नोक-झोंक, हंगामा, मंत्री का गुस्सा…महाना की चुटकी और सॉरी। ये नजारा था यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन का। शुरुआत सपा विधायक ने रागिनी सोनकर ने की। उन्होंने शायराना अंदाज में यूपी सरकार पर तीखा हमला बोला। कहा- कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं, बाद अमृत पिलाने का क्या फायदा। रागिनी के सवालों का जवाब देने उठे मंत्री स्वतंत्र देव सिंह गुस्से में नजर आए। उन्होंने कहा- किसी इंजीनियर और ठेकेदार की हैसियत नहीं कि संपर्क में आए और 2 रुपया दे। सपा विधायक पल्लवी पटेल ने आज फिर सदन में मुद्दा उठाने का समय मांगा। मगर, उन्हें मौका नहीं मिला। विधानसभा अध्यक्ष ने उसने कहा कि कल आपको बुरा लगा- आई एम सॉरी। महाना ने सपा विधायक ओम प्रकाश सिंह की चुटकी भी ली। पूछा- शराब पीते हो। जवाब में सपा विधायक ने कहा- सिर्फ आपको देखने का नशा करता हूं। विधानसभा में दूसरे दिन के VIDEO मोमेंट्स देखने के लिए खबर के ऊपर लगे फोटो पर क्लिक करें… नोक-झोंक, हंगामा, मंत्री का गुस्सा…महाना की चुटकी और सॉरी। ये नजारा था यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन का। शुरुआत सपा विधायक ने रागिनी सोनकर ने की। उन्होंने शायराना अंदाज में यूपी सरकार पर तीखा हमला बोला। कहा- कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं, बाद अमृत पिलाने का क्या फायदा। रागिनी के सवालों का जवाब देने उठे मंत्री स्वतंत्र देव सिंह गुस्से में नजर आए। उन्होंने कहा- किसी इंजीनियर और ठेकेदार की हैसियत नहीं कि संपर्क में आए और 2 रुपया दे। सपा विधायक पल्लवी पटेल ने आज फिर सदन में मुद्दा उठाने का समय मांगा। मगर, उन्हें मौका नहीं मिला। विधानसभा अध्यक्ष ने उसने कहा कि कल आपको बुरा लगा- आई एम सॉरी। महाना ने सपा विधायक ओम प्रकाश सिंह की चुटकी भी ली। पूछा- शराब पीते हो। जवाब में सपा विधायक ने कहा- सिर्फ आपको देखने का नशा करता हूं। विधानसभा में दूसरे दिन के VIDEO मोमेंट्स देखने के लिए खबर के ऊपर लगे फोटो पर क्लिक करें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन में पहुंचीं विनेश फोगाट:सम्मान किया गया, बोलीं- हक मांगने वाला हर व्यक्ति राजनेता नहीं होता, धर्म से भी ना जोड़ें
शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन में पहुंचीं विनेश फोगाट:सम्मान किया गया, बोलीं- हक मांगने वाला हर व्यक्ति राजनेता नहीं होता, धर्म से भी ना जोड़ें पेरिस ओलिंपिक से डिसक्वालिफाई हुईं पहलवान विनेश फोगाट आज शनिवार को पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में पहुंची। यहां किसान नेताओं ने मंच पर उनको सम्मानित किया। किसानों की तरफ से आंदोलन को 200 दिन पूरे होने पर यहां कार्यक्रम रखा गया था। इसके बाद विनेश फोगाट खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होंगी। इस मौके पर विनेश फोगाट ने कहा- आज किसानों को यहां बैठे 200 दिन हो गए, लेकिन जोश पहले दिन जैसा ही है। आपकी बेटी आपके साथ है। मैं सरकार को कहती हूं कि देश के लोग हक की आवाज उठाते हैं तो हर बार यह पॉलिटिकल नहीं होता। इसे किसी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए। अगर आपने कानूनों को लेकर माफी मांगी है तो उनकी मांगों को पूरा करना चाहिए। चुनाव लड़ने पर बात करने से इनकार
कांग्रेस के विधानसभा चुनाव में टिकट दिए जाने के सवाल पर विनेश ने कहा कि मैं इस पर कुछ नहीं बोलूंगी। मैं राजनीति पर बात नहीं करूंगी। मुझे राजनीति का कुछ नहीं पता। मैं सिर्फ खेलों के बारे में बता सकती हूं। विनेश के चरखी दादरी या जुलाना सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है। मेरा देश पीड़ित, किसान परेशान
मैं अपने परिवार के पास आई हूं। अगर आप इस पर बात करेंगे तो आप उनके (किसानों) के संघर्ष और लड़ाई को बर्बाद कर देंगे। आज फोकस मुझ पर नहीं है, फोकस किसानों पर होना चाहिए। मैं एक एथलीट हूं। मैं पूरे देश की हूं। मुझे इस बात से कोई लेना-देना नहीं है कि किस राज्य में चुनाव हो रहे हैं। मैं सिर्फ इतना जानती हूं कि मेरा देश पीड़ित है, किसान परेशान हैं। उनके मुद्दों का समाधान होना चाहिए और इसे हल करना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। कल गोल्डन टेंपल में माथा टेका
इससे पहले विनेश परिवार के साथ शुक्रवार (30 अगस्त) को अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में माथा टेकने पहुंची थीं। यहां उन्हें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की तरफ से सम्मानित किया गया। इस दौरान श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने विनेश को गोल्डन टेंपल का मॉडल देकर सम्मानित किया। इससे पहले जींद में 27 अगस्त को खटकड़ टोल प्लाजा पर विनेश फोगाट का भव्य स्वागत किया गया। लोगों ने उन्हें चांदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया। करीब एक हफ्ता पहले उन्हें रोहतक में सर्वखाप पंचायत ने गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। सर्वखाप का किसी भी व्यक्ति को सम्मान के रूप में दिया गया यह पहला गोल्ड मेडल है और यह सम्मान विनेश को मिला है। फाइनल से पहले डिस्क्वालिफाई की गईं
गौरतलब है कि विनेश ने पेरिस ओलिंपिक में 50KG फ्री-स्टाइल कुश्ती कैटेगरी के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन 7 अगस्त को फाइनल खेलने से पहले 100 ग्राम वजन अधिक पाए जाने पर उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था। फाइनल तक पहुंचने के लिए विनेश से दुनिया की अजेय पहलवानों को पटखनी दी थी। कुश्ती से संन्यास का ऐलान
इसके बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया। इसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी डाली थी। उसमें लिखा था, “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी, माफी।” भारत लौटने पर ग्रैंड वेलकम
विनेश फोगाट पेरिस से 17 अगस्त को भारत लौटीं। इसके बाद एयरपोर्ट से लेकर उनके गांव बलाली तक 125 किलोमीटर लंबा रोड शो निकाला गया। इस रोड शो में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल हुए थे। जगह-जगह विनेश का ग्रैंड वेलकम किया गया।
हरियाणा में हार पर राहुल-खड़गे की मीटिंग:हुड्डा-उदयभान तलब, सैलजा-सुरजेवाला को नहीं बुलाया; कैंडिडेट बोले- भूपेंद्र-दीपेंद्र गैंग ने हराया
हरियाणा में हार पर राहुल-खड़गे की मीटिंग:हुड्डा-उदयभान तलब, सैलजा-सुरजेवाला को नहीं बुलाया; कैंडिडेट बोले- भूपेंद्र-दीपेंद्र गैंग ने हराया हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस हाईकमान ने भूपेंद्र हुड्डा को दिल्ली तलब कर लिया है। हुड्डा के अलावा प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और टिकट बंटवारे में अहम भूमिका निभाने वाले दीपक बाबरिया को भी बुलाया गया है। यह मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुआई में उनके आवास पर हो रही है। जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए हैं। इन नेताओं के अलावा संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और हरियाणा के तीनों ऑब्जर्वर अशोक गहलोत, अजय माकन, प्रताप सिंह बाजवा भी मीटिंग में हैं। हालांकि इस मीटिंग में दिलचस्प बात है कि सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को नहीं बुलाया गया है। लालू यादव के समधी और कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव को भी मीटिंग में शामिल होने का कोई मैसेज नहीं मिला है। मीटिंग ऐसे टाइम पर बुलाई गई है, जब सैलजा समर्थक हार के लिए सीधे तौर पर भूपेंद्र हुड्डा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। अंसध से हारे पूर्व MLA शमशेर गोगी ने कहा कि ये कांग्रेस नहीं बल्कि हुड्डा कांग्रेस की हार है। वहीं अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि B-D गैंग यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। जानिए, तलब की गई तिकड़ी के पास चुनाव की क्या जिम्मेदारी थी… भूपेंद्र हुड्डा: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा केंद्र बिंदु में रहे। पार्टी ने प्रचार के दौरान हुड्डा को मुख्य चेहरा बनाया। चुनाव में कांग्रेस की सभी छोटी-बड़ी रैलियों में वह शामिल हुए। जहां-जहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी रैलियां नहीं कर पाए, वहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रचार की कमान संभाली। कांग्रेस ने सैलजा-सुरजेवाला के दावों और बातों को दरकिनार कर हुड्डा को फ्री हैंड दिया। उदयभान: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदय भान के पास विधानसभा चुनाव का पूरा प्रबंधन रहा। दिल्ली और स्थानीय नेताओं के बीच समन्वय बनाने की जिम्मेदारी थी। दिल्ली के बड़े नेताओं के साथ ही स्थानीय नेताओं की रैलियों के प्रबंधन का काम भी उदयभान ने संभाला। उदयभान हुड्डा के काफी करीबी माने जाते हैं। चुनाव के वक्त उन्होंने नौकरी बांटने वाला भी बयान दिया। वह खुद भी होडल सीट से चुनाव हारे दीपक बाबरिया: हरियाणा के प्रभारी होने के नाते चुनाव से पहले टिकट वितरण के काम का पूरा जिम्मा दीपक बाबरिया ने संभाला। स्थानीय नेताओं के इनपुट के आधार पर ही बाबरिया ने अपनी रिपोर्ट स्क्रीनिंग कमेटी तक पहुंचाई थी। जब सब टिकट फाइनल हो गए तो अचानक उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई, इसके बाद वह करीब एक सप्ताह तक अस्पताल में भी भर्ती रहे थे। हुड्डा ग्रुप EVM पर ठीकरा फोड़ने में जुटा
भूपेंद्र हुड्डा ग्रुप हरियाणा में हुई हार का ठीकरा EVM पर फोड़ रहा है। उनका दावा है कि प्रदेश में 20 सीटों की मतगणना में गड़बड़ी हुई। प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने तो EVM हैक करने के भी आरोप लगाए। कल मंगलवार को कांग्रेस ने चुनाव आयोग को 7 सीटों की लिखित शिकायत सौंपी। जिसमें कांग्रेस ने कहा कि जिन EVM में ज्यादा वोट पड़े और फिर भी वह 90% चार्ज थी, इससे BJP को बढ़त मिली। हालांकि जो EVM 40-50% चार्ज थी, उसमें वोट भी कम थे, उनमें कांग्रेस को लीड मिली। उन्होंने इसमें गड़बड़ी का शक जताया था। कांग्रेस ने इन ईवीएम को सील कर वीवीपैट की पर्ची से मिलान करने की मांग रखी थी। हरियाणा में हार पर नेताओं ने क्या कहा… सैलजा बोलीं- तालमेल नहीं रखा गया
कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को किस तरह से राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी। गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई
करनाल की असंध सीट से 2306 वोटों से हारे शमशेर गोगी ने कहा कि एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अगर शीर्ष नेतृत्व ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तो वह वहां सारी बातें रखेंगे। शमशेर गोगी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं। उन्होंने कहा कि असंध में रैली के लिए मैंने सारे इंतजाम किए थे, लेकिन हुड्डा ने अपने भाषण में मेरा नाम तक नहीं लिया। परविंदर परी बोले- कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया
अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि एक ही छत के नीचे रहने वाले नेता, जो 6 बार चुनाव हारते हैं उसके बाद कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देती है। बीडी गैंग, यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है। पार्टी ने ही बागी उम्मीदवार को कैंडिडेट उतार कर हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है। हमें लगता है कि कहीं न कहीं सैलजा जी सही टाइम पर आतीं तो आज चुनाव के नतीजे कुछ और होते। बवेजा बोले- केवल एक नेता की बातों में आया हाईकमान
कुरुक्षेत्र शहरी से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने पूर्व सीएम हुड्डा का नाम लिए बगैर हाईकमान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हाईकमान केवल एक नेता की बातों में आया। दूसरे किसी भी कुशल नेता की बात नहीं मानी। जिसका खामियाजा आम जन मानस को भुगतना पड़ा और पार्टी को भी बहुत नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जातीय समीकरण व हरियाणा के दिग्गज नेतागण राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा की रणनीति को ध्यान में रखते, तो ये जो नौबत आज हुई है, वो ना होती।
सीएम के शहर उज्जैन में एसपी ने गोद में बैठाकर बाल आरक्षक को सौंपा नियुक्ति पत्र, जानें पूरा मामला
सीएम के शहर उज्जैन में एसपी ने गोद में बैठाकर बाल आरक्षक को सौंपा नियुक्ति पत्र, जानें पूरा मामला <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के शहर उज्जैन में पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा की गोद में बैठे बाल आरक्षक का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह बाल आरक्षक अपने पिता के स्वर्गवासी होने पर उनके स्थान पर पुलिस विभाग में सेवाएं देगा. हालांकि अभी 5 वर्षीय बालक को 18 साल की उम्र तक इंतजार करना पड़ेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर लवकेश बिसारिया थे. उनकी बीमारी की अवस्था मौत हो गई थी. उनके स्थान पर उनके पुत्र देविक विसरिया को बल आरक्षक के पद पर नियुक्ति पत्र सौंप दिया गया है. पुलिस अधीक्षक ने नियुक्ति पत्र सौंपने के साथ-साथ दैविक को गोद में बिठाकर दुलार भी किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><br /><img src=”https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/12/19/009d9b04a2d67810172bb49f6a21f0711734631591150340_original.jpg” /></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बल आरक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र देने के बाद अब दैविक के 18 वर्ष के होने का इंतजार किया जाएगा. जैसे ही वह 18 वर्ष का होगा और हायर सेकेंडरी की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेगा, वैसे ही उसे आरक्षक के पद पर काम करने का मौका मिल जाएगा. बाल आरक्षक के पिता उज्जैन जिले के झारड़ा थाने में पदस्थित थे और बीमारी के दौरान उनका निधन हो गया था. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक लोकेश काफी बहादुर पुलिसकर्मी थे और उनके कार्यकाल में उन्होंने कई उपलब्धियां भी हासिल की थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस विभाग की प्रक्रिया से परिवार खुश</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस विभाग ने बल आरक्षक को नियुक्ति पत्र देकर अपने विभाग का हिस्सा अभी से बना लिया है. हालांकि नौकरी की शुरुआत 18 वर्ष की उम्र के बाद होगी. पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि 18 वर्ष की उम्र पूर्ण करने के बाद बाल आरक्षक को इस तरीके से प्रशिक्षण लेना होगा, जिस तरीके से नई नियुक्ति पर प्रशिक्षण दिया जाता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बाल आरक्षकों की शिक्षा की होती है मॉनिटरिंग</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि बाल आरक्षकों का पूरा डाटा अधिकारियों के पास रहता है और उनकी पढ़ाई की पूरी मॉनिटरिंग भी की जाती है, ताकि बाल आरक्षक 18 वर्ष की उम्र के बाद अपने शिक्षा ग्रहण कर पुलिस विभाग में सेवाएं दे सकें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>इसे भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/ujjain-3-priest-representatives-arrest-for-extorting-money-from-devotees-mahakaleshwar-temple-mp-ann-2845875″>महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं से जल अभिषेक के नाम पर वसूली, तीन पुरोहित प्रतिनिधि गिरफ्तार</a></strong></p>