शिमला में शारदीय नवरात्रि की धूम, नवमी पर कालीबाड़ी मंदिर में दिखा आस्था का सैलाब शिमला में शारदीय नवरात्रि की धूम, नवमी पर कालीबाड़ी मंदिर में दिखा आस्था का सैलाब हिमाचल प्रदेश दिल्ली में कार शोरूम मालिक से रंगदारी मांगने वाला गिरफ्तार, गैंग के नाम से भेजी थी चिट्ठी
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सोनीपत में घर के बाहर 6 राउंड फायर:बदमाश बोले- बाहर आए तो गोली सीधी चलेंगी; शिकायत की तो जान सो जाएंगे
सोनीपत में घर के बाहर 6 राउंड फायर:बदमाश बोले- बाहर आए तो गोली सीधी चलेंगी; शिकायत की तो जान सो जाएंगे हरियाणा के सोनीपत में शुक्रवार सवेरे एक युवक ने एक घर के बाहर फायरिंग की। पूरा गांव गोलियों की आवाज से दहल गया। गोली चलने की आवाज सुन कर परिवार के लोग बाहर निकले तो उनको धमकी दी गई कि कोई भी बाहर निकला तो गोली सीधी भी चल जाएगी। इसके बाद युवक व उसके साथी 5-6 फायर करके मौके से कार में फरार हो गए। इसके बाद वारदात की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने थाना सदर में केस दर्ज कर लिया है। फोरेंसिक टीम को जांच के लिए भेजा गया है। सोनीपत के गांव लहराड़ा निवासी भूपेंद्र उर्फ काला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आज सुबह करीब ढ़ाई बजे वह अपने घर पर था। उसी समय घर के सामने गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जब वह उठ कर बाहर आया तो उसने देखा कि हिमांशु निवासी कालुपूर अपने हाथ में रिवाल्वर लिए हुए था। उसने जोर से आवाज देकर कहा कि मुझे जानते नहीं कि मैं निन्द्र का लडका हूं। मैं देख लूंगा और कोई भी बाहर निकलेगा तो गोली सीधी भी चल जाएगी। भूपेंद्र उर्फ काला ने बताया कि उसके साथ कार में दीपक एवं साहिल भी थे। वे एक दम 5-6 फायर करके अपनी वरना कार में बैठ कर मौके से भाग गए। वे जाते-जाते उसको धमकी देकर व चैलेंज करके गए कि किसी ने कुछ शिकायत की तो वह अपनी जान खो देगा। भूपेंद्र ने उनके जाने के बाद मामले की सूचना पुलिस को दी। सोनीपत सदर थाना के सब इंस्पेक्टर हरिप्रकाश के अनुसार, आज 8 नवंबर को पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि भूपेंद्र उर्फ काला के घर के सामने फायर हुए हैं। वह साथी सिपाही सुनील व ड्राइवर संजीत के साथ मौके पर पहुंचे। वहां पर काला ने पूरी घटना की जानकारी दी। साथ ही एक शिकायत भी पुलिस को सौंपी। इस पर सदर थाना में धारा 287,351(3), 3(5) BNS 25/54/59 आर्म्स एक्ट के साथ केस दर्ज किया गया है। पुलिस घटना को लेकर छानबीन कर रही है।
बिल्ली ने मासूम की एक आंख और तीन अंगुली चबाई:डेढ़ महीने की बच्ची पर हमला; बागपत से दिल्ली रेफर
बिल्ली ने मासूम की एक आंख और तीन अंगुली चबाई:डेढ़ महीने की बच्ची पर हमला; बागपत से दिल्ली रेफर बागपत में घर में डेढ़ माह की बच्ची पर बिल्ली ने हमला कर दिया। उसकी एक आंख व तीन अंगुली चबा ली। घटना के समय बच्ची की मां स्नानघर में थी। चीख पुकार सुनकर बच्ची के माता-पिता बच्ची के पास पहुंचकर देखा, तो बच्ची गंभीर रूप से घायल थी। आनन-फानन में बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। फिलहाल घायल बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। यह है पूरा मामला पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र का है । ग्राम इदरीशपुर निवासी अर्जुन नगर पालिका बागपत की सभासद निगम शर्मा के पति विनोद शर्मा की बिल्डिंग मटेरियल की दुकान पर कार्य करता है। अर्जुन अपनी पत्नी पूजा और डेढ़ माह की बेटी के साथ दुकान के निकट खादी आश्रम भवन में किराए के कमरे में रहता है। सभासद पति विनोद शर्मा ने बताया कि पूजा मंगलवार दोपहर स्नान करने के लिए स्नान घर में गई थी। कमरे में बच्ची बिस्तर पर लेटी हुई थी। इस दौरान एक बिल्ली ने बच्ची पर हमला कर दिया। उसकी एक आंख व तीन अंगुलियों को चबा डाला। बच्ची के चीखने पर पूजा ने तुरंत कमरे में पहुंचकर बिल्ली को भगाया। लहूलुहान हालत में बच्ची को जिला अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक इलाज कर बच्ची को जीटीबी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। बच्ची को तुरंत वहां लेकर पहुंचे। लेकिन चिकित्सकों ने हालत ज्यादा गंभीर बनाते हुए भर्ती करने से इनकार कर दिया। बाद में बच्ची को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया।
संत प्रेमानंद महाराज हुए AI का शिकार:उनकी आवाज की नकल की गई, जालसाज अपना प्रचार-प्रसार कर रहे, सतर्क रहने की दी सलाह
संत प्रेमानंद महाराज हुए AI का शिकार:उनकी आवाज की नकल की गई, जालसाज अपना प्रचार-प्रसार कर रहे, सतर्क रहने की दी सलाह वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज AI का शिकार हो गए हैं। कुछ अराजक तत्व उनकी आवाज की नकल करके अपना प्रचार-प्रसार का वीडियो बना रहे हैं और मुनाफा कमा रहे हैं। वहीं प्रेमानंद महाराज के इंस्टाग्राम आईडी भजनमार्ग ऑफिशियल पर एक पोस्ट कर ऐसे लोगों से बचने की सलाह दी गई है। बता दें प्रेमानंद महाराज के देश और विदेशों में लाखों फालोवर हैं। उनके सोशल मीडिया पर आने वाले वीडियो को लाखों व्यू मिलते हैं। उनके आश्रम में कई बड़े सेलिब्रिटी आकर माथा टेकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शिकायत आने के बाद प्रेमानंद महाराज के इंस्टाग्राम आईडी भजनमार्ग ऑफिशियल से किए पोस्ट में लिखा था कि सभी लोगों को सूचित किया जाता है कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग कर पूज्य महाराज जी की आवाज की नकल कर कुछ अराजक तत्व अपने उत्पाद का प्रचार-प्रसार वीडियो एडवर्टाइजमेंट के जरिए कर रहे हैं, जिससे लोग भ्रमित होकर उनके सामान को खरीद रहे हैं। कृपया आप सभी सतर्क और सावधान रहें और ऐसी किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी में ना फंसे। अब प्रेमानंद महाराज के बारे में पढ़िए…. 13 साल की उम्र में प्रेमानंद जी महाराज ने घर छोड़ दिया था
कानपुर जिले का नरवल तहसील का अखरी गांव। ये जगह है, जहां प्रेमानंद महाराज का जन्म और पालन-पोषण हुआ। यहीं से निकलकर वो इस देश के करोड़ों लोगों की जिंदगी में बस गए। उनके बड़े भाई गणेश दत्त पांडे बताते हैं- मेरे पिता शंभू नारायण पांडे और मां रामा देवी हैं। हम 3 भाई हैं, प्रेमानंद मंझले हैं। वो बताते हैं कि प्रेमानंद हमेशा से प्रेमानंद महाराज नहीं थे। बचपन में मां-पिता ने बड़े प्यार से उनका नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे रखा था। हर पीढ़ी में कोई न कोई एक बड़ा साधु-संत निकला
गणेश पांडे बताते हैं- हमारे पिताजी पुरोहित का काम करते थे। मेरे घर की हर पीढ़ी में कोई न कोई बड़ा साधु-संत होकर निकलता है। पीढ़ी दर पीढ़ी अध्यात्म की ओर झुकाव होने के चलते अनिरुद्ध भी बचपन से ही आध्यात्मिक रहे। बचपन में पूरा परिवार रोजाना एक साथ बैठकर पूजा-पाठ करता था। अनिरुद्ध यह सब बड़े ध्यान से सभी देखा-सुना करता था। शिव मंदिर में चबूतरा बनाने से रोका, तो घर छोड़ दिया
बचपन में अनिरुद्ध ने अपनी सखा टोली के साथ शिव मंदिर के लिए एक चबूतरा बनाना चाहा। इसका निर्माण भी शुरू करवाया, लेकिन कुछ लोगों ने रोक दिया। इससे वह मायूस हो गए। उनका मन इस कदर टूटा कि घर छोड़ने का फैसला कर लिया। एक दिन देर रात खाना खाया और रोज की तरह छत पर बने कच्चे कमरे में जाकर सो गए। अगली सुबह जब बड़े भाई ने जगाने के लिए आवाज लगाई, कमरे से कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने ऊपर जाकर देखा तो अनिरुद्ध कमरे में नहीं थे। खोजबीन शुरू की गई। काफी मशक्कत के बाद पता चला कि वो सरसौल में नंदेश्वर मंदिर पर रुके हैं। घरवालों ने उन्हें घर लाने का हर जतन किया, लेकिन अनिरुद्ध नहीं माने। फिर कुछ दिनों बाद बची-खुची मोह माया भी छोड़कर वह सरसौल से भी चले गए। नंदेश्वर से महराजपुर, कानपुर और फिर काशी पहुंचे
आज जिन प्रेमानंद महाराज के भक्तों में आम आदमी से लेकर सेलिब्रिटी तक शुमार हैं, उनकी पढ़ाई-लिखाई सिर्फ 8वीं कक्षा तक हुई है। 9वीं में भास्करानंद विद्यालय में एडमिशन दिलाया गया था, लेकिन 4 महीने में ही स्कूल छोड़ दिया। प्रेमानंद जी के वृंदावन पहुंचने की कहानी
प्रेमानंद महाराज के संन्यासी बनने के बाद वृंदावन आने की कहानी बेहद रोचक है। एक दिन प्रेमानंद महाराज से मिलने एक संत आए। उन्होंने कहा- श्री हनुमत धाम विश्वविद्यालय में श्रीराम शर्मा दिन में श्री चैतन्य लीला और रात में रासलीला मंच का आयोजन कर रहे हैं। इसमें आप आमंत्रित हैं। पहले तो प्रेमानंद महाराज ने अपरिचित साधु से वहां आने के लिए मना कर दिया। लेकिन साधु ने उनसे आयोजन में शामिल होने के लिए काफी आग्रह किया। इस पर प्रेमानंद महाराज ने आमंत्रण स्वीकार कर लिया। प्रेमानंद महाराज जब चैतन्य लीला और रासलीला देखने गए, तो उन्हें बहुत पसंद आई। यह आयोजन करीब एक महीने तक चला। चैतन्य लीला और रासलीला समाप्त होने के बाद प्रेमानंद महाराज को आयोजन देखने की व्याकुलता होने लगी। वह उसी साधु के पास गए, जो उन्हें आमंत्रित करने आए थे। उनसे मिलकर महाराज ने कहा- मुझे भी अपने साथ ले चलें। मैं रासलीला को देखूंगा और इसके बदले आपकी सेवा करूंगा। इस पर साधु ने कहा, आप वृंदावन आ जाएं। वहां हर रोज आपको रासलीला देखने को मिलेगी। इसके बाद प्रेमानंद महाराज वृंदावन आ गए। यहां खुद को राधा रानी और श्रीकृष्ण के चरणों में समर्पित कर दिया। साथ ही भगवद प्राप्ति में लग गए। इसके बाद महाराज संन्यास मार्ग से भक्ति मार्ग में आ गए। फिलहाल वह वृंदावन के मधुकरी में रहते हैं। ये खबर भी पढ़ें… जन्मोत्सव पर राधा रानी ने पहने 50 लाख के गहने:11 क्विंटल पंचामृत से हुआ अभिषेक, वृंदावन-बरसाना पहुंचे 15 लाख श्रद्धालु ब्रज में राधाष्टमी मनाई जा रही है। श्रीकृष्ण जन्म उत्सव के 15 दिन बाद ब्रज में बड़ा उत्सव हो रहा है। वृंदावन और बरसाना, दोनों जगह करीब 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं। बरसाना में राधा रानी का ब्रह्म मुहूर्त में 11 क्विंटल पंचामृत से अभिषेक किया गया। पढ़ें पूरी खबर