सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर हरियाणा के युवा लगातार संघर्ष कर रहे हैं। सरकारी नौकरियों की वेटिंग लिस्ट, रिजल्ट और एग्जाम शेड्यूल जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए हैं। दिल्ली से चंडीगढ़ तक 300 किलोमीटर की साइकिल यात्रा निकालकर ये युवा सरकार से जवाब मांग रहे हैं। इनका कहना है कि सरकार बड़े-बड़े वायदे करके सत्ता में आई, लेकिन अब तक नौकरियों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। साइकिल यात्रा का नेतृत्व कर रहे आदित्य का कहना है कि वह खुद एक सरकारी कर्मचारी हैं और नगर निगम फरीदाबाद में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी युवा सरकार के खिलाफ नहीं है, लेकिन भाजपा सरकार ने चुनाव से पहले युवाओं को रोजगार देने के जो वादे किए थे, वे आज तक पूरे नहीं हुए। नौकरियों को लेकर युवा कर रहे संघर्ष युवाओं का कहना है कि उन्होंने अपनी यात्रा दिल्ली से शुरू की है और चंडीगढ़ पहुंचकर मुख्यमंत्री से मिलने का इरादा रखते हैं। उनका कहना है कि वे सीएम नायब सिंह सैनी से अपील करेंगे कि सरकार झूठे आश्वासन देना बंद करे और हकीकत में युवाओं के रोजगार के लिए ठोस कदम उठाए। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि साइकिल यात्रा में शामिल सभी युवा हरियाणा के ही हैं, जिन्होंने बीजेपी को वोट देकर सत्ता में पहुंचाया था। अब सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह युवाओं के भविष्य को लेकर गंभीरता दिखाए। ये हैं प्रदर्शन कर रहे युवाओं की मुख्य मांगें सरकारी भर्तियों की स्थिति पर उठाए सवाल अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार चुनाव से पहले नौकरियों को लेकर बड़े-बड़े ऐलान करती है, लेकिन चुनाव के बाद भर्ती प्रक्रिया ठप हो जाती है। उन्होंने एचएसएससी के चेयरमैन हिम्मत सिंह की 31 दिसंबर 2024 को हुई प्रेस कांफ्रेंस का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जनवरी में ग्रुप-डी की वेटिंग लिस्ट जारी कर दी जाएगी, लेकिन मार्च खत्म होने को है और अब तक लिस्ट जारी नहीं हुई। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की है कि झूठे वायदे और घोषणाएं करना बंद करे और पारदर्शिता के साथ युवाओं को नौकरियां देने की प्रक्रिया पूरी करे। सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर हरियाणा के युवा लगातार संघर्ष कर रहे हैं। सरकारी नौकरियों की वेटिंग लिस्ट, रिजल्ट और एग्जाम शेड्यूल जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए हैं। दिल्ली से चंडीगढ़ तक 300 किलोमीटर की साइकिल यात्रा निकालकर ये युवा सरकार से जवाब मांग रहे हैं। इनका कहना है कि सरकार बड़े-बड़े वायदे करके सत्ता में आई, लेकिन अब तक नौकरियों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। साइकिल यात्रा का नेतृत्व कर रहे आदित्य का कहना है कि वह खुद एक सरकारी कर्मचारी हैं और नगर निगम फरीदाबाद में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी युवा सरकार के खिलाफ नहीं है, लेकिन भाजपा सरकार ने चुनाव से पहले युवाओं को रोजगार देने के जो वादे किए थे, वे आज तक पूरे नहीं हुए। नौकरियों को लेकर युवा कर रहे संघर्ष युवाओं का कहना है कि उन्होंने अपनी यात्रा दिल्ली से शुरू की है और चंडीगढ़ पहुंचकर मुख्यमंत्री से मिलने का इरादा रखते हैं। उनका कहना है कि वे सीएम नायब सिंह सैनी से अपील करेंगे कि सरकार झूठे आश्वासन देना बंद करे और हकीकत में युवाओं के रोजगार के लिए ठोस कदम उठाए। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि साइकिल यात्रा में शामिल सभी युवा हरियाणा के ही हैं, जिन्होंने बीजेपी को वोट देकर सत्ता में पहुंचाया था। अब सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह युवाओं के भविष्य को लेकर गंभीरता दिखाए। ये हैं प्रदर्शन कर रहे युवाओं की मुख्य मांगें सरकारी भर्तियों की स्थिति पर उठाए सवाल अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार चुनाव से पहले नौकरियों को लेकर बड़े-बड़े ऐलान करती है, लेकिन चुनाव के बाद भर्ती प्रक्रिया ठप हो जाती है। उन्होंने एचएसएससी के चेयरमैन हिम्मत सिंह की 31 दिसंबर 2024 को हुई प्रेस कांफ्रेंस का भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जनवरी में ग्रुप-डी की वेटिंग लिस्ट जारी कर दी जाएगी, लेकिन मार्च खत्म होने को है और अब तक लिस्ट जारी नहीं हुई। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की है कि झूठे वायदे और घोषणाएं करना बंद करे और पारदर्शिता के साथ युवाओं को नौकरियां देने की प्रक्रिया पूरी करे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
