शिमला जिले के समेज में लापता तीन लोगों का शव सुन्नी डैम से बरामद हुआ है।जबकि 33 लोग अभी भी लापता हैं। जिन्हे खोजने के लिए 85 किलोमीटर में सर्च ऑपरेशन जारी है।
शिमला के डीसी अनुपम कश्यप ने बताया की सुन्नी डेम के आसपास सतलुज नदी से मिले शवों में एक सिद्धार्थ खेड़ा ग्रीनको परियोजना कर्मी, दूसरा रचना पत्नी राजेश कुमार, निवासी कॉन्द्री, डाकघर सुघा, सरपारा और तीसरा प्रीतिका उर्फ मुस्कान पुत्री राजकुमार पांडे, निवासी झारखंड। ये तीनों समेज से लापता हुए थे। जो सुन्नी डेम में मिले है। गौरतलब है कि छह दिन पूर्व समेज में भयंकर बाढ़ ने जमकर कहर मचाया। जिसमें पूरा समेज गांव तबाह हो गया। वहीं 36 लोग लापता हो गए। पिछले छह दिनों से चल रहे सर्च ऑपरेशन के बाद अभी तक कुल नौ शव बरामद हो चुके है। जिसमें तीन समेज से लापता हुए, जबकि 6 अन्य हैं। ग्रामीणों की संतुष्ट तक जारी रहेगा सर्च ऑपरेशन सर्च ऑपरेशन में करीब डेढ़ सौ से अधिक सदस्य व आठ मशीनें मौके पर खोजबीन में जुटी हुई है। समेज में जारी सर्च ऑपरेशन के तहत अभी तक सभी संभव स्थानों पर हर तकनीक के माध्यम से लापता लोगों की खोज की जा चुकी है, लेकिन असफल रहे। अब समेज में हुई घटना के शवों के सुन्नी में मिलने से अंदाजा लगाया जा सकता है की उस दिन किस वेग के साथ पानी ने मार की होगी। बहरहाल जब तक स्थानीय ग्रामीण संतुष्ट नहीं हो जाते तब तक समेज में घटनास्थल पर सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा। शिमला जिले के समेज में लापता तीन लोगों का शव सुन्नी डैम से बरामद हुआ है।जबकि 33 लोग अभी भी लापता हैं। जिन्हे खोजने के लिए 85 किलोमीटर में सर्च ऑपरेशन जारी है।
शिमला के डीसी अनुपम कश्यप ने बताया की सुन्नी डेम के आसपास सतलुज नदी से मिले शवों में एक सिद्धार्थ खेड़ा ग्रीनको परियोजना कर्मी, दूसरा रचना पत्नी राजेश कुमार, निवासी कॉन्द्री, डाकघर सुघा, सरपारा और तीसरा प्रीतिका उर्फ मुस्कान पुत्री राजकुमार पांडे, निवासी झारखंड। ये तीनों समेज से लापता हुए थे। जो सुन्नी डेम में मिले है। गौरतलब है कि छह दिन पूर्व समेज में भयंकर बाढ़ ने जमकर कहर मचाया। जिसमें पूरा समेज गांव तबाह हो गया। वहीं 36 लोग लापता हो गए। पिछले छह दिनों से चल रहे सर्च ऑपरेशन के बाद अभी तक कुल नौ शव बरामद हो चुके है। जिसमें तीन समेज से लापता हुए, जबकि 6 अन्य हैं। ग्रामीणों की संतुष्ट तक जारी रहेगा सर्च ऑपरेशन सर्च ऑपरेशन में करीब डेढ़ सौ से अधिक सदस्य व आठ मशीनें मौके पर खोजबीन में जुटी हुई है। समेज में जारी सर्च ऑपरेशन के तहत अभी तक सभी संभव स्थानों पर हर तकनीक के माध्यम से लापता लोगों की खोज की जा चुकी है, लेकिन असफल रहे। अब समेज में हुई घटना के शवों के सुन्नी में मिलने से अंदाजा लगाया जा सकता है की उस दिन किस वेग के साथ पानी ने मार की होगी। बहरहाल जब तक स्थानीय ग्रामीण संतुष्ट नहीं हो जाते तब तक समेज में घटनास्थल पर सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा। हिमाचल | दैनिक भास्कर