संगरूर जिले की आनंदपुर बस्ती में 2 बच्चों की मां ने अपने ससुराल परिवार से परेशान होकर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक की सास, जेठ, जिठानी, ननंद और भतीजी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस संबंध में मृतक किरना के भाई सिकंदर सिंह निवासी चकेरिया (मानसा) ने पुलिस को बयान दर्ज कराया कि 12 वर्ष पहले उसकी बहन की शादी रीति रिवाज के साथ बलविंदर सिंह के साथ हुई थी। शिकायतकर्ता भाई ने बताया कि उसकी बहन के एक लड़का (9) व एक लड़की (11) हैं। ससुराल परिवार से सरबजीत कौर (सास), टीनू सिंह (जेठ), चरणजीत कौर (जेठानी), परमजीत कौर (ननंद) और अंकू ने किरना से झगड़ करते रहते थे और उसे प्रताड़ित करते रहते हैं। फांसी लगाने से पहले भाई से की बात सिकंदर सिंह नेबताया कि बहन किरना ने फंदा लगाने से पहले बड़ी बहन शिंदर कौर जोकि गांव रईया में रहती है, को फोन पर बताया कि ससुराल परिवार उसके साथ कलह और मारपीट कर रहा है, जिसकी आवाज बड़ी बहन ने भी सुनी। इसके बाद मृतका के पति बलविंदर सिंह ने ससुराल में फोन कर बताया कि किरना रानी ने फंदा लगा लिया है, आप जल्दी आ जाओ। इसी बीच जब भाई गांव के बुजुर्ग, मां, मौसी के बेटे व अन्य लोगों के साथ पहुंचा तो देखा कि बहन किरना बिस्तर पर मृत पड़ी थी। जब आसपास से पता चला कि उक्त ससुराल परिवार की प्रताड़ना से तंग आकर किरना ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। इसकी सूचना पुलिस चौकी तपा को दी गई। पुलिस ने परिजनों को सौंपा शव इस सबंधी पुलिस प्रमुख संदीप सिंह, चौकी प्रभारी करमजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस पार्टी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर शवगृह कक्ष बरनाला में भेज दिया। पुलिस ने मृतक के भाई सिकंदर सिंह के बयान पर मौत का मामला दर्ज कर शव का पोस्टमॉर्टम कराकर मायका परिवार को सौंप दिया है। संगरूर जिले की आनंदपुर बस्ती में 2 बच्चों की मां ने अपने ससुराल परिवार से परेशान होकर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक की सास, जेठ, जिठानी, ननंद और भतीजी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस संबंध में मृतक किरना के भाई सिकंदर सिंह निवासी चकेरिया (मानसा) ने पुलिस को बयान दर्ज कराया कि 12 वर्ष पहले उसकी बहन की शादी रीति रिवाज के साथ बलविंदर सिंह के साथ हुई थी। शिकायतकर्ता भाई ने बताया कि उसकी बहन के एक लड़का (9) व एक लड़की (11) हैं। ससुराल परिवार से सरबजीत कौर (सास), टीनू सिंह (जेठ), चरणजीत कौर (जेठानी), परमजीत कौर (ननंद) और अंकू ने किरना से झगड़ करते रहते थे और उसे प्रताड़ित करते रहते हैं। फांसी लगाने से पहले भाई से की बात सिकंदर सिंह नेबताया कि बहन किरना ने फंदा लगाने से पहले बड़ी बहन शिंदर कौर जोकि गांव रईया में रहती है, को फोन पर बताया कि ससुराल परिवार उसके साथ कलह और मारपीट कर रहा है, जिसकी आवाज बड़ी बहन ने भी सुनी। इसके बाद मृतका के पति बलविंदर सिंह ने ससुराल में फोन कर बताया कि किरना रानी ने फंदा लगा लिया है, आप जल्दी आ जाओ। इसी बीच जब भाई गांव के बुजुर्ग, मां, मौसी के बेटे व अन्य लोगों के साथ पहुंचा तो देखा कि बहन किरना बिस्तर पर मृत पड़ी थी। जब आसपास से पता चला कि उक्त ससुराल परिवार की प्रताड़ना से तंग आकर किरना ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। इसकी सूचना पुलिस चौकी तपा को दी गई। पुलिस ने परिजनों को सौंपा शव इस सबंधी पुलिस प्रमुख संदीप सिंह, चौकी प्रभारी करमजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस पार्टी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर शवगृह कक्ष बरनाला में भेज दिया। पुलिस ने मृतक के भाई सिकंदर सिंह के बयान पर मौत का मामला दर्ज कर शव का पोस्टमॉर्टम कराकर मायका परिवार को सौंप दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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