पंजाब के लुधियाना में 16 दिन पहले 30 जून को अगवा हुई 8 महीने की बच्ची का वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक महिला बच्ची को कंधे पर उठाकर रेलवे स्टेशन के मेन गेट के आसपास घूमती नजर आ रही है। वह ऑटो में जाने वाली थी, लेकिन फिर बच्ची को पैदल ही ले जाती नजर आई। सुराग मिलने के बावजूद लुधियाना जीआरपी और आरपीएफ बच्ची को खोजने में नाकाम साबित हो रही है। रेलवे पुलिस इंटेलिजेंस और सीआईए स्टाफ का सिस्टम नाकाम साबित हो रहा है। लापता बच्ची का नाम खुशी पटेल है। परिवार गांव कक्का का रहने वाला है। परिवार हर रोज जीआरपी थाने के चक्कर लगा रहा है। परिवार बोला- रोजाना मिलता पुलिस से नया बहाना पीड़ित परिवार ने बताया कि कभी थाने में एसएचओ अपनी सीट पर नहीं मिलते तो कभी मुंशी दफ्तर से गायब रहते हैं। परिवार का आरोप है कि प्रवासी परिवार होने के कारण जीआरपी पुलिस उनकी बात नहीं सुनती। पुलिस अधिकारी हर दिन नया बहाना बनाते हैं। कई बार तो पुलिसकर्मी उन्हें थाने से यह कहकर भगा भी देते हैं कि साहब अभी मीटिंग में हैं। 29 जून रात 2.10 पर ट्रेन से थे उतरे जानकारी देते हुए बच्ची के पिता चंदन कुमार ने कहा कि उनके तीन बच्चे है। बच्ची सबसे छोटी है। वह 29 जून को रात वैष्णों देवी से वापस लुधियाना आए थे। रात 2.10 बज गए थे। रात को लूटपाट से बचने के लिए वह सुबह की प्रतीक्षा करने लगे। वह पत्नी पूनम सहित प्लेटफार्म पर ही सो गए। सुबह 4.40 पर जब नींद खुली तो वह दंग रह गए। उनकी 7 महीने की बेटी खुशी पटेल गायब थी। सीसीटीवी न चलने से हुई परेशानी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे हैं। कैमरे खराब होने की वजह से प्लेटफॉर्म पर चोरी और डकैती की घटनाएं हो रही हैं। चंदन ने बताया कि वह कई बार थाने के चक्कर लगा चुका है, लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी उसे लड़की के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है। वह पुलिस प्रशासन से परेशान है। उसने कल जीआरपी थाने के बाहर धरना भी दिया था, लेकिन पुलिस ने उसे आश्वासन देकर वहां से हटा दिया था। बच्चा चोरी के बावजूद रेलवे पुलिस सुस्त दैनिक भास्कर ने जब बीती रात रेलवे स्टेशन का जायजा लिया तो पाया कि एंट्री गेट पर लगेज चेकिंग के लिए एक्स-रे मशीन चालू थी, लेकिन आरपीएफ का कोई कर्मचारी तैनात नहीं मिला। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि अक्सर रात 12 बजे के बाद रेलवे पुलिस के कर्मचारी सीसीटीवी बंद होने का फायदा उठाकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म को भगवान भरोसे छोड़कर सोने चले जाते हैं। पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही के कारण रेलवे स्टेशन पर बच्चा चोर गिरोह सक्रिय हो गया है। अवैध वैडर भी कर रहे वारदातें
सूत्रों के मुताबिक यह भी पता चला है कि स्टेशन पर सामान बेचने की आड़ में अवैध वैंडर चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे है। अब यह भी शक जताया जा रहा है कि बच्चा चोरी के पीछे किसी अवैध वैंडर का हाथ हो सकता है। बता दें इस घटना से करीब अढ़ाई महीने पहले ढंडारी रेलवे स्टेशन पर 3 युवकों ने एक नाबालिग किशोरी को किडनैप करके उससे गैंग रेप किया था। थाना हैबोवाल की पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था। उन आरोपियों के रिकार्ड से पता चला है कि वह अवैध वैडिंग का काम भी लुधियाना और ढंडारी स्टेशन पर कर चुके हैं। लगातार अवैध वैंडरों द्वारा की जा रही वारदातों के बावजूद रेलवे पुलिस अवैध वैडिंग पर नकेल कसने में नाकामयाब हैं। SHO फोन उठाने से करते गुरेज
16 दिन से लापता बच्ची के मामले में अभी तक क्या जांच हुई है, इस संबंधी थाना जीआरपी के SHO जतिंदर सिंह कुछ भी बताने से गुरेज कर रहे हैं। उनसे कई बार मामले संबंधी पक्ष लेना चाहा लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। पंजाब के लुधियाना में 16 दिन पहले 30 जून को अगवा हुई 8 महीने की बच्ची का वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक महिला बच्ची को कंधे पर उठाकर रेलवे स्टेशन के मेन गेट के आसपास घूमती नजर आ रही है। वह ऑटो में जाने वाली थी, लेकिन फिर बच्ची को पैदल ही ले जाती नजर आई। सुराग मिलने के बावजूद लुधियाना जीआरपी और आरपीएफ बच्ची को खोजने में नाकाम साबित हो रही है। रेलवे पुलिस इंटेलिजेंस और सीआईए स्टाफ का सिस्टम नाकाम साबित हो रहा है। लापता बच्ची का नाम खुशी पटेल है। परिवार गांव कक्का का रहने वाला है। परिवार हर रोज जीआरपी थाने के चक्कर लगा रहा है। परिवार बोला- रोजाना मिलता पुलिस से नया बहाना पीड़ित परिवार ने बताया कि कभी थाने में एसएचओ अपनी सीट पर नहीं मिलते तो कभी मुंशी दफ्तर से गायब रहते हैं। परिवार का आरोप है कि प्रवासी परिवार होने के कारण जीआरपी पुलिस उनकी बात नहीं सुनती। पुलिस अधिकारी हर दिन नया बहाना बनाते हैं। कई बार तो पुलिसकर्मी उन्हें थाने से यह कहकर भगा भी देते हैं कि साहब अभी मीटिंग में हैं। 29 जून रात 2.10 पर ट्रेन से थे उतरे जानकारी देते हुए बच्ची के पिता चंदन कुमार ने कहा कि उनके तीन बच्चे है। बच्ची सबसे छोटी है। वह 29 जून को रात वैष्णों देवी से वापस लुधियाना आए थे। रात 2.10 बज गए थे। रात को लूटपाट से बचने के लिए वह सुबह की प्रतीक्षा करने लगे। वह पत्नी पूनम सहित प्लेटफार्म पर ही सो गए। सुबह 4.40 पर जब नींद खुली तो वह दंग रह गए। उनकी 7 महीने की बेटी खुशी पटेल गायब थी। सीसीटीवी न चलने से हुई परेशानी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी काम नहीं कर रहे हैं। कैमरे खराब होने की वजह से प्लेटफॉर्म पर चोरी और डकैती की घटनाएं हो रही हैं। चंदन ने बताया कि वह कई बार थाने के चक्कर लगा चुका है, लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी उसे लड़की के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है। वह पुलिस प्रशासन से परेशान है। उसने कल जीआरपी थाने के बाहर धरना भी दिया था, लेकिन पुलिस ने उसे आश्वासन देकर वहां से हटा दिया था। बच्चा चोरी के बावजूद रेलवे पुलिस सुस्त दैनिक भास्कर ने जब बीती रात रेलवे स्टेशन का जायजा लिया तो पाया कि एंट्री गेट पर लगेज चेकिंग के लिए एक्स-रे मशीन चालू थी, लेकिन आरपीएफ का कोई कर्मचारी तैनात नहीं मिला। सूत्रों के अनुसार पता चला है कि अक्सर रात 12 बजे के बाद रेलवे पुलिस के कर्मचारी सीसीटीवी बंद होने का फायदा उठाकर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म को भगवान भरोसे छोड़कर सोने चले जाते हैं। पुलिस कर्मचारियों की लापरवाही के कारण रेलवे स्टेशन पर बच्चा चोर गिरोह सक्रिय हो गया है। अवैध वैडर भी कर रहे वारदातें
सूत्रों के मुताबिक यह भी पता चला है कि स्टेशन पर सामान बेचने की आड़ में अवैध वैंडर चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे है। अब यह भी शक जताया जा रहा है कि बच्चा चोरी के पीछे किसी अवैध वैंडर का हाथ हो सकता है। बता दें इस घटना से करीब अढ़ाई महीने पहले ढंडारी रेलवे स्टेशन पर 3 युवकों ने एक नाबालिग किशोरी को किडनैप करके उससे गैंग रेप किया था। थाना हैबोवाल की पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया था। उन आरोपियों के रिकार्ड से पता चला है कि वह अवैध वैडिंग का काम भी लुधियाना और ढंडारी स्टेशन पर कर चुके हैं। लगातार अवैध वैंडरों द्वारा की जा रही वारदातों के बावजूद रेलवे पुलिस अवैध वैडिंग पर नकेल कसने में नाकामयाब हैं। SHO फोन उठाने से करते गुरेज
16 दिन से लापता बच्ची के मामले में अभी तक क्या जांच हुई है, इस संबंधी थाना जीआरपी के SHO जतिंदर सिंह कुछ भी बताने से गुरेज कर रहे हैं। उनसे कई बार मामले संबंधी पक्ष लेना चाहा लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। पंजाब | दैनिक भास्कर