामान अपने पड़ोसी सुनील कुमार के घर में रखा था, लेकिन 24 तारीख की रात को कोई इन्हें चुरा ले गया। उधर, महिला की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राजधानी शिमला के लाडवी में लाखों की चोरी का मामला सामने आया है। यहां एक महिला द्वारा अपने निर्माणाधीन मकान के लिए खरीदा गया करीब 3 लाख का सामान चोरी हो गया है। बदमाशों ने रात के अंधेरे में सेंध लगाकर सामान चुरा लिया। महिला ने पुलिस में चोरी की शिकायत दर्ज करवाई है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रोमिला देवी ने पुलिस थाना बालूगंज में चोरी की शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वह नाभा एस्टेट शिमला में सरकारी आवास में रहती है। लेकिन उसने शिमला के गांव लाडवी डाकघर पनेश में मकान बनाने के लिए जमीन खरीदी हुई है। रविवार रात हुई चोरी उसका मकान निर्माणाधीन है और इसके लिए उसने 2 लाख 82 हजार रुपये में नल, गीजर, पंखे, बिजली की तारें, वेल्डिंग सेट, कटर मशीन आदि सामान खरीदा था और उसने ये सामान अपने पड़ोसी सुनील कुमार के घर में रखा था, लेकिन 24 तारीख की रात को कोई इन्हें चुरा ले गया। उधर, महिला की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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चौहारघाटी में डेढ़ माह बाद भी सामान्य नहीं हुए हालात:सड़कें बंद, बाजार नहीं पहुंच पा रहीं फसलें; जायजा लेने पहुंचे पूर्व विधायक जवाहर मंडी जिले की चौहारघाटी की ग्राम पंचायत तरसवाण में बरसात से हुई तबाही के बाद सवा महीना बीत गया। लेकिन अब तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। यहां अभी भी जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है। ग्रामीण खासी परेशानी झेल रहे हैं। हालांकि बरसात में तबाह हुई धरमेहड़-तरसवाण-गढ़ गांव सड़क को बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने बड़ी पोकलेन मशीन यहां लगाई है। लेकिन कई जगह पर नई सड़क बनाने में समय लग रहा है। ऐसे में किसानों की आलू – गोभी सहित अन्य फसलें बाजार तक पहुंचना ने भारी परेशानियों का सामना करना पड़ करा है। पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर भी सोमवार देर शाम को ग्रामीणों का हाल जानने और घटना में हुए नुकसान का जायजा लेने द्रगड़, गढ़ गांव और समालंग गांव पहुंचे। पीड़ित परिवारों की सहायता करने सरकार से की मांग उन्होंने पीड़ित परिवारों की हर संभव सहायता करने की प्रदेश सरकार से मांग उठाई। गांव की सड़क के पुनर्निर्माण को लेकर राहत कार्य में तेजी लाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष सामान्य बरसात होने के बावजूद चौहारघाटी में खासा नुकसान हुआ है। जिस कारण लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। गौरतलब है कि बीते 31 जुलाई रात्रि को चौहारघाटी के राजबन के साथ ग्राम पंचायत तरसवाण के समालंग, द्रगड़ और गढ़गांव में भी मूसलाधार बारिश से करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। यहां पहाड़ी में बादल फटने के बाद गढ़गांव खड्ड और रुलंग नाले ने खासा कहर बरपाया था। दो किलोमीटर तक सड़क हो गई थी तबाह इस दौरान दो रिहायशी मकान, एक पुल, तीन फुटब्रिज, एक आरा मशीन, एक घराट, दो गौशालाएं और दो कारें पानी के तेज बहाव में बह गए थे। जबकि दो किलोमीटर के करीब सड़क का नामोनिशान मिट गया था। सड़क बंद होने के कारण ग्रामीणों के डेढ़ दर्जन के करीब छोटे वाहन गांव में फंसे हुए हैं। आने-जाने के सभी रास्ते बंद हैं। खड्ड नालों के सभी फुटब्रिज बह चुके हैं। ग्रामीणों ने अपने दम पर रास्ते बना पैदल आवाजाही बहाल की है।
हिमाचल हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस होंगे तरलोक चौहान:केंद्र ने जारी की अधिसूचना; मुख्य न्यायाधीश राजीव शकधर की रिटायरमेंट के बाद संभालेंगे कार्यभार
हिमाचल हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस होंगे तरलोक चौहान:केंद्र ने जारी की अधिसूचना; मुख्य न्यायाधीश राजीव शकधर की रिटायरमेंट के बाद संभालेंगे कार्यभार हिमाचल हाईकोर्ट के जस्टिस तरलोक सिंह चौहान प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश होंगे। 19 अक्टूबर से न्यायाधीश तरलोक चौहान का हिमाचल हाईकोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस के तौर पर कार्यकाल शुरू होगा। केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्रालय ने इसे लेकर बुधवार को अधिसूचना जारी कर दी है। बीते 25 सितंबर को ही चीफ जस्टिस बने राजीव शकधर 18 अक्टूबर को रिटायर हो रहे हैं। इसे देखते हुए तरलोक चौहान को यह जिम्मा सौंपा गया है। पूर्व में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सबीना के रिटायर होने पर भी जस्टिस तरलोक चौहान यह जिम्मा संभाल चुके हैं। शिमला के BCS स्कूल से की पढ़ाई हाईकोर्ट के जस्टिस तरलोक चौहान 9 जनवरी 1964 को रोहडू में जन्मे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा शिमला के बिशप कॉटन स्कूल से हुई। इस दौरान वे स्कूल के कैप्टन भी रहे। DAV कॉलेज चंडीगढ़ से ऑनर्स के साथ स्नातक, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री प्राप्त करने के बाद वर्ष 1989 में वकील बने। लाला छबील दास वरिष्ठ अधिवक्ता के प्रख्यात चैंबर में शामिल हुए। प्रदेश हाईकोर्ट में वकालत शुरू करते हुए कानून के सभी क्षेत्रों में महारत हासिल की। कई पदों पर रहे, कोर्ट मित्र भी बनाए गए राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड और राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अलावा कई बोर्डों, निगमों, वित्तीय संस्थानों, सार्वजनिक और निजी कंपनियों, शैक्षिक संस्थानों और सहकारी समितियों व विभिन्न विभागों के कानूनी सलाहकार रहे। विभिन्न लोक अदालतों के सदस्य बने। हाइड्रो प्रोजेक्ट्स, रोपवे, पर्यावरण कानूनों के उल्लंघन, प्लास्टिक और तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध, सॉलिड वेस्ट प्रबंधन परियोजनाओं के कार्यान्वयन और हिमाचल प्रदेश में सड़क निर्माण नीति के निर्धारण से संबंधित कई महत्वपूर्ण मामलों में सहयोग के लिए हाईकोर्ट द्वारा कोर्ट मित्र नियुक्त किए गए। 2014 में हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश बने 23 फरवरी 2014 को हाईकोर्ट के अतिरिक्त जज के बाद 30 नवंबर 2014 को वे हाईकोर्ट के स्थायी न्यायाधीश बनाए गए। इन्होंने 5 मई 2014 से हाईकोर्ट की जुवेनाइल जस्टिस कमेटी के अध्यक्ष रहते बाल / बालिका आश्रम, हिमाचल के अस्पताल, मानसिक स्वास्थ्य और पुनर्वासन शिमला और हिमाचल प्रदेश के वृद्धाश्रम के बच्चों के कल्याण और हित के लिए कार्य किया। विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेने के अलावा 21 फरवरी 2020 से 23 फरवरी 2020 तक “न्यायपालिका और बदलती दुनिया” विषय पर सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली में सम्मेलन का हिस्सा रहे, जिसमें वे 3 उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों में से एक सदस्य थे। 13 से 17 मई 2019 तक रोमानिया में “बच्चों के लिए देखभाल और सुरक्षा सेवाओं के सुधार” पर अंतर्राष्ट्रीय शिक्षण विनिमय कार्यक्रम का हिस्सा रहे। वे हाईकोर्ट के पहले न्यायाधीश हैं, जिन्होंने विदेशों में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लिया है। न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष भी रहे तरलोक चौहान 12 नवंबर 2016 से गवर्निंग काउंसिल के और हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी शिमला की कार्यकारी परिषद के सदस्य भी रहे। 18 नवंबर 2018 से 13 मार्च 2020 तक न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष रहे। हाईकोर्ट में कंप्यूटर और ई-कोर्ट कमेटी के प्रमुख होने के कारण हाईकोर्ट के साथ-साथ अधीनस्थ न्यायालयों में कम्प्यूटरीकरण काे भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का श्रेय इन्हें जाता है।
शिमला में 13 साल की बच्ची से रेप:बहला फुसलाकर ले गया अपने घर, नेपाल का रहने वाला है युवक
शिमला में 13 साल की बच्ची से रेप:बहला फुसलाकर ले गया अपने घर, नेपाल का रहने वाला है युवक शिमला जिला के कुमारसैन में 13 वर्षीय बच्ची से रेप किए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि युवक बच्ची को बहला फुसलाकर घर ले गया और रेप की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची की मां ने पुलिस थाना कुमारसैन में शिकायत दी है। जिसमें उसने बताया है कि वह मूल रूप से नेपाल के रहने वाले हैं, लेकिन काफी वर्षों से शिमला के कुमारसैन के ओडी में रह रहे हैं। महिला ने बताया कि आरोपी युवक उसकी बेटी को बहला फुसलाकर कर अपने घर डिगाधार ले गया जहां उसने उसके साथ रेप किया है। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि आरोपी दीपक कुमार उनकी बेटी से रेप किया है। आरोपी युवक भी मूल रूप से नेपाल का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।