मेरठ के शताब्दी नगर में चल रही 7 दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा में पंडित प्रदीप मिश्रा को सुनने के लिए रोज करीब 1 लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आस्था का सैलाब इतना है कि बुजुर्गों के लड़खड़ाते कदम भी उनको पैदल चलने से रोक नहीं पा रहे हैं। ऐसे बहुत से अनुयायी यहां पहुंच रहे हैं, जो जीवन में किसी बीमारी, किसी दूसरे कारण से बहुत संकट में थे। जिन लोगों के संकट प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के बाद दूर हो गए। वे यहां पर चिट्ठी लिखकर भी लाते हैं। वे कहते हैं कि जो काम दवाई नहीं कर पाई वो पंडित जी की कथा सुनकर भगवान भोले को एक लौटा जल अर्पित करने से पूरी हो गई। पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपनी कथा में ऐसे कई श्रद्धालुओं की चिट्ठियां का जिक्र किया। आइए आपको ऐसे ही कुछ श्रद्धालुओं के बारे में बताते हैं जिनका दावा है कि कथा सुनने के बाद उनकी जिंदगी बदल गई है। मेरा बेटा बोल नहीं पाता था, डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था, आज वह स्वस्थ है पं. प्रदीप मिश्रा ने मेरठ की एक महिला का पत्र पढ़ाकर सुनाया। जिसमें लिखा था- “मेरा नाम पूनम है। पति का नाम संजय कुमार है। मैं रोहटा रोड शाहपुर जैनपुर मेरठ की रहने वाली हूं। मेरे बेटे का जब से जन्म हुआ वह बीमार रहने लगा। इतने साल तक न उसने बोलना शुरू किया और न ही उसके शरीर में कोई ग्रोथ हुई। हमने बहुत इलाज कराया। जांच में डॉक्टरों ने बताया कि इस बच्चे के दिमाग की ग्रोथ नहीं हुई। न ही होगी। यह बच्चा कमजोर ही रहेगा। हमारी टेंशन बढ़ गई कि भगवान ने एक ही तो बेटा दिया और वह भी बीमार रहने लगा। इलाज कराते-कराते 4 साल पूरे हो गए पर मेरे बेटे में कोई बदलाव नहीं दिखा। एक आंटी ने बताया कि इतना इलाज करा रही हो। एक बार मेरे कहने से शिवजी पर जल चढ़ाओ। उस जल को बेटे को पिलाओ। आचार्य प्रदीप मिश्रा की कथा सुनो। जो उपाय बताएं वो कर लेना। बस विश्वास होना चाहिए। इसके बाद शंकर जी पर जल चढ़ाना शुरू किया। शिव तत्व का नाम लेकर शिवलिंग पर जल चढ़ाती और उस जल को बेटे को पिलाती। पांच साल तक बेटा न बोला न उसका दिमाग काम किया। छह साल का हुआ तो असर होने लगा। अब मेरा बच्चा बोलता है। बिलकुल ठीक है।” कर्ज में डूब गया था पूरा परिवार, कथा सुनने के बाद कर्ज उतर गया दूसरा पत्र प्रदीप मिश्रा ने पढ़कर सुनाया। जिसमें लिखा था- “मैं ज्योति अंकुर शर्मा सहारनुपर से आई हूं। हमारा जानवरों की दवाई का कारोबार था। कोरोना में कारोबार बंद हो गया। एक आदमी नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे लेकर भाग गया। बड़ी मुसीबत में आ गए। बच्चे भूखे रहते थे। मेरी माता ने आपकी कथा के बारे में बताया तो मैं सुनने लगी। मेरे पति ने शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुरू किया। तीन महीने के भीतर सारा कर्जा उतर गया। अब सारा भय खत्म हो गया। अब हम भोले बाबा के भरोसे हैं।” वेंटीलेटर पर पहुंच गया था, डॉक्टर ने दे दिया था जवाब, आज स्वस्थ कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने हरियाणा की ललिता भाटी का पत्र पढ़कर सुनाया। जिसमें लिखा था- “उनके देवर की शुगर 500 सौ पहुंच गई थी। किडनी, लीवर सब खराब हो गए थे। आखिरी में डॉक्टरों ने डायलिसिस को बोल दिया। इसी बीच किसी ने कथा सुन रखी थी, उन्होंने जल चढ़ाकर वो जल लड़के के मुंह से लगाया। रुद्राक्ष उसके पास रखा। तीन दिन में वेंटीलेटर हट गया। प्रदीप मिश्रा ने कहा कि डॉक्टर भी शिव का अंश हैं। शिव पर पूर्ण भरोसा रखिए।” दुनिया में सबसे सुखी वो जिसके कमरे में नींद की गोली न हो पं. प्रदीप मिश्रा ने कथा में कहा-“एक आदमी गरीब तो इतना है कि एक गधा भी नहीं खरीद सकता। अमीर इतना है कि शंकर के भरोसे घोड़े बेचकर सोता है। चैन की नींद सोता है। जिंदगी में सभी सुखी वही व्यक्ति है जिसके कमरे मे नींद की गोली नहीं है। सिर के दर्द के लिए बाम की जरूरत नहीं है। सबसे बड़ा सुख निरोगी काया है। मृत्यु अटल होती है, वो तो आनी ही है। लेकिन मरने से पहले 100 बार मौत नजदीक आती है। ये तमाम रूप में होती है। बीमारी के रूप में, परेशानियों के रूप में। जो 100 बार तुम्हारे मृत्यु नजदीक आती है, वो शिव का नाम लेकर, जल चढ़ाने से नहीं आती। एक लौटा जल उसको टालता चला जाता है। भगवान के मंत्र जप से 100 बार आने वाली मृत्यु टल जाती है।” शिव पर चढ़ाया जल सब पिओ, सभी एक-दूसरे की बात मानेंगे उन्होंने कहा- “हमें अपने आपको जागृत करना है। कई माताएं कहती हैं हमारा बेटा नहीं सुनता। कोई कहती है कि बहू नहीं सुनती। कोई कहती है कि मेरी सास नहीं सुनती। पिता को समझाओ तो वह कह देते हैं कि अब औलाद की सुनेंगे क्या। कोई किसी की सुनने को तैयार नहीं है। कौन सुनेगा। परिवार में तुम साथ रह रहे हो तो तुम ही तो सुनोगे। शिव पर जल चढ़ाकर उसे घर में घड़े में रख लो। सब पियो। सभी एक-दूसरे की बात मानेंगे।” संभल में मंदिर खुलने पर जताया सीएम योगी आभार शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा- “आज की कथा कहती है कि जिंदगी में अगर ऐसा रोग लग गया है, जिसमें डॉक्टर की दवा भी नहीं लग रही है तो पानी को वाणी से अमृत से बनाओ। पानी से वाणी को अमृत कैसे बनाओ के बारे में उन्होंने बताया कि अगर रोग बहुत भारी है। तकलीफ बहुत भारी है। शरीर में दवाईयां काम नहीं कर रही हैं। तो एक पात्र में जल लिया जाए। नमो शिवाय या ओम नम शिवाय का जप करते हुए पानी की तरफ देखते हुए जप करते रहें। पानी को देखते हुए 108 मनके की माला पूरी हो जाए तो उस पानी को भगवान शंकर पर अर्पित कर दे। उसी जल का दिन में तीन बार सुबह, दोपहर और शाम को आचमन करें। भगवान शंकर पर दृढ़ विश्वास रखेंगे तो शरीर में दवाई लगनी शुरू हो जाती है। रोग का निवारण हो जाता है।” संभल में मंदिर खुलने पर जताया सीएम योगी आभार कहा- “संभल में जो मंदिर बरसों से बंद पड़ा था, वो अब खुल गया है। इसके लिए मैं योगी जी का साधुवाद करता हूं। बच्चों को संस्कार देने में समय लगाओ। अपने तन मन और धर्म तीनों को परमात्मा में लगाओ। अगर घर के बच्चे गलत जगह जा रहे हैं तो समझो आपसे कहीं न कहीं चूक हो रही है। बहन, बेटी और पत्नी के नेत्र अगर झुके रहते हैं, तो उसके घर के भाई, पिता और पति को माथा नीचा नहीं करना पड़ता है। वो सीना तानकर चलता है। कथा में आने से पहले जेवर और तेवर घर रखकर आओ। कथा में इनकी कोई जरूरत नहीं है।” अगर आपके पास मीठी वाणी है तो सबकुछ है पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा- “जिंदगी में कोई रोग आ गया, डॉक्टर इलाज नहीं कर पा रहे हैं। पानी को वाणी से अमृत बनाओ। रुद्राक्ष पहनो या नहीं पहनो लेकिन मीठी वाणी का रुद्राक्ष जरूर पहनो। मीठी वाणी बोलिए। अगर आपके पास कुछ नहीं है, न जमीन है, न बंगला है, न पैसा है और आपके पास मीठी वाणी हैं। अगर आपके पास मीठी वाणी है तो सबकुछ है। पड़ोसी भी आपका गुणगान करेंगे। आरती में झूम उठे श्रद्धालु पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा- “आप कितने भी पैसे वाले हो अपने लिए होंगे। कितना भी अमीर होगा, कितना गरीब होगा, शिव के घर श्मशान में जो जायेगा वहां एक जैसा जाएगा।” कथा के समापन पर भगवान शिव की आरती शुरू हुई तो श्रद्धालु झूम उठे कितने ही श्रद्धालुओं की आंखों में आंसू आ गए। पूरे पंडाल में तालियों का शोर और आरती सुनाई देने लगी। हर हर महादेव के जयकारे गूंजने लगे। महिलाएं, युवा, बुजुर्ग भगवान भोले की भक्ति में लीन हो गए। 21 दिसंबर तक रोजाना 1 बजे से 4 बजे तक हो रहा कथा का आयोजन श्री केदारेश्वर सेवा समिति मेरठ की ओर से 15 दिसंबर से 21 दिसंबर तक शिव महापुराण की कथा शताब्दीनगर में आयोजित हो रही है। कथा का वाचन प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले द्वारा किया जा रहा है। कथा का समय दोपहर 1 बजे से चार बजे तक है। कथा स्थल पर रोजाना तमाम जिलों और दूसरे राज्यों से 1 लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। व्यवस्था को लेकर 7 पार्किंग बनाई गई हैं। 1000 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा खुद कथा के समय मौके पर व्यवस्था देख रहे हैं। पंडाल में 500 पूरी व्यवस्था को संभाले हुए हैं। महिला व बुजुर्गों के लिए एक मिनी अस्पताल, स्वच्छ जल, भोजन व अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। कुछ लोग भंडारा भी लगा रहे हैं। कथा पंडाल और आसपास 5 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ड्रोन से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। भारी वाहनों का किया गया है डायवर्जन एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि शिव महापुराण कथा में श्रद्धालुओें की भीड़ के चलते ट्रैफिक डायवर्जन किया गया। शाप्रिक्स माल से परतापुर इंटरचेंज तक 15 से 21 दिसंबर तक भारी वाहनों पर रोक लगाई गई है। सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक डायवर्जन किया गया है। हापुड़ से आने वाले भारी वाहन खरखौदा तिराहे से मोहिउद्दीनपुर होते हुए दिल्ली-देहरादून हाईवे से बागपत रोड फ्लाईओवर के नीचे से होते हुए ट्रांसपोर्ट नगर जा रहे हैं। ट्रांसपोर्ट नगर और शहर से आने वाले भारी वाहन शाप्रिक्स मॉल से बिजली बंबा बाईपास से होते हुए हापुड़ रोड की तरफ निकाले जा रहे हैं। मेरठ के शताब्दी नगर में चल रही 7 दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा में पंडित प्रदीप मिश्रा को सुनने के लिए रोज करीब 1 लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आस्था का सैलाब इतना है कि बुजुर्गों के लड़खड़ाते कदम भी उनको पैदल चलने से रोक नहीं पा रहे हैं। ऐसे बहुत से अनुयायी यहां पहुंच रहे हैं, जो जीवन में किसी बीमारी, किसी दूसरे कारण से बहुत संकट में थे। जिन लोगों के संकट प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के बाद दूर हो गए। वे यहां पर चिट्ठी लिखकर भी लाते हैं। वे कहते हैं कि जो काम दवाई नहीं कर पाई वो पंडित जी की कथा सुनकर भगवान भोले को एक लौटा जल अर्पित करने से पूरी हो गई। पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपनी कथा में ऐसे कई श्रद्धालुओं की चिट्ठियां का जिक्र किया। आइए आपको ऐसे ही कुछ श्रद्धालुओं के बारे में बताते हैं जिनका दावा है कि कथा सुनने के बाद उनकी जिंदगी बदल गई है। मेरा बेटा बोल नहीं पाता था, डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था, आज वह स्वस्थ है पं. प्रदीप मिश्रा ने मेरठ की एक महिला का पत्र पढ़ाकर सुनाया। जिसमें लिखा था- “मेरा नाम पूनम है। पति का नाम संजय कुमार है। मैं रोहटा रोड शाहपुर जैनपुर मेरठ की रहने वाली हूं। मेरे बेटे का जब से जन्म हुआ वह बीमार रहने लगा। इतने साल तक न उसने बोलना शुरू किया और न ही उसके शरीर में कोई ग्रोथ हुई। हमने बहुत इलाज कराया। जांच में डॉक्टरों ने बताया कि इस बच्चे के दिमाग की ग्रोथ नहीं हुई। न ही होगी। यह बच्चा कमजोर ही रहेगा। हमारी टेंशन बढ़ गई कि भगवान ने एक ही तो बेटा दिया और वह भी बीमार रहने लगा। इलाज कराते-कराते 4 साल पूरे हो गए पर मेरे बेटे में कोई बदलाव नहीं दिखा। एक आंटी ने बताया कि इतना इलाज करा रही हो। एक बार मेरे कहने से शिवजी पर जल चढ़ाओ। उस जल को बेटे को पिलाओ। आचार्य प्रदीप मिश्रा की कथा सुनो। जो उपाय बताएं वो कर लेना। बस विश्वास होना चाहिए। इसके बाद शंकर जी पर जल चढ़ाना शुरू किया। शिव तत्व का नाम लेकर शिवलिंग पर जल चढ़ाती और उस जल को बेटे को पिलाती। पांच साल तक बेटा न बोला न उसका दिमाग काम किया। छह साल का हुआ तो असर होने लगा। अब मेरा बच्चा बोलता है। बिलकुल ठीक है।” कर्ज में डूब गया था पूरा परिवार, कथा सुनने के बाद कर्ज उतर गया दूसरा पत्र प्रदीप मिश्रा ने पढ़कर सुनाया। जिसमें लिखा था- “मैं ज्योति अंकुर शर्मा सहारनुपर से आई हूं। हमारा जानवरों की दवाई का कारोबार था। कोरोना में कारोबार बंद हो गया। एक आदमी नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे लेकर भाग गया। बड़ी मुसीबत में आ गए। बच्चे भूखे रहते थे। मेरी माता ने आपकी कथा के बारे में बताया तो मैं सुनने लगी। मेरे पति ने शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुरू किया। तीन महीने के भीतर सारा कर्जा उतर गया। अब सारा भय खत्म हो गया। अब हम भोले बाबा के भरोसे हैं।” वेंटीलेटर पर पहुंच गया था, डॉक्टर ने दे दिया था जवाब, आज स्वस्थ कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने हरियाणा की ललिता भाटी का पत्र पढ़कर सुनाया। जिसमें लिखा था- “उनके देवर की शुगर 500 सौ पहुंच गई थी। किडनी, लीवर सब खराब हो गए थे। आखिरी में डॉक्टरों ने डायलिसिस को बोल दिया। इसी बीच किसी ने कथा सुन रखी थी, उन्होंने जल चढ़ाकर वो जल लड़के के मुंह से लगाया। रुद्राक्ष उसके पास रखा। तीन दिन में वेंटीलेटर हट गया। प्रदीप मिश्रा ने कहा कि डॉक्टर भी शिव का अंश हैं। शिव पर पूर्ण भरोसा रखिए।” दुनिया में सबसे सुखी वो जिसके कमरे में नींद की गोली न हो पं. प्रदीप मिश्रा ने कथा में कहा-“एक आदमी गरीब तो इतना है कि एक गधा भी नहीं खरीद सकता। अमीर इतना है कि शंकर के भरोसे घोड़े बेचकर सोता है। चैन की नींद सोता है। जिंदगी में सभी सुखी वही व्यक्ति है जिसके कमरे मे नींद की गोली नहीं है। सिर के दर्द के लिए बाम की जरूरत नहीं है। सबसे बड़ा सुख निरोगी काया है। मृत्यु अटल होती है, वो तो आनी ही है। लेकिन मरने से पहले 100 बार मौत नजदीक आती है। ये तमाम रूप में होती है। बीमारी के रूप में, परेशानियों के रूप में। जो 100 बार तुम्हारे मृत्यु नजदीक आती है, वो शिव का नाम लेकर, जल चढ़ाने से नहीं आती। एक लौटा जल उसको टालता चला जाता है। भगवान के मंत्र जप से 100 बार आने वाली मृत्यु टल जाती है।” शिव पर चढ़ाया जल सब पिओ, सभी एक-दूसरे की बात मानेंगे उन्होंने कहा- “हमें अपने आपको जागृत करना है। कई माताएं कहती हैं हमारा बेटा नहीं सुनता। कोई कहती है कि बहू नहीं सुनती। कोई कहती है कि मेरी सास नहीं सुनती। पिता को समझाओ तो वह कह देते हैं कि अब औलाद की सुनेंगे क्या। कोई किसी की सुनने को तैयार नहीं है। कौन सुनेगा। परिवार में तुम साथ रह रहे हो तो तुम ही तो सुनोगे। शिव पर जल चढ़ाकर उसे घर में घड़े में रख लो। सब पियो। सभी एक-दूसरे की बात मानेंगे।” संभल में मंदिर खुलने पर जताया सीएम योगी आभार शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा- “आज की कथा कहती है कि जिंदगी में अगर ऐसा रोग लग गया है, जिसमें डॉक्टर की दवा भी नहीं लग रही है तो पानी को वाणी से अमृत से बनाओ। पानी से वाणी को अमृत कैसे बनाओ के बारे में उन्होंने बताया कि अगर रोग बहुत भारी है। तकलीफ बहुत भारी है। शरीर में दवाईयां काम नहीं कर रही हैं। तो एक पात्र में जल लिया जाए। नमो शिवाय या ओम नम शिवाय का जप करते हुए पानी की तरफ देखते हुए जप करते रहें। पानी को देखते हुए 108 मनके की माला पूरी हो जाए तो उस पानी को भगवान शंकर पर अर्पित कर दे। उसी जल का दिन में तीन बार सुबह, दोपहर और शाम को आचमन करें। भगवान शंकर पर दृढ़ विश्वास रखेंगे तो शरीर में दवाई लगनी शुरू हो जाती है। रोग का निवारण हो जाता है।” संभल में मंदिर खुलने पर जताया सीएम योगी आभार कहा- “संभल में जो मंदिर बरसों से बंद पड़ा था, वो अब खुल गया है। इसके लिए मैं योगी जी का साधुवाद करता हूं। बच्चों को संस्कार देने में समय लगाओ। अपने तन मन और धर्म तीनों को परमात्मा में लगाओ। अगर घर के बच्चे गलत जगह जा रहे हैं तो समझो आपसे कहीं न कहीं चूक हो रही है। बहन, बेटी और पत्नी के नेत्र अगर झुके रहते हैं, तो उसके घर के भाई, पिता और पति को माथा नीचा नहीं करना पड़ता है। वो सीना तानकर चलता है। कथा में आने से पहले जेवर और तेवर घर रखकर आओ। कथा में इनकी कोई जरूरत नहीं है।” अगर आपके पास मीठी वाणी है तो सबकुछ है पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा- “जिंदगी में कोई रोग आ गया, डॉक्टर इलाज नहीं कर पा रहे हैं। पानी को वाणी से अमृत बनाओ। रुद्राक्ष पहनो या नहीं पहनो लेकिन मीठी वाणी का रुद्राक्ष जरूर पहनो। मीठी वाणी बोलिए। अगर आपके पास कुछ नहीं है, न जमीन है, न बंगला है, न पैसा है और आपके पास मीठी वाणी हैं। अगर आपके पास मीठी वाणी है तो सबकुछ है। पड़ोसी भी आपका गुणगान करेंगे। आरती में झूम उठे श्रद्धालु पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा- “आप कितने भी पैसे वाले हो अपने लिए होंगे। कितना भी अमीर होगा, कितना गरीब होगा, शिव के घर श्मशान में जो जायेगा वहां एक जैसा जाएगा।” कथा के समापन पर भगवान शिव की आरती शुरू हुई तो श्रद्धालु झूम उठे कितने ही श्रद्धालुओं की आंखों में आंसू आ गए। पूरे पंडाल में तालियों का शोर और आरती सुनाई देने लगी। हर हर महादेव के जयकारे गूंजने लगे। महिलाएं, युवा, बुजुर्ग भगवान भोले की भक्ति में लीन हो गए। 21 दिसंबर तक रोजाना 1 बजे से 4 बजे तक हो रहा कथा का आयोजन श्री केदारेश्वर सेवा समिति मेरठ की ओर से 15 दिसंबर से 21 दिसंबर तक शिव महापुराण की कथा शताब्दीनगर में आयोजित हो रही है। कथा का वाचन प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले द्वारा किया जा रहा है। कथा का समय दोपहर 1 बजे से चार बजे तक है। कथा स्थल पर रोजाना तमाम जिलों और दूसरे राज्यों से 1 लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। व्यवस्था को लेकर 7 पार्किंग बनाई गई हैं। 1000 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा खुद कथा के समय मौके पर व्यवस्था देख रहे हैं। पंडाल में 500 पूरी व्यवस्था को संभाले हुए हैं। महिला व बुजुर्गों के लिए एक मिनी अस्पताल, स्वच्छ जल, भोजन व अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। कुछ लोग भंडारा भी लगा रहे हैं। कथा पंडाल और आसपास 5 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ड्रोन से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। भारी वाहनों का किया गया है डायवर्जन एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि शिव महापुराण कथा में श्रद्धालुओें की भीड़ के चलते ट्रैफिक डायवर्जन किया गया। शाप्रिक्स माल से परतापुर इंटरचेंज तक 15 से 21 दिसंबर तक भारी वाहनों पर रोक लगाई गई है। सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक डायवर्जन किया गया है। हापुड़ से आने वाले भारी वाहन खरखौदा तिराहे से मोहिउद्दीनपुर होते हुए दिल्ली-देहरादून हाईवे से बागपत रोड फ्लाईओवर के नीचे से होते हुए ट्रांसपोर्ट नगर जा रहे हैं। ट्रांसपोर्ट नगर और शहर से आने वाले भारी वाहन शाप्रिक्स मॉल से बिजली बंबा बाईपास से होते हुए हापुड़ रोड की तरफ निकाले जा रहे हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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AAP सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में अडानी मामले पर उठाई चर्चा की मांग, केंद्र पर निशाना साधा
AAP सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में अडानी मामले पर उठाई चर्चा की मांग, केंद्र पर निशाना साधा <p style=”text-align: justify;”><strong>Sanjay Singh News:</strong> आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने सोमवार को राज्यसभा में अमेरिकी अदालत में अडानी के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार की जांच पर विस्तृत चर्चा करने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि पूंजीपतियों और केंद्र सरकार के बीच अनैतिक व प्रत्यक्ष गठजोड़ के कारण देश में पूंजीवाद बढ़ रहा है और अमीर-गरीब के बीच की खाई बढ़ती जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भ्रष्टाचार सिर्फ एक उद्योगपति तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे देश की पूरी अर्थ व्यवस्था और संविधान पर गहरा संकट पैदा हो सकता है. संजय सिंह ने आरोप लगाते हुये कहा कि केंद्र सरकार इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है और इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. सरकार अडानी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों पर दबाव बनाती रही है. इसलिए अमेरिका की तरह भारत में भी अडानी समूह के भ्रष्टाचार की जांच की जानी चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में यह नोटिस नियम 267 नियमों के निलंबन के तहत दिया. जिसमें सदन के और सभी मुद्दों पर चर्चा रोककर उद्योगपति अडानी के भ्रष्टाचार के मामले पर चर्चा की मांग की है. देश के बड़े उद्योगपति गौतम अडानी, उनके उद्योगपति साथियों और सरकार की मिलीभगत से हुए भ्रष्टाचार के मामले को इंगित किया है. संजय सिंह ने इस मामले को अमेरिका की अदालत में उठाए गए एक बड़े भ्रष्टाचार मामले के रूप में बताया, जिसमें 2000 करोड़ से ज्यादा का घोटाला सामने आया है.</p>
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<p style=”text-align: justify;”>संजय सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ऐसे मामलों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है और इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने सदन से अपील की कि नियम 267 के तहत इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल चर्चा हो, ताकि इस पर सरकार का रवैया स्पष्ट किया जा सके और उचित कार्रवाई की जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी सांसद ने कहा कि यह भ्रष्टाचार केवल एक उद्योगपति के निजी मामले तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे देश की पूरी आर्थिक व्यवस्था और संविधान की मर्यादाओं पर गहरा संकट उत्पन्न हो सकता है. संजय सिंह ने यह भी कहा कि इस मामले पर चर्चा करने से पहले सदन की सभी कार्यवाहियों को रोक दिया जाए, ताकि इस पर गहरी और समुचित बहस हो सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह सड़क से लेकर संसद तक हमेशा से अडानी विवाद पर हमलावर रहे हैं. इस बार जब उद्योगपति गौतम अडाणी का नाम अमेरिका के एक विवाद में सामने आया है, संजय सिंह दोबारा हमलावर हो गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वर्तमान विवाद सामने आने के बाद उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार अडानी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों पर दबाव बनाती रही है. उन्होंने अमेरिका की तरह भारत में भी इस विवाद की जांच की मांग की है.</p>
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<p style=”text-align: justify;”> </p>
दिल्ली में बंबीहा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग में गैंगवार की आशंका! अमित लाकड़ा हत्याकांड के शूटर का हुआ एनकाउंटर
दिल्ली में बंबीहा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग में गैंगवार की आशंका! अमित लाकड़ा हत्याकांड के शूटर का हुआ एनकाउंटर <p style=”text-align: justify;”><strong>Amit Lakra Murder Case Update:</strong> दिल्ली के रोहिणी इलाके में स्पेशल सेल ने मुठभेड़ के बाद एक शूटर को गिरफ्तार किया है. आरोपी मुंडका के अमित लाकड़ा हत्याकांड में शामिल था. पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी टिल्लू ताजपुरिया गैंग का शूटर है. पुलिस मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में गोली लगी है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बाहरी दिल्ली के मुंडका इलाके में मेट्रो स्टेशन के नजदीक बीती 9 नवंबर की रात को अमित लाकड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हमलावरों ने करीब छह राउंड फायर किए थे. वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए थे. इसके बाद सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बंबीहा गैंग और टिल्लू ताजपुरिया गैंग ने अमित लाकड़ा की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. जिस अमित लाकड़ा की हत्या की गई थी, वो कुछ दिन पहले ही तिहाड़ जेल से बाहर आया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली में गैंगवार की आशंका</strong><br />बताया जा रहा है कि अमित लाकड़ा जेल में बंद अंकेश लाकड़ा से भी जुड़ा हुआ था. अमित लाकड़ा और अंकेश लाकड़ा के लिए पैसों की वसूली भी करता था. लेकिन, इन दोनों के बीच जब से एक लड़की आई, तब से इनमें दूरी बढ़ती चली गई. अमित लाकड़ा नशे का आदि हो गया. वहीं अमित लाकड़ा की हत्या के बाद दिल्ली में गैंगवार की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि लॉरेंस बिश्वनोई गैंग से भी जुड़ा हुआ था. ऐसे में उसकी हत्या का बदला लेने के लिए उससे जुड़े गैंग भी जवाबी हमला कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नांगलोई में हुई थी फायरिंग</strong><br />कुछ दिन पहले नांगलोई में भी फायरिंग की घटना सामने आई थी. नांगलोई में प्लाईवुड की दुकान पर शूटरों ने गोलियां चलाई थीं और एक पर्ची डालकर 10 करोड़ रुपये की रंगदारी भी मांगी थी. दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम का नांगलोई और अलीपुर के फायरिंग मामले में एक्शन जारी है. पुलिस ने शाहबाद डेयरी क्षेत्र के पास मुठभेड़ के दौरान एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान रामनिवास उर्फ मोगली के रूप में हुई है.</p>
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पलवल में सीआईए ने आरोपी को किया गिरफ्तार:अपहरण कर काटी थी युवक उंगली, घायल अपराधी की बढ़ाई सुरक्षा
पलवल में सीआईए ने आरोपी को किया गिरफ्तार:अपहरण कर काटी थी युवक उंगली, घायल अपराधी की बढ़ाई सुरक्षा एक युवक का जिला बुलंदशहर (यूपी) के शहदपुरा गांव से अपहरण कर उसके हाथों की उंगली काटकर होडल में फेंकने के मामले में सीआईए हथीन की टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि सीआईए टीम अन्य की तलाश में टीम जुटी हुई है। सीआईए टीम ने की कार्रवाई हथीन सीआईए प्रभारी दीपक गुलिया ने बताया कि एसपी चंद्र मोहन के निर्देशन में उनकी टीम ने होडल थाने में दर्ज युवक के अपहरण कर उंगली काटने के मामले में फरार चल रहे आरोपी पलवल के गन्नीकी गांव निवासी साहिल को गिरफ्तार किया है। आरोपी को आगामी कार्रवाई के लिए होडल थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है। होडल थाना पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार को अदालत में पेश किया। आरोपी का लिया रिमांड अदालत से आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गाय है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी के आपराधिक रिकार्ड को खंगालने के साथ ही उसके अन्य साथियों के बारे में पूछताछ करने में जुटी हुई है। वहीं, घायल रुपेश के खिलाफ पहले ही आपराधिक केस दर्ज होने के चलते उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। क्योंकि पुलिस को रुपेश की भी तलाश थी। फिलहाल रुपेश अस्पताल में उपचाराधीन है। घायल को फेंककर फरार हुए थे आरोपी होडल थाना प्रभारी तेजपाल सिंह ने बताया कि होडल निवासी रुपेश ने दी शिकायत में बताया था कि 6 जुलाई को वह भूपेंद्र, रोहित व मनीष के साथ जिला बुलंदशहर (यूपी) के शहदपुरा गांव में अपने दोस्त नितिन के घर पर बैठे हुए थे। उसी दौरान 12 से अधिक युवक 4-5 गाड़ियों में सवार होकर वहां पहुंचे। सभी आरोपियों के हाथों में अवैध हथियार, लाठी-डंडा, कुल्हाड़ी थे। वहां पहुंचते ही फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद उसका अपहरण कर उसके हाथ के पंजे व उंगली काटकर उसे जान से मारने की धमकी देकर होडल के हसनपुर चौक पर फेंक कर फरार हो गए। इस संबंध में घायल रूपेश की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी थी।