आगरा की पूर्व मेयर प्रत्याशी जूही प्रकाश ने अपने पति योगेंद्र के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। उन्होंने 50 लाख रुपए दहेज मांगने के आरोप लगाए हैं। करीब 28 दिन पहले योगेंद्र ने जूही के खिलाफ जानलेवा हमला करने की FIR दर्ज कराई थी। पति का आरोप था- जूही ने झगड़े के दौरान कांच की बोतल से सिर पर वार कर दिया। बोतल पीठ में भी घोंप दी। पहले जूही के दहेज के आरोप समझते हैं… जूही ने कहा- 50 लाख मांगते थे, कहां से देती सपा नेता जूही प्रकाश ने कहा- पति योगेंद्र प्रताप सिंह से मेरी 2020 में मुलाकात हुई थी। इसके बाद जून, 2024 में शादी कर ली। जब ससुराल पहुंची तो ससुरालीजनों ने 50 लाख रुपए दहेज की मांग की। मैंने रकम देने में असमर्थता जताई तो मेरा उत्पीड़न शुरू कर दिया। मुझे घर से निकाल दिया। इसके बाद वह सिकंदरा स्थित किराए के एक फ्लैट में रहने लगी। जहां पर पति योगेंद्र प्रताप सिंह ने मेरा उत्पीड़न शुरू कर दिया। मेरे साथ आए दिन मारपीट की। सपा नेता जूही प्रकाश का आरोप है कि पति के कई युवतियों के साथ संबंध हैं। उनके वीडियो भी हैं। जब खुद फंसने लगा तो पति ने मेरे खिलाफ फर्जी मुकदमा सिकंदरा में लिखाया था। FIR में पति योगेंद्र प्रताप सिंह, सास हरदेवी, ससुर हाकिम सिंह, जेठ वीपी सिंह, ननद नीलम सिंह, दोस्त शिवम सागर, संजय निगम और वीरेंद्र प्रताप सिंह का नाम शामिल है। जूही ने अपने साथ हुई मारपीट की तस्वीर भी शेयर की… अब 28 दिन पहले पति ने जो जूही पर आरोप लगाए, उन्हें पढ़िए… आरोप – जूही कहती है कि पेट्रोल पंप मेरे नाम कर दो योगेंद्र प्रताप सिंह ने सिकंदरा थाने में पत्नी जूही प्रकाश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि शादी के 2 दिन बाद ही पत्नी जूही प्रकाश ने परिवार से अलग होने का दबाव बनाया। जिस पर किराए का फ्लैट लेकर दोनों उसमें शिफ्ट हो गए। मुझे फ्लैट के अंदर जूही प्रकाश नहीं आने देती थी। फोन कर गालियां देती थी। कहा कि पेट्रोल पंप मेरे नाम करो। जूही अपने नाम पेट्रोल पंप करवाने के लिए लगातार दबाव बना रही थी। जूही ने दरवाजा नहीं खोला तो मुझे एक रात घर के बाहर बितानी पड़ी। इतना ही नहीं, 10 अगस्त को जूही ने मेरे सिर पर कांच की बोतल मार दी थी। जिसकी मैंने सिकंदरा थाने में तहरीर दी थी। 17 सितंबर को भी झगड़े में फिर से कांच की बोतल से जूही ने वार किया। मेरी पीठ में बोतल लगी थी। तब मैं एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती हुआ। इसके बाद प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज हुआ था। इसके बाद 20 सितंबर को FIR दर्ज की गई। इस पूरे मामले में करीब 25 दिन पहले जूही के पति योगेंद्र प्रताप सिंह मीडिया के सामने आए, उन्होंने कहा- मेरी पत्नी के कारनामों ने मुझे बर्बाद कर दिया। उस वक्त लगाए गए आरोप पढ़िए… सपा नेत्री को मैंने चुनाव के लिए बहुत पैसे दिए, अधिकारियों और नेताओं से उसके संबंध मुझे उससे बेहद प्यार हुआ। वो नेता है या नहीं, मुझे इस बात से मतलब नहीं था। मैं बसपा में हूं और वो मेरी विरोधी पार्टी की। इसके बावजूद मैंने उसका साथ दिया। 2019 से लेकर 2024 तक कई बार झगड़े हुए। बात बंद हुई, लेकिन 2023 में एक दिन उसके आंसू देख मैं पिघल गया था। मगर फिर उसने मुझे ही फंसा दिया। पढ़िए पूरी खबर… सपा नेता जूही बोलीं- पति मुझे फ्लैट में बंद रखता, मारता-पीटता था; दोस्तों के साथ सोने को कहता ‘मैंने उस पर शादी का दबाव नहीं बनाया था। ना ही उससे कोई पैसे लिए। मेरे पति के कई महिलाओं से संबंध हैं। उनके साथ गंदे वीडियो बनाकर रखता है। मेरे भी कई वीडियो बनाकर रखे हुए हैं, जिनके दम पर मुझे ब्लैकमेल करता है।’ आगरा में सपा की महिला नेता जूही प्रकाश ने यह दावा किया। उन पर अपने ही पति योगेंद्र के सिर पर कांच की बोतल मारकर घायल करने की FIR दर्ज हुई है। पढ़ें पूरी खबर… आगरा की पूर्व मेयर प्रत्याशी जूही प्रकाश ने अपने पति योगेंद्र के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। उन्होंने 50 लाख रुपए दहेज मांगने के आरोप लगाए हैं। करीब 28 दिन पहले योगेंद्र ने जूही के खिलाफ जानलेवा हमला करने की FIR दर्ज कराई थी। पति का आरोप था- जूही ने झगड़े के दौरान कांच की बोतल से सिर पर वार कर दिया। बोतल पीठ में भी घोंप दी। पहले जूही के दहेज के आरोप समझते हैं… जूही ने कहा- 50 लाख मांगते थे, कहां से देती सपा नेता जूही प्रकाश ने कहा- पति योगेंद्र प्रताप सिंह से मेरी 2020 में मुलाकात हुई थी। इसके बाद जून, 2024 में शादी कर ली। जब ससुराल पहुंची तो ससुरालीजनों ने 50 लाख रुपए दहेज की मांग की। मैंने रकम देने में असमर्थता जताई तो मेरा उत्पीड़न शुरू कर दिया। मुझे घर से निकाल दिया। इसके बाद वह सिकंदरा स्थित किराए के एक फ्लैट में रहने लगी। जहां पर पति योगेंद्र प्रताप सिंह ने मेरा उत्पीड़न शुरू कर दिया। मेरे साथ आए दिन मारपीट की। सपा नेता जूही प्रकाश का आरोप है कि पति के कई युवतियों के साथ संबंध हैं। उनके वीडियो भी हैं। जब खुद फंसने लगा तो पति ने मेरे खिलाफ फर्जी मुकदमा सिकंदरा में लिखाया था। FIR में पति योगेंद्र प्रताप सिंह, सास हरदेवी, ससुर हाकिम सिंह, जेठ वीपी सिंह, ननद नीलम सिंह, दोस्त शिवम सागर, संजय निगम और वीरेंद्र प्रताप सिंह का नाम शामिल है। जूही ने अपने साथ हुई मारपीट की तस्वीर भी शेयर की… अब 28 दिन पहले पति ने जो जूही पर आरोप लगाए, उन्हें पढ़िए… आरोप – जूही कहती है कि पेट्रोल पंप मेरे नाम कर दो योगेंद्र प्रताप सिंह ने सिकंदरा थाने में पत्नी जूही प्रकाश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि शादी के 2 दिन बाद ही पत्नी जूही प्रकाश ने परिवार से अलग होने का दबाव बनाया। जिस पर किराए का फ्लैट लेकर दोनों उसमें शिफ्ट हो गए। मुझे फ्लैट के अंदर जूही प्रकाश नहीं आने देती थी। फोन कर गालियां देती थी। कहा कि पेट्रोल पंप मेरे नाम करो। जूही अपने नाम पेट्रोल पंप करवाने के लिए लगातार दबाव बना रही थी। जूही ने दरवाजा नहीं खोला तो मुझे एक रात घर के बाहर बितानी पड़ी। इतना ही नहीं, 10 अगस्त को जूही ने मेरे सिर पर कांच की बोतल मार दी थी। जिसकी मैंने सिकंदरा थाने में तहरीर दी थी। 17 सितंबर को भी झगड़े में फिर से कांच की बोतल से जूही ने वार किया। मेरी पीठ में बोतल लगी थी। तब मैं एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती हुआ। इसके बाद प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज हुआ था। इसके बाद 20 सितंबर को FIR दर्ज की गई। इस पूरे मामले में करीब 25 दिन पहले जूही के पति योगेंद्र प्रताप सिंह मीडिया के सामने आए, उन्होंने कहा- मेरी पत्नी के कारनामों ने मुझे बर्बाद कर दिया। उस वक्त लगाए गए आरोप पढ़िए… सपा नेत्री को मैंने चुनाव के लिए बहुत पैसे दिए, अधिकारियों और नेताओं से उसके संबंध मुझे उससे बेहद प्यार हुआ। वो नेता है या नहीं, मुझे इस बात से मतलब नहीं था। मैं बसपा में हूं और वो मेरी विरोधी पार्टी की। इसके बावजूद मैंने उसका साथ दिया। 2019 से लेकर 2024 तक कई बार झगड़े हुए। बात बंद हुई, लेकिन 2023 में एक दिन उसके आंसू देख मैं पिघल गया था। मगर फिर उसने मुझे ही फंसा दिया। पढ़िए पूरी खबर… सपा नेता जूही बोलीं- पति मुझे फ्लैट में बंद रखता, मारता-पीटता था; दोस्तों के साथ सोने को कहता ‘मैंने उस पर शादी का दबाव नहीं बनाया था। ना ही उससे कोई पैसे लिए। मेरे पति के कई महिलाओं से संबंध हैं। उनके साथ गंदे वीडियो बनाकर रखता है। मेरे भी कई वीडियो बनाकर रखे हुए हैं, जिनके दम पर मुझे ब्लैकमेल करता है।’ आगरा में सपा की महिला नेता जूही प्रकाश ने यह दावा किया। उन पर अपने ही पति योगेंद्र के सिर पर कांच की बोतल मारकर घायल करने की FIR दर्ज हुई है। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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‘जुबान पर ताले किसने लगाए’, 1978 संभल दंगों की फिर से जांच के आदेश पर बोले सपा नेता
‘जुबान पर ताले किसने लगाए’, 1978 संभल दंगों की फिर से जांच के आदेश पर बोले सपा नेता <p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal Riot 1978:</strong> उत्तर प्रदेश के संभल में 47 साल पहले हुए दंगे की फाइल योगी सरकार से फिर खोलेगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी गृह विभाग के उप सचिव और मानव अधिकार आयोग के एसपी ने संभल के डीएम एसपी को पत्र भेजकर एक सप्ताह में जानकारी मांगी है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा सत्र के वक्तव्य के दौरान सन 1978 में संभल में हुए दंगे का जिक्र किया था. यूपी में इसे लेकर अब कवायद भी शुरू हो गई है. वहीं सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> के इस फैसले पर प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है. सपा नेताओं ने इस मामले को लेकर सीएम योगी पर जुबानी हमला बोला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>संभल में जांच के मामले पर समाजवादी पार्टी प्रवक्ता अमीक जामेई ने कहा कि, “1978 जनसंघ के अलायंस मे राम नरेश यादव CM थे, आज की भाजपा से कल्याण सिंह, बिहार गवर्नर आरिफ मुहम्मद खान और सत्यब्रत त्रिपाठी उस हकूमत मे वज़ीर थे.” सपा प्रवक्ता ने कहा कि, 1978 में अगर हिंदुओं पर कोई जुल्म हुआ तो भाजपा के नेता क्यों खमोश थे और अभी भी हैं, जुबान पर ताले किसने लगाए? 6 बार भजपा सरकार मे रही किसने जाँच से रोका था? असल मे भाजपा जनसंघ ही तो दंगों मे स्पेशलिस्ट रही है. उत्तर प्रदेश के लोग इतिहास नहीं भूले हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>”रोजगार के मुद्दे से युवाओं का ध्यान भटका रही बीजेपी”</strong><br />संभल में जांच के मामले पर एक और सपा नेता का बयान आया है. समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि, “आज पच्चीस, तीस, पैतीस साल का नौजवान रोज़गार चाहता है, जीवन में कुछ करना चाहता है. भाजपा की सरकार प्रदेश के नौजवानों के रोज़गार के मुद्दे से भागना चाहती है, इसलिए 46 साल पुराने संभल दंगे की जाँच की बात कर रही है. जबकि आज का 25,30,35 साल का नवजवान तब पैदा भी नहीं हुआ था. समाजवादी पार्टी वर्तमान पे जनता के सवाल भाजपा से पूछती रहेंगी भाजपा मुद्दों से यू भाग नहीं सकती.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>संभल दंगा जांच को लेकर भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का बयान सामने आया है. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि, “संभल की घटनाओं की जाँच होनी चाहिए. पीड़ितों के परिजनों को अब भी न्याय का इंतजार है. संभल की खुदाई से इतिहास के कई पन्ने खुले है. निरपराध मासूम लोगों का नरसंहार हुआ, मजहबी तुष्टीकरण में मस्त तत्कालीन सरकारों ने अन्याय किया है.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-2025-traffic-plan-ready-with-102-parking-and-31-pages-of-advisory-ann-2859077″><strong>’102 पार्किंग, 5 लाख से ज्यादा वाहन और 31 पन्ने की एडवाइजरी’, महाकुंभ का ट्रैफिक प्लान तैयार</strong></a></p>
मोतिहारी में JDU कार्यकर्ता सम्मेलन में मंत्री के सामने जमकर चले लात घूंसे, खाने के लिए भी मचा बवाल
मोतिहारी में JDU कार्यकर्ता सम्मेलन में मंत्री के सामने जमकर चले लात घूंसे, खाने के लिए भी मचा बवाल <p style=”text-align: justify;”><strong>Fighting At JDU Party Workers Conference In Motihari:</strong> मोतिहारी के बापू सभागार में रविवार (15 दिसंबर) को जेडीयू पार्टी का कार्यकर्ता सम्मेलन रखा गया था. कार्यक्रम में जिला भर से पार्टी के कार्यकर्ता समेत समर्थकों की भीड़ जुटी थी. इस दौरान पुर्वी चंपारण जिलाध्यक्ष मंजू देवी के पुत्र रोहित कुमार का किसी समर्थक से विवाद हो गया और देखते ही देखते पार्टी के दो मंत्री और विधायक के सामने ही स्टेज पर ही खूब लात घूंसा चला. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंत्री अशोक चौधरी और सुमित कुमार थे मौजूद </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के मुताबिक कार्यकर्ता सम्मेलन सम्माप्त होते ही महात्मा गांधी प्रेक्षागृह के सभागार में जेडीयू जिलाध्यक्ष मंजू देवी के पुत्र रोहित कुमार व कार्यकर्ताओं के बीच करीब 2 मिनट तक लात घूंसा चला और कार्यक्रम स्थल अखाड़ा बन गया. फिर बाहर में भोजन के लिए भी धक्का मुक्की का माहौल बना रहा. इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार समेत करीब आधा दर्जन से ज्यादा विधायक पहुंचे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हालांकि विवाद का कारण तो स्पष्ट नहीं हो सका, लेकिन बताया गया कि किसी नेता से भाषण ना दिलवाने के कारण मंजू देवी के पुत्र ने कार्यकर्ताओं के साथ जमकर मारपीट की, जिसके बाद प्रेक्षा गृह में उस्थित कार्यकर्ताओं के बिच हड़कंप मच गया. पूर्वी चंपारण जिले में जदयू के कार्यक्रम में मारपीट होना जिले भर में चर्चा की विषय बना हुआ है. हालांकि विपक्ष का कोई बयान तो सामने नहीं आया है, लेकिन विपक्ष में चुटकी ली जा रही है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>4000 जेडीयू कार्यकर्ता एवं समर्थकों की थी संख्या </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बताते चलें कि पूर्वी चंपारण जिले में 12 विधानसभा है, लेकिन जातियों का मात्र एक विधायक केसरिया से शालिनी मिश्रा हैं. वहीं पूर्वी चंपारण में 12 विधानसभा को देखते हुए जयदेव अपनी जमीन की तलाश में हैं, जिसको लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने के लिए जिले भर से जेडीयू के कार्यक्रम में लोगों को बुलाया गया था. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भी पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली प्रखंड क्षेत्र में आने की चर्चा हो रही है. पूर्वी चंपारण जिले के पूर्व नरकटिया विधायक शाहपुर मंत्री वीरेंद्र प्रसाद कुशवाहा पूर्व मंत्री श्याम बिहारी प्रसाद जिले के जदयू विधायक केसरिया शालिनी मिश्रा समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी कल मौजूद थे, वही महात्मा गांधी प्रेक्षागृह में जेडीयू कार्यकर्ता एवं समर्थकों की संख्या करीब 4000 की देखी गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ेंः <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-two-migrant-labourers-shot-dead-in-manipur-ann-2842900″>Manipur Violence: बिहार के दो प्रवासी मजदूरों की मणिपुर में गोली मारकर हत्या, परिजनों की चित्कार से गांव गमगीन</a></strong></p>
2 हजार वर्ग-फीट भूमि पर खोल सकेंगे स्किल सेंटर
2 हजार वर्ग-फीट भूमि पर खोल सकेंगे स्किल सेंटर जालंधर | तकनीकी शिक्षा का प्रसार करने के लिए केंद्र सरकार ने नई योजना पर काम शुरू किया है। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम के जरिये योजना को लागू किया गया है। अब कारोबारी संघ, प्राइवेट कंपनी, शैक्षणिक संस्थान, अन्य संस्थान अपना स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोल सकते हैं। इसके लिए न्यूनतम 2000 वर्ग-फीट बिल्डअप एरिया वाली इमारत होनी चाहिए। यह केंद्र सरकार पीपीपी मोड पर संचालित करेगी। राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम ने योजना के तहत अर्जी लेने का कार्य शुरू कर दिया है। जो लोग पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर स्किल डेवलपमेंट सेंटर संचालित करना चाहते हैं, उन्हें निगम को 5900 की आवेदन राशि के साथ अर्जी देनी है। जारी लेटर में कहा गया है कि 30 दिन के अंदर यह अर्जियां देनी होगी। पंजाब में अलग-अलग जिलों में अलग-अलग प्रकार की इंडस्ट्री स्थापित है। इनमें अलग-अलग तकनीकी स्टाफ की आवश्यकता होती है, उसी के अनुसार ट्रेनिंग दी जा सकेगी।