भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग का आलीशान तीन मंजिला आवास कुर्क होगा। ये आदेश कोर्ट ने इसलिए दिया है क्योंकि सपा विधायक की पत्नी कोर्ट के आदेश के बाद भी अभी तक कोर्ट में पेश नहीं हुई है। इस मामले को 2 महीने होने वाले हैं लेकिन सपा विधायक की पत्नी अभी भी फरार है। सपा विधायक जाहिद बेग का घर मालिकाना मोहल्ले में है। 9 सितंबर को 17 साल की नाजिया ने उनके घर में फांसी लगा ली थी। वह विधायक के यहां काम करती थी। विधायक ने खुद इसकी सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला था। सपा विधायक परिवार समेत फरार हो गया था विधायक ने तब बताया था, नाजिया के साथ काम करने वाली दूसरी युवती ने स्टोर रूम के पास जाकर आवाज दी थी। दरवाजा खोलने को कहा था। जब दरवाजा नहीं खुला, तो उसने इसकी सूचना मुझे दी। इस मामले में सपा नेता के खिलाफ दो FIR दर्ज हुई थी। उसी के बाद से सपा विधायक परिवार समेत फरार हो गया था। वहीं पुलिस ने उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया था। बेटे की गिरफ्तारी के बाद सपा विधायक ने घटना के 10 दिन बाद यानी 19 सितंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट में भागते हुए सरेंडर किया था। कोर्ट के बाहर सपा विधायक की पुलिस से झड़प भी हुई थी। पुलिस की टीम सपा विधायक को कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार करना चाहती थी लेकिन वो भागते हुए CJM कोर्ट रूम पहुंच गया था। कोर्ट के बाहर पुलिस से हुई थी झड़प वहां जज के सामने सरेंडर किया था। जेल जाते समय जाहिद बेग ने कहा था- मुझे खींचा गया, मेरे साथ बदसलूकी की गई। मैं न गुंडा हूं, न बदमाश। मेरे साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है, मुझे पता नहीं है। बता दें, जाहिद बेग के साथ सपा जिलाध्यक्ष भी थे। 2 महीने बाद कोर्ट का ये एक्शन पत्नी के सरेंडर न करने पर हुआ है। बेटे-पत्नी और विधायक पर दर्ज हुआ था केस इस मामले में सपा विधायक की पत्नी-बेटे भी आरोपी बनाए गए थे। उसके ऊपर भी केस दर्ज किया गया था। विधायक जाहिद बेग के साथ उनकी पत्नी सीमा बेग और बेटे जईम बेग के खिलाफ बाल श्रम, बंधुआ मजदूरी और सुसाइड के लिए उकसाने समेत अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज किया था। सपा विधायक अभी प्रयागराज की नैनी जेल में बंद है। मामले में सीओ अजय कुमार चौहान ने बताया था कि मृतक लड़की का नाम नाजिया था। वो पिछले कई साल से जाहिद बेग के घर में काम कर रही थी। उसका परिवार मामदेव इलाके में कांशीराम आवास में रहता था। वो मलिकाना मोहल्ले में विधायक के घर के ऊपरी फ्लोर पर एक कमरे में रहती थी। उसी कमरे में उसका शव पंखे से लटका मिला था। इस खबर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें- सपा विधायक जाहिद बेग का सरेंडर, भागते हुए कोर्ट पहुंचे: भदोही पुलिस से खींचतान, दो बार गिरे, चप्पल टूटी; नंगे पैर ही जेल गए भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। 60 साल के विधायक चुपके से कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे थे। लेकिन वहां पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने उन्हें कोर्ट के गेट पर पकड़ लिया। खींचतान हुई। विधायक दो बार गिर भी पड़े। उनकी चप्पल टूट गई। यहां पढ़ें पूरी खबर भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग का आलीशान तीन मंजिला आवास कुर्क होगा। ये आदेश कोर्ट ने इसलिए दिया है क्योंकि सपा विधायक की पत्नी कोर्ट के आदेश के बाद भी अभी तक कोर्ट में पेश नहीं हुई है। इस मामले को 2 महीने होने वाले हैं लेकिन सपा विधायक की पत्नी अभी भी फरार है। सपा विधायक जाहिद बेग का घर मालिकाना मोहल्ले में है। 9 सितंबर को 17 साल की नाजिया ने उनके घर में फांसी लगा ली थी। वह विधायक के यहां काम करती थी। विधायक ने खुद इसकी सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला था। सपा विधायक परिवार समेत फरार हो गया था विधायक ने तब बताया था, नाजिया के साथ काम करने वाली दूसरी युवती ने स्टोर रूम के पास जाकर आवाज दी थी। दरवाजा खोलने को कहा था। जब दरवाजा नहीं खुला, तो उसने इसकी सूचना मुझे दी। इस मामले में सपा नेता के खिलाफ दो FIR दर्ज हुई थी। उसी के बाद से सपा विधायक परिवार समेत फरार हो गया था। वहीं पुलिस ने उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया था। बेटे की गिरफ्तारी के बाद सपा विधायक ने घटना के 10 दिन बाद यानी 19 सितंबर को एमपी-एमएलए कोर्ट में भागते हुए सरेंडर किया था। कोर्ट के बाहर सपा विधायक की पुलिस से झड़प भी हुई थी। पुलिस की टीम सपा विधायक को कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार करना चाहती थी लेकिन वो भागते हुए CJM कोर्ट रूम पहुंच गया था। कोर्ट के बाहर पुलिस से हुई थी झड़प वहां जज के सामने सरेंडर किया था। जेल जाते समय जाहिद बेग ने कहा था- मुझे खींचा गया, मेरे साथ बदसलूकी की गई। मैं न गुंडा हूं, न बदमाश। मेरे साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है, मुझे पता नहीं है। बता दें, जाहिद बेग के साथ सपा जिलाध्यक्ष भी थे। 2 महीने बाद कोर्ट का ये एक्शन पत्नी के सरेंडर न करने पर हुआ है। बेटे-पत्नी और विधायक पर दर्ज हुआ था केस इस मामले में सपा विधायक की पत्नी-बेटे भी आरोपी बनाए गए थे। उसके ऊपर भी केस दर्ज किया गया था। विधायक जाहिद बेग के साथ उनकी पत्नी सीमा बेग और बेटे जईम बेग के खिलाफ बाल श्रम, बंधुआ मजदूरी और सुसाइड के लिए उकसाने समेत अन्य मामलों में मुकदमा दर्ज किया था। सपा विधायक अभी प्रयागराज की नैनी जेल में बंद है। मामले में सीओ अजय कुमार चौहान ने बताया था कि मृतक लड़की का नाम नाजिया था। वो पिछले कई साल से जाहिद बेग के घर में काम कर रही थी। उसका परिवार मामदेव इलाके में कांशीराम आवास में रहता था। वो मलिकाना मोहल्ले में विधायक के घर के ऊपरी फ्लोर पर एक कमरे में रहती थी। उसी कमरे में उसका शव पंखे से लटका मिला था। इस खबर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें- सपा विधायक जाहिद बेग का सरेंडर, भागते हुए कोर्ट पहुंचे: भदोही पुलिस से खींचतान, दो बार गिरे, चप्पल टूटी; नंगे पैर ही जेल गए भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। 60 साल के विधायक चुपके से कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचे थे। लेकिन वहां पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने उन्हें कोर्ट के गेट पर पकड़ लिया। खींचतान हुई। विधायक दो बार गिर भी पड़े। उनकी चप्पल टूट गई। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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<p style=”text-align: justify;”><strong>बाथरूम के दरवाजा तक लोग बैठने पर मजबूर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन में जनरल कोच के दरवाजे से लेकर बाथरूम के दरवाजा और कोच के फर्श तक लोग बैठे दिखे. भीड़ इतनी ज्यादा है कि कोच से बाहर निकलने और अंदर जाने के लिए कोच के दरवाजा छोड़ खिड़कियों से लोग आ जा रहे हैं. प्लेटफार्म पर ट्रेन के आते ही जनरल कोच जाने के लिए आपाधापी की स्थिति हो जा रही है. ट्रेन के आते ही पहले जाकर सीट लूटने को लेकर भगदड़ की स्थिति बनी रहती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जनरल कोच में जा रहे यात्रियों ने बताया कि काफी परेशानी हो रही है. बाथरूम के दरवाजे तक लोग बैठे हैं. अब जाना है मजबूरी है तो किसी तरह जा रहे हैं. त्योहार के कारण भीड़ ज्यादा है. कोच में बैठने की जगह तक नहीं है. दो महीना पहले से हीं ट्रेनों में नो सीट है, तत्काल टिकट तक नहीं मिल रही है. बैठने तक की जगह नहीं है, जिसे जहां जगह मिल रही है. वहां बैठ कर सफर कर रहे हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>त्योहार के सीजन में हर साल होती है ये हालत</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि बिहार में त्योहार के सीजन यानी दशहरा से लेकर दिवाली तक ट्रेनों में सफर करना कोई आसान काम नहीं है. बाहर काम करने वाले बिहार के लोग इसी सीजन में घर ज्यादा आते हैं और लौटते हैं. जो दशहरा और दिवाली में घर आए थे वो अब अपने काम पर यानी दूसरे प्रदेश जा रहे हैं. गया में रहने वाले बिहार के दूसरे जिले के लोग भी छठ करने अपने घर जा रहे हैं. अभी छठ की भीड़ होना तो बाकी है. छठ के एक दो दीन पहले तो इससे भी बुरी हालत होती है. दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई से आने वाली ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं मिलेगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a href=”https://www.abplive.com/states/bihar/bihar-former-mp-ramkripal-yadav-attack-on-tejashwi-yadav-and-lalu-family-in-patna-ann-2815925″>Bihar Politics: ‘मेरा मुंह मत खुलवाइए’, राम कृपाल का मीसा भारती पर बड़ा आरोप, कहा- 50 करोड़ रुपये…</a></strong></p>