लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश में हार के बाद पहली बार उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने रविवार को लखनऊ में आयोजित कार्य समिति की बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बयान दिया। जिससे कि कार्यकर्ताओं में जोश भर गया। वैसे लगातार केशव प्रसाद मौर्य की गतिविधियों से संशय बना हुआ था कि, आखिरकार वह क्या निर्णय लेंगे। या संगठन ने उनके विषय में क्या सोचा है। संगठन सरकार से बड़ा था, है और रहेगा… प्रदेश कार्य समिति की बैठक के दौरान रविवार को दूसरे सत्र में उन्होंने अपनी जुबान खोल ही दिया। अपनी ही सरकार के खिलाफ हमलावर होते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, मैं सभी की मौजूदगी में यह कह देना चाहता हूं कि, संगठन हमेशा सरकार से बड़ा होता है। कार्यसमिति की बैठक में दिए गए अपने संबोधन को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। मीटिंग का यह हिस्सा गोपनीय था। दूसरे सत्र के दौरान मीडिया को भी बैठक में मौजूद रहने से मना कर दिया गया था। इसके बाद में यहां केशव प्रसाद मौर्य पूरे तेवर के साथ बोलते हुए नजर आ रहे हैं। केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयान को सोशल मीडिया पर किया पोस्ट उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वीडियो अपलोड किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि, संगठन सरकार से बड़ा है। उन्होंने कहा कि 7 साल से मैं उपमुख्यमंत्री हूं मगर मैं खुद को पहले भारतीय जनता पार्टी का नेता मानता हूं और उपमुख्यमंत्री बाद में। मैं सभी वरिष्ठ नेताओं के सामने यह कहना चाहता हूं कि संगठन सरकार से बड़ा होता है। सरकार को लेकर मौर्य के दिए बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जोड़कर देखा जा रहा है। हाल ही में कुछ ऐसे बयान अलग-अलग नेताओं की ओर से आए हैं। जिसमें भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेरा गया है। पूर्व मंत्री मोती सिंह और जौनपुर के बदलापुर से विधायक रमेश मिश्रा के बयान सरकार के खिलाफ गए हैं। उसके बाद में केशव प्रसाद मौर्य का प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यह कह देना कि, संगठन सरकार से बड़ा है। कहीं ना कहीं उत्तर प्रदेश सरकार पर उनके एक हमले की तरह ही देखा जा रहा है। बता दें कि पूर्व महामंत्री संगठन सुनील बंसल के समय से ही उत्तर प्रदेश में संगठन और सरकार के टकराव के कई किस्से मशहूर हो चुके हैं। तब यह कहा जाता था कि महामंत्री संगठन और मुख्यमंत्री के बीच के संबंध बेहतर नहीं है। जिस वजह से संगठन की अनदेखी सरकार की ओर से की जाती है। लोकसभा चुनाव 2024 में अपेक्षाकृत खराब प्रदर्शन को लेकर कार्यकर्ताओं की सरकार की ओर से अनदेखी को एक बड़ा मुद्दा माना गया है। जिसमें सुधार की मांग लगातार बताई जाती रही है। इसके बाद में केशव प्रसाद मौर्य का यह बड़ा बयान आ गया है। जिसके दूरगामी परिणाम निकट भविष्य में देखने को मिल सकते हैं। बैठक के गोपनीय हिस्से को सार्वजनिक कर देने के बाद यह माना जा रहा है कि, केशव प्रसाद मौर्य अब आर पार के मूड में नजर आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश में हार के बाद पहली बार उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने रविवार को लखनऊ में आयोजित कार्य समिति की बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बयान दिया। जिससे कि कार्यकर्ताओं में जोश भर गया। वैसे लगातार केशव प्रसाद मौर्य की गतिविधियों से संशय बना हुआ था कि, आखिरकार वह क्या निर्णय लेंगे। या संगठन ने उनके विषय में क्या सोचा है। संगठन सरकार से बड़ा था, है और रहेगा… प्रदेश कार्य समिति की बैठक के दौरान रविवार को दूसरे सत्र में उन्होंने अपनी जुबान खोल ही दिया। अपनी ही सरकार के खिलाफ हमलावर होते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, मैं सभी की मौजूदगी में यह कह देना चाहता हूं कि, संगठन हमेशा सरकार से बड़ा होता है। कार्यसमिति की बैठक में दिए गए अपने संबोधन को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। मीटिंग का यह हिस्सा गोपनीय था। दूसरे सत्र के दौरान मीडिया को भी बैठक में मौजूद रहने से मना कर दिया गया था। इसके बाद में यहां केशव प्रसाद मौर्य पूरे तेवर के साथ बोलते हुए नजर आ रहे हैं। केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयान को सोशल मीडिया पर किया पोस्ट उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वीडियो अपलोड किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि, संगठन सरकार से बड़ा है। उन्होंने कहा कि 7 साल से मैं उपमुख्यमंत्री हूं मगर मैं खुद को पहले भारतीय जनता पार्टी का नेता मानता हूं और उपमुख्यमंत्री बाद में। मैं सभी वरिष्ठ नेताओं के सामने यह कहना चाहता हूं कि संगठन सरकार से बड़ा होता है। सरकार को लेकर मौर्य के दिए बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जोड़कर देखा जा रहा है। हाल ही में कुछ ऐसे बयान अलग-अलग नेताओं की ओर से आए हैं। जिसमें भारतीय जनता पार्टी की सरकार को घेरा गया है। पूर्व मंत्री मोती सिंह और जौनपुर के बदलापुर से विधायक रमेश मिश्रा के बयान सरकार के खिलाफ गए हैं। उसके बाद में केशव प्रसाद मौर्य का प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यह कह देना कि, संगठन सरकार से बड़ा है। कहीं ना कहीं उत्तर प्रदेश सरकार पर उनके एक हमले की तरह ही देखा जा रहा है। बता दें कि पूर्व महामंत्री संगठन सुनील बंसल के समय से ही उत्तर प्रदेश में संगठन और सरकार के टकराव के कई किस्से मशहूर हो चुके हैं। तब यह कहा जाता था कि महामंत्री संगठन और मुख्यमंत्री के बीच के संबंध बेहतर नहीं है। जिस वजह से संगठन की अनदेखी सरकार की ओर से की जाती है। लोकसभा चुनाव 2024 में अपेक्षाकृत खराब प्रदर्शन को लेकर कार्यकर्ताओं की सरकार की ओर से अनदेखी को एक बड़ा मुद्दा माना गया है। जिसमें सुधार की मांग लगातार बताई जाती रही है। इसके बाद में केशव प्रसाद मौर्य का यह बड़ा बयान आ गया है। जिसके दूरगामी परिणाम निकट भविष्य में देखने को मिल सकते हैं। बैठक के गोपनीय हिस्से को सार्वजनिक कर देने के बाद यह माना जा रहा है कि, केशव प्रसाद मौर्य अब आर पार के मूड में नजर आ रहे हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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<p style=”text-align: justify;”>रवि लांडगे ने आगे कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने विचारों के आधार पर जो शिवसैनिक चुने, वो शिवसैनिक आज भी उन विचारों पर खड़े हैं. जब उद्धव ठाकरे के साथ धोखा हुआ, विधायकों ने उनके साथ धोखा किया. इसके बावजूद उनकी पार्टी लोकसभा के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. शिवसेना एक ऐसी पार्टी है जो एक विचारधारा का पालन करती है और उनके कार्यकर्ता इसके लिए समर्पित हैं. शिवसेना एकमात्र ऐसी पार्टी है जो हमारे लिए उपयुक्त है, इसलिए, हमने शिवसेना में शामिल होने का फैसला किया है. </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”>VIDEO | <a href=”https://twitter.com/hashtag/Maharashtra?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#Maharashtra</a>: Former BJP corporator Ravi Landge is set to join Shiv Sena (UBT) in the presence of party chief Uddhav Thackeray in Mumbai later today.<br /><br />”Shiv Sena, a party founded by Balasaheb Thackeray, has always stood against injustice and fought for the rights of the… <a href=”https://t.co/gOp1QYPe4y”>pic.twitter.com/gOp1QYPe4y</a></p>
— Press Trust of India (@PTI_News) <a href=”https://twitter.com/PTI_News/status/1825738422146703778?ref_src=twsrc%5Etfw”>August 20, 2024 </a>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
[/tw]</blockquote>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कौन हैं रवि लांडगे?</strong><br />रवि लांडगे पिंपरी-चिंचवड़ शहर (भोसरी) में बीजेपी के पूर्व शहर अध्यक्ष स्वर्गीय अंकुशराव लांडगे के भतीजे और नगर निगम के पूर्व विपक्षी नेता स्वर्गीय बाबासाहेब लांडगे के बेटे हैं. वे आज उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल होंगे. कांग्रेस-राष्ट्रवादी पार्टी के प्रभुत्व वाले पिंपरी-चिंचवड़ में बीजेपी के पूर्व शहर अध्यक्ष स्वर्गीय अंकुशराव लांडगे ने बीजेपी का झंडा बुलंद किया था. वे बीजेपी से दो बार पार्षद निर्वाचित हुए थे. रवि लांडगे परिवार के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में उभरे. 2017 के नगरपालिका चुनावों में रवि लांडगे को निर्विरोध बीजेपी नगरसेवक के रूप में चुना गया था. रवि लांडगे और उनके परिवार को पिंपरी-चिंचवड़ की राजनीति में सबसे पुराने बीजेपी वफादारों के रूप में जाना जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”‘बीजेपी को महाराष्ट्र में हारने का डर, इसलिए…’, विधानसभा चुनाव को लेकर संजय राउत का बड़ा दावा” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/shiv-sena-ubt-mp-sanjay-raut-claims-bjp-will-lost-maharashtra-assembly-election-2024-2764721″ target=”_blank” rel=”noopener”>’बीजेपी को महाराष्ट्र में हारने का डर, इसलिए…’, विधानसभा चुनाव को लेकर संजय राउत का बड़ा दावा</a></strong></p>
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