संभल हिंसा को लेकर वाराणसी कचहरी परिसर में उतरे वकील, विष्णु शंकर जैन का किया समर्थन

संभल हिंसा को लेकर वाराणसी कचहरी परिसर में उतरे वकील, विष्णु शंकर जैन का किया समर्थन

<p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal Violence:</strong> उत्तर प्रदेश के संभल में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. वहीं वाराणसी के कचहरी परिसर में ज्ञानवापी मामले के हिंदू पक्ष के अधिवक्ता और याचिकाकर्ता पोस्टर लेकर इकट्ठा हों गए. इस पोस्टर में लिखा हुआ है कि संभल में हरिहर मंदिर हमारा है, उसको मुक्त कराना हैं. इसके साथ ही उस पोस्टर में विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन की भी तस्वीर देखी जा रही है. इस दौरान कचहरी परिसर में ज्ञानवापी मामले के हिंदू पक्ष से जुड़े अधिवक्ता और याचिकाकर्ता सहित अन्य लोग भी मौजूद दिखे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान ज्ञानवापी मामले के अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा कि सब कुछ न्यायालय के आदेश पर हो रहा है. संभल के मस्जिद में सर्वे का आदेश भी न्यायालय द्वारा प्राप्त था और पूरी तरह से न्यायिक प्रक्रिया का पालन करते हुए ही वहां पर सर्वे कराया जा रहा था. लेकिन किसी मंशा के तहत वहां पर उपद्रव किया गया, न्यायिक कार्रवाई में बाधा उत्पन्न की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा यह बेहद चिंता का विषय है, हम पूरी तरह से विष्णु शंकर जैन का समर्थन करते हुए उस मस्जिद के वास्तविक स्वरूप के पक्षधर हैं. देश संविधान से चलेगा लेकिन जिस प्रकार से हमारे अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन के लिए टिप्पणी की गई वह चिंतित करने वाली बात है. विपक्षी दलों के शांति भंग करने के आरोप पर भी पलटवार करते हुए कहा कि संभल के मस्जिद परिसर में न्यायालय के आदेश पर सर्वे का कार्य हुआ है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन को बनाया जा रहा निशाना</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं पोस्टर के साथ मौजूद दिखे याचिकाकर्ता &nbsp;सोहनलाल आर्य ने भी कहा कि – जिस प्रकार से संभल घटना के बाद कट्टरपंथियों द्वारा विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन को निशाना बनाया जा रहा है. हम बहुत चिंतित है. उन्होंने सनातन धर्म से जुड़े प्राचीन स्थल और विरासत के वास्तविक स्वरूप को लेकर जो आवाज बुलंद की है, वह बहुत बड़ी बात है. इसलिए हम सभी पोस्टर के साथ आज वाराणसी कचहरी परिसर में इकट्ठा हुए हैं. इसमें न सिर्फ &nbsp;ज्ञानवापी पक्ष से जुड़े पक्षकार और अधिवक्ता हैं, बल्कि आम अधिवक्ताओं ने भी विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन जी के समर्थन में आवाज उठाई है. अब संभल मामले में 8 जनवरी को अगली तारीख निर्धारित की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/akhara-parishad-mahant-ravindra-puri-said-hindu-children-revolutionaries-to-save-monasteries-and-temples-ann-2833443″>’मठ-मंदिरों को बचाने के लिए बच्चों को क्रांतिकारी बनाएं’, अजमेर-संभल विवाद के बीच अखाड़ा परिषद का बयान</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal Violence:</strong> उत्तर प्रदेश के संभल में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. वहीं वाराणसी के कचहरी परिसर में ज्ञानवापी मामले के हिंदू पक्ष के अधिवक्ता और याचिकाकर्ता पोस्टर लेकर इकट्ठा हों गए. इस पोस्टर में लिखा हुआ है कि संभल में हरिहर मंदिर हमारा है, उसको मुक्त कराना हैं. इसके साथ ही उस पोस्टर में विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन की भी तस्वीर देखी जा रही है. इस दौरान कचहरी परिसर में ज्ञानवापी मामले के हिंदू पक्ष से जुड़े अधिवक्ता और याचिकाकर्ता सहित अन्य लोग भी मौजूद दिखे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान ज्ञानवापी मामले के अधिवक्ता सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा कि सब कुछ न्यायालय के आदेश पर हो रहा है. संभल के मस्जिद में सर्वे का आदेश भी न्यायालय द्वारा प्राप्त था और पूरी तरह से न्यायिक प्रक्रिया का पालन करते हुए ही वहां पर सर्वे कराया जा रहा था. लेकिन किसी मंशा के तहत वहां पर उपद्रव किया गया, न्यायिक कार्रवाई में बाधा उत्पन्न की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा यह बेहद चिंता का विषय है, हम पूरी तरह से विष्णु शंकर जैन का समर्थन करते हुए उस मस्जिद के वास्तविक स्वरूप के पक्षधर हैं. देश संविधान से चलेगा लेकिन जिस प्रकार से हमारे अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन के लिए टिप्पणी की गई वह चिंतित करने वाली बात है. विपक्षी दलों के शांति भंग करने के आरोप पर भी पलटवार करते हुए कहा कि संभल के मस्जिद परिसर में न्यायालय के आदेश पर सर्वे का कार्य हुआ है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन को बनाया जा रहा निशाना</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं पोस्टर के साथ मौजूद दिखे याचिकाकर्ता &nbsp;सोहनलाल आर्य ने भी कहा कि – जिस प्रकार से संभल घटना के बाद कट्टरपंथियों द्वारा विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन को निशाना बनाया जा रहा है. हम बहुत चिंतित है. उन्होंने सनातन धर्म से जुड़े प्राचीन स्थल और विरासत के वास्तविक स्वरूप को लेकर जो आवाज बुलंद की है, वह बहुत बड़ी बात है. इसलिए हम सभी पोस्टर के साथ आज वाराणसी कचहरी परिसर में इकट्ठा हुए हैं. इसमें न सिर्फ &nbsp;ज्ञानवापी पक्ष से जुड़े पक्षकार और अधिवक्ता हैं, बल्कि आम अधिवक्ताओं ने भी विष्णु शंकर जैन और हरिशंकर जैन जी के समर्थन में आवाज उठाई है. अब संभल मामले में 8 जनवरी को अगली तारीख निर्धारित की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/akhara-parishad-mahant-ravindra-puri-said-hindu-children-revolutionaries-to-save-monasteries-and-temples-ann-2833443″>’मठ-मंदिरों को बचाने के लिए बच्चों को क्रांतिकारी बनाएं’, अजमेर-संभल विवाद के बीच अखाड़ा परिषद का बयान</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड अब क्या करेंगे एकनाथ शिंदे? BJP के इस ऑफर पर अब तक नहीं दिया जवाब, क्या मचेगा तूफान?