हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक 7 वर्षीय बच्ची के साथ रेप का मामला सामने आया है। यहां अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने मामा भांजी के रिश्ते को तार-तार कर दिया है। पीड़िता की मां ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है। महिला ने बताया कि उसके चचेरे भाई ने उसकी बेटी के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच में जुटी पुलिस पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पीड़ित बच्ची की मां ने महिला पुलिस थाना BCS में शिकायत दी है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया है कि वह अपने बच्चों के साथ मायके गई हुई थी। इस दौरान एक दिसंबर को उसके चचेरे भाई शंकर लाल ने उसकी 7 वर्षीय के साथ रेप किया है। आरोपी जो रिश्ते में पीड़ित बच्ची का मामा लगता है। पीड़िता की मां ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। महिला थाना पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धारा के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले में आगामी कार्रवाई अम्ल में लाई जा रही है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक 7 वर्षीय बच्ची के साथ रेप का मामला सामने आया है। यहां अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने मामा भांजी के रिश्ते को तार-तार कर दिया है। पीड़िता की मां ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है। महिला ने बताया कि उसके चचेरे भाई ने उसकी बेटी के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच में जुटी पुलिस पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पीड़ित बच्ची की मां ने महिला पुलिस थाना BCS में शिकायत दी है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया है कि वह अपने बच्चों के साथ मायके गई हुई थी। इस दौरान एक दिसंबर को उसके चचेरे भाई शंकर लाल ने उसकी 7 वर्षीय के साथ रेप किया है। आरोपी जो रिश्ते में पीड़ित बच्ची का मामा लगता है। पीड़िता की मां ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। महिला थाना पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धारा के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले में आगामी कार्रवाई अम्ल में लाई जा रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में BJP ने निर्दलीय पूर्व MLA को दिए टिकट:नालागढ़ से केएल ठाकुर, हमीरपुर से आशीष और देहरा से होशियार सिंह चुनाव लड़ेंगे
हिमाचल में BJP ने निर्दलीय पूर्व MLA को दिए टिकट:नालागढ़ से केएल ठाकुर, हमीरपुर से आशीष और देहरा से होशियार सिंह चुनाव लड़ेंगे हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने तीन विधानसभा उप चुनाव के लिए देर रात टिकटों का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने अपने वादे के अनुसार, तीनों सीटों पर निर्दलीय एवं पूर्व विधायकों को प्रत्याशी बनाया है। नालागढ़ से केएल ठाकुर, देहरा से होशियार सिंह और हमीरपुर से आशीष शर्मा बीजेपी के टिकट पर उप चुनाव लड़ेंगे। इनमें होशियार सिंह 2017 और 2022 में दो बार निर्दलीय विधायक जीत चुके हैं, जबकि 2012 में केएल ठाकुर भी एक बार बीजेपी से विधायक और दूसरी बार निर्दलीय चुने गए। 2022 में पार्टी ने इनका टिकट काटकर कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए लखविंदर राणा को टिकट दिया। इसके बाद केएल ठाकुर ने पार्टी से बगावत की और निर्दलीय चुनाव जीतकर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे।वहीं हमीरपुर सीट से आशीष शर्मा पहली बार निर्दलीय विधायक चुने गए थे। इन्होंने बीते 23 मार्च को बीजेपी जॉइन की इन तीनों ने बीते 23 मार्च को ही दिल्ली में भाजपा जॉइन की थी। इनके रिजाइन करने की वजह से ही प्रदेश में तीन सीटों पर उप चुनाव की नौबत आई है। संबंधित क्षेत्र की जनता ने दिसंबर 2022 में ही इन्हें पांच साल के लिए चुनकर विधानसभा भेजा था। मगर इन्होंने 15 महीने में ही अपने पदों से इस्तीफे दे दिए। इस वजह से आई चुनाव की नौबत दरअसल, तीनों निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस के छह बागियों के साथ मिलकर राज्यसभा चुनाव में बीते 27 फरवरी को बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन को वोट दिया था। बीजेपी प्रत्याशी को वोट देने के बाद से सभी पूर्व विधायक एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे। इस दौरान इन्होंने भी अपना छोड़ने का निर्णय लिया और 22 मार्च को अचानक तीनों विधानसभा पहुंचे। यहां पर इन्होंने पहले विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा और बाद में स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया को इस्तीफे सौंपे। इसके बाद राजस्व मंत्री जगत नेगी और शिक्षा मंत्री ने स्पीकर के पास एक याचिका दायर की, जिसमें शंका जाहिर की गई कि हो सकता है कि इन पर इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला गया। इसलिए इसकी जांच की जाए। इस वजह से इनके इस्तीफे स्वीकार नहीं हो पाए और मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। बीते तीन जून को स्पीकर ने इनके इस्तीफे स्वीकार किए और 9 जून को केंद्रीय चुनाव आयोग ने उप चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया।
मंडी में युवक पर पहाड़ी से गिरा पत्थर, मौत:नहीं हुई पहचान; चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर कर रहा था बस का इंतजार
मंडी में युवक पर पहाड़ी से गिरा पत्थर, मौत:नहीं हुई पहचान; चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर कर रहा था बस का इंतजार मंडी जिले में चंडीगढ़ -मनाली नेशनल हाईवे पर हनोगी बाज़ार में पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक युवक की मौत हो गई है। हादसा उस समय हुआ जब वह बस का इंतजार कर रहा था तभी अचानक पहाड़ी से पत्थर युवक के ऊपर गिर गया। इस दौरान युवक के सिर में काफी चोट लगी थी। स्थानीय लोगों की मदद से युवक को नंगवाई अस्पताल उपचार के लाया गया। जहां युवक की हालत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने उसे कुल्लू अस्पताल रेफर कर दिया। जहां उसकी मौत हो गई है। युवक की नहीं हुई पहचान मंडी के एसपी साक्षी वर्मा ने बताया कि पुलिस को दोपहर के समय सूचना मिली थी कि हनोगी बाजार में एक युवक के ऊपर पत्थर गिर गया। जिस गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल युवक की पहचान नहीं हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शिमला से ठंडी हुई सोलन-ऊना की रातें:बर्फबारी नहीं होने तक मैदानी इलाकों में बढ़ी ठंड; 56 दिन का ड्राइ-स्पेल टूटने के आसार नहीं
शिमला से ठंडी हुई सोलन-ऊना की रातें:बर्फबारी नहीं होने तक मैदानी इलाकों में बढ़ी ठंड; 56 दिन का ड्राइ-स्पेल टूटने के आसार नहीं हिमाचल के मैदानी इलाकों में शिमला से ज्यादा ठंड हो गई है। पहाड़ों पर बारिश-बर्फबारी नहीं होने की वजह से निचले इलाकों में सुबह शाम कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। इससे शिमला में रात को भी न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस है। जबकि प्रदेश के गर्म शहरों में शुमार सोलन का न्यूनतम पारा 2.9 डिग्री और ऊना का 6.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। प्रदेश के दूसरे मैदानी इलाकों में भी शिमला से काफी नीचे तापमान लुढ़क चुका है। मंडी के सुंदरनगर का न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री, पालमपुर का 7 डिग्री, मनाली का 2.9 डिग्री, कांगड़ा का 7.2 डिग्री, मंडी का 6.5 डिग्री, बिलासपुर का 7.5 डिग्री, हमीरपुर का 7 डिग्री और चंबा का न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री तक गिर गया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, जब तक बर्फबारी नहीं होगी, तब तक पहाड़ों से ज्यादा ठंड मैदानी इलाकों में लोगों को परेशान करती रहेगी। इस बीच मौसम विभाग ने मंडी और बिलासपुर में अगले 4 दिनों तक घनी धुंध छाने का येलो अलर्ट जारी किया है। इससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिरेगी। ऐसे में वाहन चालकों को सावधानी से गाड़ी चलाने की सलाह दी गई है। 30 को ऊंचे पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी IMD की माने तो प्रदेश में अगले 3 सप्ताह तक अच्छी बारिश-बर्फबारी के आसार नहीं है। हालांकि 30 नवंबर को कांगड़ा, चंबा, लाहौल स्पीति और कुल्लू के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी का पूर्वानुमान जरूर है। मगर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में 56 दिन का ड्राइ स्पेल टूटने के आसार नहीं है। पोस्ट मानसून सीजन में नॉर्मल से 98% कम बादल बरसे प्रदेश में मानसून के बाद पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इससे सूखे जैसे हालात बने हुए हैं। प्रदेशवासी बारिश-बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। मगर अभी इसके आसार न के बराबर है। इसकी सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ रही है। 37% जमीन पर गेंहू की बुवाई कर पाए किसान कृषि विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इस बार मुश्किल से 37 प्रतिशत जमीन पर गेंहू की बुवाई हो गई है। वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में गेंहू की बुवाई का उचित समय 1 नवंबर और मैदानी इलाकों में 15 नवंबर को बीत गया है। जाहिर है कि इससे गेंहू के उत्पादन में कमी आएगी।