भास्कर न्यूज | फिरोजपुर थाना जीरा सदर के अधीन आते गांव बंडाला नौ बंब में साइकिल पर रिश्तेदार के घर जा रहे व्यक्ति को रास्ते में दर्जनभर के करीब हथियारबंद युवकों ने घेर लिया। आरोपियों ने साइकिल सवार से मारपीट की और फिर हवाई फायर कर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर 12 हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दिए बयान में पीड़ित गुरजीत सिंह निवासी गांव बंडाला नौ बंब ने बताया कि वह घर से साइकिल पर अपनी बुआ की बेटी के घर जाने के लिए उनके घर के पास पहुंचा तो पीछे से एकदम गाड़ियों में सवार होकर 11 से 12 युवक आए। सभी युवकों ने हाथों में बेसबॉल बैट, तलवार और तेजधार हथियार पकड़े हुए थे और उनके मुंह कपड़े से ढंके हुए थे। उन्होंने घेरकर पहले जमकर मारपीट की। जब वह भागने लगा तो पीछे से फायर कर दिए, जिसमें वह बाल-बाल बच गया। बाद में पीड़ित ने थाना जीरा सदर की पुलिस िशकायत दी। इधर, जांच अधिकारी एएसआई अवनीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने पीड़ित के बयानों के आधार पर 12 हमलावरों के खिलाफ बीएनएस की धारा 109, 127(1), 115(2), 191(3), 190 और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है सभी आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। हमलावरों की पहचान के लिए आसपास की लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच भी की जाएगी। संबंिधत अिधकारी ने बताया कि जब स्टाफ ने उन्हें नहर की जमीन पर कब्जा नहीं करने के लिए कहा तो निहंग नहीं माने। बाद में उन्होंने मामले की शिकायत थाना अर्बन एस्टेट में की। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो वहां निहंग जसप्रीत सिंह निवासी मोहल्ला संतपुरा, सिमरनजीत सिंह निवासी नजदीक डिपो मंसूरवाल दोना, करनवीर सिंह निवासी मोहल्ला मेहताबगढ़ और 6-7 अन्य लोग जमीन पर कब्जा जमाए बैठे हुए थे। सभी ने अपने टैंट के समीप लगे सरकारी बिजली खंभे से बिजली चोरी कर लाइट का प्रबंध किया था। यह सभी निहंग मोहल्ला वासियों को तलवारें और हथियार दिखाकर डरा-धमका रहे थे। वहीं पुलिस को देखकर सभी लोग अपने-अपने हथियार लेकर भाग गए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर तीनों निहंगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 351 (2), 329 (3), 303 (2), 191 (3), 190, 62 के तहत केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल अभी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुटी है। भास्कर न्यूज | फिरोजपुर थाना जीरा सदर के अधीन आते गांव बंडाला नौ बंब में साइकिल पर रिश्तेदार के घर जा रहे व्यक्ति को रास्ते में दर्जनभर के करीब हथियारबंद युवकों ने घेर लिया। आरोपियों ने साइकिल सवार से मारपीट की और फिर हवाई फायर कर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर 12 हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दिए बयान में पीड़ित गुरजीत सिंह निवासी गांव बंडाला नौ बंब ने बताया कि वह घर से साइकिल पर अपनी बुआ की बेटी के घर जाने के लिए उनके घर के पास पहुंचा तो पीछे से एकदम गाड़ियों में सवार होकर 11 से 12 युवक आए। सभी युवकों ने हाथों में बेसबॉल बैट, तलवार और तेजधार हथियार पकड़े हुए थे और उनके मुंह कपड़े से ढंके हुए थे। उन्होंने घेरकर पहले जमकर मारपीट की। जब वह भागने लगा तो पीछे से फायर कर दिए, जिसमें वह बाल-बाल बच गया। बाद में पीड़ित ने थाना जीरा सदर की पुलिस िशकायत दी। इधर, जांच अधिकारी एएसआई अवनीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने पीड़ित के बयानों के आधार पर 12 हमलावरों के खिलाफ बीएनएस की धारा 109, 127(1), 115(2), 191(3), 190 और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है सभी आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। हमलावरों की पहचान के लिए आसपास की लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच भी की जाएगी। संबंिधत अिधकारी ने बताया कि जब स्टाफ ने उन्हें नहर की जमीन पर कब्जा नहीं करने के लिए कहा तो निहंग नहीं माने। बाद में उन्होंने मामले की शिकायत थाना अर्बन एस्टेट में की। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो वहां निहंग जसप्रीत सिंह निवासी मोहल्ला संतपुरा, सिमरनजीत सिंह निवासी नजदीक डिपो मंसूरवाल दोना, करनवीर सिंह निवासी मोहल्ला मेहताबगढ़ और 6-7 अन्य लोग जमीन पर कब्जा जमाए बैठे हुए थे। सभी ने अपने टैंट के समीप लगे सरकारी बिजली खंभे से बिजली चोरी कर लाइट का प्रबंध किया था। यह सभी निहंग मोहल्ला वासियों को तलवारें और हथियार दिखाकर डरा-धमका रहे थे। वहीं पुलिस को देखकर सभी लोग अपने-अपने हथियार लेकर भाग गए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर तीनों निहंगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 351 (2), 329 (3), 303 (2), 191 (3), 190, 62 के तहत केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल अभी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गोल्डन टेंपल में योग करने पर विवाद बढ़ा:अकाल तख्त जत्थेदार बोले-योग की सिख धर्म में महत्ता नहीं; मकवाना बोली-रेप-मारने की धमकियां मिल रहीं
गोल्डन टेंपल में योग करने पर विवाद बढ़ा:अकाल तख्त जत्थेदार बोले-योग की सिख धर्म में महत्ता नहीं; मकवाना बोली-रेप-मारने की धमकियां मिल रहीं गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की शिकायत पर पंजाब के अमृतसर में FIR दर्ज की जा चुकी है। अर्चना मकवाना को मिल रही धमकियों के बाद गुजरात की बड़ौदा पुलिस ने उन्हें सुरक्षा दे दी। इसकी जानकारी खुद अर्चना ने दी। इसके बाद अर्चना मकवाना एक सोशल मीडिया पर एक और वीडियो जारी कर कहा- ‘मैं एक बार फिर माफी मांगती हूं। मेरा किसी को हर्ट करने का इंटेंशन नहीं था। मुझे मारने और रेप करने की धमकियां दी जा रही हैं।’ उधर, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा- ‘श्री हरिमंदिर साहिब (गोल्डन टेंपल) सिख रूहानियत का केंद्र है और यहां संपूर्ण मानव जात को रब्बी एकता का संदेश मिलता है। योग आसन की सिख धर्म में कोई महत्ता नहीं है। सिख धर्म एक न्यारा व निराला धर्म है। जिस बारे में कुछ ताकतें जानबूझकर गलत प्रचार करने में लगी हुई हैं।’ कहा- सिख गतका करते हैं, योग नहीं
ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि सिख धर्म अपने आसपास के समाज को त्याग कर अपने शरीर की 72 हजार नाड़ियों में कुंडली जगाने वाला धर्म नहीं है, न ही अपने शरीर को कष्ट देकर नए कर्म करने वाला और जोगियों वाले 84 आसन के साथ साधना करने वाली बुद्धि है। इस पवित्र स्थान की सीमा के भीतर योग आसन आदि क्रियाएं करना सख्त मना है, जिन्हें सिख धर्म में मान्यता नहीं है। गुरुओं ने सिखों को शारीरिक व्यायाम के लिए गतका जैसी मार्शल आर्ट दी है और सिख योग नहीं, बल्कि गतका करते हैं। SGPC को संदेश, भविष्य में ऐसा न हो
ज्ञानी रघबीर सिंह ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को इस बात पर भी ध्यान देने का आदेश दिया कि भविष्य में सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के समूह के भीतर इस तरह के किसी भी कार्य या कार्य की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। हर किसी की अपनी-अपनी मान्यताएं हैं, लेकिन सिख कभी भी ऐसे गलत विचारों को बर्दाश्त नहीं कर सकते, जो सिखों के सिद्धांतों और नैतिकता को चोट पहुंचाते हों। अर्चना ने सोशल मीडिया पर ये 2 फोटो पोस्ट कीं… जानिए, अर्चना ने दूसरे वीडियो में क्या कहा… अर्चना ने माफी मांगने के बाद अपना नया वीडियो सोशल मीडिया पर डाला है। जिसमें वे कह रही हैं- मुझे अभी पता चला है कि मेरे खिलाफ SGPC अमृतसर ने FIR दर्ज कर दी है। मुझे ये दुख हो रहा है कि जो मैंने गुड फेथ में किया है, उसका गलत तरीके से प्रचार किया जा रहा है। मैं 20 जून को वहां पर माथा टेकने गई थी, मैंने सेवा भी की। 21 जून को राष्ट्रीय योगा दिवस था। जैसे दिलजीत दोसांझ मशहूर हैं और वे योग को जिंदगी का हिस्सा बनाने के लिए कहते हैं। मैंने भी पंजाब के लोगों में योगा का संदेश पहुंचाने के लिए योग किया। मेरी तस्वीर खींचने वाले भी सिख थे। उन्होंने भी मुझे नहीं रोका या गलत कहा। मुझे नहीं पता था कि ये गलत है। मुझे बुरा लग रहा है कि मैंने किसी को हर्ट किया। मुझे किसी को हर्ट नहीं करना था। कृपया इसे राजनीतिक या धार्मिक रूप न दीजिए। वहां एक ओंकार का संदेश दिया जाता है, सब एक है। जो लोग बोल रहे हैं कि मैं गलत मंशा लेकर वहां पर आई थी, वो पॉसिबल ही नहीं है। उनके हुकुम (गुरुओं) के बिना ये पॉसिबल ही नहीं है। मैंने गुड फेथ में ऐसा किया और मुझे बुरा लग रहा है। मैं SGPC अमृतसर और पंजाब पुलिस को कहना चाहूंगी कि दोनों दिन की CCTV निकाल जांच की जाए। अगर आप CCTV कैमरों की फुटेज पब्लिक में डाल दोगे तो भी कोई दिक्कत नहीं। मैंने ये गुड फेथ में किया। अगर फिर भी किसी को बुरा लग रहा है तो सॉरी। मैं इससे ज्यादा कर भी क्या सकती हूं। आप मुझे जेल में डाल दोगे क्या, लेकिन क्यों। मैंने ऐसा कुछ गलत नहीं किया। मैंने अपने अनुसार सब गुड फेथ में किया। बाकी वाहेगुरु जी की इच्छा। उनको पता है कि मेरे दिल में क्या है। कृपया इसे धर्म से ना जोड़ें और राजनीतिक रूप भी न दें। कृपया सोशल मीडिया इसे अपने व्यूज बढ़ाने के लिए खाली मेरे बारे में रील मत बनाएं। ये आपको फनी लगता है, ये नाजुक मामला है। मुझे इसके लिए डेथ थ्रैट, रेप थ्रैट मिल चुका है। मुझे गुजरात पुलिस ने पुलिस प्रोटेक्शन दे दी। ये बुरा है कि लोगों ने अपने अनुसार इसे सोचा। मेरा जो नजरिया था, वो किसी को दिख नहीं रहा। अगर लोगों को बुरा लगा तो मैं माफी मांगती हूं। किसी को हर्ट करना मेरा इंटेंशन था ही नहीं। इतना बड़ा गुनाह मैंने नहीं किया कि मुझे मारने व रेप की धमकी दी जा रही है। मेरे खिलाफ FIR हो गई है तो क्या कर सकते हैं। मैं ये डिजर्व नहीं करती। अर्चना ने दूसरे लोगों के योग की स्टोरी लगाई
अर्चना ने इंस्टाग्राम पर गोल्डन टेंपल में दूसरे लोगों के योग करने की फोटो पोस्ट की हैं। अर्चना ने एक फोटो साल 1905 और दूसरी कुछ साल पहले की बताई है। साथ ही लिखा है कि उन लोगों को इन फोटो पर कोई आपत्ति नहीं हुई। इनके खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया। इसके अलावा, अर्चना ने खुद की गोल्डन टेंपल में सेवा करने की वीडियो भी पोस्ट की। अर्चना मकवाना से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… गोल्डन टेंपल में योग करना महंगा पड़ा, युवती पर FIR:SGPC ने कहा- धार्मिक भावनाएं आहत की; इन्फ्लुएंसर को गुजरात पुलिस ने बिना मांगे सिक्योरिटी दी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का गोल्डन टेंपल में योग:SGPC बोली- सिख मर्यादा के खिलाफ, पुलिस को शिकायत; युवती माफी मांग बोली- धमकियां-गालियां दे रहे
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लुधियाना के ड्रग तस्करों पर NCB का एक्शन:अक्षय छाबड़ा और गोल्डी जाएगे डिब्रूगढ़ जेल,सलाखों के पीछे रहकर भी चल रही अवैध गतिविधियां
लुधियाना के ड्रग तस्करों पर NCB का एक्शन:अक्षय छाबड़ा और गोल्डी जाएगे डिब्रूगढ़ जेल,सलाखों के पीछे रहकर भी चल रही अवैध गतिविधियां पंजाब में कुख्यात ड्रग माफिया अक्षय छाबड़ा और जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी को नशा तस्करी के मामले में NCB ने गिरफ्तार किया हुआ है। इन दोनों तस्करों को असम के डिब्रूगढ़ जेल में भेजा जाएगा ताकि उनकी नशा तस्करी की गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके। जेल में बंद होने के बावजूद करवा रहे नशा तस्करी अक्षय छाबड़ा और जसपाल गोल्डी दोनों जेल में बंद होने के बावजूद अवैध गतिविधियां करते हुए नशा तस्करी करवा रहे है। जिसके परिणामस्वरूप अक्षय छाबड़ा के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत 03 अतिरिक्त एफआईआर और जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत 01 अतिरिक्त एफआईआर दर्ज की गई है। ड्रग माफिया का लिंक तोड़ने के लिए हो रहा एक्शन यह एनसीबी द्वारा की गई दूसरी ऐसी कार्रवाई है जिसमें क्षेत्र में जेल आधारित ड्रग माफिया लिंक को तोड़ने के लिए कदम उठाया गया है। इससे पहले 13 अगस्त 2024 को बलविंदर सिंह उर्फ बिल्ला हवेलियन के खिलाफ भी यही एक्शन लिया गया था। जयपुर हवाई अड्डे से किया था अक्षय छाबड़ा को NCB ने गिरफ्तार अक्षय छाबड़ा (किंगपिन) को जयपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से NCB ने गिरफ्तार किया था। वह 24 नंवबर 2024 को देश छोड़कर शारजाह, संयुक्त अरब अमीरात भागने की कोशिश कर रहा था। इसके अलावा, एनसीबी सी.आर ने जब जांच की तो अक्ष्य छाबड़ा का ड्रग सिंडिकेट चलाने वालों में से जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी का नाम भी सामने आया। जांच से पता चला है कि लुधियाना स्थित इस अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट ने करीब आईसीपी अटारी, पंजाब, मुंद्रा सी पोर्ट, गुजरात और जम्मू-कश्मीर से 1400 किलोग्राम से अधिक की हैरोइन तस्करी की है।
इस मामले में NCB ने 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस केस में किंगपिन,तस्कर सहित दो अफगान नागरिक शामिल हैं। 57 करोड़ से अधिक की जायदाद हो चुकी फ्रीज अभी तक NCB ने इन अपराधियों से 40 किलोग्राम हेरोइन, 0.557 किलोग्राम अफीम, 23.645 किलोग्राम संदिग्ध नारकोटिक्स पाउडर, 04 बोतलें एचसीएल, 31 जिंदा गोलियां और 01 मैगजीन रिकवर की। इस ग्रुप की 02 फैक्ट्रियों/हेरोइन प्रोसेसिंग ठिकानों का भी भंडाफोड़ किया गया है। अब तक 57 करोड़ से ज्यादा इस ड्रग सिंडिकेट की अचल/चल संपत्तियों को एनसीबी चंडीगढ़ द्वारा फ्रीज कर दिया गया है। अफगान के वैज्ञानिकों से तैयार करवाता था दवाएं जांच में NCB ने पाया था कि छाबड़ा दूसरे देशों से कच्चे माल की तस्करी करता था। अफगान के वैज्ञानिकों से गांव मानकवाल और बाबा दीप सिंह नगर में स्थित दो गुप्त प्रयोगशालाओं में दवाएं तैयार करवाई जाती थी। छाबड़ा का गरीबी से अमीरी तक का सफर महज दो साल का था। उसके पिता की गिल रोड पर अनाज मंडी के पास एक चाय की दुकान थी और वह अपने पिता की मदद करता था। बाद में उन्होंने एक कैमिस्ट की दुकान पर काम करना शुरू कर दिया। इसी बीच वह नशीली दवाओं की तस्करी में शामिल हो गया। दो साल में उसने शहर में करोड़ों रुपए के आलीशान मकान और अन्य संपत्तियां खरीद लीं।
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पंजाब में गलत ब्रांडिंग करने वाली 91 कंपनी पर कार्रवाई:सरकार ने लाइसेंस किए रद्द, DAP की कालाबाजारी रोकने को 5 टीम का गठन
पंजाब में गलत ब्रांडिंग करने वाली 91 कंपनी पर कार्रवाई:सरकार ने लाइसेंस किए रद्द, DAP की कालाबाजारी रोकने को 5 टीम का गठन पंजाब में DAP की कालाबाजारी को रोकने और किसानों काे ठगने वाली कंपनियों के खिलाफ सरकार एक्शन मोड में है। अब पांच फ्लाइंग टीमें गठित की गई हैं। जो इस चीज पर नजर रखेगी। कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि ये टीमें खादों के अवैध भंडारण, कालाबाजारी और डीएपी सहित अन्य खादों के साथ अनावश्यक रसायनों की टैगिंग के खिलाफ कार्रवाई करेंगी। वहीं, उन्होंने बताया कि अब गलत ब्रांडिंग करने वाली 91 कंपनियों के लाइसेंस रद्द किए गए हैं। 3 कंपनियों पर एफआईआर दर्ज की गईं है। 3954 सैंपल लिए गए थे कृषि विभाग द्वारा 1 अप्रैल से 31 अक्टूबर 2024 तक विभाग ने कीटनाशकों के 2063 सैंपल लिए थे। इनकी जांच के बाद प्राप्त परिणामों के आधार पर गलत ब्रांडिंग करने वाली 43 फॉर्म्स के लाइसेंस रद्द किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, रासायनिक उर्वरकों के 1751 सैंपल, बायो खादों के 100 सैंपल और जैविक खाद के 40 नमूने लिए गए। गलत ब्रांडिंग करने वाली 48 फॉर्म्स के लाइसेंस रद्द किए गए और उनके खिलाफ 3 एफआईआर दर्ज की गई। वॉट्सऐप पर भी शिकायतें सुनेगी सरकार डीएपी और कीटनाशक डीलरों की लूट से बचाने के लिए सरकार ने दो नंबर जारी किए थे। किसान हेल्पलाइन नंबर 1100 पर कॉल करके या फोन नंबर +91-98555-01076 पर वॉट्सऐप मैसेज भेजकर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। कृषि मंत्री ने कहा गैर-जरूरी रसायनों को खादों के साथ टैग करके जबरन बेचना या खाद को अधिक कीमत पर बेचना या खाद की कालाबाजारी करना कानूनी जुर्म है, और ऐसी गलत कार्रवाइयों में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर, 1985 और आवश्यक वस्तुएं अधिनियम, 1955 की धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।