संभल में 46 साल से बंद पड़े शिव मंदिर को शनिवार को डीएम-एसपी ने खुलवाया। मंदिर के पास रात से ही फोर्स तैनात है। रातभर मंदिर की साफ-सफाई और रंगाई-पुताई का काम चला। मंदिर के सामने की एक दीवार को तोड़ा गया है। जिससे मंदिर का गेट एकदम खुला हो जाए। किसी को आने जाने में दिक्कत न हो। मंदिर पर 5 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। चार मंदिर के बाहर और एक मंदिर के अंदर कैमरे प्रशासन ने लगवाए हैं। वहीं आज सुबह हनुमान मंदिर में आरती भी की गई है। सुबह मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे। लोगों का कहना है अब रोज पूजा-पाठ और आरती करेंगे। स्थानीय निवासी और हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने बताया- संभल में 1978 में हुए दंगों में दुकान जल गई थी। तब सरकार ने 200 रुपए मुआवजा दिया था। जनता पार्टी की सरकार थी। राम नरेश यादव मुख्यमंत्री थे और डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क विधायक। हमने शांति समिति की बैठक में कई बार मंदिर खोलने की बात की, लेकिन सपा सरकार में किसी अफसर ने ध्यान नहीं दिया। रस्तोगी ने बताया कि अब मोदी-योगी की सरकार में हमारी बात को सुना जा रहा है। मौजूदा डीएम से हमने मंदिर के संबंध में कोई शिकायत नहीं की थी। लेकिन अचानक डीएम-एसपी पहुंचे और 46 साल से बंद मंदिर का ताला खुलवा दिया। डीएम ने आश्वासन भी दिया है कि आपको सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। देखिए तस्वीरें… कैसे खुला मंदिर?
शनिवार को संभल डीएम राजेंद्र पैंसिया यहां बिजली चोरी की शिकायत पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस इलाके में बिजली चोरी ज्यादा होती है। टीम यहां आती नहीं थी। शनिवार को हम आए तो एक मंदिर देखा। बंद मंदिर को खुलवाया। यह जिस समाज का है, उसे सौंप देंगे। मंदिर के तीन तरफ अतिक्रमण है। सिर्फ एक तरफ खाली था। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि मंदिर 400-500 साल पुराना है। मंदिर के पास ही एक कुआं भी मिला। इस पर रैंप बना दिया गया था। इसका अतिक्रमण हटवाया तो कुएं की बनावट मिली। मंदिर के बारे में जानिए
यह मंदिर खग्गू सराय में बना है। यह जामा मस्जिद से मात्र डेढ़ किमी दूर है, जहां पिछले दिनों हुई हिंसा में 4 युवकों की मौत हुई थी। इलाका मुस्लिम बहुल है। मंदिर से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क का घर 200 मीटर दूर है। यह मंदिर 70 गज में बना है और मेन सड़क से करीब 500 मीटर अंदर गली में है। कुआं मंदिर के गेट से 10 कदम की दूरी पर है। मंदिर से जुड़ी कल की 3 तस्वीरें… मंदिर के आसपास जिन लोगों का बचपन गुजरा, उनसे बातचीत घरों में पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई गई थी- गोयल
नरेंद्र गोयल ने बताया कि मेरा बचपन ख़ग्गू सराय में ही गुजरा। मैंने यहां 1978 से पहले खूब पूजा की थी। सोमवार को यहां पर कीर्तन भी होता था। उस समय हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा हुआ था। हिन्दुओं के घरों में पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई थी। मंदिर खुल गया, प्रशासन ने अच्छा काम किया: रस्तोगी
पूर्व निवासी विष्णु शरण रस्तोगी ने बताया 1978 में नखासा में नरसंहार हुआ था। मामा बनवारी लाल सहित 20 से 25 लोगों को टायर से बांधकर जिंदा जला दिया था। इसके बाद हिंदू समुदाय के लाेग यहां से पलायन कर गए थे। अब यह मंदिर खुल गया है। प्रशासन ने बहुत अच्छा काम किया है। सुबह-शाम यहां पूजा पाठ करेंगे: मुकेश कुमार पूर्व निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि हम ख़ग्गू सराय में रहते थे। यहां 15-20 मकान थे। 150 से 250 हिंदू लोग यहां रहते थे। काफी जगह थी, यहां मंदिर की जगह 250 गज से ज्यादा होगी। अब तो मंदिर सिर्फ 15-20 गज का बचा है। इसको भी बनाया जाना चाहिए। एक कुआं भी था, अब सुबह-शाम यहां पूजा पाठ करेंगे। पुजारी ने डर की वजह से आना बंद किया
संजय गुप्ता पोली ने बताया कि 1978 के दंगों में 100 से ज्यादा लोगों को मारा गया था। लोग डर गए, जिसके चलते यहां से लोगों ने पलायन कर लिया था। मंदिर रह गया था फिर पुजारी ने भी डर की वजह से यहां आना बंद कर दिया। अब प्रशासन ने मंदिर के ताले खुलवा दिए हैं। ये खबर भी पढ़ें…
मुफ्ती के ऑनलाइन मदरसा को 1.73 लाख ने देखा:यूट्यूब पर 3600 फॉलोअर, SP ने मस्जिद में छानबीन की, झांसी के घर पर ताला झांसी के जिस मुफ्ती खालिद नदवी को NIA की टीम की गिरफ्त से भीड़ छुड़ाकर ले गई, उसके फॉलोअर ईरान, इराक और सीरिया में भी हैं। मुफ्ती के ऑनलाइन चल रहे मदरसा में करीब 3600 फॉलोअर हैं। यूट्यूब पर दारुल उलूम फारुकिया चैनल पर दीनी तालिम के वीडियो अपलोड करता था। अब तक इस यू ट्यूब चैनल को देखने के लिए 1.73 लाख लोग आ चुके हैं। यूपी एटीएस इस चैनल की जांच कर रही है। सोर्सेज के मुताबिक, इस चैनल पर आखिरी वीडियो 6 दिन पहले अपलोड किया गया था। सामने आया कि अब तक 147 वीडियो अपलोड किए गए हैं। ज्यादातर वीडियो 15 से 25 मिनट के हैं। पढ़ें पूरी खबर… संभल में 46 साल से बंद पड़े शिव मंदिर को शनिवार को डीएम-एसपी ने खुलवाया। मंदिर के पास रात से ही फोर्स तैनात है। रातभर मंदिर की साफ-सफाई और रंगाई-पुताई का काम चला। मंदिर के सामने की एक दीवार को तोड़ा गया है। जिससे मंदिर का गेट एकदम खुला हो जाए। किसी को आने जाने में दिक्कत न हो। मंदिर पर 5 सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। चार मंदिर के बाहर और एक मंदिर के अंदर कैमरे प्रशासन ने लगवाए हैं। वहीं आज सुबह हनुमान मंदिर में आरती भी की गई है। सुबह मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे। लोगों का कहना है अब रोज पूजा-पाठ और आरती करेंगे। स्थानीय निवासी और हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने बताया- संभल में 1978 में हुए दंगों में दुकान जल गई थी। तब सरकार ने 200 रुपए मुआवजा दिया था। जनता पार्टी की सरकार थी। राम नरेश यादव मुख्यमंत्री थे और डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क विधायक। हमने शांति समिति की बैठक में कई बार मंदिर खोलने की बात की, लेकिन सपा सरकार में किसी अफसर ने ध्यान नहीं दिया। रस्तोगी ने बताया कि अब मोदी-योगी की सरकार में हमारी बात को सुना जा रहा है। मौजूदा डीएम से हमने मंदिर के संबंध में कोई शिकायत नहीं की थी। लेकिन अचानक डीएम-एसपी पहुंचे और 46 साल से बंद मंदिर का ताला खुलवा दिया। डीएम ने आश्वासन भी दिया है कि आपको सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। देखिए तस्वीरें… कैसे खुला मंदिर?
शनिवार को संभल डीएम राजेंद्र पैंसिया यहां बिजली चोरी की शिकायत पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस इलाके में बिजली चोरी ज्यादा होती है। टीम यहां आती नहीं थी। शनिवार को हम आए तो एक मंदिर देखा। बंद मंदिर को खुलवाया। यह जिस समाज का है, उसे सौंप देंगे। मंदिर के तीन तरफ अतिक्रमण है। सिर्फ एक तरफ खाली था। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि मंदिर 400-500 साल पुराना है। मंदिर के पास ही एक कुआं भी मिला। इस पर रैंप बना दिया गया था। इसका अतिक्रमण हटवाया तो कुएं की बनावट मिली। मंदिर के बारे में जानिए
यह मंदिर खग्गू सराय में बना है। यह जामा मस्जिद से मात्र डेढ़ किमी दूर है, जहां पिछले दिनों हुई हिंसा में 4 युवकों की मौत हुई थी। इलाका मुस्लिम बहुल है। मंदिर से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क का घर 200 मीटर दूर है। यह मंदिर 70 गज में बना है और मेन सड़क से करीब 500 मीटर अंदर गली में है। कुआं मंदिर के गेट से 10 कदम की दूरी पर है। मंदिर से जुड़ी कल की 3 तस्वीरें… मंदिर के आसपास जिन लोगों का बचपन गुजरा, उनसे बातचीत घरों में पेट्रोल छिड़ककर आग लगाई गई थी- गोयल
नरेंद्र गोयल ने बताया कि मेरा बचपन ख़ग्गू सराय में ही गुजरा। मैंने यहां 1978 से पहले खूब पूजा की थी। सोमवार को यहां पर कीर्तन भी होता था। उस समय हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा हुआ था। हिन्दुओं के घरों में पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई थी। मंदिर खुल गया, प्रशासन ने अच्छा काम किया: रस्तोगी
पूर्व निवासी विष्णु शरण रस्तोगी ने बताया 1978 में नखासा में नरसंहार हुआ था। मामा बनवारी लाल सहित 20 से 25 लोगों को टायर से बांधकर जिंदा जला दिया था। इसके बाद हिंदू समुदाय के लाेग यहां से पलायन कर गए थे। अब यह मंदिर खुल गया है। प्रशासन ने बहुत अच्छा काम किया है। सुबह-शाम यहां पूजा पाठ करेंगे: मुकेश कुमार पूर्व निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि हम ख़ग्गू सराय में रहते थे। यहां 15-20 मकान थे। 150 से 250 हिंदू लोग यहां रहते थे। काफी जगह थी, यहां मंदिर की जगह 250 गज से ज्यादा होगी। अब तो मंदिर सिर्फ 15-20 गज का बचा है। इसको भी बनाया जाना चाहिए। एक कुआं भी था, अब सुबह-शाम यहां पूजा पाठ करेंगे। पुजारी ने डर की वजह से आना बंद किया
संजय गुप्ता पोली ने बताया कि 1978 के दंगों में 100 से ज्यादा लोगों को मारा गया था। लोग डर गए, जिसके चलते यहां से लोगों ने पलायन कर लिया था। मंदिर रह गया था फिर पुजारी ने भी डर की वजह से यहां आना बंद कर दिया। अब प्रशासन ने मंदिर के ताले खुलवा दिए हैं। ये खबर भी पढ़ें…
मुफ्ती के ऑनलाइन मदरसा को 1.73 लाख ने देखा:यूट्यूब पर 3600 फॉलोअर, SP ने मस्जिद में छानबीन की, झांसी के घर पर ताला झांसी के जिस मुफ्ती खालिद नदवी को NIA की टीम की गिरफ्त से भीड़ छुड़ाकर ले गई, उसके फॉलोअर ईरान, इराक और सीरिया में भी हैं। मुफ्ती के ऑनलाइन चल रहे मदरसा में करीब 3600 फॉलोअर हैं। यूट्यूब पर दारुल उलूम फारुकिया चैनल पर दीनी तालिम के वीडियो अपलोड करता था। अब तक इस यू ट्यूब चैनल को देखने के लिए 1.73 लाख लोग आ चुके हैं। यूपी एटीएस इस चैनल की जांच कर रही है। सोर्सेज के मुताबिक, इस चैनल पर आखिरी वीडियो 6 दिन पहले अपलोड किया गया था। सामने आया कि अब तक 147 वीडियो अपलोड किए गए हैं। ज्यादातर वीडियो 15 से 25 मिनट के हैं। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर