फतेहपुर में जिला महिला अस्पताल के सीनियर सर्जन को गिरफ्तार किया गया है। डॉक्टर पीके गुप्ता पर तीमारदार से गाली-गलौज करने का आरोप है। उनका एक ऑडियो सामने आया था। जिसमें वह किसी तीमारदार से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने शासन-प्रशासन समेत डीएम और सीएमओ को अपशब्द कहे। डॉक्टर ने कहा, सीएमएस मुझसे हर महीने 40 हजार रुपए लेता है। वहीं, डॉक्टर ने आरोप लगाया था कि पूरे अस्पताल को एक ही डॉक्टर चला रहा। मैं 24 घंटे ड्यूटी कर रहा हूं। सरकार इस अस्पताल में डॉक्टर्स की पोस्टिंग क्यों नहीं कर रही। इसी ऑडियो को वायरल करने वाले युवक से उन्होंने गाली-गलौज की थी। जिसके बाद उन पर मलवां थाने में केस दर्ज हुआ था। डॉक्टर पीके गुप्ता लगातार ड्यूटी करने के कारण खुद बीमार हो गए थे। इसी बीच उनका यह ऑडियो सामने आया था। उन्होंने ऑडियो वायरल करने वाले युवक की पत्नी के खिलाफ अश्लील बात कही थी। उसे जान से मारने की धमकी दी थी। युवक की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। आरोपी डॉक्टर को जिला अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया। डॉक्टर ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग उनके साथ अमानवीय व्यवहार कर रहा है, जिससे उनकी सेहत बिगड़ी है। वह मानसिक तनाव में हैं। उनका आरोप है कि अगर विभाग समय पर बाकी डॉक्टरों से काम ले, तो वह तनाव मुक्त होकर अपना काम कर सकते हैं। डॉक्टर ने यह भी कहा कि विभाग उनकी जान लेने पर तुला हैं। लगातार काम के दबाव से उनकी सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। सामाजिक संगठनों ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से इस मामले में जल्द कार्रवाई करने की मांग की थी। ताकि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की स्थिति सुधारी जा सके। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हो। थाना प्रभारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि डॉक्टर के खिलाफ शिकायत मिली थी। जांच में गलत पाए जाने पर अरेस्ट किया गया है। अब पढ़िए डॉक्टर और तीमारदार की पूरी बातचीत… तीमारदार- साहब नमस्कार, छुट्टी पर तो नहीं हैं। डॉक्टर- नहीं, आज ड्यूटी पर नहीं हैं। तीमारदार- तो कौन है ड्यूटी पर है? डॉक्टर- कोई ड्यूटी पर नहीं है। तीमारदार- साहब, बहू हमारी गई है अस्पताल। डॉक्टर- हां तो वहां स्टाफ है, वही देखेगा। डॉक्टर रोशनी की ड्यूटी होती है तीन दिन। लेकिन मेडिकल कॉलेज खुल गया है। तो वहां जाना पड़ता है। वैसे भी वो प्रेग्नेंट हैं। आठवां महीना चल रहा है उनका। तो वो भी छुट्टी पर जाने वाली हैं। वो ऑपरेशन करती नहीं हैं। तीमारदार- तो साहब ये बताएं, हमारा पर्सनल काम है। कैसे बनेगा? डॉक्टर- वहां स्टाफ है उससे बता देंगे। जो भी नॉर्मल डिलीवरी होनी होगी। करा देगा। तीमारदार- साहब…मोनी द्विवेदी नाम है बहू का। देख लीजिए। फोन कर दीजिए। पॉसिबल हो, हाथ जोड़कर निवेदन है अगर आ जाएं दो घंटे के लिए। डॉक्टर- नहीं…मैं कल 24 घंटे की ड्यूटी कर चुका हूं। जितना हो सकता था किया है। अकेला मैं लगा रहा। 10-10 ऑपरेशन किए। आठ डॉक्टर की पोस्टिंग है, लेकिन सरकार… (आपत्तिजनक शब्द कहे) ये जनता यही डिजर्व ही करती है। एक डॉक्टर पूरा जिला चला रहा है। एक डॉक्टर है महिला जिला अस्पताल में। अब एक डॉक्टर तो पूरा मैनेज नहीं कर पाएगा। ये हालत है कि मेरे कमर के नीचे का हिस्सा सुन्न हो गया। 10-10 घंटे खड़े होकर ऑपरेशन करना, फिर ओपीडी करना। राउंड लेना। लेबर रूम में इमरजेंसी संभालना। आपत्तिजनक शब्द कहते हुए…क्या ये डीएम को नहीं पता, सीएमएस को नहीं पता या सीएमओ को नहीं पता। कितने डॉक्टर होने चाहिए। स्पेशलिस्ट होने चाहिए। क्यों नहीं ला रहे हैं। कोई औकात है इन लोगों की।… और जो 24 घंटे काम कर रहा उसको परेशान कर रहे। अभी सीएमएस को फोन कर (आपत्तिजनक शब्द कहे)। हमको आदेश दिया है कि रोज आठ से दो ओपीडी करिए। इनकी औकात है हमसे रोज ओपीडी कराएंगे। 40 हजार रुपए हमसे हर महीने लेते हैं। 24 घंटे ड्यूटी करने के बाद ये हालत हो जाती है शरीर की। आदमी खड़ा नहीं हो सकता। हालात ये है कि मालिश कराने जा रहा हूं। पता नहीं शासन-प्रशासन क्या कर रहा है। पता नहीं क्यों ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं कर रहे हैं। जनहित में क्या नहीं करते है, जनहित में सभी काम होता है। कोई जिम्मेदार नहीं है। किसी के काम पर जूं नहीं रेंगती। तीमारदार– अरे सर, आप कहें तो एक दिन खड़े हो जाएं आपके लिए । डॉक्टर– नहीं ऐसी कोई बात नहीं है। बहुत परेशान हैं। तीमारदार– ठीक है सर। यह खबर भी पढ़ें… बाप को फावड़े से काटकर थाने पहुंचा बेटा: बागपत पुलिस से बोला-गिरफ्तार कर लो, पिता की हत्या करके आया हूं बागपत में युवक अपने पिता की हत्या कर थाने पहुंच गया। पुलिस से बोला- मुझे गिरफ्तार कर लो, मैं अपने पिता को फावड़े से काटकर आ रहा हूं। यह सुनते ही पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस मौके पर पहुंची तो खेत में शव पड़ा हुआ था। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पढ़ें पूरी खबर फतेहपुर में जिला महिला अस्पताल के सीनियर सर्जन को गिरफ्तार किया गया है। डॉक्टर पीके गुप्ता पर तीमारदार से गाली-गलौज करने का आरोप है। उनका एक ऑडियो सामने आया था। जिसमें वह किसी तीमारदार से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने शासन-प्रशासन समेत डीएम और सीएमओ को अपशब्द कहे। डॉक्टर ने कहा, सीएमएस मुझसे हर महीने 40 हजार रुपए लेता है। वहीं, डॉक्टर ने आरोप लगाया था कि पूरे अस्पताल को एक ही डॉक्टर चला रहा। मैं 24 घंटे ड्यूटी कर रहा हूं। सरकार इस अस्पताल में डॉक्टर्स की पोस्टिंग क्यों नहीं कर रही। इसी ऑडियो को वायरल करने वाले युवक से उन्होंने गाली-गलौज की थी। जिसके बाद उन पर मलवां थाने में केस दर्ज हुआ था। डॉक्टर पीके गुप्ता लगातार ड्यूटी करने के कारण खुद बीमार हो गए थे। इसी बीच उनका यह ऑडियो सामने आया था। उन्होंने ऑडियो वायरल करने वाले युवक की पत्नी के खिलाफ अश्लील बात कही थी। उसे जान से मारने की धमकी दी थी। युवक की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। आरोपी डॉक्टर को जिला अस्पताल से गिरफ्तार कर लिया। डॉक्टर ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग उनके साथ अमानवीय व्यवहार कर रहा है, जिससे उनकी सेहत बिगड़ी है। वह मानसिक तनाव में हैं। उनका आरोप है कि अगर विभाग समय पर बाकी डॉक्टरों से काम ले, तो वह तनाव मुक्त होकर अपना काम कर सकते हैं। डॉक्टर ने यह भी कहा कि विभाग उनकी जान लेने पर तुला हैं। लगातार काम के दबाव से उनकी सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। सामाजिक संगठनों ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से इस मामले में जल्द कार्रवाई करने की मांग की थी। ताकि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की स्थिति सुधारी जा सके। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हो। थाना प्रभारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि डॉक्टर के खिलाफ शिकायत मिली थी। जांच में गलत पाए जाने पर अरेस्ट किया गया है। अब पढ़िए डॉक्टर और तीमारदार की पूरी बातचीत… तीमारदार- साहब नमस्कार, छुट्टी पर तो नहीं हैं। डॉक्टर- नहीं, आज ड्यूटी पर नहीं हैं। तीमारदार- तो कौन है ड्यूटी पर है? 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<p style=”text-align: justify;”>दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि रतलाम की एक घटना है. गणेश चतुर्थी का जुलूस निकल रहा था उसमें कट्टरपंथी संगठन रूट बदलकर मस्जिद के सामने से जुलूस लेकर निकले. और भद्दी गालियां दी और पत्थर फेंकने का हंगामा किया और दुकानें जला दीं. जब वीडियो रिकार्डिंग देखी जाती है तो पता चलता है कि कोई मुस्लिम इस घटना में शामिल ही नहीं है. दोषियों को जेल भी भेजा गया. फिर सूबे के मुख्यमंत्री ने उस अधिकारी का ही तबादला कर दिया जिसने दोषियों को जेल भेजा था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मक्सी और रतलाम की घटना पर दिग्विजय का यह दावा</strong></p>
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