सर्राफा कारोबारी की पत्नी और 3 बच्चों का सुसाइड:इटावा में खुद पटरी पर लेटा, ट्रेन ऊपर से गुजर गई…खरोंच तक नहीं आई; गिरफ्तार

सर्राफा कारोबारी की पत्नी और 3 बच्चों का सुसाइड:इटावा में खुद पटरी पर लेटा, ट्रेन ऊपर से गुजर गई…खरोंच तक नहीं आई; गिरफ्तार

इटावा में सर्राफा कारोबारी की पत्नी और तीन बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बड़ी बेटी की लाश मकान के फर्स्ट फ्लोर के कमरे में थी। जबकि पत्नी और दो बच्चों के शव ग्राउंड फ्लोर के कमरे में एक बेड पर थे। सभी के गले पर निशान थे। सर्राफा कारोबारी ने पुलिस को खुद को फोन कर कहा- परिवार ने सुसाइड कर लिया है। वह खुद भी ट्रेन से कट कर जान देने जा रहा है। और मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। हरकत में आई पुलिस ने सर्राफा कारोबारी को रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया है। वह ट्रेन के आने पर पटरी पर लेट गया था। लेकिन उसे खरोंच तक नहीं आई। मामला कोतवाली इलाके के लालपुरा का है। एसएसपी संजय कुमार, एसपी सिटी अभय नाथ त्रिपाठी, सीओ सिटी अमित कुमार सिंह, एसडीएम विक्रम राघव, कोतवाल विक्रम सिंह चौहान समेत कई पुलिस अधिकारी और फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। महिला के भाई ने अपने बहनोई पर हत्या का आरोप लगाया है। सर्राफा कारोबारी का नाम मुकेश वर्मा है। मरने वालों में उसकी पत्नी रेखा वर्मा (45), बेटी भव्या (18), बेटी काव्या (16) और बेटा अभिष्ट (14) हैं। पहले 3 फोटो देखिए… ज्वेलरी का थोक व्यापारी है मुकेश, बेटी DU की स्टूडेंट
मुकेश दिल्ली से सोने की खरीदारी करता है। वह महीने में 8 से 10 दिन घर से बाहर रहता है। ज्वेलरी का समान थोक व्यापारियों को देता है। बड़ी बेटी भव्या दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रही थी। वहीं, काव्या सोनी 12वीं क्लास की स्टूडेंट थी। मुकेश की दो शादी हुई थी। पहली पत्नी की शादी के दो साल बाद मौत हो गई। भव्या पहली पत्नी की बेटी है। बाकी दोनों बच्चे दूसरी मां रेखा के हैं। मुकेश ने सोमवार की शाम करीब साढ़े 8 बजे खुद डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस को बताया कि पत्नी और बच्चों ने सुसाइड कर लिया है। उसके बाद मोबाइल बंद आने लगा। मोबाइल पर स्टेटस लगाया- सब खत्म
रेखा और उसके बच्चों की मौत की सूचना पाकर भाई सतेंद्र सोनी मौके पर पहुंचा। उसने बताया- अभी हमें भी नहीं समझ आ रहा कि ये क्या हुआ है? इसका खुलासा तब ही होगा जब मुकेश बताएंगे। परिवार में विवाद जैसी तो कोई बात नहीं है। ये हत्या भी हो सकती है। जमीन-जायदाद का भी विवाद हो सकता है। हमें साढ़े आठ बजे जानकारी हुई। हमारे ताऊ की बहू की बातचीत होती रहती थी। उसने भांजी काव्या का स्टेटस देखा था, जिसमें लिखा था- ये सब खत्म। बहन और बच्चों की फोटो लगी थी। इसके बाद हमने सबको फोन लगाया। किसी का फोन नहीं लगा। इधर, मुकेश के छोटे भाई अखिलेश वर्मा ने बताया- हम लोग काम में व्यस्त थे। बिटिया के फोन पर स्टेटस देखा। इसमें लिखा था, ये सब खत्म। घर में कोई विवाद जैसी बात तो नहीं थी। हमें आज सुबह वो दिखे भी थे। हमें समझ ही नहीं आ रहा ये कैसे हो गया। हमारे भाई मुकेश पुलिस हिरासत में हैं। बाद में हमें घर में ताला लगा दिखा। हमें लगा सब बाहर गए होंगे। एसएसपी संजय कुमार ने बताया- मुकेश वर्मा सर्राफा का काम करते थे। उनकी दूसरी शादी थी। पहली पत्नी की 2005 में मौत हो चुकी है। चार लोगों की मौत हुई है। इसमें पत्नी समेत तीन बच्चे हैं। मुकेश वर्मा को स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। मुकेश ने पूछताछ में बताया कि वे ट्रेन से कट कर जान देने गए थे। स्टेशन पर मरुधर एक्सप्रेस के आने पर पटरी पर लेट गए थे। ट्रेन गुजर भी गई थी। उन्हें खरोंच नहीं आई। वह बच गए। मरुधर एक्सप्रसे ट्रेन हादसे के बाद खड़ी हो गई। आरपीएफ ने उन्हें नीचे से निकाला। इसके बाद उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि आपसी विवाद में तंग आकर उन्होंने पूरे परिवार समेत जान देने का फैसला लिया था। नींद की गोलियां भी खाई थीं। पारिवारिक विवाद में वे सब इतना परेशान हो गए थे कि सबने आत्महत्या का निर्णय लिया था। कुछ बातें और भी हैं। फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। सबके गले में निशान मिले हैं। खून की एक बूंद भी नहीं मिली है। जिससे लग रहा है कि आपसी सहमति से इन लोगों ने आत्महत्या करने की सोची। बाकी पीएम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के आधार पर पता चलेगा। —————————— यह भी पढ़ें:- गाड़ी तेज क्यों चला रहे…कहने पर MBA स्टूडेंट की हत्या:ड्राइवर ने कॉलर पकड़ ताबड़तोड़ मारे चाकू; मेरठ के बिजनेसमैन का इकलौता बेटा था मेरठ के एक छात्र की अहमदाबाद में चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। छात्र का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने कार ड्राइवर से कहा कि इतनी तेज गाड़ी क्यों चला रहे हो? जरा सी बात पर ड्राइवर को गुस्सा आ गया। बोला- रुक तुझे बताता हूं। उसने बाइक सवार छात्रों का पीछा किया। फिर झगड़े के बीच ड्राइवर ने छात्र का कॉलर पकड़ा और चाकू घोंपकर हत्या कर दी। पढ़ें पूरी खबर… इटावा में सर्राफा कारोबारी की पत्नी और तीन बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बड़ी बेटी की लाश मकान के फर्स्ट फ्लोर के कमरे में थी। जबकि पत्नी और दो बच्चों के शव ग्राउंड फ्लोर के कमरे में एक बेड पर थे। सभी के गले पर निशान थे। सर्राफा कारोबारी ने पुलिस को खुद को फोन कर कहा- परिवार ने सुसाइड कर लिया है। वह खुद भी ट्रेन से कट कर जान देने जा रहा है। और मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। हरकत में आई पुलिस ने सर्राफा कारोबारी को रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया है। वह ट्रेन के आने पर पटरी पर लेट गया था। लेकिन उसे खरोंच तक नहीं आई। मामला कोतवाली इलाके के लालपुरा का है। एसएसपी संजय कुमार, एसपी सिटी अभय नाथ त्रिपाठी, सीओ सिटी अमित कुमार सिंह, एसडीएम विक्रम राघव, कोतवाल विक्रम सिंह चौहान समेत कई पुलिस अधिकारी और फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। महिला के भाई ने अपने बहनोई पर हत्या का आरोप लगाया है। सर्राफा कारोबारी का नाम मुकेश वर्मा है। मरने वालों में उसकी पत्नी रेखा वर्मा (45), बेटी भव्या (18), बेटी काव्या (16) और बेटा अभिष्ट (14) हैं। पहले 3 फोटो देखिए… ज्वेलरी का थोक व्यापारी है मुकेश, बेटी DU की स्टूडेंट
मुकेश दिल्ली से सोने की खरीदारी करता है। वह महीने में 8 से 10 दिन घर से बाहर रहता है। ज्वेलरी का समान थोक व्यापारियों को देता है। बड़ी बेटी भव्या दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रही थी। वहीं, काव्या सोनी 12वीं क्लास की स्टूडेंट थी। मुकेश की दो शादी हुई थी। पहली पत्नी की शादी के दो साल बाद मौत हो गई। भव्या पहली पत्नी की बेटी है। बाकी दोनों बच्चे दूसरी मां रेखा के हैं। मुकेश ने सोमवार की शाम करीब साढ़े 8 बजे खुद डायल 112 पर सूचना दी। पुलिस को बताया कि पत्नी और बच्चों ने सुसाइड कर लिया है। उसके बाद मोबाइल बंद आने लगा। मोबाइल पर स्टेटस लगाया- सब खत्म
रेखा और उसके बच्चों की मौत की सूचना पाकर भाई सतेंद्र सोनी मौके पर पहुंचा। उसने बताया- अभी हमें भी नहीं समझ आ रहा कि ये क्या हुआ है? इसका खुलासा तब ही होगा जब मुकेश बताएंगे। परिवार में विवाद जैसी तो कोई बात नहीं है। ये हत्या भी हो सकती है। जमीन-जायदाद का भी विवाद हो सकता है। हमें साढ़े आठ बजे जानकारी हुई। हमारे ताऊ की बहू की बातचीत होती रहती थी। उसने भांजी काव्या का स्टेटस देखा था, जिसमें लिखा था- ये सब खत्म। बहन और बच्चों की फोटो लगी थी। इसके बाद हमने सबको फोन लगाया। किसी का फोन नहीं लगा। इधर, मुकेश के छोटे भाई अखिलेश वर्मा ने बताया- हम लोग काम में व्यस्त थे। बिटिया के फोन पर स्टेटस देखा। इसमें लिखा था, ये सब खत्म। घर में कोई विवाद जैसी बात तो नहीं थी। हमें आज सुबह वो दिखे भी थे। हमें समझ ही नहीं आ रहा ये कैसे हो गया। हमारे भाई मुकेश पुलिस हिरासत में हैं। बाद में हमें घर में ताला लगा दिखा। हमें लगा सब बाहर गए होंगे। एसएसपी संजय कुमार ने बताया- मुकेश वर्मा सर्राफा का काम करते थे। उनकी दूसरी शादी थी। पहली पत्नी की 2005 में मौत हो चुकी है। चार लोगों की मौत हुई है। इसमें पत्नी समेत तीन बच्चे हैं। मुकेश वर्मा को स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। मुकेश ने पूछताछ में बताया कि वे ट्रेन से कट कर जान देने गए थे। स्टेशन पर मरुधर एक्सप्रेस के आने पर पटरी पर लेट गए थे। ट्रेन गुजर भी गई थी। उन्हें खरोंच नहीं आई। वह बच गए। मरुधर एक्सप्रसे ट्रेन हादसे के बाद खड़ी हो गई। आरपीएफ ने उन्हें नीचे से निकाला। इसके बाद उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि आपसी विवाद में तंग आकर उन्होंने पूरे परिवार समेत जान देने का फैसला लिया था। नींद की गोलियां भी खाई थीं। पारिवारिक विवाद में वे सब इतना परेशान हो गए थे कि सबने आत्महत्या का निर्णय लिया था। कुछ बातें और भी हैं। फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। सबके गले में निशान मिले हैं। खून की एक बूंद भी नहीं मिली है। जिससे लग रहा है कि आपसी सहमति से इन लोगों ने आत्महत्या करने की सोची। बाकी पीएम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के आधार पर पता चलेगा। —————————— यह भी पढ़ें:- गाड़ी तेज क्यों चला रहे…कहने पर MBA स्टूडेंट की हत्या:ड्राइवर ने कॉलर पकड़ ताबड़तोड़ मारे चाकू; मेरठ के बिजनेसमैन का इकलौता बेटा था मेरठ के एक छात्र की अहमदाबाद में चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। छात्र का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने कार ड्राइवर से कहा कि इतनी तेज गाड़ी क्यों चला रहे हो? जरा सी बात पर ड्राइवर को गुस्सा आ गया। बोला- रुक तुझे बताता हूं। उसने बाइक सवार छात्रों का पीछा किया। फिर झगड़े के बीच ड्राइवर ने छात्र का कॉलर पकड़ा और चाकू घोंपकर हत्या कर दी। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर