शिमला में SFI और प्रोफेसर में बहस:धक्का देने वाले शिक्षक के खिलाफ थाने पहुंचे छात्र, हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ कर रहे थे प्रदर्शन

शिमला में SFI और प्रोफेसर में बहस:धक्का देने वाले शिक्षक के खिलाफ थाने पहुंचे छात्र, हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ कर रहे थे प्रदर्शन

हिमाचल की राजधानी शिमला के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कालेज संजौली में छात्र संगठन एसएफआई और प्रोफेसर के बीच तीखी बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें छात्रों की प्रोफेसर के साथ तीखी बहस और धक्का-मुक्की नजर आ रही है। कैंपस में माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि कालेज परिसर में पुलिस को बुलाना पड़ा। दरअसल, एसएफआई कार्यकर्ता बीते शुक्रवार को संजौली कॉलेज में हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी और कॉलेज परिसर में निजी कैफे खोलने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच कालेज प्रबंधन ने प्रदर्शन रोकने का प्रयास किया। एसएफआई संजौली कालेज की यूनिट अध्यक्ष प्रवेश शर्मा ने बताया कि छात्र शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान एक प्रोफेसर ने एसएफआई के कैंपस सेक्रेटरी को गले से पकड़ा और उसकी कमीज तक फाड़ दी और दो छात्र नेताओं को कैंपस से बाहर निकालने की धमकी दी। इसके बाद एसएफआई कार्यकर्ता प्रिंसिपल ऑफिस पहुंचते हैं। यहां पर भी छात्रों की प्रिंसिपल और प्रोफेसर से बहस होती है। प्रवेश शर्मा ने कहा कि एक प्रोफेसर ने उनका कॉलर पकड़कर डराया व धमकाया। उन्होंने बताया कि कालेज प्रशासन ने हॉस्टल फीस में बढ़ौतरी की है और परिसर में कैफे खोलने की मंजूरी दी है। इसके विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने परिसर में निजी कैफे खोलने पर सवाल उठाए है। कॉलेज प्रोफेसर के खिलाफ पुलिस में दी शिकायत एसएफआई के इकाई सचिव अंशुल मिन्हास ने कहा कि छात्र नेताओं के साथ धक्का-मुक्की करने वाले कॉलेज प्रोफेसर के खिलाफ कॉलेज प्रिंसिपल व लक्कड़ बाजार थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कालेज में आज दोबारा प्रदर्शन संजौली कालेज में छात्रों और प्रोफेसर के बीच इस विवाद के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। एसएफआई वर्कर आज संजौली कालेज में फिर से प्रदर्शन करेंगे। कालेज प्रिंसिपल बोली-बिना परमिशन कर रहे थे प्रोटेस्ट कालेज प्रिंसिपल भारती भांगड़ा ने बताया कि कालेज परिसर में टैंडर के आधार पर कैफे खोला गया है। सबसे कम रेट भरने वाले को कैफे दिया गया है। उन्होंने बताया कि छात्र बिना परमिशन के धरना दे रहे थे। इसलिए टीचर ने उन्हें रोका होगा। टीचर द्वारा छात्रों से धक्का मुक्की की उन्हें जानकारी नहीं है। हिमाचल की राजधानी शिमला के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कालेज संजौली में छात्र संगठन एसएफआई और प्रोफेसर के बीच तीखी बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें छात्रों की प्रोफेसर के साथ तीखी बहस और धक्का-मुक्की नजर आ रही है। कैंपस में माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि कालेज परिसर में पुलिस को बुलाना पड़ा। दरअसल, एसएफआई कार्यकर्ता बीते शुक्रवार को संजौली कॉलेज में हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी और कॉलेज परिसर में निजी कैफे खोलने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच कालेज प्रबंधन ने प्रदर्शन रोकने का प्रयास किया। एसएफआई संजौली कालेज की यूनिट अध्यक्ष प्रवेश शर्मा ने बताया कि छात्र शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान एक प्रोफेसर ने एसएफआई के कैंपस सेक्रेटरी को गले से पकड़ा और उसकी कमीज तक फाड़ दी और दो छात्र नेताओं को कैंपस से बाहर निकालने की धमकी दी। इसके बाद एसएफआई कार्यकर्ता प्रिंसिपल ऑफिस पहुंचते हैं। यहां पर भी छात्रों की प्रिंसिपल और प्रोफेसर से बहस होती है। प्रवेश शर्मा ने कहा कि एक प्रोफेसर ने उनका कॉलर पकड़कर डराया व धमकाया। उन्होंने बताया कि कालेज प्रशासन ने हॉस्टल फीस में बढ़ौतरी की है और परिसर में कैफे खोलने की मंजूरी दी है। इसके विरोध में छात्र प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने परिसर में निजी कैफे खोलने पर सवाल उठाए है। कॉलेज प्रोफेसर के खिलाफ पुलिस में दी शिकायत एसएफआई के इकाई सचिव अंशुल मिन्हास ने कहा कि छात्र नेताओं के साथ धक्का-मुक्की करने वाले कॉलेज प्रोफेसर के खिलाफ कॉलेज प्रिंसिपल व लक्कड़ बाजार थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कालेज में आज दोबारा प्रदर्शन संजौली कालेज में छात्रों और प्रोफेसर के बीच इस विवाद के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया है। एसएफआई वर्कर आज संजौली कालेज में फिर से प्रदर्शन करेंगे। कालेज प्रिंसिपल बोली-बिना परमिशन कर रहे थे प्रोटेस्ट कालेज प्रिंसिपल भारती भांगड़ा ने बताया कि कालेज परिसर में टैंडर के आधार पर कैफे खोला गया है। सबसे कम रेट भरने वाले को कैफे दिया गया है। उन्होंने बताया कि छात्र बिना परमिशन के धरना दे रहे थे। इसलिए टीचर ने उन्हें रोका होगा। टीचर द्वारा छात्रों से धक्का मुक्की की उन्हें जानकारी नहीं है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर