कुरुक्षेत्र में फर्जी करेंसी के साथ पकड़े गए संजीव उर्फ रिंकू की चालाकी एक बार फिर पुलिस के शिकंजे में आ गई। सजा काटने के बाद भी उसने अपनी हरकतें नहीं छोड़ीं। इस बार उसने नए साथियों के साथ नोट डबल करने का झांसा देकर कई लोगों को अपना शिकार बनाया। हालांकि पुलिस ने गुप्त सूचना पर शाहाबाद की अनाज मंडी से संजीव निवासी महमदपुर, शैंकी निवासी अमलोहा और राहुल निवासी गुदियानी को गिरफ्तार किया। 2016 में पकड़ा गया संजीव 21 अप्रैल 2016 को 100 फुटा रोड से पकड़ा गया था। उस समय आरोपी के कब्जे से पैंट की अगली दाहिनी जेब से 100/100 रुपए के 2 नोट, पिछली जेब से 1 हजार रुपए का 1 नोट, तथा 100/100 रुपए के 10 नोट बरामद हुए थे। इन सब 10 नोट का नंबर 1 जैसा ही था। पूछताछ में आरोपी ने 1 हजार के साथ मिले 100/100 रुपए नोट जाली होना कबूल किया था। 5 साल की सजा हुई उस समय संजीव के साथ गुरदेव सिंह हाल किराएदार सेक्टर-30, हरबीर उर्फ छोटू निवासी माजरा, रवि कुमार निवासी सारन जिला यमुनानगर और संदीप सिंह निवासी लंडी भी पकड़े गए थे। फरवरी 2020 में कोर्ट ने आरोपियों को दोषी करार देते हुए 5/5 साल कैद और 1.40 लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई थी। फिर शुरू किया धंधा जेल से छूटने के बाद संजीव ने शैंकी व राहुल के साथ मिलकर दोबारा धंधा शुरू किया। इस बार वे खुद नकली नोट चलाने की बजाय लोगों को अपने धंधे में शामिल करते थे। ये लोगों को असली नोटों के बदले डबल नकली नोट देने का झांसा देते थे। नोट असली ही होते थे। फर्क केवल इतना था कि आरोपी लोगों के सामने नोट बनाने का नाटक करते और चालाकी से नकली नोट की जगह असली नोट चेकिंग के बहाने लोगों को देते थे। लोग उन नोट को मार्केट में चलाते तो उनको लगता कि उनके नकली नोट किसी की पकड़ में नहीं आते है। इस तरह लोगों का विश्वास जीत कर उनको उसी तरह के डबल नोट देने का झांसा देकर मोटी रकम लेकर फरार हो जाते थे। अब नोट नकली होने के कारण लोग शिकायत भी नहीं करते थे, क्योंकि उनको भी डर था कि कहीं पुलिस नकली नोट रखने के लिए उनको पकड़ ले। ऐसे हुए गिरफ्तार CIA-2 के इंचार्ज मोहन लाल के मुताबिक, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ये शाहाबाद की अनाज मंडी में किसी को ठगने वाले हैं। पुलिस डिकोय के जरिए जाल बिछाकर तीनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। उनके कब्जे से नकली नोट बनाने की मशीन, प्रिंटर, कार और अन्य सामान बरामद हुआ। कोर्ट के आदेश पर तीनों को जेल भेज दिया। पुलिस जांच कर रही है कि उन्होंने कितने लोगों को चूना लगाया और कहां-कहां नकली नोट चलाए। कुरुक्षेत्र में फर्जी करेंसी के साथ पकड़े गए संजीव उर्फ रिंकू की चालाकी एक बार फिर पुलिस के शिकंजे में आ गई। सजा काटने के बाद भी उसने अपनी हरकतें नहीं छोड़ीं। इस बार उसने नए साथियों के साथ नोट डबल करने का झांसा देकर कई लोगों को अपना शिकार बनाया। हालांकि पुलिस ने गुप्त सूचना पर शाहाबाद की अनाज मंडी से संजीव निवासी महमदपुर, शैंकी निवासी अमलोहा और राहुल निवासी गुदियानी को गिरफ्तार किया। 2016 में पकड़ा गया संजीव 21 अप्रैल 2016 को 100 फुटा रोड से पकड़ा गया था। उस समय आरोपी के कब्जे से पैंट की अगली दाहिनी जेब से 100/100 रुपए के 2 नोट, पिछली जेब से 1 हजार रुपए का 1 नोट, तथा 100/100 रुपए के 10 नोट बरामद हुए थे। इन सब 10 नोट का नंबर 1 जैसा ही था। पूछताछ में आरोपी ने 1 हजार के साथ मिले 100/100 रुपए नोट जाली होना कबूल किया था। 5 साल की सजा हुई उस समय संजीव के साथ गुरदेव सिंह हाल किराएदार सेक्टर-30, हरबीर उर्फ छोटू निवासी माजरा, रवि कुमार निवासी सारन जिला यमुनानगर और संदीप सिंह निवासी लंडी भी पकड़े गए थे। फरवरी 2020 में कोर्ट ने आरोपियों को दोषी करार देते हुए 5/5 साल कैद और 1.40 लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई थी। फिर शुरू किया धंधा जेल से छूटने के बाद संजीव ने शैंकी व राहुल के साथ मिलकर दोबारा धंधा शुरू किया। इस बार वे खुद नकली नोट चलाने की बजाय लोगों को अपने धंधे में शामिल करते थे। ये लोगों को असली नोटों के बदले डबल नकली नोट देने का झांसा देते थे। नोट असली ही होते थे। फर्क केवल इतना था कि आरोपी लोगों के सामने नोट बनाने का नाटक करते और चालाकी से नकली नोट की जगह असली नोट चेकिंग के बहाने लोगों को देते थे। लोग उन नोट को मार्केट में चलाते तो उनको लगता कि उनके नकली नोट किसी की पकड़ में नहीं आते है। इस तरह लोगों का विश्वास जीत कर उनको उसी तरह के डबल नोट देने का झांसा देकर मोटी रकम लेकर फरार हो जाते थे। अब नोट नकली होने के कारण लोग शिकायत भी नहीं करते थे, क्योंकि उनको भी डर था कि कहीं पुलिस नकली नोट रखने के लिए उनको पकड़ ले। ऐसे हुए गिरफ्तार CIA-2 के इंचार्ज मोहन लाल के मुताबिक, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ये शाहाबाद की अनाज मंडी में किसी को ठगने वाले हैं। पुलिस डिकोय के जरिए जाल बिछाकर तीनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। उनके कब्जे से नकली नोट बनाने की मशीन, प्रिंटर, कार और अन्य सामान बरामद हुआ। कोर्ट के आदेश पर तीनों को जेल भेज दिया। पुलिस जांच कर रही है कि उन्होंने कितने लोगों को चूना लगाया और कहां-कहां नकली नोट चलाए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
