शिमला में रामकृष्ण-मिशन आश्रम में हंगामे की जांच की मांग:स्वामी तन्मयमहिमानंद बोले- पुलिस जांच पर भरोसा नहीं, आधी रात को हुआ था पथराव

शिमला में रामकृष्ण-मिशन आश्रम में हंगामे की जांच की मांग:स्वामी तन्मयमहिमानंद बोले- पुलिस जांच पर भरोसा नहीं, आधी रात को हुआ था पथराव

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम को लेकर टकराव जारी है। रामकृष्ण मिशन व हिमालयन ब्रह्म समाज ने सोमवार को इसको लेकर शिमला में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने विरोधी खेमे पर गंभीर आरोप लगाए और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं। स्वामी तन्मयमहिमानंद ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि रामकृष्ण मिशन और हिमालयन ब्रह्म समाज में कोई मतभेद नही है ।उन्होंने कहा कि 16 नवम्बर को रामकृष्ण परिसर में हुई घटना की न्यायिक जांच होनी चाइए ।उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच पे उन्हें भरोसा नही है। स्वामी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि जो लोग हिमालयन ब्रह्म समाज के पदाधिकारी होने का दावा कर रहे हैं वो भू माफिया है। राम कृष्ण मिशन यहां 2014 से नियमित रूप से कार्य कर रहे है। हिमालयन ब्रह्म समाज के 1966 से ट्रस्टी ललित वर्मा और शैल पंडित है। सोशल मीडिया में राम कृष्ण मिशन और हिमालयन ब्रह्म समाज में मतभेद की बात पूरी तरह गलत है।जो ब्रह्म समाज है उनमें कोई मतभेद नही है। न्यायिक जांच की मांग
वहीं रामकृष्ण मिशन समर्थक ब्रह्म समाज के पदाधिकारी ललित वर्मा ने पुलिस प्रशासन ने आरोप लगाया है कि पुलिस को पहले सूचना देने के बाद भी पुलिस ने क्यों कार्रवाही नही की। ललित वर्मा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के आला अधिकारी इस मामले को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि 16 नंवबर को हुई घटना की न्यायिक जांच करवाई जानी चाइए। 10-12 लोगों पर मामला दर्ज
बता दें कि हिमाचल की राजधानी शिमला स्थित रामकृष्ण आश्रम में शनिवार की आधी रात को पथराव हुआ था। जिसमें QRT के जवानों समेत 7 से 8 लोग घायल हो गए । जिसके बाद पुलिस ने इसमें 10 से 12 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। FIR में इन लोगों के नाम
रामकृष्ण मिशन आश्रम में शनिवार रात को हुए विवाद के मामले में दर्ज एक एफआईआर में स्वामी तनमाहिमानन्दा, रामरुपानन्द, ललित वर्मा, संदीप, कर्ण नंदा, विनोद अग्रवाल, शीतल व्यास और नितिन व्यास के नाम का उल्लेख है। इसके अलावा कई अन्य लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं। क्या कहना है ब्रह्म समाज पक्ष का?
वहीं ब्रह्म समाज पक्ष के ट्रस्टी मोहिंदर कुमार ने बताया कि उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 16 नवंबर को 5:00 के आसपास ब्रह्म समाज के लोग ब्रह्म उपासना के लिए ब्रह्म समाज मंदिर परिसर (रामकृष्ण मंदिर मन्दिर आश्रम) में गए और वहां पर 5 से 6 बजे तक ब्रह्म समाज उपासना का शांतिपूर्ण कार्य चलता रहा ब्रह्म समाज के लोगों ने वहां पर आप पूर्ण कलश स्थापना भी की। महिलाओं के साथ हुआ अभद्र व्यवहार
कुछ समय बाद संत तन्मयमहिमानंद और रूपानंद मंदिर परिसर में प्रवेश किया और वहां पूजा अर्चना कर रही महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और स्थापित कलश को खंडित किया जिससे ब्रह्म समाज की धार्मिक भावना आहत हुई है। उन्होंने पुलिस को बताया है कि उन्होंने स्वामी से कई बार प्रार्थना की लेकिन पार्थना करने के बाद भी उन्होंने कलश की स्थापना नही करने दिया। उसके बाद वह वहां शांति पूर्ण तरीके से उपासना कर रहे थे लेकिन फिर स्वामी ने अपने गुंडों को बुलाया और उन्होंने उपासना कर रहे ब्रह्म समाज के लोगो पर पत्थर, गमलों एंव डंडों से जानलेवा हमला करवाया। क्या है पूरा मामला?
दरअसल आपको बता दें कि राम कृष्ण मिशन व ब्रह्म समाज के एक धड़े की बीच यहां लगभग 30 बीघे के आस पास जमीन को लेकर विवाद चला हुआ है। इसको लेकर काफी समय से विवाद है यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है। पहले भी कई बार यह मामला उठा है। लेकिन शनिवार की मध्यरात्रि हुए घटना क्रम के बाद यह एक बार फिर गरमा गया है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम को लेकर टकराव जारी है। रामकृष्ण मिशन व हिमालयन ब्रह्म समाज ने सोमवार को इसको लेकर शिमला में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने विरोधी खेमे पर गंभीर आरोप लगाए और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं। स्वामी तन्मयमहिमानंद ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि रामकृष्ण मिशन और हिमालयन ब्रह्म समाज में कोई मतभेद नही है ।उन्होंने कहा कि 16 नवम्बर को रामकृष्ण परिसर में हुई घटना की न्यायिक जांच होनी चाइए ।उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच पे उन्हें भरोसा नही है। स्वामी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि जो लोग हिमालयन ब्रह्म समाज के पदाधिकारी होने का दावा कर रहे हैं वो भू माफिया है। राम कृष्ण मिशन यहां 2014 से नियमित रूप से कार्य कर रहे है। हिमालयन ब्रह्म समाज के 1966 से ट्रस्टी ललित वर्मा और शैल पंडित है। सोशल मीडिया में राम कृष्ण मिशन और हिमालयन ब्रह्म समाज में मतभेद की बात पूरी तरह गलत है।जो ब्रह्म समाज है उनमें कोई मतभेद नही है। न्यायिक जांच की मांग
वहीं रामकृष्ण मिशन समर्थक ब्रह्म समाज के पदाधिकारी ललित वर्मा ने पुलिस प्रशासन ने आरोप लगाया है कि पुलिस को पहले सूचना देने के बाद भी पुलिस ने क्यों कार्रवाही नही की। ललित वर्मा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के आला अधिकारी इस मामले को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि 16 नंवबर को हुई घटना की न्यायिक जांच करवाई जानी चाइए। 10-12 लोगों पर मामला दर्ज
बता दें कि हिमाचल की राजधानी शिमला स्थित रामकृष्ण आश्रम में शनिवार की आधी रात को पथराव हुआ था। जिसमें QRT के जवानों समेत 7 से 8 लोग घायल हो गए । जिसके बाद पुलिस ने इसमें 10 से 12 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। FIR में इन लोगों के नाम
रामकृष्ण मिशन आश्रम में शनिवार रात को हुए विवाद के मामले में दर्ज एक एफआईआर में स्वामी तनमाहिमानन्दा, रामरुपानन्द, ललित वर्मा, संदीप, कर्ण नंदा, विनोद अग्रवाल, शीतल व्यास और नितिन व्यास के नाम का उल्लेख है। इसके अलावा कई अन्य लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं। क्या कहना है ब्रह्म समाज पक्ष का?
वहीं ब्रह्म समाज पक्ष के ट्रस्टी मोहिंदर कुमार ने बताया कि उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 16 नवंबर को 5:00 के आसपास ब्रह्म समाज के लोग ब्रह्म उपासना के लिए ब्रह्म समाज मंदिर परिसर (रामकृष्ण मंदिर मन्दिर आश्रम) में गए और वहां पर 5 से 6 बजे तक ब्रह्म समाज उपासना का शांतिपूर्ण कार्य चलता रहा ब्रह्म समाज के लोगों ने वहां पर आप पूर्ण कलश स्थापना भी की। महिलाओं के साथ हुआ अभद्र व्यवहार
कुछ समय बाद संत तन्मयमहिमानंद और रूपानंद मंदिर परिसर में प्रवेश किया और वहां पूजा अर्चना कर रही महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और स्थापित कलश को खंडित किया जिससे ब्रह्म समाज की धार्मिक भावना आहत हुई है। उन्होंने पुलिस को बताया है कि उन्होंने स्वामी से कई बार प्रार्थना की लेकिन पार्थना करने के बाद भी उन्होंने कलश की स्थापना नही करने दिया। उसके बाद वह वहां शांति पूर्ण तरीके से उपासना कर रहे थे लेकिन फिर स्वामी ने अपने गुंडों को बुलाया और उन्होंने उपासना कर रहे ब्रह्म समाज के लोगो पर पत्थर, गमलों एंव डंडों से जानलेवा हमला करवाया। क्या है पूरा मामला?
दरअसल आपको बता दें कि राम कृष्ण मिशन व ब्रह्म समाज के एक धड़े की बीच यहां लगभग 30 बीघे के आस पास जमीन को लेकर विवाद चला हुआ है। इसको लेकर काफी समय से विवाद है यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है। पहले भी कई बार यह मामला उठा है। लेकिन शनिवार की मध्यरात्रि हुए घटना क्रम के बाद यह एक बार फिर गरमा गया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर