शुभम की पत्नी का पैर छूने झुके सतीश महाना:ऐशन्या ने रोका तो भावुक होकर गले लगाया; पिता बोले-मन हल्का हुआ

शुभम की पत्नी का पैर छूने झुके सतीश महाना:ऐशन्या ने रोका तो भावुक होकर गले लगाया; पिता बोले-मन हल्का हुआ

पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। एयर स्ट्राइक के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना पहलगाम में 22 अप्रैल को मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के घर पहुंच गए। उन्होंने शुभम की पत्नी ऐशन्या को ऑपरेशन के बारे में बताया। इसी बीच ऐशन्या के पैर छूने के लिए झुके तो ऐशन्या ने महाना का हाथ पकड़ लिया। ऐशन्या बोलीं- आप पैर न छूएं। सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दीजिए बस। महाना ने ऐशन्या के सिर पर हाथ फेरे, गले लगाकर सांत्वना दी। पत्नी ऐशन्या ने कहा- पति का मौत का बदला पूरा हुआ। ऑपरेशन सिंदूर ने कलेजे को ठंडक पहुंचाई। आतंकवाद नहीं खत्म हुआ तो सारे घर ऐसे उजड़ जाएंगे। वहीं, शुभम के पिता ​​​​संजय द्विवेदी ने कहा- जब से हमने यह खबर सुनी है, मेरा पूरा परिवार हल्का महसूस कर रहा है। मेरी बहू का सिंदूर उजाड़ने वालों का विनाश करने का काम सरकार ने किया। 2 तस्वीरें देखिए- सतीश महाना ने कहा- जिन निर्दोष लोगों की हत्या आतंकवादियों ने की थी, उनके आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत करने का काम हमारे जांबाज सैनिकों ने किया है। हम अपनी सेना का आभार व्यक्त करते हैं। यह उन निर्दोषों की हत्या का बदला है। पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद भास्कर ने शुभम की पत्नी और पिता से बात की… पत्नी बोली- यही मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि
पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद भास्कर टीम शुभम द्विवेदी के घर पहुंची। पत्नी ऐशन्या से बातचीत की। उन्होंने कहा- मैं अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए PM मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं। मेरे पूरे परिवार को उन पर भरोसा था। जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान को जवाब दिया, हमारे भरोसे को कायम रखा है। यही मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। हाथ जोड़कर आप सबका धन्यवाद
जिन परिवार ने अपनों को खोया, वो जिंदगीभर आपका (सरकार और सेना) धन्यवाद करेंगे। आतंकियों ने जिनकी जान ली, आप वो इंसान दोबारा तो नहीं ला सकते। लेकिन, आपने साबित किया कि बदला लेकर रहेंगे। मैं हाथ जोड़कर आप सबका धन्यवाद करती हूं। शहीद का दर्जा दे सरकार
पत्नी ने कहा- अपनी आंखों के सामने जिन पत्नियों ने मांग का सिंदूर उजड़ते देखा, ऑपरेशन सिंदूर ने उसका बदला ले लिया। सरकार ने साबित किया वो हम सब के साथ है। मैंने पहले भी कहा कि सेना इसका बदला जरूर लेगी। ये लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है। सिर्फ शुभम नहीं, वहां जो लोग मारे गए, उन्हें शहीद का दर्जा दीजिए। आतंकवाद को खत्म करना चाहिए। आतंकवाद नहीं खत्म हुआ तो सारे घर ऐसे उजड़ जाएंगे। फिर काहे का हिंदू राष्ट्र बचेगा। जवानों ने हमारे दिल को ठंडक पहुंचाई : पिता
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा- जब से हमने यह खबर सुनी है, मेरा पूरा परिवार हल्का महसूस कर रहा है। हमारे दिल में जो दर्द था। उस पर मलहम लगा है। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने कहा- हमारा बच्चा जब से शहीद हुआ, दिल बदले की आग से जल रहा था। आज हमारे जवानों ने हमारे दिल को ठंडक पहुंचाई है। पिता बोले- युद्ध हुआ तो पाकिस्तान नक्शे से गायब होगा
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा- मैं प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने देश की 140 करोड़ जनता का सम्मान करते हुए, आतंकवाद को नाश करने का जो काम किया उसके लिए सेना के जवानों को सलाम करता हूं। उन्होंने कहा- मेरी बहू और कई अन्य महिलाओं का सिंदूर उजाड़ने वालों का विनाश करने का काम सरकार ने किया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवाद का जब तक समूल विनाश न हो जाए, ये ऑपरेशन नहीं रुकना चाहिए। प्रधानमंत्री ने पहले दिन कहा था कि आतंकवाद को मिट्टी में मिला देंगे, उन्होंने जो कहा, वो करके दिखाया। सेना के जवानों की वीरता को मैं बारंबार प्रणाम करता हूं। जवानों ने दिखा दिया कि सिर्फ एक प्रहार से आतंकवाद का ये नाश कर सकते हैं, जिस दिन युद्ध की घोषणा हुई तो पाकिस्तान नक्शे से गायब होगा। पहली गोली आतंकी ने शुभम को ही मारी थी
22 अप्रैल की दोपहर कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी। देश के अलग-अलग राज्यों से 40 से ज्यादा लोगों का ग्रुप यहां घूमने आया था। सभी टूरिस्ट खुले मैदान में थे। आसपास ही 4 से 5 छोटी-छोटी दुकानें हैं। कुछ टूरिस्ट दुकानों के बाहर लगी कुर्सियों पर बैठ गए। कुछ टूरिस्ट आसपास मैदान में बैठे थे। तभी जंगल की तरफ से दो लोग आए। सबसे पहले हथियार से लैस एक व्यक्ति आया। उसने गन रखकर शुभम से पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? अगर मुसलमान हो तो पहले कलमा पढ़कर सुनाओ। पत्नी ने हंसते हुए उससे पूछा- क्या हुआ भइया? तब उसने पत्नी से भी पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? पत्नी ने कहा- हिंदू हूं। इसके बाद उसने पहली गोली शुभम को ही मारी। इसके बाद वहां लाशें बिछती चली गईं। शुरुआत में एक टूरिस्ट के मरने की खबर आई। रात के 11 बजते-बजते मौतें बढ़कर 27 हो गईं। ——————- ये खबर भी पढ़िए- ऑपरेशन सिंदूर-भारत ने पहलगाम हमले का बदला लिया: पाकिस्तान पर 24 मिसाइल दागीं, 100 से ज्यादा आतंकी ढेर पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। ये हमले मंगलवार रात डेढ़ बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में किए गए। ये वही ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। पाकिस्तान की स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहावलपुर में एयर स्ट्राइक के बाद 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। पढ़ें पूरी खबर… पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। एयर स्ट्राइक के बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना पहलगाम में 22 अप्रैल को मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी के घर पहुंच गए। उन्होंने शुभम की पत्नी ऐशन्या को ऑपरेशन के बारे में बताया। इसी बीच ऐशन्या के पैर छूने के लिए झुके तो ऐशन्या ने महाना का हाथ पकड़ लिया। ऐशन्या बोलीं- आप पैर न छूएं। सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दीजिए बस। महाना ने ऐशन्या के सिर पर हाथ फेरे, गले लगाकर सांत्वना दी। पत्नी ऐशन्या ने कहा- पति का मौत का बदला पूरा हुआ। ऑपरेशन सिंदूर ने कलेजे को ठंडक पहुंचाई। आतंकवाद नहीं खत्म हुआ तो सारे घर ऐसे उजड़ जाएंगे। वहीं, शुभम के पिता ​​​​संजय द्विवेदी ने कहा- जब से हमने यह खबर सुनी है, मेरा पूरा परिवार हल्का महसूस कर रहा है। मेरी बहू का सिंदूर उजाड़ने वालों का विनाश करने का काम सरकार ने किया। 2 तस्वीरें देखिए- सतीश महाना ने कहा- जिन निर्दोष लोगों की हत्या आतंकवादियों ने की थी, उनके आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत करने का काम हमारे जांबाज सैनिकों ने किया है। हम अपनी सेना का आभार व्यक्त करते हैं। यह उन निर्दोषों की हत्या का बदला है। पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद भास्कर ने शुभम की पत्नी और पिता से बात की… पत्नी बोली- यही मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि
पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद भास्कर टीम शुभम द्विवेदी के घर पहुंची। पत्नी ऐशन्या से बातचीत की। उन्होंने कहा- मैं अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए PM मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं। मेरे पूरे परिवार को उन पर भरोसा था। जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान को जवाब दिया, हमारे भरोसे को कायम रखा है। यही मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। हाथ जोड़कर आप सबका धन्यवाद
जिन परिवार ने अपनों को खोया, वो जिंदगीभर आपका (सरकार और सेना) धन्यवाद करेंगे। आतंकियों ने जिनकी जान ली, आप वो इंसान दोबारा तो नहीं ला सकते। लेकिन, आपने साबित किया कि बदला लेकर रहेंगे। मैं हाथ जोड़कर आप सबका धन्यवाद करती हूं। शहीद का दर्जा दे सरकार
पत्नी ने कहा- अपनी आंखों के सामने जिन पत्नियों ने मांग का सिंदूर उजड़ते देखा, ऑपरेशन सिंदूर ने उसका बदला ले लिया। सरकार ने साबित किया वो हम सब के साथ है। मैंने पहले भी कहा कि सेना इसका बदला जरूर लेगी। ये लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है। सिर्फ शुभम नहीं, वहां जो लोग मारे गए, उन्हें शहीद का दर्जा दीजिए। आतंकवाद को खत्म करना चाहिए। आतंकवाद नहीं खत्म हुआ तो सारे घर ऐसे उजड़ जाएंगे। फिर काहे का हिंदू राष्ट्र बचेगा। जवानों ने हमारे दिल को ठंडक पहुंचाई : पिता
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा- जब से हमने यह खबर सुनी है, मेरा पूरा परिवार हल्का महसूस कर रहा है। हमारे दिल में जो दर्द था। उस पर मलहम लगा है। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने कहा- हमारा बच्चा जब से शहीद हुआ, दिल बदले की आग से जल रहा था। आज हमारे जवानों ने हमारे दिल को ठंडक पहुंचाई है। पिता बोले- युद्ध हुआ तो पाकिस्तान नक्शे से गायब होगा
शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने कहा- मैं प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने देश की 140 करोड़ जनता का सम्मान करते हुए, आतंकवाद को नाश करने का जो काम किया उसके लिए सेना के जवानों को सलाम करता हूं। उन्होंने कहा- मेरी बहू और कई अन्य महिलाओं का सिंदूर उजाड़ने वालों का विनाश करने का काम सरकार ने किया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवाद का जब तक समूल विनाश न हो जाए, ये ऑपरेशन नहीं रुकना चाहिए। प्रधानमंत्री ने पहले दिन कहा था कि आतंकवाद को मिट्टी में मिला देंगे, उन्होंने जो कहा, वो करके दिखाया। सेना के जवानों की वीरता को मैं बारंबार प्रणाम करता हूं। जवानों ने दिखा दिया कि सिर्फ एक प्रहार से आतंकवाद का ये नाश कर सकते हैं, जिस दिन युद्ध की घोषणा हुई तो पाकिस्तान नक्शे से गायब होगा। पहली गोली आतंकी ने शुभम को ही मारी थी
22 अप्रैल की दोपहर कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी। देश के अलग-अलग राज्यों से 40 से ज्यादा लोगों का ग्रुप यहां घूमने आया था। सभी टूरिस्ट खुले मैदान में थे। आसपास ही 4 से 5 छोटी-छोटी दुकानें हैं। कुछ टूरिस्ट दुकानों के बाहर लगी कुर्सियों पर बैठ गए। कुछ टूरिस्ट आसपास मैदान में बैठे थे। तभी जंगल की तरफ से दो लोग आए। सबसे पहले हथियार से लैस एक व्यक्ति आया। उसने गन रखकर शुभम से पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? अगर मुसलमान हो तो पहले कलमा पढ़कर सुनाओ। पत्नी ने हंसते हुए उससे पूछा- क्या हुआ भइया? तब उसने पत्नी से भी पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? पत्नी ने कहा- हिंदू हूं। इसके बाद उसने पहली गोली शुभम को ही मारी। इसके बाद वहां लाशें बिछती चली गईं। शुरुआत में एक टूरिस्ट के मरने की खबर आई। रात के 11 बजते-बजते मौतें बढ़कर 27 हो गईं। ——————- ये खबर भी पढ़िए- ऑपरेशन सिंदूर-भारत ने पहलगाम हमले का बदला लिया: पाकिस्तान पर 24 मिसाइल दागीं, 100 से ज्यादा आतंकी ढेर पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। ये हमले मंगलवार रात डेढ़ बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में किए गए। ये वही ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। पाकिस्तान की स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहावलपुर में एयर स्ट्राइक के बाद 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिजबुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर