पंजाब के लुधियाना में बने टाइगर सफाई के हालात बद से बदतर बन रहे है। टाइगर सफारी घुमने गए एक पर्यटक ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर गिदड़ की वीडियो पोस्ट की है। जिसमें उसने कहा कि टाइगर सफारी के जानवरों के हालात बहुत बुरे है। उन्हें समयानुसार भोजन नहीं मिल पा रहा। उसने एक गिदड़ की वीडियो शेयर की जिसमें वह काफी कमजोर और सुस्त दिखाई दे रहा है। पर्यटक प्रभ का दावा-गिदड़ को नहीं मिल रहा सही भोजन जानकारी मुताबिक प्रभ सिंह नाम से पर्यटक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से वीडियो साझा किया है। उसने दावा किया है कि गिदड़ को भोजन सही ना मिलने के कारण उसकी हड्डियां तक बाहर निकल आई है। उसने कहा कि चिड़िया घर (टाइगर सफारी) में कोई सिस्टम नहीं है। प्रभ ने कहा कि गिदड़ के लिए ना तो पीने के लिए पानी रखा गया है और ना कुछ खाने के लिए। प्रभ ने सरकार से अपील की है कि लुधियाना चिडिया घर की तरफ ध्यान दिया जाए ताकि जानवरों की सुविधाओं पर ध्यान दिया जा सके। लापरवाही बरतने वालों पर सरकार सख्त सिस्टम बनाए ताकि इन जानवरों को राहत मिल सके। डाक्टरों की सलाह और आयु मुताबिक देते भोजन-इंचार्ज नरिंदर सिंह इस मामले संबंधी चिड़िया घर (टाइगर सफारी) के इंचार्ज नरिंदर सिंह ने कहा कि गिदड़ फीमेल उनके चीड़िया घर में है। वह अभी करीब अढ़ाई साल की है। उसका नाम जिम्मी है। जानवर की आयु मुताबिक उसे खाने के लिए दिया जाता है। जिम्मी को मिलता रोजाना 2 किलो मीट नरिंदर सिंह ने कहा कि जिम्मी को होशियारपुर से रेस्क्यू करके लाया गया था। उसे रोजाना 2 किलो मीट दिया जाता है। सप्ताह में एक दिन सभी जानवरों की डाइट का आफ होता है। डॉक्टर उनकी सेहत चैक करके डाइट चार्ट बनाते है जिस पर कर्मचारी काम करते है। जैसे-जैसे जानवर की आयु बढ़ती है उस मुताबिक उसकी डाइट कम या ज्यादा होती है। उदारण के तौर पर अब टाइगर को रोजाना 8 किलो मीट दिया जाता है। उसकी आयु बढ़ेगी तो उसे कम या ज्यादा उसकी सेहत मुताबिक दिया जाएगा। नरिंदर सिंह ने कहा कि जिम्मी को उन्होंने अपने हाथों से पाला है। इस कारण वह या उनका स्टाफ कभी उसे अनदेखा नहीं कर सकते। पंजाब के लुधियाना में बने टाइगर सफाई के हालात बद से बदतर बन रहे है। टाइगर सफारी घुमने गए एक पर्यटक ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर गिदड़ की वीडियो पोस्ट की है। जिसमें उसने कहा कि टाइगर सफारी के जानवरों के हालात बहुत बुरे है। उन्हें समयानुसार भोजन नहीं मिल पा रहा। उसने एक गिदड़ की वीडियो शेयर की जिसमें वह काफी कमजोर और सुस्त दिखाई दे रहा है। पर्यटक प्रभ का दावा-गिदड़ को नहीं मिल रहा सही भोजन जानकारी मुताबिक प्रभ सिंह नाम से पर्यटक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से वीडियो साझा किया है। उसने दावा किया है कि गिदड़ को भोजन सही ना मिलने के कारण उसकी हड्डियां तक बाहर निकल आई है। उसने कहा कि चिड़िया घर (टाइगर सफारी) में कोई सिस्टम नहीं है। प्रभ ने कहा कि गिदड़ के लिए ना तो पीने के लिए पानी रखा गया है और ना कुछ खाने के लिए। प्रभ ने सरकार से अपील की है कि लुधियाना चिडिया घर की तरफ ध्यान दिया जाए ताकि जानवरों की सुविधाओं पर ध्यान दिया जा सके। लापरवाही बरतने वालों पर सरकार सख्त सिस्टम बनाए ताकि इन जानवरों को राहत मिल सके। डाक्टरों की सलाह और आयु मुताबिक देते भोजन-इंचार्ज नरिंदर सिंह इस मामले संबंधी चिड़िया घर (टाइगर सफारी) के इंचार्ज नरिंदर सिंह ने कहा कि गिदड़ फीमेल उनके चीड़िया घर में है। वह अभी करीब अढ़ाई साल की है। उसका नाम जिम्मी है। जानवर की आयु मुताबिक उसे खाने के लिए दिया जाता है। जिम्मी को मिलता रोजाना 2 किलो मीट नरिंदर सिंह ने कहा कि जिम्मी को होशियारपुर से रेस्क्यू करके लाया गया था। उसे रोजाना 2 किलो मीट दिया जाता है। सप्ताह में एक दिन सभी जानवरों की डाइट का आफ होता है। डॉक्टर उनकी सेहत चैक करके डाइट चार्ट बनाते है जिस पर कर्मचारी काम करते है। जैसे-जैसे जानवर की आयु बढ़ती है उस मुताबिक उसकी डाइट कम या ज्यादा होती है। उदारण के तौर पर अब टाइगर को रोजाना 8 किलो मीट दिया जाता है। उसकी आयु बढ़ेगी तो उसे कम या ज्यादा उसकी सेहत मुताबिक दिया जाएगा। नरिंदर सिंह ने कहा कि जिम्मी को उन्होंने अपने हाथों से पाला है। इस कारण वह या उनका स्टाफ कभी उसे अनदेखा नहीं कर सकते। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब की SHO ने DSP पर लगाए हैरेसमेंट के आरोप:बोलीं- झूठे केस में फंसाकर सस्पेंड करवाया; कोरोना वॉरियर रह चुकी लेडी इंस्पेक्टर
पंजाब की SHO ने DSP पर लगाए हैरेसमेंट के आरोप:बोलीं- झूठे केस में फंसाकर सस्पेंड करवाया; कोरोना वॉरियर रह चुकी लेडी इंस्पेक्टर पंजाब पुलिस की कोरोना वॉरियर रहीं लेडी इंस्पेक्टर अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल ने DSO रमनदीप सिंह पर सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप लगाए हैं। एक दिन पहले अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल को 5 लाख रुपए लेकर नशा तस्करों को छोड़ने के आरोप में सस्पेंड किया गया था। अर्शप्रीत ने DSP रमनदीप और SP बाल कृष्ण सिंगला पर रंजिश रखने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। उन्होंने कहा कि वह इसकी शिकायत मोगा SSP और DGP से करेंगी। अर्शप्रीत ने कहा कि वह इस मामले को हाईकोर्ट, पंजाब महिला आयोग और राष्ट्रीय महिला आयोग तक लेकर जाएंगी। साथ ही उन्होंने मांग की है कि पंजाब सरकार उनके बयानों को मानें। दूसरी तरफ इस मामले में मोगा पुलिस जिला प्रशासन ने चुप्पी साधी हुई है। कई सीनियर पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया गया, लेकिन किसी ने फोन तक नहीं उठाया। अब जानिए अर्शप्रीत की पोस्ट की अहम बातें 1- मामला झूठा और तुच्छ है हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। मेरे खिलाफ झूठा और तुच्छ मामला दर्ज किया गया है। मैं आश्चर्यचकित हूं कि कैसे डीएसपी को बचाने के लिए कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के प्रयास को झूठी एफआईआर में बदल दिया गया। इसकी योजना बनाई गई और साजिश रची गई। 2- काश समय रहते आवाज उठाई होती काश मैंने इसे समय रहते डीजीपी सर, एसएसपी सर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा किया होता। मैं शांत थी, अपने परिवार की प्रतिष्ठा का ख्याल रखते हुए और पिछले 10 वर्षों से पुलिस परिवार का हिस्सा होने के नाते, मैंने एसएसपी सर को यह बताने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पहले ही एसपी-डी सर बाल कृष्ण सिंगला और DSP सर रमनदीप द्वारा बहका दिया गया था। 3- अंदाजा नहीं था कि ना कहने पर ये होगा मुझे कभी इस बात का अंदाजा नहीं था कि गलत काम करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ डीडीआर प्रविष्टि डालना और डीएसपी रमनदीप सिंह को ना कहना मुझे इस स्थिति में डाल देगा। 4- पंजाब सरकार से लगाई गुहार
दो मामले हैं जिन्हें मैं जनता और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा करना चाहती हूं, मुझे उम्मीद है कि एसएसपी सर मोगा और पंजाब सरकार इसे गंभीरता से लेगी और मैं माननीय उच्च न्यायालय, पंजाब महिला आयोग और भारतीय महिला आयोग से अपील करती हूं कि कृपया इस मामले में स्वत: संज्ञान लें और इसे मेरा बयान मानें। अर्शप्रीत ने इन दो मामलों का किया जिक्र 1- बाली मर्डर केस में बात नहीं मानने पर किया परेशान पोस्ट में अर्शदीप ने लिखा- गांव डाला में एक कांग्रेसी व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी और यह बाली मर्डर केस के रूप में मशहूर था, जिसमें पहले 4 आरोपी थे और बाद में 8 से 9 आरोपी थे, जिन पर आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में मुझे तत्कालीन एसएसपी मोगा, एसपी-डी बाल कृष्ण सिंगला और अन्य अधिकारियों ने कार्यालय में बुलाया और 4 आरोपियों का डिस्चार्ज एप्लिकेशन देने के लिए कहा गया, हालांकि जब मैंने पूरे मामला का जिक्र करते हुए डीडीआर प्रविष्टि डाली तो कुछ दिनों बाद मुझे परेशान किया जाने लगा। एसपी-डी बाल कृष्ण सिंगला ने बयान दर्ज करने के लिए मुझे कई बार अपने कार्यालय में बुलाया। और मुझे कहा- “तू याद रखेगी वी डीडीआर एंट्री किवे पाई दी है”। मुझे कभी नहीं पता था कि अपना व्यक्तिगत बदला लेने के लिए वह इस हद तक जाएंगे और एसएसपी सर को मेरे खिलाफ भड़काएंगे और मेरे खिलाफ यह झूठी FIR दर्ज करवाई जाएगी। 2- यौन उत्पीड़न का प्रयास किया दूसरा मामला पिछले रविवार का है जब हम एक धर्मकोट के पास कैफ़े में पहुंचे वहां पर संयोग से डीएसपी धर्मकोट रमनदीप सिंह और एसएचओ मिली। इस दौरान डीएसपी रमनदीप सिंह ने मुझसे ऑफिस आकर मिलने को कहा। जैसे ही मैं वहां पहुंची, कार्यालय बंद हो गया और ताला लगा दिया गया। थोड़ी देर बाद डीएसपी रमनदीप वहां पर पहुंचे और उन्होंने अनाप-शनाप बोलना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा- हमारे बीच बहुत कुछ समान है, आपके लुक और काम के तरीके ने मुझे आकर्षित किया है। इस दौरान उन्होंने मुझे छूने की कोशिश की और जब मैंने इसका विरोध किया तो वो मुझे सॉरी कहने लगे। मैंने उसी पल डीएसपी रमनदीप से कहा कि मैं एसएसपी साहब और जरूरत पड़ी तो डीजीपी सर से शिकायत करूंगी। मिलने गई तो एसएसपी ने नहीं सुनी बात
अगले दिन मैं एसएसपी से मिलने के लिए गई लेकिन पहले से ही एसपी ने उन्हें मेरे खिलाफ भड़काया हुआ था। यही कारण रहा कि जैसे ही मैं शिकायत करने के लिए उनके पास पहुंची तो उन्होंने कहा- आपके खिलाफ शिकायतें आ रही हैं और मैं चेक करूंगा। फिर मुझे जाने के लिए कहा। लेकिन फिर भी मुझे कभी नहीं पता था कि डीएसपी को यौन उत्पीड़न के अपराधों से बचाने के लिए और एसपी-डी बाल कृष्ण सिंगला के खिलाफ डीडीआर प्रविष्टि डालने के सजा देने के लिए वो इस हद तक जाएंगे। जानिए क्या है पूरा मामला SHO ने नाके पर नशा तस्कर पकड़े थे मोगा के DSP रमनदीप सिंह की ओर से कोट इसे खां थाने में दर्ज कराई FIR के मुताबिक, कोट इसे खां थाने में तैनात SHO अर्शप्रीत कौर ग्रेवाल ने 1 अक्टूबर को नाके पर एक नशा तस्कर को पकड़ा। उसका नाम अमरजीत सिंह था। वह कोट इसे खां में दातेवाला रोड का रहने वाला था। तलाशी के दौरान आरोपी से 2 किलो अफीम बरामद हुई। इस कार्रवाई में SHO अर्शप्रीत कौर के साथ कोट इसे खां थाने के मुंशी गुरप्रीत सिंह और बालखंडी चौकी के मुंशी राजपाल सिंह भी शामिल थे। इन्होंने जब आरोपी से पूछताछ की तो पता चला कि उसके साथ नशे की तस्करी में उसका बेटा गुरप्रीत सिंह और भाई मनप्रीत सिंह भी शामिल थे। 3 किलो अफीम और बरामद हुई, लेकिन रिकॉर्ड नहीं बनाया इसके बाद पुलिस ने अन्य दोनों आरोपियों की भी तलाश शुरू की और उन्हें पकड़े गए आरोपी की निशानदेही पर हिरासत में ले लिया। उनसे जब पूछताछ की तो 3 किलो और अफीम का खुलासा हुआ। पुलिसकर्मियों ने वह अफीम भी जब्त की, लेकिन इसकी कोई FIR दर्ज नहीं हुई। पुलिस ने केवल 2 किलो अफीम बरामद होने का ही मुकदमा दर्ज किया। इसी बीच किसी व्यक्ति के जरिए आरोपी तस्करों ने SHO अर्शदीप कौर से संपर्क किया और आरोपियों को छोड़ने की एवज में पैसे ऑफर किए। SHO ने ऑफर पर तोलमोल करते हुए 8 लाख रुपए की डिमांड की। 8 लाख में सौदा हुआ, 5 लाख ले लिए
आरोपियों ने 5 लाख रुपए इंस्पेक्टर को दे दिए, जिन्हें मुंशियों और SHO ने आपस में बांट लिया। इसके बाद 2 आरोपियों गुरप्रीत और मनप्रीत को छोड़ दिया। DSP रमनदीप के अनुसार, किसी मुखबिर ने इस मामले की जानकारी उन्हें दी। इसके बाद DSP ने मामले की जांच की और तीनों पुलिस वालों पर FIR दर्ज कराई। DSP ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। अब मामले की जांच की जा रही है। साथ ही जो 2 आरोपी गुरप्रीत और मनप्रीत फरार हैं, उन्हें पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। साथ ही आरोपी पुलिसवालों के पिछले रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। डीजीपी ने दिया कार्रवाई का भरोसा
पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने कहा- हमारी पॉलिसी के हिसाब से मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने कहा- मैं अभी 24 जिलों का एसएसपी नहीं हूं। मगर केस में किसी प्रकार से किसी भी अधिकारी के साथ गलत नहीं होगा, ये मेरी जिम्मेदारी है। डीजीपी गौरव यादव ने कहा- जांच में जो भी अधिकारी आरोपी पाया जाएगा, उस पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा। कोई भी आरोपी व्यक्ति कार्रवाई से वंचित नहीं रहेगा।
जालंधर के शार्प-शूटरों ने जयपुर के होटल पर चलाईं 32-गोलियां:गैंगस्टर कौशल चौधरी के नाम पर मांगे 5 करोड़, 3 हत्याओं में फरार है पुनीत-लल्ली
जालंधर के शार्प-शूटरों ने जयपुर के होटल पर चलाईं 32-गोलियां:गैंगस्टर कौशल चौधरी के नाम पर मांगे 5 करोड़, 3 हत्याओं में फरार है पुनीत-लल्ली पंजाब के अंतरराष्ट्रीय सर्कल स्टाइल कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबिया की हत्या समेत जिले के तीन बड़े हत्याकांडों में फरार चल रहे जालंधर के शार्प शूटर पुनीत शर्मा और नरिंदर शर्मा उर्फ लल्ली ने जयपुर के एक होटल कारोबारी से पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी है। पिछले करीब ढाई साल से संदीप की हत्या में फरार चल रहे जालंधर के दोनों शार्प शूटरों को न तो जालंधर सिटी पुलिस पकड़ पाई है और न ही पंजाब पुलिस की एजेंसियां। नांगल अंबिया हत्याकांड के मास्टरमाइंड और हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर कौशल चौधरी के लिए काम करने वाले जालंधर के पुनीत और लल्ली होटल में फायरिंग के दौरान सीसीटीवी में कैद हो गए। जिसमें वे फायरिंग करते नजर आ रहे हैं। आरोपियों ने होटल में कुल 32 राउंड फायर किए थे। जयपुर के नीमराना के होटल किंग में हुई थी वारदात जयपुर के नीमराना में होटल हाईवे किंग पर बीते रविवार सुबह पांच करोड़ की फिरौती की पर्ची देने के बाद अज्ञात बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। फायरिंग के दौरान होटल और आसपास की दुकानों को नुकसान पहुंचा था। जयपुर पुलिस की अभी तक की जांच पंजाब और हरियाणा में आकर ठहर गई है। जल्द जयपुर पुलिस कौशल चौधरी को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी। जयपुर रेंज के आईजी अनिल कुमार टांक इसकी पुष्टि की है कि हरियाणा की कौशल गैंग द्वारा इस वारदात को अंजाम दिलवाया गया है। पुनीत और लल्ली के पास स्टेनगन और पिस्टल थे। होटल के रिसेप्शन पर लल्ली ने फिरौती की पर्ची पकड़ाई थी। जिसका सीसीटीवी भी सामने आया है और जिसके बाद लल्ली द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की गई। पुलिस को मिली पर्ची में भी हरियाणा की कौशल चौधरी गैंग के हवाले से 5 करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी नहीं मिलने पर अंजाम भुगतने की धमकी लिखी थी। वारदात के बाद पुनीत और लल्ली बाइक से फरार हो गए। 14 मार्च 2022 को नंगल अंबिया की हत्या की थी गैंगस्टर नरिंदर लल्ली और पुनीत शर्मा ने 14 मार्च 2022 को संदीप नंगल की गोलियां मारकर हत्या के बाद से फरार था। जब इसकी वारदात का जिम्मेदारी कौशल चौधरी गैंग के एक्टिव मेंबर लक्की पटियाल ने ली थी। जिसके बाद तब जालंधर के एसएसपी रहे आईपीएस स्वपन शर्मा (अब जालंधर सिटी पुलिस कमिश्नर) और उनकी टीम गैंगस्टर कौशल चौधरी को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई थी। कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया की पिछले साल 14 मार्च को नकोदर के गांव मल्लियां में 5 हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। शूटरों में से सिर्फ लल्ली और पुनीत की गिरफ्तारी बाकी है। वारदात शाम 6 बजे के करीब हुई थी, जब संदीप गांव में चल रहे टूर्नामेंट में पहुंचे थे। हमलावर एक सफेद रंग की कार में सवार होकर आए थे। उन्होंने करीब 20 राउंड फायर संदीप पर दागे। उसे मुंह से लेकर सीने तक गोलियां मारी थीं। इसके अलावा दोनों ने 6 मार्च 2021 में सोढ़ल के पास प्रीत नगर में टिंकू पीवीसी के ऑफिस में घुसकर उसकी गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद आरोपियों ने जालंधर के गोपाल नगर में पूर्व पार्षद सुखमीत सिंह उर्फ डिप्टी की 20 जून 2021 को गोलियां मारकार हत्या कर दी थी। दोनों वारदातों के बाद उक्त आरोपियों ने संदीप की हत्या को अंजाम दिया और फिर अंडरग्राउंड हो गए थे। संदीप ने सनोवर ढिल्लों का कहना नहीं माना तो करवा दिया मर्डर सनोवर ढिल्लों ने नेशनल कबड्डी फेडरेशन ऑफ ओंटारियो का गठन किया था। उसने खिलाड़ियों को अपने इस फेडरेशन में शामिल होने को कहा, लेकिन ज्यादातर बड़े खिलाड़ी ‘मेजर लीग कबड्डी’ से जुड़े थे, इसका प्रबंधन संदीप नंगल देखता था। सनोवर ने अपनी लीग के लिए संदीप को भी आमंत्रित किया, लेकिन संदीप ने मना कर दिया। पूछताछ में फतेह ने बताया था कि सनोवर ने फेडरेशन में शामिल होने के लिए कुछ खिलाड़ियों पर दबाव भी बनाया, लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ। इसके चलते ढिल्लों का फेडरेशन फेल हो गया। फेडरेशन फेल होना सनोवर को बर्दाश्त नहीं हुआ। उसने इसी रंजिश में जगजीत गांधी और सुखविंदर सुक्खा के साथ मिलकर संदीप अंबिया की हत्या की साजिश रची। सनोवर ढिल्लों अमृतसर का रहने वाला है, लेकिन पिछले कुछ सालों से वह ब्रैम्पटन (ओंटारियो) कनाडा में रहता है। वह एक कनाडाई टीवी और रेडियो शो का निर्माता-निर्देशक है। सुखविंदर सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके उर्फ सुख सिंह, मोगा के गांव दुनेके का रहने वाला है। वह भी पिछले कई सालों से कनाडा में है। जबकि तीसरा जगजीत सिंह उर्फ गांधी लुधियाना के डेहलों का मूल निवासी है। वर्तमान में गांधी मलेशिया में रहता है।
जालंधर प्रशासनिक कार्यालय का घेराव करेंगे किसान:11 से 3 बजे तक चलेगा प्रदर्शन, किसानों की इमरजेंसी मीटिंग में हुआ फैसला
जालंधर प्रशासनिक कार्यालय का घेराव करेंगे किसान:11 से 3 बजे तक चलेगा प्रदर्शन, किसानों की इमरजेंसी मीटिंग में हुआ फैसला पंजाब के जालंधर में जिला प्रशासन कार्यालय का आज किसानों द्वारा घेराव किया गया जाएगा। ये घेराव सुबह करीब 11 बजे से लेकर दोपहर तीन बजे किया जाएगा। किसान जत्थेबंदियों की तरफ संयुक्त किसान मोर्चे की कॉल पर ये ऐलान किया गया था। किसान जत्थेबंदी संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बीते दिनों एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई थी। उक्त इमरजेंसी ऑन लाइन मीटिंग में धान लिफ्टिंग और उसकी खरीद को लेकर चर्चा की गई थी। जिसके बाद इसे लेकर पंजाब सरकार से भी बातचीत की गई। किसानों ने कहा है कि मंडियों के हालात और लिफ्टिंग के हालातों को देख कर लगता है कि एमएसपी से कम रेट पर धान बेचनी पड़ेगी। साथ ही डीएपी खाद की कालाबाजरी की वजह से उन्हें नहीं मिल रही है। इसी के चलते आज जालंधर प्रशासनिक कार्यालय का किसानों द्वारा घेराव किया जाएगा।