निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद पर टिकट के बदले शोषण किए जाने का आरोप लगा है। मामला मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट से जुड़ा है। जहां निषाद पार्टी के हरिशंकर बिंद और उनकी पत्नी पुष्पलता ने संजय निषाद पर धोखा देने का आरोप लगाया है। मझवां सीट पर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सुचिस्मिता मौर्य को टिकट दिया है। इस सीट पर प्रत्याशी की घोषणा होते ही निषाद पार्टी में संघर्ष शुरू हो गया। हरिशंकर बिंद बोले- टिकट देने के नाम पर बुलाते थे
हरिशंकर बिंद की पत्नी पुष्पलता बिंद सिटी ब्लाक के वीरपुर गांव की प्रधान हैं। पति-पत्नी ने आरोप लगाते हुए कहा कि संजय निषाद ने हमारा शोषण किया। दिल्ली में तो बुलाकर 10 लाख रुपए नगद भी लिए। साथ ही आवेदन शुल्क के नाम पर 5 लाख रुपए नगद लिए। ये हमको बार-बार टिकट देने के नाम पर बुलाया करते थे। कभी दिल्ली बुलाते, कभी लखनऊ बुलाते। टिकट देने के नाम पर हमसे प्रचार भी करवाते थे। 6 महीने से बेवकूफ बनाकर धोखा दिया
मिर्जापुर में संजय निषाद के जो भी कार्यक्रम होते थे, उसका पूरा खर्च हम लोग ही उठाते थे। यहां तक कि गाड़ी से लेकर खाने-पीने का खर्चा हमसे लिया जाता था। जो भी निषाद पार्टी के पदाधिकारी आते थे, उनको 20 हजार से लेकर 50 हजार तक विदाई में देते थे। हम लोगों से 6 महीने के अंदर 50 लाख रुपए से ज्यादा कार्यक्रम और विदाई के नाम पर खर्च कराया गया। फिर टिकट फाइनल होने पर 2 करोड़ रुपए की डिमांड कर दी। संजय निषाद ने 6 महीने से बेवकूफ बनाकर जो धोखा दिया है, अब हमारा समाज इस चुनाव में उनको धोखा देगा। हम भी घर-घर जाकर अपने समाज से अपील करेंगे कि इनको धोखा दीजिए। अचानक से दिल्ली बुलाकर छल किया
हरिशंकर बिंद ने आगे कहा, संजय निषाद ने हमें एक दिन एकदम से दिल्ली बुला लिया। हम लोग दिल्ली इनके आवास पर पहुंचे तो ये सो रहे थे। दूसरे दिन हमारी मुलाकात हुई। वहां ये अपने बेडरूम में बुलाकर कहे कि तुमको ही टिकट मिल रहा है, घबराओ मत। वहां भी हमने इनको 10 लाख रुपए दिए थे। इन्होंने दिल्ली बुलाकर हमें 18 से 23 तारीख तक अपने ही आवास पर रोका। हमें भरोसा दिलाया कि तुम्हें ही टिकट मिल रहा है। यहां तक कि हमको सुनील बंसल से भी मिलवाया। जब मैं सुनील बंसल से मिला तो उन्होंने काफी अच्छा रिस्पॉन्स दिया। हमें लगा कि अब तो टिकट मिल ही जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मेरे साथ छल हुआ है। अगर ये लोग एक दिन पहले बता देते थे कि आपको टिकट नहीं मिल रहा है तो मैं बसपा सपा या अन्य पार्टियों से भी लड़ सकता था। संजय निषाद का नहीं उठा फोन टिकट के बदले पैसे लेने के मामले पर लेकर दैनिक भास्कर ने निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद का भी पक्ष जानना चाहा। लेकिन उनका फोन नहीं उठा। मझवां से टिकट न मिलने पर लोगों में नाराजगी
मझवां सीट एनडीए के टिकट बंटवारे में शुरू से ही निषाद पार्टी की मानी जा रही थी। लगातार निषाद पार्टी के लोग यहां से टिकट के लिए सक्रिय थे। ऐसे में अब टिकट न मिलने पर लोगों में नाराजगी है। भाजपा की सूची में कुंदरकी से रामवीर सिंह ठाकुर, गाजियाबाद से संजीव शर्मा, खैर से सुरेंद्र दिलेर, करहल से अनुजेश यादव, फूलपुर सीट से दीपक पटेल, कटेहरी से धर्मराज निषाद, मझवां से सुचिस्मिता मौर्य और सीसामऊ सीट से सुरेश अवस्थी शामिल हैं। वहीं रालोद ने मीरापुर से मिथिलेश पाल को गठबंधन प्रत्याशी बनाया है। ये भी पढ़ें… यूपी के मंत्री संजय निषाद बने ‘सत्ताइस के खेवनहार’, लखनऊ में जगह-जगह लगे पोस्टर लखनऊ में पोस्टर वार जारी है। अखिलेश यादव का पोस्टर लगने के ठीक एक दिन बाद अब बीजेपी के सहयोगी निषाद पार्टी के अध्यक्ष के पोस्टर लखनऊ के प्रमुख स्थानों पर लगे हैं। इस पोस्टर में यूपी के मंत्री संजय निषाद को ‘सत्ताइस के खेवनहार’ बताया गया है। पूरी खबर पढ़ें… निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद पर टिकट के बदले शोषण किए जाने का आरोप लगा है। मामला मिर्जापुर की मझवां विधानसभा सीट से जुड़ा है। जहां निषाद पार्टी के हरिशंकर बिंद और उनकी पत्नी पुष्पलता ने संजय निषाद पर धोखा देने का आरोप लगाया है। मझवां सीट पर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सुचिस्मिता मौर्य को टिकट दिया है। इस सीट पर प्रत्याशी की घोषणा होते ही निषाद पार्टी में संघर्ष शुरू हो गया। हरिशंकर बिंद बोले- टिकट देने के नाम पर बुलाते थे
हरिशंकर बिंद की पत्नी पुष्पलता बिंद सिटी ब्लाक के वीरपुर गांव की प्रधान हैं। पति-पत्नी ने आरोप लगाते हुए कहा कि संजय निषाद ने हमारा शोषण किया। दिल्ली में तो बुलाकर 10 लाख रुपए नगद भी लिए। साथ ही आवेदन शुल्क के नाम पर 5 लाख रुपए नगद लिए। ये हमको बार-बार टिकट देने के नाम पर बुलाया करते थे। कभी दिल्ली बुलाते, कभी लखनऊ बुलाते। टिकट देने के नाम पर हमसे प्रचार भी करवाते थे। 6 महीने से बेवकूफ बनाकर धोखा दिया
मिर्जापुर में संजय निषाद के जो भी कार्यक्रम होते थे, उसका पूरा खर्च हम लोग ही उठाते थे। यहां तक कि गाड़ी से लेकर खाने-पीने का खर्चा हमसे लिया जाता था। जो भी निषाद पार्टी के पदाधिकारी आते थे, उनको 20 हजार से लेकर 50 हजार तक विदाई में देते थे। हम लोगों से 6 महीने के अंदर 50 लाख रुपए से ज्यादा कार्यक्रम और विदाई के नाम पर खर्च कराया गया। फिर टिकट फाइनल होने पर 2 करोड़ रुपए की डिमांड कर दी। संजय निषाद ने 6 महीने से बेवकूफ बनाकर जो धोखा दिया है, अब हमारा समाज इस चुनाव में उनको धोखा देगा। हम भी घर-घर जाकर अपने समाज से अपील करेंगे कि इनको धोखा दीजिए। अचानक से दिल्ली बुलाकर छल किया
हरिशंकर बिंद ने आगे कहा, संजय निषाद ने हमें एक दिन एकदम से दिल्ली बुला लिया। हम लोग दिल्ली इनके आवास पर पहुंचे तो ये सो रहे थे। दूसरे दिन हमारी मुलाकात हुई। वहां ये अपने बेडरूम में बुलाकर कहे कि तुमको ही टिकट मिल रहा है, घबराओ मत। वहां भी हमने इनको 10 लाख रुपए दिए थे। इन्होंने दिल्ली बुलाकर हमें 18 से 23 तारीख तक अपने ही आवास पर रोका। हमें भरोसा दिलाया कि तुम्हें ही टिकट मिल रहा है। यहां तक कि हमको सुनील बंसल से भी मिलवाया। जब मैं सुनील बंसल से मिला तो उन्होंने काफी अच्छा रिस्पॉन्स दिया। हमें लगा कि अब तो टिकट मिल ही जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मेरे साथ छल हुआ है। अगर ये लोग एक दिन पहले बता देते थे कि आपको टिकट नहीं मिल रहा है तो मैं बसपा सपा या अन्य पार्टियों से भी लड़ सकता था। संजय निषाद का नहीं उठा फोन टिकट के बदले पैसे लेने के मामले पर लेकर दैनिक भास्कर ने निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद का भी पक्ष जानना चाहा। लेकिन उनका फोन नहीं उठा। मझवां से टिकट न मिलने पर लोगों में नाराजगी
मझवां सीट एनडीए के टिकट बंटवारे में शुरू से ही निषाद पार्टी की मानी जा रही थी। लगातार निषाद पार्टी के लोग यहां से टिकट के लिए सक्रिय थे। ऐसे में अब टिकट न मिलने पर लोगों में नाराजगी है। भाजपा की सूची में कुंदरकी से रामवीर सिंह ठाकुर, गाजियाबाद से संजीव शर्मा, खैर से सुरेंद्र दिलेर, करहल से अनुजेश यादव, फूलपुर सीट से दीपक पटेल, कटेहरी से धर्मराज निषाद, मझवां से सुचिस्मिता मौर्य और सीसामऊ सीट से सुरेश अवस्थी शामिल हैं। वहीं रालोद ने मीरापुर से मिथिलेश पाल को गठबंधन प्रत्याशी बनाया है। ये भी पढ़ें… यूपी के मंत्री संजय निषाद बने ‘सत्ताइस के खेवनहार’, लखनऊ में जगह-जगह लगे पोस्टर लखनऊ में पोस्टर वार जारी है। अखिलेश यादव का पोस्टर लगने के ठीक एक दिन बाद अब बीजेपी के सहयोगी निषाद पार्टी के अध्यक्ष के पोस्टर लखनऊ के प्रमुख स्थानों पर लगे हैं। इस पोस्टर में यूपी के मंत्री संजय निषाद को ‘सत्ताइस के खेवनहार’ बताया गया है। पूरी खबर पढ़ें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर