लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का बुधवार को संभल आने का कार्यक्रम है। हालांकि अभी इसकी ऑफिशियल सूचना नहीं आई है। संभल के डीएम ने गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर को लेटर लिखा है। बुलंदशहर और अमरोहा के एसपी को भी लेटर भेजा है। डीएम ने कहा कि राहुल को के मूवमेंट पर नजर रखा जाए और उन्हें अपने जिले की सीमा में रोकने की व्यवस्था की जाए। इधर, मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आंजनेय सिंह ने राहुल गांधी से अपील की है कि अभी वह संभल नहीं आएं। कमिश्नर ने कहा- शहर में अभी तनाव है। डीएम ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के संभल आने पर प्रतिबंध लगाया है। नेता विपक्ष राहुल गांधी से निवेदन किया जा रहा है कि अभी अपना कार्यक्रम रद्द कर दें। वहीं, संभल हिंसा पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- जो लोग (भाजपा) जगह-जगह ‘खोद देना’ (सर्वे करना) चाहते हैं, वो देश का सौहार्द भी खोद देंगे। यह सोची-समझी रणनीति है, जिसके तहत भाजपा जगह-जगह पर इस तरह का काम कर रही है। दिल्ली में संसद के बाहर अखिलेश ने कहा- संभल में सरकार के इशारे पर अफसर मनमानी कर रहे हैं। प्रशासन का इस तरह का व्यवहार कभी देखने को नहीं मिला। कम से कम वहां पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो। उन्होंने कहा- जिस दिन से सदन शुरू हुआ है, उस दिन से हमारी पार्टी ने संभल पर चर्चा की मांग की है। हमारी मांग अभी भी वही है कि सदन में हम संभल को लेकर चर्चा हो। हम हमारी बात रखना चाहते हैं। वहीं, रामगोपाल यादव ने कहा कि संभल में पुलिस ने गोली चलाई। संभल से जुड़ा अपडेट्स पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का बुधवार को संभल आने का कार्यक्रम है। हालांकि अभी इसकी ऑफिशियल सूचना नहीं आई है। संभल के डीएम ने गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर को लेटर लिखा है। बुलंदशहर और अमरोहा के एसपी को भी लेटर भेजा है। डीएम ने कहा कि राहुल को के मूवमेंट पर नजर रखा जाए और उन्हें अपने जिले की सीमा में रोकने की व्यवस्था की जाए। इधर, मुरादाबाद मंडल के कमिश्नर आंजनेय सिंह ने राहुल गांधी से अपील की है कि अभी वह संभल नहीं आएं। कमिश्नर ने कहा- शहर में अभी तनाव है। डीएम ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के संभल आने पर प्रतिबंध लगाया है। नेता विपक्ष राहुल गांधी से निवेदन किया जा रहा है कि अभी अपना कार्यक्रम रद्द कर दें। वहीं, संभल हिंसा पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- जो लोग (भाजपा) जगह-जगह ‘खोद देना’ (सर्वे करना) चाहते हैं, वो देश का सौहार्द भी खोद देंगे। यह सोची-समझी रणनीति है, जिसके तहत भाजपा जगह-जगह पर इस तरह का काम कर रही है। दिल्ली में संसद के बाहर अखिलेश ने कहा- संभल में सरकार के इशारे पर अफसर मनमानी कर रहे हैं। प्रशासन का इस तरह का व्यवहार कभी देखने को नहीं मिला। कम से कम वहां पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो। उन्होंने कहा- जिस दिन से सदन शुरू हुआ है, उस दिन से हमारी पार्टी ने संभल पर चर्चा की मांग की है। हमारी मांग अभी भी वही है कि सदन में हम संभल को लेकर चर्चा हो। हम हमारी बात रखना चाहते हैं। वहीं, रामगोपाल यादव ने कहा कि संभल में पुलिस ने गोली चलाई। संभल से जुड़ा अपडेट्स पढ़ने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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इकरा हसन ने BJP पर बोला बड़ा हमला, तीन तलाक के मुद्दे पर घेरा, जानें- क्या कहा?
इकरा हसन ने BJP पर बोला बड़ा हमला, तीन तलाक के मुद्दे पर घेरा, जानें- क्या कहा? <p style=”text-align: justify;”><strong>Iqra Hasan News:</strong> उत्तर प्रदेश स्थित कैराना लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की नवनिर्वाचित सांसद इकरा हसन ने एनडीए सरकार पर बड़ा जुबानी हमला बोला है. कैराना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रदीप चौधरी को 69 हजार 116 वोट से हराने वाली इकरा ने कहा है कि मेरी सबसे बड़ी सफलता यही है कि मैं लोगों को जरूरी मुद्दों पर साथ ला सकी. उन्होंने कहा कि स्थानीय मुद्दों के आगे भारतीय जनता पार्टी का हिन्दू-मुस्लिम एजेंडा और राष्ट्रवाद का नैरेटिव काम नहीं कर पाया. गन्ना किसानों और अन्य किसानों की आवाज भी हमने उठाई. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में इकरा ने कहा कि हम क्षेत्र में भाईचारे के लिए लड़े. इकरा ने कहा कि साल 2013 के दंगों के बाद से ही यह जातियों और धर्मों के बीच बंटवारा हुआ जिसे एक बार फिर एकजुट किया गया. सैनी, राजपूत, गुर्जर, जाट और दलितों ने मुझे मतदान किया है. बेरोजगारी और महंगाई सरीखे मुद्दों पर लोगों ने हमारा साथ दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>इकरा ने कहा कि मैं मुस्लिम सांसद हूं लेकिन मैं सभी की प्रतिनिधि हूं. मैं सदन में क्षेत्र से जुड़े मुद्दे उठाऊंगीं. अगर समाज के साथ कोई अन्याय होगा तो मैं उसके खिलाफ भी रहूंगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-lok-sabha-results-2024-india-alliance-revenge-on-defeat-in-amethi-kairana-kaushambi-2711701″><strong>यूपी की इन सीटों पर लिया ‘बदला’, राहुल के ‘सिपाही’ ने जीती जंग, कहीं मां-भाई की हार का हिसाब चुकता</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>तीन तलाक कानून पर उठाए सवाल</strong><br />तीन तलाक पर भारतीय जनता पार्टी के रुख पर इकरा ने कहा कि यह उनके ख्याली पुलाव हैं. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. तीन तलाक पर जिस तरह से बीजेपी ने काम किया उससे कोई खुश नहीं है. मैं तीन तलाक का समर्थन नहीं करती लेकिन मैं इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार के एक्शन का समर्थन भी नहीं करती. मैं उनके बुरे मकसद से वाकिफ हूं. इस कानून के जरिए उन्हें मुस्लिम युवाओं को जेल में डालने का मौका मिलता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एनडीए सरकार की स्थिरता के सवाल पर कैराना की सांसद ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि इंडिया अलायंस सरकार बनाएगी लेकिन यह नहीं हो पाया. मेरा मानना है कि एनडीए सरकार लंबे वक्त तक नहीं चलेगी. मैं इस बात से खुश हूं कि पिछली बार की तरह बीजेपी सरकार नहीं है और वो रातों रात कोई कानून नहीं बना पाएंगे. हम भी अब एक मजबूत विपक्ष हैं. हमें पता चल रहा है कि अगले 6 महीने में हम सरकार बना लेंगे. मेरा मानना है कि यह एनडीए नहीं नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू की सरकार है. वो सरकार में बड़े पद चाहते हैं और वह बीजेपी पर लगातार दबाव बनाए रखेंगे. यह देखना दिलचस्प होगा. </p>
ज्ञानवापी में वजूखाने का ASI वाली मांग पर हाईकोर्ट में आज सुनवाई, राखी सिंह ने दायर की है याचिका
ज्ञानवापी में वजूखाने का ASI वाली मांग पर हाईकोर्ट में आज सुनवाई, राखी सिंह ने दायर की है याचिका <p style=”text-align: justify;”><strong>Gyanvapi Case:</strong> वाराणसी के विवादित ज्ञानवापी परिसर में स्थित वजूखाने का ASI सर्वेक्षण कराने की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर आज सुनवाई होगी. इलाहाबाद हाईकोर्ट में दोपहर दो बजे इस मामले की सुनवाई होगी. इस याचिका में आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया से बाकी हिस्सों की तरह वज़ूखाने का भी सर्वेक्षण कराए जाने की मांग की गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुस्लिम पक्ष की ओर से वजूखाने का सर्वेक्षण एएसआई से कराए जाने की मांग का विरोध किया गया है. मुस्लिम पक्ष की ओर से दलील दी गई कि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा रखी है. हिन्दू पक्ष ने याचिका में वजूखाने के सर्वेक्षण को विवादित परिसर का रिलिजियस कैरेक्टर निर्धारित करने के लिए बेहद जरूरी बताया है. जिसमें कहा गया है कि शिवलिंग को छोड़कर वजूखाने खाने के बाकी हिस्से का भी सर्वेक्षण कराया जाना चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>शिवलिंग का कार्बन डेटिंग कराने की मांग</strong><br />याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि हाईकोर्ट ने पिछले साल शिवलिंग की कार्बन डेटिंग का आदेश दिया था. जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी. उस याचिका में शिवलिंग का सर्वेक्षण कराए जाने की मांग की गई थी. वादिनी राखी सिंह की ओर से ये याचिका दाखिल की गई है. जिसमें शिवलिंग को छोड़कर वजूखाने के बाकी हिस्से का सर्वेक्षण कराए जाने की मांग की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>याचिकाकर्ता की तरफ से उनके अधिवक्ता सौरभ तिवारी अदालत में पक्ष रख रहे हैं. इस मामले में जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की सिंगल बेंच में मामले की सुनवाई होगी. इससे पहले ज्ञानवापी में वजूखाने में शिवलिंग जैसी संरचना मिली थी. हिन्दू पक्ष का दावा है कि ये शिवलिंग है जबकि मुस्लिम पक्ष इस फव्वारा बताते हुए इससे इनकार करता आया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि इससे पहले ज्ञानवापी परिसर का एएसआई सर्वेक्षण किया गया था. इसमें वजूखाने को शामिल नहीं किया था. इस सर्वेक्षण में मस्जिद में हिन्दू प्रतीक चिन्ह और देवी देवताओं की टूटी हुई मूर्तियां मिली थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-air-pollution-aqi-level-comes-above-300-in-noida-ghaziabad-cold-weather-also-increased-2827404″>UP Weather: नोएडा-गाजियाबाद में प्रदूषण के बीच ठंड का कहर, जहरीली हुई हवा, 300 के पार पहुंचा AQI</a></strong><br /><br /></p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>
अखिलेश बोले- बुलडोजर के पहिए खुले..स्टीयरिंग हत्थे से उखड़ा:इसे चलाने वालों की पार्किंग का समय; भाजपा सरकार ने औजार के रूप में इस्तेमाल किया
अखिलेश बोले- बुलडोजर के पहिए खुले..स्टीयरिंग हत्थे से उखड़ा:इसे चलाने वालों की पार्किंग का समय; भाजपा सरकार ने औजार के रूप में इस्तेमाल किया सुप्रीम कोर्ट के बुलडोजर कार्रवाई पर 1 अक्टूबर तक रोक लगाते ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने खुशी जाहिर कर दी। उन्होंने कहा- बुलडोजर कार्रवाई असंवैधानिक है। हम सुप्रीम कोर्ट को बधाई देते हैं। आभार प्रकट करते हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उम्मीद है कि बुलडोजर कार्रवाई हमेशा के लिए बंद हो जाएगी। अखिलेश ने कहा- न्याय के सर्वोच्च आदेश ने बुलडोजर को ही नहीं, बुलडोजर का दुरुपयोग करने वालों की विध्वंसक राजनीति को भी किनारे लगा दिया। आज बुलडोजर के पहिए खुल गए और स्टीयरिंग हत्थे से उखड़ गया। यह उनके लिए पहचान का संकट है, जिन्होंने बुलडोजर को अपना प्रतीक बना लिया था। पढ़िए अखिलेश ने और क्या कहा बुलडोजर को चलवाने वालों की पार्किंग का समय आ गया
अखिलेश ने कहा- अब न बुलडोजर चल पाएगा, न उसको चलवाने वाले। दोनों के लिए पार्किंग का समय आ गया है। आज बुलडोजरी सोच का ही ध्वस्तीकरण हो गया। अब क्या वे बुलडोजर का भी नाम बदल कर उसका दुरुपयोग करेंगे? दरअसल ये जनता का सवाल नहीं, एक बड़ी आशंका है। बुलडोजर को सरकार ने औजार बना दिया
उन्होंने कहा- लोकतंत्र में बुलडोजर की कार्रवाई से न्याय नहीं हो सकता। उत्तर प्रदेश में बुलडोजर कार्रवाई की कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जब कभी न्यायालय उन पर विचार करेगा तो उस पर सरकार के खिलाफ कार्रवाई होगी। प्रदेश सरकार ने जानबूझकर लोगों को डराने के लिए जबरदस्ती बुलडोजर चलाया। भाजपा सरकार ने बुलडोजर का औजार के रूप में इस्तेमाल किया। विपक्ष और जनता की आवाज को दबाने के लिए दुरुपयोग किया गया। बुलडोजर न्याय का प्रतीक नहीं हो सकता
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, सरकार और भाजपा के लोग बुलडोजर को इतना महिमा मंडित कर रहे थे कि जैसे बुलडोजर ही न्याय है। ये अपने कार्यक्रमों में रैलियों में इतना बढ़ा-चढ़ाकर बात करते थे, जिससे लोगों में भय पैदा हो। अब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है। तो बुलडोजर रुकेगा। न्यायालय से न्याय मिलेगा। बुलडोजर अन्याय का प्रतीक हो सकता है, न्याय का प्रतीक नहीं। बुलडोजर पर निशाना साधते रहे हैं अखिलेश यादव 3 सितंबर को कहा था- सरकार बनते ही बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की तरफ होगा
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था- 2027 में सपा सरकार बनते ही पूरे प्रदेश के बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की तरफ होगा। हार के बाद मुख्यमंत्री न खुद चैन से सो पा रहे, न अधिकारियों को सोने दे रहे। जो लोग बुलडोजर से डराते हैं, उन्हें बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री आवास का नक्शा पास है क्या? बुलडोजर दिमाग से नहीं, स्टेयरिंग से चलता है। मुख्यमंत्री को सदमा लगा है। इसके अगले दिन 4 सितंबर को सीएम योगी ने जवाब दिया था- बुलडोजर पर हर आदमी का हाथ फिट नहीं हो सकता। इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए। जिसमें बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा होगी, वही इसे चला सकता है। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने पस्त हो जाएंगे। 4 सितंबर को कहा- मुख्यमंत्री अपनी पार्टी का नाम बदल दें
अखिलेश ने 4 सितंबर को कहा था- आज किसान, नौजवान और शिक्षक सबसे अधिक दुखी हैं। आज यूपी में कोई भी भर्ती हो, सब पर उंगली उठ जाती है। पुराने रिकॉर्ड उठाकर देख लीजिए। माफिया किसे कहा जाता था। 2017 से पहले लूट थी क्या? जो अधिकारी लूट करवा रहे हैं, वो सीएम के इर्द-गिर्द हैं। लखनऊ में एक होटल में आग लगी थी, उसमें कई जान गई थी। क्या बुलडोजर की चाभी खो गई थी? अखिलेश ने कहा- हम पहले दिन से कहते आ रहे हैं कि संविधान खतरे में है। अधिकार छीने जा रहे हैं। कोई कल्पना कर सकता था कि जाति और धर्म को देख कर तबादले किए जा रहे हैं। आज महिलाओं के उत्पीड़न में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। जब इतने ही नाम बदले जा रहे हैं तो मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) भाजपा पार्टी का भी नाम बदल दें, उसे भारतीय जोगी पार्टी बना दें। UP के 3 बुलडोजर एक्शन लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत यूपी के तीन जिलों मुरादाबाद, बरेली और प्रयागराज में हुए बुलडोजर एक्शन को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। जमीयत ने कहा- बुलडोजर कार्रवाई से लोग डरे-सहमे हैं। जमीयत उन सभी लोगों के लिए न्याय चाहती है, जिनके घरों पर बुलडोजर चला। हमें उम्मीद है कि अंतिम निर्णय पीड़ितों के पक्ष में होगा। जमीयत ने 22 अगस्त को याचिका दाखिल की थी। इनमें पांचों राज्यों में बुलडोजर एक्शन की 128 घटनाओं की फैक्ट फाइंडिंग है। पहली बार 2 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। तब SC ने टिप्पणी करते हुए कहा- अगर कोई सिर्फ आरोपी है तो प्रॉपर्टी गिराने की कार्रवाई कैसे की जा सकती है? हालांकि, SC ने ये भी कहा कि हम अवैध अतिक्रमण के बारे में बात नहीं कर रहे हैं। याचिका पर अगली सुनवाई 17 सितंबर को हुई। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने 1 अक्टूबर तक बुलडोजर चलाने पर रोक लगा दी। बुलडोजर पर पीएम मोदी का भी पॉजिटिव रुख
बुलडोजर…2022 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में तो मुद्दा बना ही, लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राजनीतिक विरोधियों को भरपूर निशाना बनाया। मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा- सपा और कांग्रेस वाले अगर सरकार में आए, तो रामलला को फिर से टेंट में भेज देंगे। राम मंदिर पर बुलडोजर चलवा देंगे। हालांकि, उनकी इस बात का कोई असर नहीं हुआ। यहां तक कि भाजपा अयोध्या की सीट भी सपा से हार गई। अखिलेश ने बहुत सोच-समझकर बुलडोजर को मुद्दा बनाया
2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम योगी को ‘बुलडोजर बाबा’ कह कर बुलाया जाने लगा था। यह काम सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने किया था। उन्होंने चुनावों से पहले बुलडोजर मसले को इतना तूल दे दिया कि यह मुद्दा बन गया। इससे पहले 2021 में अखिलेश ने कहा था- योगी जी के कहने पर पुलिस लोगों के घर पर बुलडोजर चला देती है। हमारी सरकार आएगी तो हम भी चलवाएंगे। एक बार फिर 3 सितंबर, 2024 को अखिलेश ने बिलकुल उसी लहजे में कहा- अगर 2027 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो बुलडोजर का रुख गोरखपुर की ओर होगा। इतना ही नहीं, सीएम योगी को सलाह देते हुए अखिलेश ने सोशल मीडिया पर कहा, अगर आप और आपका बुलडोजर इतना ही सफल है तो अलग पार्टी बनाकर बुलडोजर चुनाव निशान लेकर चुनाव लड़ जाइए… आपका भ्रम भी टूट जाएगा और घमंड भी। दरअसल, लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के अब तक के सबसे अच्छे प्रदर्शन के बाद अखिलेश यादव आत्मविश्वास से लबालब हैं। इसके बाद वह जल्द होने वाले 10 विधानसभा सीटों के उपचुनावों में भी वही दांव आजमा रहे हैं। लेकिन, सवाल यह है कि बुलडोजर पर ब्रेक से किसे फायदा, और नुकसान किसे हो सकता है? यह खबर भी पढ़ें बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट की रोक; केंद्र का एतराज, हमारे हाथ न बांधें; कोर्ट बोला-15 दिन में आसमान नहीं फट पड़ेगा सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को 1 अक्टूबर तक बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी। कोर्ट ने कहा- अगली सुनवाई तक देश में एक भी बुलडोजर कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए। हम स्पष्ट कर दें कि इस ऑर्डर में सड़क, रेलवे लाइन जैसी सार्वजनिक जगहों के अवैध अतिक्रमण शामिल नहीं हैं। अगली सुनवाई 1 अक्टूबर को है। यहां पढ़ें पूरी खबर