लुधियाना| हंबड़ां रोड पर श्री गोविंद गोधाम के नजदीक निर्माणाधीन श्री अग्रसेन धाम में ‘एक शाम-कुलदेवी के नाम’ का आयोजन हुआ। इस आयोजन में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ समेत विभिन्न राज्यों से असंख्य अग्रवाल समाज के परिवार व गणमान्य शामिल हुए। गायक हेमंत अग्रवाल ने अपनी मधुर वाणी में भजन पेश भक्तजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह आयोजन देर रात को महाआरती के साथ संपन्न हुआ। श्री अग्रसेन धाम व अग्रवाल परिवार मिलन संघ के पदाधिकारियों ने गणमान्यों का स्वागत किया। धाम के मुख्य पुजारी मोहन लाल ने पूजा संपन्न करवाई। इस मौके भाजपा नेता राशि अग्रवाल, कृष्ण गोपाल गर्ग, सचिन गुप्ता केशव बतौर मुख्यातिथि पहुंचे। इनके अलावा चेयरमैन कृष्ण गोपाल अग्रवाल, सीमा अग्रवाल ने गणमान्यों का स्वागत किया। लुधियाना| हंबड़ां रोड पर श्री गोविंद गोधाम के नजदीक निर्माणाधीन श्री अग्रसेन धाम में ‘एक शाम-कुलदेवी के नाम’ का आयोजन हुआ। इस आयोजन में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ समेत विभिन्न राज्यों से असंख्य अग्रवाल समाज के परिवार व गणमान्य शामिल हुए। गायक हेमंत अग्रवाल ने अपनी मधुर वाणी में भजन पेश भक्तजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यह आयोजन देर रात को महाआरती के साथ संपन्न हुआ। श्री अग्रसेन धाम व अग्रवाल परिवार मिलन संघ के पदाधिकारियों ने गणमान्यों का स्वागत किया। धाम के मुख्य पुजारी मोहन लाल ने पूजा संपन्न करवाई। इस मौके भाजपा नेता राशि अग्रवाल, कृष्ण गोपाल गर्ग, सचिन गुप्ता केशव बतौर मुख्यातिथि पहुंचे। इनके अलावा चेयरमैन कृष्ण गोपाल अग्रवाल, सीमा अग्रवाल ने गणमान्यों का स्वागत किया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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107 विद्यार्थियों ने किया गुरबाणी कीर्तन व कविताएं पढ़ीं
107 विद्यार्थियों ने किया गुरबाणी कीर्तन व कविताएं पढ़ीं भास्कर न्यूज | जालंधर गुरुद्वारा छठी पातशाही बस्ती शेख में श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी के प्रकाश पर्व पर गुरमत शिक्षा सभा की ओर से गुरमत समागम करवाया गया। समागम की शुरुआत श्री रहिरास साहिब के पाठ से की गई। अकाली रछपाल सिंह, ज्ञानी तरसेम सिंह और सीए जसमीत सिंह ने बताया कि इस समागम में 107 विद्यार्थियों ने गुरबाणी कीर्तन, कविताओं और गुरमत विचारों की अमृत वर्षा कर आनंदित माहौल बनाया। संगत ने एक मन एक चित्त होकर गुरबाणी कीर्तन और कविताओं का आनंद लिया। भोग के बाद इंद्रपाल सिंह ने संगत को कहा कि सभा की ओर से हर रविवार को गुरुद्वारा साहिब में गुरमत कक्षाएं लगाई जा रही हैं। यह कक्षाएं करीब 6 साल पहले शुरू की गईं थीं। इन कक्षाओं में विद्यार्थियों को गुरबाणी का ज्ञान और कीर्तन का प्रशिक्षण दिया जाता है। गुरुद्वारा साहिब की ओर से कार्यकारी प्रधान गुरु कृपाल सिंह ने सभी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। मौके पर गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान बेअंत सिंह सरहद्दी, कार्यकारी प्रधान गुर कृपाल सिंह, कोर कमेटी चेयरमेन एडवोकेट हरजीत सिंह, दविंदर सिंह रहेजा, कुलवंत वीर सिंह कालड़ा, जगजीत सिंह, सतिंदर पाल सिंह छाबड़ा, चरणजीत सिंह, ज्ञानी गुरमीत सिंह, अमरीक सिंह व अन्य मौजूद थे।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलें:एंबुलेंस, बुजुर्गों-महिलाओं-छात्रों को परेशानी हो रही; किसान बोले-15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे
सुप्रीम कोर्ट का आदेश- शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलें:एंबुलेंस, बुजुर्गों-महिलाओं-छात्रों को परेशानी हो रही; किसान बोले-15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे सुप्रीम कोर्ट ने करीब 6 महीने से बंद पंजाब-हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर को आंशिक तौर पर खोलने के आदेश दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कड़ी टिप्पणी की कि हाईवेज पार्किंग की जगह नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते के भीतर एंबुलेंस, सीनियर सिटीजंस, महिलाओं, छात्रों, आदि के लिए हाईवे की एक लेन खोलने का आदेश दिया। इसके लिए पंजाब और हरियाणा के DGP के अलावा पटियाला, मोहाली और अंबाला के SP को मीटिंग कर इस पर फैसला लेने को कहा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केस की सुनवाई 22 अगस्त को होगी। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि अगर पंजाब और हरियाणा के पुलिस अधिकारियों के बीच सहमति बन जाती है तो फिर सुनवाई की तारीख का इंतजार करने की जरूरत नहीं है। बता दें कि पहले पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने शंभू बॉर्डर खोलने को कहा था। इसके खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा की सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत के लिए निष्पक्ष कमेटी के सदस्यों के नाम दे दिए हैं। इस कमेटी के सदस्य किसानों और केंद्र सरकार के बीच मध्यस्थ का काम करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर हम आप दोनों को नाम देने के लिए राजी करने में सफल रहे हैं, अब जब स्थिति ऐसी है तो आप किसानों को क्यों नहीं राजी करते? क्योंकि हाईवे पार्किंग (जगह) नहीं है। अदालत ने कहा कि भले ही चरणबद्ध तरीके से यातायात की अनुमति दी जाए, लेकिन जो वाहन सड़क पर चलने लायक हैं… लोगों को बहुत असुविधा हो रही है। इस वार्ता में समय लगेगा। वहीं किसानों ने ऐलान किया है कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर वह पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। किसान नेताओं का कहना है कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के आह्वान पर MSP गारंटी कानून बना आर्थिक आजादी के लिए यह मार्च निकाले जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान क्या हुआ… मामले की सुनवाई जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्ज्वल भुइयां ने शुरू की। हरियाणा की तरफ से सालिसिटर जनरल (SG) तुषार मेहता और पंजाब की तरफ से एडवोकेट जनरल (AG) गुरमिंदर सिंह ने किसानों से बात करने के लिए समिति के सदस्यों के नाम दिए।
AG : हम समिति के गठन से सहमत हैं। मेरे पास एक प्रतिष्ठित व्यक्ति का प्रस्ताव है।
SG : आपकी समिति के चयन के लिए हमारे पास कुछ और नाम हैं।
जस्टिस सूर्यकांत : आपके नाम 6 हैं।
SG : यह सही है।
जस्टिस सूर्यकांत : सुरजीत सिंह, क्या वह IAS में पदोन्नत अधिकारी थे? शायद वह एक बहुत प्रसिद्ध (टाउनप्लानर) थे! मैं सिर्फ पुष्टि करूंगा। जब मैं कुछ कार्यक्रमों में था, मैंने उन्हें (क्रम संख्या 5 पर नाम) सुना है। यहां तक कि क्रमांक 1…प्रशंसनीय…परास्नातक, PhD, बहुत ही विनम्र पृष्ठभूमि।
AG : एक व्यक्ति जितना जमीन से जुड़ा हो सकता है…
कोर्ट : हम प्रयासों की सराहना करते हैं। आपने उस व्यक्ति को चुना है जो राजनीतिक नहीं है।
जस्टिस सूर्यकांत : हम आप दोनों को नाम सुझाने के लिए मनाने में सफल रहे हैं। अब ऐसी स्थिति है तो आप किसानों को क्यों नहीं मनाते? क्योंकि राजमार्ग पार्किंग (स्थान) नहीं हैं।
AG : भले ही चरणबद्ध तरीके से यातायात की अनुमति दी गई हो, जो वाहन सड़क पर चलने लायक हैं। लोगों को बहुत असुविधा हो रही है। इस बातचीत में समय लगेगा।
जस्टिस सूर्यकांत : सोचिए कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और स्थानीय लोगों के लिए, जो चिकित्सा सुविधाओं के लिए पंजाब आते हैं, केवल एक ही लेन कैसे होगी?
SG : सुझाव ले लिया है, सरकार के समक्ष रखूंगा। मैं (इस पर) वापस आऊंगा।
जस्टिस सूर्यकांत : हम उन्हें नहीं चाहते। हम किसानों (ट्रैक्टर) को हटाने, मनाने के लिए पंजाब राज्य पर दबाव डाल रहे हैं। हम किसी सौहार्दपूर्ण समाधान तक इस मुद्दे को लंबित रखेंगे। हम समान रूप से चिंतित हैं। कोई नहीं चाहेगा कि किसान…
AG : और ऐसी धारणा मत बनाइए जो सच नहीं है।
जस्टिस कांत : हम एक संक्षिप्त आदेश पारित करेंगे। आप दोनों राजमार्ग के आंशिक रूप से खोलने के संबंध में बातचीत करेंगे। आप जमीनी स्थिति जानते हैं और हम समाचार रिपोर्ट पर भरोसा नहीं करना चाहते हैं। आप दोनों…
SG : दोनों राज्यों के DGP एक साथ बैठ सकते हैं।
SG : क्रमांक 3 का नाम…. नगर नियोजन विभाग में नहीं था।
जस्टिस कांत : उन्होंने बहुत अच्छा किया है…
SC का आदेश: इस बीच, हम पटियाला और अंबाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और दोनों जिलों के DC को एक बैठक आयोजित करने और एम्बुलेंस, आवश्यक सेवाओं, छात्राओं व आसपास के क्षेत्र के दैनिक यात्रियों के लिए शुरू में राजमार्ग को आंशिक रूप से खोलने के लिए तौर-तरीके तय करने का निर्देश देते हैं। यदि दोनों पक्ष समाधान करने में सक्षम हैं, तो उसे इस कोर्ट के आदेश का इंतजार करने की जरुरत नहीं है, और समाधान को तुरंत प्रभावी होने देना चाहिए। मामले को 22 अगस्त, 2024 को सुनवाई के लिए पोस्ट करें। पंधेर बोले- मार्ग खुलेगा तो अच्छा होगा
एक वीडियो जारी कर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ बातें कही हैं। अभी कोर्ट की प्रॉसीडिंग नहीं आई है। 15 अगस्त का कार्यक्रम अभी चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट की प्रॉसीडिंग पढ़ने के बाद दोनों फोरम इस पर कुछ बोल सकेंगे। जहां तक मीडिया की बात हैं कि दोनों राज्यों के DGP बैठ कर बात करेंगे, कमेटी बनेगी। ये सभी बातें हैं। अगर रास्ता खुलेगा तो यह सभी के लिए सुखद होगा। ट्रांसपोर्टर, व्यापारी, मरीज और आम जनता को अच्छा लगेगा। इससे हमें भी देश की राजधानी में जाकर अपना आंदोलन करने का हक मिलेगा। इस बारे में दोनों फोरम बैठकर बात करके ही ऑफिशियल जानकारी देंगे। व्यक्तिगत तौर पर अगर रास्ता खुलेगा तो यह अच्छी बात होगी। फरवरी से चल रहा संघर्ष
फसलों के MSP को लेकर पंजाब के किसान फरवरी-2024 से आंदोलन पर हैं। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने हरियाणा और पंजाब के शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई। किसानों ने बॉर्डर पर पंजाब की तरफ स्थायी मोर्चा बना लिया। ऐसे में वहां से आवाजाही बंद है। इसके चलते अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। इस कारण उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है।
लुधियाना में जाली नोट छापने का मास्टरमाइंड गिरफ्तार:500 का नोट पकड़ा गया तो छापी 100-200 की करंसी, यूट्यूब से सीखा था बनाना
लुधियाना में जाली नोट छापने का मास्टरमाइंड गिरफ्तार:500 का नोट पकड़ा गया तो छापी 100-200 की करंसी, यूट्यूब से सीखा था बनाना लुधियाना जिला के जगराओं में जाली नोट छापने वाले मास्टरमाइंड आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी करीब पिछले 7 महीने से फरार चल रहा था, जिसे पकड़ने में पुलिस की सीआईए स्टाफ ने सफलता हासिल की है। आरोपी की पहचान हरभगवान सिंह उर्फ मिठून निवासी गांव बघेलेवाला मोगा के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए 2 दिन का रिमांड हासिल किया है। 7 महीने पहले गिरफ्तार हुआ था एक आरोपी
पुलिस का मानना है कि आरोपी से पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे हो सकते हैं, इस मामले में जानकारी देते हुए सीआईए स्टाफ के एएसआई धरमिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने करीब सात महीने पहले जाली नोट छाप कर आगे नोटों की सप्लाई करने वाले एक आरोपी को उस समय पकड़ा था, जब आरोपी अपने साथी के कहने पर जाली नोटों की सप्लाई करने गांव चौकीमान के बस स्टैंड पर आया था। इस से पहले कि आरोपी जाली नोट अपने ग्राहक को सप्लाई करता, पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया। मुख्य आरोपी की तलाश में थी पुलिस
पुलिस ने इस मामले मास्टरमाइंड समेत दोनों आरोपियों पर थाना सदर में मामला दर्ज कर लिया था। आरोपियों की पहचान कुलदीप सिंह उर्फ बंगाली निवासी गांव लड़े व हरभगवान सिंह उर्फ मिठून निवासी गांव बघेलेवाला मोगा के रूप में हुई है। पुलिस ने कुलदीप सिंह को गिरफ्तार कर उससे 5800 रुपए के जाली नोट बरामद किये थे। हालांकि मास्टरमाइंड आरोपी हरभगवान सिंह पुलिस गिरफ्त से बाहर था। जिसको पुलिस ने अब गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। पहले भी जा चुके हैं जेल
जाली नोट छापने के मामले में ये आरोपी पहले भी जेल जा चुके हैं, करीब साढ़े तीन साल पहले जेल से छूटकर आने के बाद आरोपियों ने फिर से मिलकर जाली नोट छापने का धंधा शुरू कर दिया। जांच अधिकारी धरमिंदर सिंह ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ दौरान बताया कि उस पर पहले भी जाली नोट छापने का मामला समालसर में दर्ज हुआ था। आरोपी ने बताया कि पहले उन्होंने 500 500 के नोट छापे थे लेकिन उन नोटों को हर कोई चेक करता था, जिस कारण वह पकड़े गए थे। आरोपी ने बताया कि पुरानी गलती को सुधारते हुए इस बार 200 व 100-100 के नोट छापे, क्योंकि दुकानदार सिर्फ 500 के नोट की ही जांच करते हैं। 100-200 के नोट कोई दुकानदार चेक नही करता है। इसी का फायदा उठा कर 100-200 के जाली करंसी छापे। यूट्यूब से बनाना सीखे नकली नोट
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी ने पूछताछ दौरान बताया कि वह तो अपने साथी की सिर्फ नोट सप्लाई करने और बाजारों में नोट चलाने का काम करता है। जबकि नोट छापने का काम हरभगवान सिंह का है। उसने यूट्यूब से जाली नोट बनाने का काम सीखा था। नोटों पर कलर मैचिंग आदि का काम भी उसने धीरे धीरे कर यूट्यूब से ही सीखा था। फिलहाल पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।