हिमाचल प्रदेश विधानसभा के विंटर सेशन का आज आखिरी दिन है। सत्र शनिवार को बेरोजगारी, हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के पेंशनर को वित्तीय लाभ नहीं मिलने पर तपेगा सदन और पोस्ट डिजास्टर नीड असेसमेंट के तहत केंद्र से मदद नहीं मिलने को लेकर सदन में तपिश देखने को मिलेगी। सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल से शुरू होगी। इसमें ज्यादातर प्रश्न विपक्षी विधायकों द्वारा पूछे गए है। पहला ही सवाल केंद्रीय सहकारी बैंक कांगड़ा के ऋण को लेकर पूछा गया है। इस लेकर विपक्ष पहले भी चहेतों के ऋण माफी के आरोप लगाकर सत्तापक्ष को घेरता रहा है। आज सदन में भी यह मुद्दा गूंजेगा। इसके बाद रोजगार से जुड़ा सवाल बीजेपी विधायक दीपराज कपूर और जेआर कटवाल ने पूछा है। इस मुद्दे पर विपक्ष सुक्खू सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा, क्योंकि बीते कल भी विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा के बाहर धरना दिया था और नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि युवाओं से रोजगार के नाम पर किए गए धोखे को लेकर सदन में भी आवाज उठाई जाएगी। करुणामूलक मामले में बीजेपी को घेरेगा विपक्ष इसी तरह सत्तपाल सत्ती और सुरेंद्र शौरी ने करुणामूलक नौकरी से जुड़ा सवाल भी पूछा है। राज्य सरकार दो साल से पात्र आश्रितों को नौकरी नहीं दे पाई है। इसके लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियम बदले जा रहे है। इस मुद्दे को भी बीजेपी आज हाउस में उठाएगी। विधानसभा की तय 35 बैठकें नहीं हो पाई हिमाचल में हर साल विधानसभा की बजट, मानसून और विंटर सेशन में 35 बैठकें होनी जरूरी है। मगर इस बार भी यह पूरी नहीं हो पाएगी। आज 28 बैठकों के बाद विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के विंटर सेशन का आज आखिरी दिन है। सत्र शनिवार को बेरोजगारी, हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के पेंशनर को वित्तीय लाभ नहीं मिलने पर तपेगा सदन और पोस्ट डिजास्टर नीड असेसमेंट के तहत केंद्र से मदद नहीं मिलने को लेकर सदन में तपिश देखने को मिलेगी। सदन की कार्यवाही प्रश्नकाल से शुरू होगी। इसमें ज्यादातर प्रश्न विपक्षी विधायकों द्वारा पूछे गए है। पहला ही सवाल केंद्रीय सहकारी बैंक कांगड़ा के ऋण को लेकर पूछा गया है। इस लेकर विपक्ष पहले भी चहेतों के ऋण माफी के आरोप लगाकर सत्तापक्ष को घेरता रहा है। आज सदन में भी यह मुद्दा गूंजेगा। इसके बाद रोजगार से जुड़ा सवाल बीजेपी विधायक दीपराज कपूर और जेआर कटवाल ने पूछा है। इस मुद्दे पर विपक्ष सुक्खू सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा, क्योंकि बीते कल भी विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर विधानसभा के बाहर धरना दिया था और नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि युवाओं से रोजगार के नाम पर किए गए धोखे को लेकर सदन में भी आवाज उठाई जाएगी। करुणामूलक मामले में बीजेपी को घेरेगा विपक्ष इसी तरह सत्तपाल सत्ती और सुरेंद्र शौरी ने करुणामूलक नौकरी से जुड़ा सवाल भी पूछा है। राज्य सरकार दो साल से पात्र आश्रितों को नौकरी नहीं दे पाई है। इसके लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियम बदले जा रहे है। इस मुद्दे को भी बीजेपी आज हाउस में उठाएगी। विधानसभा की तय 35 बैठकें नहीं हो पाई हिमाचल में हर साल विधानसभा की बजट, मानसून और विंटर सेशन में 35 बैठकें होनी जरूरी है। मगर इस बार भी यह पूरी नहीं हो पाएगी। आज 28 बैठकों के बाद विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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ऊना पुलिस ने पंजाब से 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार:युवती से छीने थे मोबाइल, चाकू दिखाकर डराए; CCTV से हुआ पर्दाफाश हिमाचल प्रदेश की हरोली पुलिस ने चाकू की नोक पर युवती से मोबाइल फोन छीनने वाले 2 आरोपियों को पंजाब से गिरफ्तार किया है। इनमें ओंकार निवासी थिंडा (गढ़शंकर) और करणदीप कुमार निवासी विंजो (गढ़शंकर) शामिल हैं। पुलिस दोनों आरोपियों को पकड़कर हरोली थाना ले आई है साथ ही उनकी बाइक को भी जब्त कर लिया है। पुलिस ने वारदात में शामिल तीसरे आरोपी की भी पहचान कर ली है और उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। युवती पैदल जा रही थी बस स्टैंड
बता दें कि 18 अक्टूबर को हरोली की एक युवती अपने घर से ऊना के लिए पैदल बस स्टैंड जा रही थी। इस दौरान तीन अज्ञात युवकों ने बाइक पर उक्त युवती का पीछा किया। एक युवक ने अकेला पाकर चाकू से युवती को डराया और उससे 18 हजार रुपए का मोबाइल छीन लिया। इसके बाद आरोपी बाइक पर फरार हो गए। घटना के बाद युवती ने अपने परिजनों को अवगत कराया। फिर हरोली थाना में रिपोर्ट लिखवाई। इसके बाद एसएचओ सुनील साख्यान ने मामले की जांच का जिम्मा पहले सब इंस्पेक्टर प्रकाश को दिया, फिर एएसआई दीपक को जांच का जिम्मा सौंपा। पुलिस ने युवती से जानकारी जुटाकर पहले आरोपियों का रूट पता किया। फिर सभी रूट के सीसीटीवी कैमरे चैक करना शुरू किए। दोनों आरोपियों को किया अदालत में पेश
पुलिस के अनुसार घटना के दिन आरोपियों ने अपनी बाइक पर कोई नम्बर प्लेट नहीं लगाई थी और अपने मुंह भी कपड़ों से ढकने का प्रयास किया था। जिस कारण आरोपियों की पहचान नहीं हो पा रही थी । पुलिस ने पिछले कई दिनों के कैमरे खंगालकर एक पुरानी फुटेज से बाइक का मिलान करते हुए आरोपियों के हुलिया पता लगाया। इसके बाद बाइक के मालिक की पहचान करके गुरुवार को एसएचओ सुनील साख्यान के नेतृत्व में हरोली पुलिस की टीम ने पंजाब के होशियारपुर जिला के विंजो गांव में दबिश दी। जहां रात दोनों आरोपी पकड़े गए। उधर, हरोली के डीएसपी मोहन रावत ने कहा कि दोनों आरोपियों ने गुनाह कबूल कर लिया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा।
हिमाचल में 12 नवंबर को बारिश-बर्फबारी के आसार:पाकिस्तान होते हुए इंडिया की तरफ बढ़ रहा वेस्टर्न-डिस्टरबेंस पड़ रहा कमजोर; इसलिए नहीं बरस रहे बादल
हिमाचल में 12 नवंबर को बारिश-बर्फबारी के आसार:पाकिस्तान होते हुए इंडिया की तरफ बढ़ रहा वेस्टर्न-डिस्टरबेंस पड़ रहा कमजोर; इसलिए नहीं बरस रहे बादल हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो सकता है। इससे कांगड़ा, चंबा और लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्की बारिश व बर्फबारी की संभावना है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 7 नवंबर तक तापमान सामान्य से ज्यादा बना रहेगा। 8 नवंबर से तापमान में कमी आनी शुरू होगी और सामान्य के आसपास टैम्परेचर पहुंचेगा। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान अभी नॉर्मल से 4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा चल रहा है। इस साल सर्दियों में अधिकतम तापमान ने कई शहरों में पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले है। धर्मशाला का अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। बीते रविवार को 27.6 डिग्री दर्ज किया गया था। इससे पहले 07 नवंबर 2022 को धर्मशाला का रिकॉर्ड टैम्परेचर 27.4 डिग्री था। मंडी में भी नवंबर का बीते सोमवार को रिकॉर्ड 27.6 डिग्री टैम्परेचर दर्ज किया गया। वहीं ऊना का अधिकतम तापमान आज 33 डिग्री पहुंच गया है। इससे पहले रिकॉर्ड टैम्परेचर 17 नवंबर 2000 को 33.1 डिग्री है। किस शहर का पारा नॉर्मल से कितना ज्यादा हुआ इसी तरह अन्य शहरों का तापमान भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। केलांग के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 9.1 डिग्री का उछाला आया है और यहां पर तापमान 19.1 डिग्री पहुंच गया है। हमीरपुर का तापमान भी नॉर्मल से 8.4 डिग्री उछाल के बाद 35.3 डिग्री, कल्पा का 4.4 डिग्री के उछाल के बाद 20.9 डिग्री, भुंतर का 4.3 डिग्री के उछाल के साथ 29.8 डिग्री और नाहन का तापमान नॉर्मल की तुलना में 4.6 डिग्री उछाल के बाद 29.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है। प्रदेश में सूखे जैसे हालात पनप रहे प्रदेश में इस बार मानसून में भी नॉर्मल से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पोस्ट मानसून सीजन में तो नॉर्मल से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। 6 जिलों में तो पिछले 34 दिन से पानी की एक बूंद भी नहीं गिरी। इससे सूखे जैसे हालात पनप रहे हैं। ड्राइ स्पेल की वजह से तापमान में उछाल के साथ साथ किसानों की फसलों पर बुरा असर पड़ने लगा है। किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहे हैं।
हिमाचल आपदा की कहानी पीड़ितों की जुबानी:महिला बोली- पूरा गांव बह गया, अब मैं अकेले कैसे जीऊंगी; कहा- न घर बचा न घरवाले
हिमाचल आपदा की कहानी पीड़ितों की जुबानी:महिला बोली- पूरा गांव बह गया, अब मैं अकेले कैसे जीऊंगी; कहा- न घर बचा न घरवाले मैं अब कैसे जीऊंगी…? पूरा गांव श्मशान बन गया…। गांव में अब अकेला मेरा घर बचा है…। यह शब्द शिमला जिले के रामपुर के समेज गांव की अनीता के हैं। अनीता ने बुधवार आधी रात की आपबीती सुनाते हुए बताया कि उनके परिवार ने भागकर जान जरूर बचाई है, लेकिन अब परिवार अकेले बचा है। वे कैसे रहेंगे? अनीता कह रही हैं कि भगवान यह आपने क्या कर दिया? गांव को श्मशान बना दिया। मुझे भी गांव वालों के साथ ले चलते। मैं गांव वालों के बगैर कैसे जीऊं? अनीता ने बताया कि रात में अचानक से उनका घर हिला। वह जिस बिस्तर पर सोई थीं, वह भी हिल गया। फिर जोर-जोर से आवाजें आईं। जब बाहर निकलकर देखा तो तबाही मची हुई थी। इसी दौरान गांव के कुछ लोग उनके घर की ओर आए। उन्होंने हांफते हुए बताया कि बाढ़ आई है। इसके बाद उनके परिवार के सदस्य रात में घर छोड़कर थोड़ी ऊंचाई पर स्थित भगवती माता के मंदिर में भागे। वहां पर उन्होंने पूरी रात काटी। उनके साथ गांव के ही 10-12 लोग भी मंदिर में थे। अनीता का कहना है कि उनका घर ऊंचाई पर था, इसलिए वे लोग बच गए। अनीता ने बताया कि उनके घर में 5 सदस्य हैं। बाढ़ के समय घर में 4 लोग मौजूद थे। उनके मवेशी भी सुरक्षित हैं, लेकिन उनके पड़ोसी इस बाढ़ में बह गए। अनीता की तरह गांव में दूसरे लोग भी नम आंखों से अपनों को तलाश रहे हैं। सबकी नजरें समेज खड्ड पर टिकी हुई है। उम्मीद है कि उनके अपने सुरक्षित मिल जाएंगे। 2 मिनट भी लेट होते तो नहीं बचते: कुलविंदरा
गांव की कुलविंदरा बताती हैं कि रात 12 बजे बादल फटने की सूचना मिली। इसके बाद दोनों पति-पत्नी बाहर भागे। यदि 2 मिनट लेट हो जाते तो बचना मुश्किल हो जाता। उन्होंने बताया कि समेज गांव में 8 से 10 मकान बहे हैं। रात में तबाही देखते हुए वह गांव से काफी ऊंचाई पर स्थित मंदिर पहुंचे। सुबह 5 बजे वापस नीचे गांव गए तो पूरे गांव का नामोनिशान तक मिट गया था। उन्होंने बताया कि लोगों के साथ-साथ गाय भी बाढ़ में बही हैं। न घर बचा न घर वाले
बाढ़ से पीड़ित एक व्यक्ति ने बताया कि उनके परिवार के करीब 15 सदस्य लापता हैं। उनकी बेटी और बेटी के 2 बच्चों का भी कुछ अता-पता नहीं है। बच्चों में एक बेटा (4) और बेटी (7) थे। ये दोनों DPS में पढ़ते थे। इनसे उनकी लास्ट टाइम करीब 4 दिन पहले बात हुई थी। उन्होंने बताया कि वह सरकारी नौकरी से रिटायर हैं, और घटना के समय रामपुर में थे। उन्हें रात करीब 2 बजे सूचना मिली। इसके बाद वह करीब 4 बजे यहां पहुंचे तो देखा कि न घर है और न ही घर वाले। यहां का मंजर देखकर वह दंग रह गए। आधी रात में भागकर बचाई जान
प्रत्यक्षदर्शी आशीष ने बताया कि रात करीब 12 बजे जोर-जोर से आवाजें आने लगीं। उन्होंने बाहर निकलकर देखा तो 5 मिनट में ही गांव के पुल तक पानी भर आया। देखते ही देखते उनकी आंखों के सामने कुछ परिवार बह गए। उन्होंने बताया कि सामने ग्रीनको कंपनी के कर्मचारियों के लिए गेस्ट हाउस था। उन्हें पहले पता लग गया था। कंपनी के कुछ कर्मचारी दूसरे लोगों को बचाने के चक्कर में खुद बाढ़ में बह गए। गांव के लोग भगवान बनकर आए
समेज स्कूल के चौकीदार दयानंद (41) ने बताया कि वह स्कूल में काफी देर तक फंसे रहे। स्कूल के एक टीचर ने DPI को आधी रात में फोन किया। इसके बाद DPI के कहने पर गांव के लोगों ने खिड़की व शीशे तोड़कर दयानंद को स्कूल से बाहर निकाला, क्योंकि निचली मंजिल का दरवाजा मलबे में दब गया था। सुरक्षित निकाले गए दयानंद कहते हैं कि गांव के लोग उनके के लिए भगवान बनकर आए। ग्रीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की अकाउंटेंट बच्चों समेत मलबे में दफन
रामपुर के कांदरी निवासी जय सिंह का हंसता-खेलता परिवार भी समेज के सैलाब में उजड़ गया है। जय सिंह की पत्नी कल्पना (34), बेटी अक्षिता (7) और बेटा अद्विक (4) मलबे में दफन हो गए। अब जय सिंह बार-बार बेसुध हो रहे हैं। जय सिंह के भाई कुशाल सुनैल ने बताया कि भाभी कल्पना ग्रीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में अकाउंटेंट थीं। खड्ड के डर से उन्होंने झाखड़ी के रत्नपुर के लिए अपना ट्रांसफर करवा लिया था। बाढ़ वाले दिन ही उन्हें अपना सामान शिफ्ट करना था। लेकिन, कुदरत ने उन्हें समेज छोड़ने ही नहीं दिया। एक हफ्ते तक घर में बच्चों ने की मौज मस्ती
कुशाल ने बताया कि अक्षिता और अद्विक को स्कूल से एक सप्ताह की मानसून ब्रेक थी। इसलिए, दोनों बच्चे एक हफ्ते तक कांदरी में मस्ती करते रहे। बीते मंगलवार को दोनों बच्चे भाभी के साथ समेज गए। बुधवार रात को हादसा हुआ। हादसे वाले दिन जय सिंह समेज में नहीं थे। इस वजह से उनकी जान बच गई। गोपाल का घर बहने से 12 दबे
जय सिंह और उनकी पत्नी कल्पना दोनों बच्चों के साथ समेज में गोपाल के 3 मंजिला मकान में किराए पर रहते थे। इसी बिल्डिंग के टॉप-फ्लोर पर उनका क्वार्टर था और इसी में निचले फ्लोर पर कंपनी का दफ्तर भी चल रहा था। गोपाल की ही बिल्डिंग ढहने से कुल 12 लोगों की मौत हो गई है। इसमें जय सिंह की पत्नी, 2 बच्चों के अलावा गोपाल की पत्नी शिक्षा (37), बेटी जिया (15) और ग्रीनको हाइड्रो प्रोजेक्ट के 7 कर्मचारियों की भी मौत हुई है। कंपनी के कर्मचारी भी इसी बिल्डिंग में रहते थे। 36 लोगों का 48 घंटे बाद भी सुराग नहीं
समेज हादसे में कुल मिलाकर 36 लोग लापता है। 48 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी किसी का सुराग नहीं लग पाया है। माना जा रहा है कि खड्ड में अत्यधिक पानी की वजह से लोग दूर तक बह गए हों। यही वजह है कि जिला प्रशासन ने समेज से लेकर शिमला के सुन्नी तत्तापानी तक सर्च ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया है।