सड़कों पर जीवन बचा रही, मान सरकार की सड़क सुरक्षा फोर्स

सड़कों पर जीवन बचा रही, मान सरकार की सड़क सुरक्षा फोर्स

<p>पंजाब के एक हाइवे पर तेज रफ्तार बाइक सवार अचानक अपना संतुलन खो बैठा. बाइक के गिरते ही, नवयुवक बेहोश हो गया. अभी 5-7 मिनट बीते होंगे, कि बाइक से दो लोगों पहुंचे, पीछे से एक एम्बुलेंस आई और नौजवान को अस्पताल पहुंचाया गया. जहां उसकी जान बच गई.</p>
<p>ये कोई कहानी नहीं है. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब में अब ऐसी व्यवस्था आम बात है. यह संभव हुआ है, पंजाब में गठित सड़क सुरक्षा फोर्स से. इसके गठन से पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की जान बचाने के प्रयास में अधिकतर मामलों में सफलता मिली है.</p>
<p><strong>आधुनिक सुविधाओं से लैस है एसएसएफ</strong></p>
<p>पंजाब एसएसएफ में डीएसपी रैंक के छह अधिकारियों की नियुक्ति की गई है.</p>
<p>साथ ही 1,625 एनजीओ और ईपीओ के माध्यम से काम किया जा रहा है. 144 अत्याधुनिक वाहनों के बेड़े के साथ सड़क सुरक्षा फोर्स लोगों की जान बचाने के लिए पंजाब की सड़कों पर मुस्तैद है.</p>
<p><strong>तत्काल प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा</strong></p>
<p>सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के अस्पताल पहुंचने पर तत्काल इलाज की व्यवस्था है. सड़क सुरक्षा फोर्स ने सड़क दुर्घटनाओं में घायल 8,075 से अधिक लोगों को प्राथमिक चिकित्सा देकर घर भेजा है. जबकि 7,280 घायलों को अस्पताल पहुंचाया.</p>
<p><strong>सड़क दुर्घटना में मृत्युदर में आई कमी</strong></p>
<p>सड़क सुरक्षा फोर्स के गठन के और प्रभावी मदद के चलते पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में भारी कमी आई है. सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों की संख्या में वर्ष 2023 के मुकाबले वर्ष 2024 में 45.5 प्रतिशत की कमी आई है. दुर्घटनाओं में घायलों को बचाने के साथ ही यह फोर्स ऐसे अनेक संदिग्धों को पकड़ कर स्थानीय पुलिस को सौंप चुकी है, जो आर्म्स और ड्रग के तस्करी के मामलों में शामिल रहते हैं. पंजाब के निवासियों के लिए सड़क सुरक्षा फोर्स वरदान बन गई है.</p>
<p>डिस्क्लेमर: ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें.</p> <p>पंजाब के एक हाइवे पर तेज रफ्तार बाइक सवार अचानक अपना संतुलन खो बैठा. बाइक के गिरते ही, नवयुवक बेहोश हो गया. अभी 5-7 मिनट बीते होंगे, कि बाइक से दो लोगों पहुंचे, पीछे से एक एम्बुलेंस आई और नौजवान को अस्पताल पहुंचाया गया. जहां उसकी जान बच गई.</p>
<p>ये कोई कहानी नहीं है. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब में अब ऐसी व्यवस्था आम बात है. यह संभव हुआ है, पंजाब में गठित सड़क सुरक्षा फोर्स से. इसके गठन से पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की जान बचाने के प्रयास में अधिकतर मामलों में सफलता मिली है.</p>
<p><strong>आधुनिक सुविधाओं से लैस है एसएसएफ</strong></p>
<p>पंजाब एसएसएफ में डीएसपी रैंक के छह अधिकारियों की नियुक्ति की गई है.</p>
<p>साथ ही 1,625 एनजीओ और ईपीओ के माध्यम से काम किया जा रहा है. 144 अत्याधुनिक वाहनों के बेड़े के साथ सड़क सुरक्षा फोर्स लोगों की जान बचाने के लिए पंजाब की सड़कों पर मुस्तैद है.</p>
<p><strong>तत्काल प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा</strong></p>
<p>सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के अस्पताल पहुंचने पर तत्काल इलाज की व्यवस्था है. सड़क सुरक्षा फोर्स ने सड़क दुर्घटनाओं में घायल 8,075 से अधिक लोगों को प्राथमिक चिकित्सा देकर घर भेजा है. जबकि 7,280 घायलों को अस्पताल पहुंचाया.</p>
<p><strong>सड़क दुर्घटना में मृत्युदर में आई कमी</strong></p>
<p>सड़क सुरक्षा फोर्स के गठन के और प्रभावी मदद के चलते पंजाब में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में भारी कमी आई है. सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों की संख्या में वर्ष 2023 के मुकाबले वर्ष 2024 में 45.5 प्रतिशत की कमी आई है. दुर्घटनाओं में घायलों को बचाने के साथ ही यह फोर्स ऐसे अनेक संदिग्धों को पकड़ कर स्थानीय पुलिस को सौंप चुकी है, जो आर्म्स और ड्रग के तस्करी के मामलों में शामिल रहते हैं. पंजाब के निवासियों के लिए सड़क सुरक्षा फोर्स वरदान बन गई है.</p>
<p>डिस्क्लेमर: ये फीचर आर्टिकल है. एबीपी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड और/या एबीपी लाइव किसी भी तरह से इस लेख की सामग्री और/या इसमें व्यक्त विचारों का समर्थन नहीं करता है. हम किसी भी तरह से इस लेख में कही गई सभी बातों और/या इसमें बताए गए/प्रदर्शित विचारों, राय, घोषणाओं आदि की पुष्टि नहीं करते. एबीपी न्यूज़ इसके लिए जिम्मेदार और/या उत्तरदायी नहीं होगा. दर्शकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए फैसला लें.</p>  पंजाब महाकुंभ में धर्म संसद पर बोले शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती- हमने मुसलमानों से कुछ नहीं सीखा