हरियाणा के पानीपत जिला में थाना सेक्टर 13/17 पुलिस ने साढ़े 7 वर्षीय बच्ची की हत्या मामले में नामजद आरोपी मौसा-मौसी को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान हुसैन उर्फ भूरा व शाइम निवासी ज्योति कॉलोनी के रूप में हुई। शाइन से नहीं हो रहा काम, जैनब को यहां छोड़ दो थाना सेक्टर 13/17 प्रभारी सब इंस्पेक्टर हिमांशु ने बताया यूपी के मुजफ्फरनगर जिला के चंदेड़ी निवासी अहसान पुत्र लियाकल ने बुधवार 7 अगस्त को पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह पांच बच्चों का पिता है। एक बेटा व 4 बेटी है। उसकी पत्नी इमराना करीब डेढ महीना पहले तीसरे नंबर की बेटी साढे 7 वर्षीय जैनब को साथ लेकर अपने माता पिता के पास पानीपत ज्योति कॉलोनी में मिलने के लिए आई थी। कॉलोनी में उसकी साली शाइन भी पति हुसैन उर्फ भूरा के साथ किराये पर कमरा लेकर रहती है। इमराना माता पिता से मिलकर वापिस आने लगी तो साली शाइन व उसका पति हुसैन उर्फ भूरा मिलकर कहने लगे उनको बच्चा होने वाला है। शाइन से काम नही हो पा रहा, इसलिए जैनब को उनके पास छोड़ दो। हुसैन व शाइन से हुई कहासुनी दोनों ने बेटी जैनब को अपने पास रख लिया। करीब 15 दिन पहले हुसैन उर्फ भूरा का उसके पास फोन आया। हुसैन को बेटी से बात करवाने के लिए कहा तो हुसैन ने वीडियों कॉल करके बेटी को दिखाया, बेटी सहमी हुई थी। इसको लेकर उसकी हुसैन व शाइन के साथ कहासुनी हो गई। उसकी पत्नी इमराना के पास तीन चार दिन पहले शाइन का फोन आया। पत्नी ने शाइन को बेटी से बात करवाने के लिए कहा उसने बात नही करवाई। उन्हें पता चला कि कहासुनी की रंजिश रखते हुए शाइन व उसके पति हुसैन उर्फ भूरा ने उसकी बेटी जैनब के साथ मारपीट की है। बाद में उसे बेटी जैनब की मौत की सूचना मिली। आरोपी दंपति ने डंडे से पीटकर की बच्ची की हत्या वह परिवार सहित ज्योति कॉलोनी में पहुंचा, जहा उसे पता चला कि शाइम व हुसैन उर्फ भूरा ने मिलकर जैनब को लाठी डंडों से बेरहमी से पीटकर उसकी हत्या कर दी। हसन की शिकायत पर हत्या की धाराओं के तहत अभियोग दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी। सब इंस्पेक्टर हिमाशु ने बताया कि आरोपी हुसैन उर्फ भूरा को बुधवार देर शाम को गिरफ्तार किया और आरोपी शाइन को वीरवार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी दंपति ने डंडें से पीट पीटकर बच्ची की हत्या करने बारे स्वीकारा। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त डंडा बरामद कर वीरवार को पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया। हरियाणा के पानीपत जिला में थाना सेक्टर 13/17 पुलिस ने साढ़े 7 वर्षीय बच्ची की हत्या मामले में नामजद आरोपी मौसा-मौसी को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान हुसैन उर्फ भूरा व शाइम निवासी ज्योति कॉलोनी के रूप में हुई। शाइन से नहीं हो रहा काम, जैनब को यहां छोड़ दो थाना सेक्टर 13/17 प्रभारी सब इंस्पेक्टर हिमांशु ने बताया यूपी के मुजफ्फरनगर जिला के चंदेड़ी निवासी अहसान पुत्र लियाकल ने बुधवार 7 अगस्त को पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह पांच बच्चों का पिता है। एक बेटा व 4 बेटी है। उसकी पत्नी इमराना करीब डेढ महीना पहले तीसरे नंबर की बेटी साढे 7 वर्षीय जैनब को साथ लेकर अपने माता पिता के पास पानीपत ज्योति कॉलोनी में मिलने के लिए आई थी। कॉलोनी में उसकी साली शाइन भी पति हुसैन उर्फ भूरा के साथ किराये पर कमरा लेकर रहती है। इमराना माता पिता से मिलकर वापिस आने लगी तो साली शाइन व उसका पति हुसैन उर्फ भूरा मिलकर कहने लगे उनको बच्चा होने वाला है। शाइन से काम नही हो पा रहा, इसलिए जैनब को उनके पास छोड़ दो। हुसैन व शाइन से हुई कहासुनी दोनों ने बेटी जैनब को अपने पास रख लिया। करीब 15 दिन पहले हुसैन उर्फ भूरा का उसके पास फोन आया। हुसैन को बेटी से बात करवाने के लिए कहा तो हुसैन ने वीडियों कॉल करके बेटी को दिखाया, बेटी सहमी हुई थी। इसको लेकर उसकी हुसैन व शाइन के साथ कहासुनी हो गई। उसकी पत्नी इमराना के पास तीन चार दिन पहले शाइन का फोन आया। पत्नी ने शाइन को बेटी से बात करवाने के लिए कहा उसने बात नही करवाई। उन्हें पता चला कि कहासुनी की रंजिश रखते हुए शाइन व उसके पति हुसैन उर्फ भूरा ने उसकी बेटी जैनब के साथ मारपीट की है। बाद में उसे बेटी जैनब की मौत की सूचना मिली। आरोपी दंपति ने डंडे से पीटकर की बच्ची की हत्या वह परिवार सहित ज्योति कॉलोनी में पहुंचा, जहा उसे पता चला कि शाइम व हुसैन उर्फ भूरा ने मिलकर जैनब को लाठी डंडों से बेरहमी से पीटकर उसकी हत्या कर दी। हसन की शिकायत पर हत्या की धाराओं के तहत अभियोग दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी। सब इंस्पेक्टर हिमाशु ने बताया कि आरोपी हुसैन उर्फ भूरा को बुधवार देर शाम को गिरफ्तार किया और आरोपी शाइन को वीरवार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी दंपति ने डंडें से पीट पीटकर बच्ची की हत्या करने बारे स्वीकारा। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त डंडा बरामद कर वीरवार को पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रेरा अध्यक्ष-मेंबर के खिलाफ जांच ACS करेंगे:सरकार ने तय किए नियम; सुमोटो लेकर जांच शुरू करने का अधिकार भी सरकार के पास व्यापक विचार-विमर्श के बाद, नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग ने रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (रेरा) और अपीलीय न्यायाधिकरण के अध्यक्षों या सदस्यों के खिलाफ जांच करने के लिए नियम स्थापित कर दिए हैं। अधिसूचना के अनुसार, रेरा के अध्यक्ष या सदस्य के खिलाफ शिकायत मिलने की स्थिति में, प्रारंभिक जांच अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) के पद से नीचे के अधिकारी द्वारा नहीं की जाएगी, जिसने हरियाणा में सेवा की हो। प्राधिकरण के अध्यक्ष या सदस्य के विरुद्ध किसी मामले का स्वतः संज्ञान लेकर प्रारंभिक जांच शुरू करने का अधिकार भी सरकार के पास रहेगा। हाईकोर्ट के वर्किंग जज की नियुक्ति होगी नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एके सिंह द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, प्रारंभिक जांच के बाद तथा संबंधित अध्यक्ष या सदस्य से टिप्पणियां प्राप्त करने के बाद, यदि राज्य सरकार यह निर्धारित करती है कि प्रथम दृष्टया आगे की जांच के लिए मामला मौजूद है, तो वह उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श से जांच के लिए एक कार्यरत न्यायाधीश की नियुक्ति कर सकती है। नियुक्त न्यायाधीश के पास व्यक्तियों को बुलाने और उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने, शपथ के तहत उनकी जांच करने, दस्तावेजों की खोज और प्रस्तुति की आवश्यकता बताने तथा साक्ष्य प्राप्त करने की सिविल अदालत की शक्तियां होंगी। हटाने की फैसला जस्टिस की रिपोर्ट पर होगा न्यायाधीश की रिपोर्ट और सिफारिशों के आधार पर सरकार एक आदेश जारी करेगी जिसमें यह निर्णय लिया जाएगा कि प्राधिकरण के अध्यक्ष या सदस्य को हटाया जाए या नहीं। अपीलीय न्यायाधिकरण के अध्यक्ष या सदस्य के खिलाफ आरोपों से जुड़े मामलों में, राज्य सरकार एक सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश के माध्यम से प्रारंभिक जांच कराएगी। सरकार प्रारंभिक जांच शुरू करने के लिए मामले का स्वतः संज्ञान भी ले सकती है।प्रारंभिक जांच के बाद तथा संबंधित अध्यक्ष या सदस्य से टिप्पणियां प्राप्त करने के बाद, यदि सरकार को प्रथम दृष्टया आगे की जांच का मामला मिलता है, तो वह पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श से जांच के लिए एक कार्यरत न्यायाधीश की नियुक्ति कर सकती है। जांच के दौरान निलंबित हो सकेंगे अध्यक्ष राज्य सरकार नियुक्त न्यायाधीश को “अपीलीय न्यायाधिकरण के अध्यक्ष या सदस्यों के खिलाफ आरोपों के विवरण” की प्रतियां, साथ ही “जांच से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज और अन्य साक्ष्य” भेजेगी। अधिसूचना में कहा गया है कि सरकार जांच के अंतर्गत न्यायाधिकरण के अध्यक्ष या सदस्य को तब तक निलंबित कर सकती है जब तक कि वह न्यायाधीश की रिपोर्ट के आधार पर कोई आदेश जारी नहीं कर देती। पहले नहीं थे कोई नियम इससे पहले, शिकायतें मिलने के बावजूद, हरियाणा रियल एस्टेट (विनियमन और विकास) नियम, 2017 के तहत ऐसे मुद्दों को हल करने के लिए कोई तंत्र नहीं था। हरियाणा में वर्तमान में दो RERA बेंच हैं, एक पंचकूला में और दूसरी गुरुग्राम में। इसके अतिरिक्त, एक रियल एस्टेट अपीलीय न्यायाधिकरण भी है। प्लॉट, अपार्टमेंट या इमारतों की पारदर्शी बिक्री सुनिश्चित करने, उपभोक्ता हितों की रक्षा करने और त्वरित विवाद समाधान के लिए एक न्यायिक तंत्र स्थापित करने के लिए RERA बेंच की स्थापना की गई थी। बेंचों द्वारा लिए गए निर्णयों के खिलाफ अपील सुनने के लिए, न्यायाधिकरण की भी स्थापना की गई थी।
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हरियाणा CM संग 10 मंत्रियों की शपथ संभव:2 से 3 महिला संभव, स्पीकर के लिए 3 नाम दौड़ में, RSS बैकग्राउंड प्लस पॉइंट हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद सरकार बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। शपथग्रहण समारोह का समय और जगह तय होने के बाद अब मंत्रिमंडल की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। 17 अक्टूबर को शपथग्रहण समारोह होगा। सूत्रों से के मुताबिक मुख्यमंत्री के साथ 10 मंत्री शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा अबकी बार कैबिनेट में महिलाओं की संख्या 2 से 3 हो सकती है। मंत्रिमंडल में महिलाओं के साथ जातीय और क्षेत्रीय समीकरण पर फोकस रहेगा। इसके अलावा 2 से 3 मंत्री पद ओपन रखे जाएंगे, जिन्हें बाद में भरा जाएगा। चुनावी प्रचार के दौरान पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करने वाले विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाएगा। इस फॉर्मूले पर बनाया जाएगा मंत्रिमंडल RSS बैकग्राउंड से होगा स्पीकर
भाजपा स्पीकर का पद किसी विश्वासपात्र और अनुभवी व्यक्ति को देना चाहती है। इसके लिए RSS बैकग्राउंड देखा जाएगा। इसके लिए सबसे आगे हरविंद्र कल्याण, अनिल विज और कृष्ण बेदी का नाम है। स्पीकर पद के लिए SC विधायक पर दांव खेला जा सकता है। सबसे अहम बात है कि पूर्ण बहुमत की सरकार आने पर इस बार डिप्टी सीएम का पद खाली रखा जाएगा। जरूरत के हिसाब से ही इस पद पर कोई फैसला होगा। संभावित 10 चेहरों के बारे में जानिए…. 1. रणबीर गंगवा : हरियाणा में बड़ा OBC चेहरा हैं। कुम्हार समाज से आते हैं। इन्होंने ओबीसी वर्ग को साधने के लिए जगह-जगह सम्मेलन व कार्यक्रम किए। बरवाला से पहली बार कमल खिलाया। मनोहर और नायब सरकार में डिप्टी स्पीकर के पद पर रहे। 2. कृष्णपाल पंवार: दलित समाज से आने वाले दूसरे बड़े नेता हैं। पानीपत की इसराना विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़ा और जीते। इनको मंत्री बनाकर दलितों को साधने का प्रयास किया जाएगा। 3. महिपाल ढांडा: पानीपत ग्रामीण से लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं। जाट समाज से आते हैं। पिछली टर्म में पंचायत मंत्री रहे। इस बार भी इनकी दावेदारी इसलिए मजबूत है क्योंकि यह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी भी हैं और उनके संसदीय क्षेत्र से आते हैं। 4. सुनील सांगवान: चरखी दादरी में कमल खिलाने वाले सुनील सांगवान पुराने राजनीतिक परिवार से हैं। पिता सतपाल सांगवान पूर्व मंत्री रह चुके हैं। राम रहीम को 6 बार पैरोल देने के मामले में चर्चा में आए। ये जाट बिरादरी से आते हैं। 5. विपुल गोयल: फरीदाबाद से विधायक चुने गए हैं। मनोहर लाल के पहले कार्यकाल में उद्योग मंत्री रहे। कैबिनेट मंत्री के रूप में काम करने का अच्छा अनुभव है। गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के करीबी नेताओं में से एक हैं। 6. अरविंद शर्मा: 2019 में रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा को हराकर सांसद बने थे। इस बार के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार मिली, लेकिन पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में गोहाना से टिकट दी और जीत हासिल की। ब्राह्मण समाज से हैं। इसके साथ अमित शाह के नजदीकी रहे हैं। सोनीपत जिले से मंत्री बनाए जा सकते हैं। 7. कृष्ण बेदी: वाल्मीकि समाज से आते हैं। 2014 में शाहबाद से विधायक चुनने के बाद मनोहर सरकार के पहले टर्म में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री बने। नायब सैनी और मनोहर लाल दोनों के करीबी हैं। सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। 8. लक्ष्मण यादव: रेवाड़ी से विधायक बने हैं। कांग्रेस नेता चिरंजीव राव को हराया। इससे पहले कोसली से विधायक बने थे। राव इंद्रजीत और मनोहर लाल दोनों के करीबी माने जाते हैं। अहीरवाल के अहम जिले रेवाड़ी से इनको प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है। 9. बिमला चौधरी: राव इंद्रजीत के नजदीकी होने व महिला होने का फायदा बिमला चौधरी को मिल सकता है। वह रिजर्व सीट से विधायक चुनी गई हैं। ऐसे में तीनों चीजें इनके लिए प्लस पॉइंट रह सकती हैं। इंद्रजीत के कोटे से हर बार एससी विधायक मंत्री बनता है। पिछली बार बनवारी लाल इंद्रजीत के कोटे से मंत्री बने थे। 10 श्याम सिंह राणा: यमुनानगर की रादौर विधानसभा से जीते हैं। राजपूत जाति के कोट से मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। नायब सैनी के करीबियों में उनकी गिनती होती है।