पानीपत के हल्का समालखा से कांग्रेस के पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर ने फिर से फ्री बस सेवा सेवा शुरू कर दी है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में आचार संहिता के चलते बसों को बंद कर दिया था। उन्होंने इस सेवा को 2019 में शुरू किया था। अब आचार संहिता समाप्त होने के बाद यह सुविधा दोबारा शुरू कर दी गई है। इसकी जानकारी धर्म सिंह छौक्कर ने खुद सोशल मीडिया से दी। इसी कड़ी में बुधवार को महिला स्पेशल दो बसों को पुराना बस स्टैंड से कार्यकर्ताओं ने झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस बार पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर की विधानसभा चुनाव में हार होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि सभी सुविधाएं बंद कर दी जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बस सेवा जारी रहेगी। इस महिला एक्सप्रेस बस में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से कनेक्ट है, इसके जरिए परिजन अपने-अपने बच्चों पर नजर रख सकेंगे। ये दोनो बसें प्रतिदिन बस स्टैंड से चलेंगी। पानीपत के हल्का समालखा से कांग्रेस के पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर ने फिर से फ्री बस सेवा सेवा शुरू कर दी है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में आचार संहिता के चलते बसों को बंद कर दिया था। उन्होंने इस सेवा को 2019 में शुरू किया था। अब आचार संहिता समाप्त होने के बाद यह सुविधा दोबारा शुरू कर दी गई है। इसकी जानकारी धर्म सिंह छौक्कर ने खुद सोशल मीडिया से दी। इसी कड़ी में बुधवार को महिला स्पेशल दो बसों को पुराना बस स्टैंड से कार्यकर्ताओं ने झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस बार पूर्व विधायक धर्म सिंह छौक्कर की विधानसभा चुनाव में हार होने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि सभी सुविधाएं बंद कर दी जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बस सेवा जारी रहेगी। इस महिला एक्सप्रेस बस में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से कनेक्ट है, इसके जरिए परिजन अपने-अपने बच्चों पर नजर रख सकेंगे। ये दोनो बसें प्रतिदिन बस स्टैंड से चलेंगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पलवल में जमीन विवाद में भाई को मारी गोली:फोन पर हुई कहासुनी; घर आने पर दोनों भाइयों में झगड़ा, हालत गंभीर
पलवल में जमीन विवाद में भाई को मारी गोली:फोन पर हुई कहासुनी; घर आने पर दोनों भाइयों में झगड़ा, हालत गंभीर हरियाणा के पलवल के होडल उपमंडल के भुलवाना गांव में जमीनी विवाद के चलते सगे भाई ने भाई को गोली मारकर घायल कर दिया। गोली मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। घायल को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से चिकित्सकों ने उसकी हालत को गंभीर देखते हुए हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। सूचना मिलने पर होडल थाना पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच में जुट गई, लेकिन शिकायत न मिलने के चलते अभी केस दर्ज नहीं हुआ है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जिला मथुरा (यूपी) के नंदगांव निवासी अमरचंद व उसके भाई देवीराम के बीच पिछले काफी समय से जमीनी विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते अमरचंद अपने परिवार के साथ नंदगांव छोडक़र जिला पलवल (हरियाणा) के भुलवाना गांव में रहने लगा था तथा उसका भाई देवीराम नंदगांव में ही रहता है। बताया गया है कि पिछले कई दिनों से अमरचंद व देवीराम के बीच फोन पर जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवाद के चलते मंगलवार देर रात देवीराम नंदगांव से अमरचंद के पास भुलवाना गांव स्थित उसके मकान पर आ गया। जिसके बाद पहले तो दोनों भाइयों देवीराम व अमरचंद के बीच झगड़ा हुआ। उसके बाद देवीराम ने अपने पास से अवैध हथियार निकाल कर अमरचंद पर गोली चला दी। गोली अमरचंद के कान के पास लगी और वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। अमरचंद को गोली मारने के बाद देवीराम मौके से फरार हो गया। अमरचंद के परिवार के लोग उसे घायल अवस्था में होडल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से चिकित्सकों ने उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। होडल थाना प्रभारी तेजपाल से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि उन्हें अभी कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा। सूचना पर पहुंची पुलिस की टीम गोली चलाने वाले आरोपी की तलाश में जुटी हुई है, जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हरियाणा में गैंगरेप आरोपियों से समझौते के लिए पैसे:40 लाख कैश संग पकड़ा आरोपी; 1 करोड़ रुपए मांगे थे, 13 केस दर्ज
हरियाणा में गैंगरेप आरोपियों से समझौते के लिए पैसे:40 लाख कैश संग पकड़ा आरोपी; 1 करोड़ रुपए मांगे थे, 13 केस दर्ज हरियाणा के पानीपत में गैंगरेप के आरोपियों को ब्लैकमेल कर समझौता करवाने की बात कह कर 45 लाख रुपए हड़पने वाला आरोपी गिरफ्तार कर लिया है। उससे 40 लाख रुपए कैश बरामद हुआ है। पुलिस उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने का प्रयास करेगी। आरोपी की पहचान गांव काबड़ी निवासी 50 वर्षीय नेमपाल के रूप में हुई है। उसने गैंगरेप के आरोपियों से और रुपए मांगे थे। एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी नेमपाल का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड है। उसके खिलाफ अवैध शराब तस्करी, मारपीट, धोखाधड़ी, जानलेवा हमला व अपहरण के प्रयास के कुल 13 मामले दर्ज हैं। इनमें 12 मामले पानीपत के थाना मॉडल टाउन, थाना पुराना औद्योगिक, थाना शहर में दर्ज हैं। जबकि एक मामला यूपी के शामली जिला में दर्ज है। 22 अक्टूबर को 4 युवकों पर गैंगरेप का केस दर्ज हुआ
पुराना औद्योगिक थाना पुलिस को थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले व्यक्ति ने 19 नवंबर को शिकायत दी थी। व्यक्ति ने बताया था कि उसके 4 भतीजों के खिलाफ 22 अक्टूबर को पुराना औद्योगिक में नाबालिग का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज हुआ था। मुकदमा दर्ज होने के 2-3 दिन बाद नेमपाल अपनी पत्नी के साथ उससे और उसके भाई से मिलकर कहने लगा कि वह मुकदमे में फैसला करवा देगा। जिसकी एवज में रुपए देने पड़ेंगे। जिस पर उसने कहा था कि उसके भतीजे बेकसूर हैं तो पैसे किस बात के दें। रुपए लेता CCTV में हुआ था कैद
इस पर नेमपाल ने इज्जत का हवाला देते हुए कहा कि सोशल मीडिया का जमाना है, तुम्हारी बेइज्जती होगी। इसके बाद धमकी दी कि पैसे नहीं दिए तो वह युवकों को जेल से नहीं निकलने देगा, उन्हें सजा करवाएगा। इस डर के चलते रुपए देने की हामी भर दी। 31 अक्टूबर को आरोपी नेमपाल गांव में एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में आया। यहां समझौते की एवज में एक करोड़ रुपए की मांग की, लेकिन उन्होंने इतने पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद 50 लाख में सौदा तय हुआ। मौके पर उन्होंने उसे 45 लाख रुपए दिए। यहां लगे सीसीटीवी कैमरों में नेमपाल रुपए लेता हुआ कैद हुआ। जिस रिकॉर्डिंग को पुलिस को भी सौंपा गया। 5 लाख रुपए और मांग रहा था आरोपी
आरोपी नेमपाल अब फिर उनसे 5 लाख रुपए मांग रहा था। आरोपी धमकी दे रहा था की 5 लाख रुपए नहीं दिए तो मुकदमा कैंसिल नहीं करवाएगा। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। इस पर पुलिस ने जाल बिछाया और आरोपी को काबड़ी फ्लाईओवर पुल के पास से पकड़ लिया।
हरियाणा की हर सड़क मिनिमम 18 फीट चौड़ी होगी:PWD मंत्री का अधिकारियों को पहला टास्क; कहा- 2 साल का समय, कोताही बर्दाश्त नहीं करूंगा
हरियाणा की हर सड़क मिनिमम 18 फीट चौड़ी होगी:PWD मंत्री का अधिकारियों को पहला टास्क; कहा- 2 साल का समय, कोताही बर्दाश्त नहीं करूंगा हरियाणा में आने वाले 2 सालों में हर सड़क 18 फीट तक चौड़ी होनी चाहिए। इस काम में भ्रष्टाचार और लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। हरियाणा के PWD मिनिस्टर रणबीर गंगवा ने मंत्री पद ग्रहण करने के बाद अधिकारियों को यह पहला टास्क दिया है। रणबीर गंगवा ने आज विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहली बैठक की और कहा कि सड़कों को चौड़ा करने का काम अच्छी क्वालिटी के साथ तय समय सीमा में किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्य की क्वालिटी में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंत्री ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार सड़क एवं अन्य परियोजनाओं के लिए स्कीम तैयार कर एस्टीमेट बनाएं, ताकि नए बजट में इन्हें मूर्तरूप दिया जा सके। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि पिछले अधूरे पड़े काम को स्पीड के साथ पूरा किया जाए। प्रदेश के लोगों को अच्छा इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया करवाने का काम करें। जहां जरूरत हो वहां नई सड़क, मरम्मत की जरूरत हो वहां का डाटा इकट्ठा कर रिपोर्ट तैयार कर दी जाए। शहर हो या गांव, सभी क्षेत्रों में बढ़िया सड़कें मुहैया होनी चाहिए। भ्रष्टाचार सहन नहीं, हर शिकायत का हो रजिस्ट्रेशन
रणबीर गंगवा ने कहा कि सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करना है, और भ्रष्टाचार कतई सहन नहीं किया जाएगा। इसी उम्मीद को कायम रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता द्वारा दी जाने वाली हर शिकायत का रजिस्ट्रेशन किया जाए। उस शिकायत का एक सप्ताह के अंदर समाधान किया जाए। जिस शिकायत का समाधान न हो, उसका कारण बताना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आम लोगों का सरकार पर पूरा भरोसा है। इसे बनाकर रखना चाहिए। प्रदेश में PWD के पास 33503 किलोमीटर सड़कें
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि प्रदेश में PWD के पास 33503 किलोमीटर लंबाई की सड़कें हैं। इनमें से 30442 किलोमीटर PWD के पास और 3061 किलोमीटर लंबाई की सड़कें NHAI के पास हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार ने पिछले 10 सालों में 2519 करोड़ रुपए से 2404 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया है। इस प्रकार कुल 26707 करोड़ रुपए की लागत से 40704 किलोमीटर सड़कों का सुधार और मरम्मत का कार्य किया गया है। रणबीर गंगवा ने लगातार 3 चुनाव जीते
हरियाणा के CM नायब सैनी की कैबिनेट में मंत्री बने रणबीर गंगवा ने राजनीतिक सफर की शुरुआत गांव की राजनीति से की थी। 4 मार्च 1964 को हिसार जिले में जन्मे रणबीर गंगवा ने 1990 में महज 26 साल की उम्र में अपने गांव में पंच का चुनाव लड़ा था। इसके बाद 2000 में उन्होंने जिला परिषद का चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2005 में उन्होंने फिर से जिला परिषद का चुनाव जीतकर वाइस चेयरमैन का पद हासिल किया, जिससे वह राजनीतिक सुर्खियों में आए। वर्ष 2009 में नलवा विधानसभा क्षेत्र के गठन के बाद, रणबीर गंगवा ने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार संपत सिंह के सामने हार गए। इसके बाद 2010 में इनेलो ने उन्हें राज्यसभा सांसद के रूप में मनोनीत किया। 2014 में उन्होंने नलवा से जीत हासिल की और 2019 में BJP में शामिल होकर फिर से नलवा से चुनाव जीता। इस जीत के बाद उन्हें हरियाणा विधानसभा का डिप्टी स्पीकर बनाया गया। 2024 में भाजपा ने उन्हें नलवा के बजाय बरवाला विधानसभा से उम्मीदवार बनाया, जहां उन्होंने पहली बार पार्टी को जीत दिलाई।