हिमाचल की राजधानी शिमला के उपनगर संजौली के सांगटी क्षेत्र में 5 मकान खतरे की जद में आ गए हैं। एक मकान के आगे लगा डंगा गिर चुका है। इससे चार अन्य बिल्डिंग को भी खतरा पैदा हो गया है। इसे देखते हुए नगर निगम ने पांचों मकान खाली करा दिए है। इससे 20 परिवार सड़कों पर आ गए है। सांगटी में नीना निवास के आगे लगा डंगा गिर गया है। इससे उनके मकान में भी दरारें पड़नी शुरू हो गई है। इस बीच मौसम विभाग ने 10 और 11 अगस्त को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इससे लोगों की चिंताएं बढ़ती जा रही है और भवन गिरने का खतरा पैदा हो गया है। घर सुरक्षित करने को डंगा लगाने का आग्रह प्रभावित परिवारों ने डंगा लगाकर मकान को सुरक्षित करने का आग्रह किया है। अमित शर्मा के अनुसार, उनके घर के आगे एक व्यक्ति द्वारा बरसात में भी मकान बनाने के लिए खुदाई की गई। इस वजह से उनके मकान सहित चार अन्य घरों को भी खतरा पैदा हुआ है। तिरपाल लगाकर रोका जा रहा पानी का रिसाव मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने लोगों की धुकधुकी और बढ़ा दी है। हालांकि प्रभावित परिवार ने घर के आगे के हिस्से को तिरपाल लगाकर पूरी तरह ढक दिया है, ताकि इसमें पानी का रिसाव न हो। हिमाचल की राजधानी शिमला के उपनगर संजौली के सांगटी क्षेत्र में 5 मकान खतरे की जद में आ गए हैं। एक मकान के आगे लगा डंगा गिर चुका है। इससे चार अन्य बिल्डिंग को भी खतरा पैदा हो गया है। इसे देखते हुए नगर निगम ने पांचों मकान खाली करा दिए है। इससे 20 परिवार सड़कों पर आ गए है। सांगटी में नीना निवास के आगे लगा डंगा गिर गया है। इससे उनके मकान में भी दरारें पड़नी शुरू हो गई है। इस बीच मौसम विभाग ने 10 और 11 अगस्त को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इससे लोगों की चिंताएं बढ़ती जा रही है और भवन गिरने का खतरा पैदा हो गया है। घर सुरक्षित करने को डंगा लगाने का आग्रह प्रभावित परिवारों ने डंगा लगाकर मकान को सुरक्षित करने का आग्रह किया है। अमित शर्मा के अनुसार, उनके घर के आगे एक व्यक्ति द्वारा बरसात में भी मकान बनाने के लिए खुदाई की गई। इस वजह से उनके मकान सहित चार अन्य घरों को भी खतरा पैदा हुआ है। तिरपाल लगाकर रोका जा रहा पानी का रिसाव मौसम विभाग के पूर्वानुमान ने लोगों की धुकधुकी और बढ़ा दी है। हालांकि प्रभावित परिवार ने घर के आगे के हिस्से को तिरपाल लगाकर पूरी तरह ढक दिया है, ताकि इसमें पानी का रिसाव न हो। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
मंडी में पहाड़ी खिसकने से दबे 3 मकान:हदासे में 6 लोग हुए लापता, घटना स्थल पर पहुंची प्रशासन की टीम
मंडी में पहाड़ी खिसकने से दबे 3 मकान:हदासे में 6 लोग हुए लापता, घटना स्थल पर पहुंची प्रशासन की टीम हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के चौहारघाटी में मूसलाधार बारिश से पहाड़ी खिसकने से 3 मकान मलबे में दब गए। घटना में दो परिवारों के लगभग 6 से अधिक सदस्यों के लापता होने की सूचना है। घटना की सूचना मिलते ही कार्यकारी उप मंडल अधिकारी भावना वर्मा, पुलिस प्रशासन, एम्बुलेंस और एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीमें घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। घटना चौहारघाटी की ग्राम पंचायत धमच्याण के राजबण गांव में हुई। जहां तीन मकान मलबे में दब गए हैं। लगभग 6 से 7 लोगों के मलबे में दबने की सूचना है। पैदल चलकर घटना स्थल पर पहुंची टीम चौहारघाटी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। जिसके कारण चौहारघाटी को जोड़ने वाला घटासनी-बरोट राजमार्ग जगह जगह पर भूस्खलन होने से बंद हैं। ऐसे में प्रशासन और रेस्क्यू टीमें अभी तक घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाई है। प्रभावित गांव को जोड़ने वाले थलटूखोड़-ग्रामण सड़क पुल बह जाने से बंद हो गई है। ऐसे में प्रशासन और रेस्क्यू टीम को लगभग 5 किलोमीटर पैदल सफर कर घटनास्थल तक पहुंची। घटना स्थाल के लिए रवना हुए सीडी उधर घटना की सूचना मिलते ही मंडी के डीसी अपूर्व देवगन भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। लगातार हो रही बारिश प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। बंद सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं।
कुल्लू में हादसे में युवक की मौत:अनियंत्रित होकर गहरे नाले में गिरी कार, शालंग से आ रहे थे, 3 अन्य घायल
कुल्लू में हादसे में युवक की मौत:अनियंत्रित होकर गहरे नाले में गिरी कार, शालंग से आ रहे थे, 3 अन्य घायल हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला मुख्यालय के साथ लगती लगघाटी के दड़का में एक कार गहरे नाले में जा गिरी। इस हादसे में एक युवक की मौके पर मौत हो गई है, जबकि तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए कुल्लू के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दुर्घटना के कारणों की छानबीन शुरू कर दी है। यह सभी युवक लगघाटी के रहने वाले बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई, आज तड़के कार सवार युवक लगघाटी के शालंग से कुल्लू की ओर आ रहे थे। जब वह दड़का के समीप पहुंचे तो कार अनियंत्रित होकर गहरे नाले में जा गिरी।। स्थानीय लोगों ने कार से बाहर निकाला सड़क दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और सभी लोगों को कार से बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक एक युवक दम तोड़ चुका था। घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस और एंबुलेंस को दी। घायल युवकों को एंबुलेंस के माध्यम से क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा मृतक युवक की पहचान 32 वर्षीय भूपेंद्र निवासी भूमतीर के रुप में हुई है, जबकि घायलों में 27 वर्षीय वरुण ठाकुर, हिमांशु, बॉबी हैं। एसपी कुल्लू डा. गोकुल चंद्रन कार्तिकेयन ने बताया कि लगघाटी के दड़का में कार दुर्घटनाग्रस्त सभी लोग शालंग के रहने वाले थे। मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
हिमाचल में मानसून सीजन में 253 की मौत:121 करोड़ की संपत्ति तबाह, मानसून पड़ा धीमा, आज भी प्रदेशभर में खिलेगी धूप
हिमाचल में मानसून सीजन में 253 की मौत:121 करोड़ की संपत्ति तबाह, मानसून पड़ा धीमा, आज भी प्रदेशभर में खिलेगी धूप हिमाचल प्रदेश में बेशक मानसून की रफ्तार धीमी पड़ी हुई है। मगर अब तक मानसून सीजन में 253 लोगों की मौत तथा 121 करोड़ रुपए की संपत्ति तबाह हो गई है। 383 लोग घायल तथा 30 लोग लंबे समय से लापता है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, मृतकों में 110 की जान सड़कों हादसों में गई है, जबकि बाढ़ में 8 की मौत, लैंडस्लाइड से 5, बादल फटने से 22, पानी में डूबने से 26, सांप के काटने से 21, करंट लगने से 15, पेड़ या ढांक से गिरने से 38 तथा 8 की अन्य कारणों से जान गई है। आज भी ज्यादातर भागों में खिलेगी धूप प्रदेश में इस बार मानसून की रफ्तार शुरू से ही धीमी पड़ी हुई है। आज भी प्रदेश के ज्यादातर भागों में धूप खिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कल यानी 27 अगस्त को कांगड़ा, मंडी, शिमला व सोलन के कुछेक क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। 28 अगस्त को चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। 29 से 31 अगस्त तक मौसम साफ रहेगा। प्रदेश में बीते एक सप्ताह के दौरान भी ज्यादातर भागों में बारिश नहीं हुई। बीते सप्ताह 38% कम बादल बरसे 18 से 25 अगस्त के बीच सामान्य से 38 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 50.3 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 31.2 मिलीमीटर बादल बरसे है। बिलासपुर को छोड़कर अन्य सभी जिलों में बहुत कम बारिश हुई है। लाहौल स्पीति, हमीरपुर, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना जिला में सामान्य की अपेक्षा 50 प्रतिशत से भी कम बारिश हुई है। पूरे मानसून सीजन में 24% कम बारिश वहीं पूरे मानसून सीजन में भी प्रदेश में 1 जून से 25 अगस्त के बीच सामान्य से 24 प्रतिशत कम बादल बरसे हैं। इस अवधि में 577.9 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। इस बार 437.1 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश में एक भी जिला ऐसा नहीं है, जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में पिछले साल की अपेक्षा 63% कम बारिश शिमला में साल 2023 में अगस्त महीने में 591.9 मिलीमीटर बारिश हुई थी। मगर इस बार अगस्त के 25 दिन में मात्र 213.2 मिलीमीटर बादल बरसे है। वहीं सोलन में भी पिछले साल अगस्त में 283.4 मिलीमीटर बारिश हुई थी, जबकि इस पार 25 अगस्त तक 191.4 बारिश हुई है। इसी तरह अन्य जिलों में भी पिछले साल की अपेक्षा कम बारिश हुई है। अब तक 121 करोड़ की संपत्ति तबाह प्रदेश में अब तक बरसात से 121 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। भारी बारिश से 172 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए है, जबकि 446 मकान को आंशिक नुकसान हुआ है।