संगम पर आज भी स्नान के लिए भीड़:स्वामी चिदानंद ने गंगा से कचरा बटोरा; मेला क्षेत्र में कूड़े का ढेर, टेंट उखाड़े जा रहे

संगम पर आज भी स्नान के लिए भीड़:स्वामी चिदानंद ने गंगा से कचरा बटोरा; मेला क्षेत्र में कूड़े का ढेर, टेंट उखाड़े जा रहे

महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को हो चुका है। दुकानें उखड़ चुकी हैं। पंडाल उखाड़े जा रहे हैं। अब भीड़ नहीं है। हालांकि, सुबह संगम पर स्नान के लिए काफी श्रद्धालु पहुंचे। अब संगम तक आसानी से गाड़ी ले जा सकते हैं। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने शुक्रवार को महाकुंभ की धरती से विदा लिया। इससे पहले उन्होंने अरैल घाट पर सफाई की। गंगा से कचरा निकाला। सफाई कर्मियों को भोजन कराया। संगम पर आज जगह-जगह कूड़े का ढेर दिख रहा है। सफाई कर्मचारियों ने आज से 15 दिन के विशेष सफाई अभियान की शुरुआत की है। संगम क्षेत्र, घाटों और मेले की स्थायी और अस्थायी सड़कों को साफ किया जा रहा है। संगम की रेती जहां पैर रखने तक की जगह नहीं होती थी, वह अब वीरान पड़ा है। संगम क्षेत्र की 3 तस्वीरें… महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को हो चुका है। दुकानें उखड़ चुकी हैं। पंडाल उखाड़े जा रहे हैं। अब भीड़ नहीं है। हालांकि, सुबह संगम पर स्नान के लिए काफी श्रद्धालु पहुंचे। अब संगम तक आसानी से गाड़ी ले जा सकते हैं। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने शुक्रवार को महाकुंभ की धरती से विदा लिया। इससे पहले उन्होंने अरैल घाट पर सफाई की। गंगा से कचरा निकाला। सफाई कर्मियों को भोजन कराया। संगम पर आज जगह-जगह कूड़े का ढेर दिख रहा है। सफाई कर्मचारियों ने आज से 15 दिन के विशेष सफाई अभियान की शुरुआत की है। संगम क्षेत्र, घाटों और मेले की स्थायी और अस्थायी सड़कों को साफ किया जा रहा है। संगम की रेती जहां पैर रखने तक की जगह नहीं होती थी, वह अब वीरान पड़ा है। संगम क्षेत्र की 3 तस्वीरें…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर