सहारनपुर में प्रॉपर्टी डीलर के हत्याकांड में एक बिजनेस पार्टनर और दो सालों पर FIR दर्ज हुई है। पुलिस दोनों सालों से पूछताछ कर रही है। जबकि तीसरा आरोपी मलेशिया में 4 दिन से गया हुआ है। पुलिस ने 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। हत्यारों की अरेस्टिंग के लिए 6 टीम लगाई गई है। जांच में प्रॉपर्टी और बिजनेस पार्टनर की रंजिश सामने आई है। पुलिस अभी जांच कर रही है। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर सकती है। मृतक की है क्रिमिनल हिस्ट्री
पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि मृतक सुरेश राणा हरियाणा में बड़े-बड़े भूमाफियाओं के संपर्क में था। जमीनों से कब्जा छुड़वाता था। पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक एक क्रिमिनल था। उसके पार्टनर रामकरण उर्फ प्रमोद ने उस पर दो मुकदमे दर्ज कराए थे। एक मुकदमा कैथल से कराया था। जो गागलहेड़ी में जीरो एफआईआर कर दी गई थी। दूसरा मुकदमा 420 का बेहट थाने में दर्ज था। जिसकी जांच चल रही थी। पुलिस इस रंजिश में भी जांच कर रही है। वहीं मृतक सुरेश पर एनडीपीएस एक्ट के दो मुकदमे थाना नागल और गागलहेड़ी में दर्ज है। एनडीपीएस में दो बार जेल भी जा चुका है। जबकि एक मुकदमा थाना नागल में सार्वजनिक स्थान पर जुआ खिलवाने का दर्ज है। सालों से था प्रॉपर्टी विवाद
पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक सुरेश राणा के दो सगे साले हैं दिग्विजय और कुणाल। ससुर अनिल राणा की मौत हो चुकी है। उनकी प्रॉपर्टी पर सुरेश राणा और उसकी पत्नी आशु की नजर थी। सालों की प्रॉपर्टी को सास को बहला-फुसलाकर अपने नाम कराना चाहता था। जिसका उसके साले विरोध कर रहे थे। पूछताछ में साले दिग्विजय और कुणाल ने बताया कि वो सारी प्रॉपर्टी हड़प करना चाहता था। जिससे उनके पास कुछ भी नहीं बचता। पुलिस दोनों सालों को हिरासत में लेकर कर पूछताछ कर रही है। सुसाइड का डर दिखाकर सालों का फंसाना चाहता था
पुलिस के अनुसार, एक साल पहले सुरेश राणा ने घर में फांसी लगाने का प्रयास किया था। पति-पत्नी ने सुसाइड की घटना को अंजाम देने की कोशिश की थी। फांसी लगाने से पहले पुलिस को कॉल किया था। पुलिस के आने से कुछ मिनट पहले फांसी के फंदे पर लटकने की कोशिश की थी। जिससे अपने सालों को फंसा सके। पुलिस 150 सीसीटीवी खंगाले
पुलिस जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर सकती है। पुलिस ने घर से लेकर देहरादून रोड के करीब 150 सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। सीसीटीवी में हत्यारे उन्हें भागते हुए दिखाई दिए है। एक बदमाश बिना नकाब के था, जबकि दूसरे ने मुंह ढक रखा था। पुलिस सभी आरोपियों की कॉल डिटेल भी ट्रेस कर रही है। सीडीआर भी निकवाई है। मलेशिया में बैठा तीसरा आरोपी
परिजनों ने बिजनेस पार्टनर रहे रामकरण उर्फ प्रमोद और उसके साले दिग्विजय और कुणाल पर शक जाहिर करते हुए नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने सगे सालों दिग्विजय और कुणाल को हिरासत में ले रखा है। जबकि तीसरा आरोपी रामकरण उर्फ प्रमोद मलेशिया में बैठा है। प्रमोद 5 दिन पहले ही मलेशिया गया है। सुरेश राणा का वो बिजनेस पार्टनर रहा था। हरियाणा के कैथल में भूमाफियाओं को जमीन से कब्जा छुड़वाकर देते थे। ऐसे में पैसों के लेन-देन को लेकर इनमें विवाद चल रहा था। बेटा बोला-अंतिम समय पानी भी नहीं पिला सका
बेटे यश राणा ने बताया कि रात करीब 8 बजे 2 बदमाश घर पहुंचे। मेन गेट खुला था, तो अंदर घुस गए। पापा और मैं गेट के सामने वाले कमरे में थे। हम दोनों बिस्तर पर लेटे हुए थे।
कमरे में घुसते ही बदमाशों ने पूछा- काका राणा कौन है? इस पर पापा ने कहा, कौन हो भाई? यह सुनते ही बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। बदमाश गोली चलाते हुए कमरे की ओर बढ़ने लगे। मैंने बेड से उतरकर दरवाजा बंद करने की कोशिश की, लेकिन दोनों बदमाशों ने धक्का दे दिया। इससे गेट पूरा खुल गया। फायरिंग करने के बाद बदमाश भागने लगे। गोलियों की आवाज सुनकर मां भी पहुंच गईं। वो अकेला ही अपने घायल पिता को कार में डालकर जिला अस्पताल ले गया। रास्ते में उन्होंने पानी मांग। लेकिन कार में पानी नहीं था। उनकी जान बचानी थी, इसलिए रास्ते से पानी भी नहीं खरीद सका। मेरे पिता पानी मांगते हुए मर गए। लेकिन मैं लास्ट समय में उन्हें पानी भी नहीं पिला सका। पढ़िए…कैसे हुई सुरेश राणा की हत्या
थाना गागलहेड़ी क्षेत्र के सब्जी मंडी के पास सुरेश राणा अपने बेटे यश के साथ एक कमरे में थे। तभी मैन गेट खोलकर दो बदमाश घर में एंटर हुए। उन्होंने काका राणा नाम पूछा कौन है? उसके बाद सुरेश राणा ने कौन है तू पूछा। तभी बदमाश ने सामान दे, बोलकर गोलियां चलानी शुरू कर दी। बेटे यश ने भागकर कमरे का गेट बंद करने का प्रयास किया। लेकिन बदमाशों ने उसके पिता पर फायरिंग करना नहीं रोका। जिससे सुरेश राणा की मौत हो गई। पुलिस को घटनास्थल से चार गोलियों के चार खोखे मिले हैं। सात राउंड गोली चली है। हैरानी की बात है कि 100 कदम की दूरी पर थाना गागलहेड़ी की एक चौकी है। पुलिस को आने में आधा घंटा लग गया। बदमाश भागने में भी कामयाब हो गए। मृतक के बेटे यश ने बताया कि एक बदमाश ने नकाब नहीं पहना था। वो उसे देखेगा तो पहचान लेगा। जबकि दूसरे बदमाश पर ध्यान नहीं दिया। बदमाशों की उम्र 25 से 30 साल की है। एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक का कहना है कि मृतक एक क्रिमिनल था। उस पर कई मुकदमे दर्ज थे। हरियाणा में भी जमीनों से कब्जे छुड़वाने का काम करता था। स्मैक तस्करी भी करता था। वहीं सालों से भी प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर दिया जाएगा। पुलिस हत्यारों के नजदीक पहुंच गई है। सहारनपुर में प्रॉपर्टी डीलर के हत्याकांड में एक बिजनेस पार्टनर और दो सालों पर FIR दर्ज हुई है। पुलिस दोनों सालों से पूछताछ कर रही है। जबकि तीसरा आरोपी मलेशिया में 4 दिन से गया हुआ है। पुलिस ने 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। हत्यारों की अरेस्टिंग के लिए 6 टीम लगाई गई है। जांच में प्रॉपर्टी और बिजनेस पार्टनर की रंजिश सामने आई है। पुलिस अभी जांच कर रही है। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर सकती है। मृतक की है क्रिमिनल हिस्ट्री
पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि मृतक सुरेश राणा हरियाणा में बड़े-बड़े भूमाफियाओं के संपर्क में था। जमीनों से कब्जा छुड़वाता था। पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक एक क्रिमिनल था। उसके पार्टनर रामकरण उर्फ प्रमोद ने उस पर दो मुकदमे दर्ज कराए थे। एक मुकदमा कैथल से कराया था। जो गागलहेड़ी में जीरो एफआईआर कर दी गई थी। दूसरा मुकदमा 420 का बेहट थाने में दर्ज था। जिसकी जांच चल रही थी। पुलिस इस रंजिश में भी जांच कर रही है। वहीं मृतक सुरेश पर एनडीपीएस एक्ट के दो मुकदमे थाना नागल और गागलहेड़ी में दर्ज है। एनडीपीएस में दो बार जेल भी जा चुका है। जबकि एक मुकदमा थाना नागल में सार्वजनिक स्थान पर जुआ खिलवाने का दर्ज है। सालों से था प्रॉपर्टी विवाद
पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक सुरेश राणा के दो सगे साले हैं दिग्विजय और कुणाल। ससुर अनिल राणा की मौत हो चुकी है। उनकी प्रॉपर्टी पर सुरेश राणा और उसकी पत्नी आशु की नजर थी। सालों की प्रॉपर्टी को सास को बहला-फुसलाकर अपने नाम कराना चाहता था। जिसका उसके साले विरोध कर रहे थे। पूछताछ में साले दिग्विजय और कुणाल ने बताया कि वो सारी प्रॉपर्टी हड़प करना चाहता था। जिससे उनके पास कुछ भी नहीं बचता। पुलिस दोनों सालों को हिरासत में लेकर कर पूछताछ कर रही है। सुसाइड का डर दिखाकर सालों का फंसाना चाहता था
पुलिस के अनुसार, एक साल पहले सुरेश राणा ने घर में फांसी लगाने का प्रयास किया था। पति-पत्नी ने सुसाइड की घटना को अंजाम देने की कोशिश की थी। फांसी लगाने से पहले पुलिस को कॉल किया था। पुलिस के आने से कुछ मिनट पहले फांसी के फंदे पर लटकने की कोशिश की थी। जिससे अपने सालों को फंसा सके। पुलिस 150 सीसीटीवी खंगाले
पुलिस जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर सकती है। पुलिस ने घर से लेकर देहरादून रोड के करीब 150 सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। सीसीटीवी में हत्यारे उन्हें भागते हुए दिखाई दिए है। एक बदमाश बिना नकाब के था, जबकि दूसरे ने मुंह ढक रखा था। पुलिस सभी आरोपियों की कॉल डिटेल भी ट्रेस कर रही है। सीडीआर भी निकवाई है। मलेशिया में बैठा तीसरा आरोपी
परिजनों ने बिजनेस पार्टनर रहे रामकरण उर्फ प्रमोद और उसके साले दिग्विजय और कुणाल पर शक जाहिर करते हुए नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने सगे सालों दिग्विजय और कुणाल को हिरासत में ले रखा है। जबकि तीसरा आरोपी रामकरण उर्फ प्रमोद मलेशिया में बैठा है। प्रमोद 5 दिन पहले ही मलेशिया गया है। सुरेश राणा का वो बिजनेस पार्टनर रहा था। हरियाणा के कैथल में भूमाफियाओं को जमीन से कब्जा छुड़वाकर देते थे। ऐसे में पैसों के लेन-देन को लेकर इनमें विवाद चल रहा था। बेटा बोला-अंतिम समय पानी भी नहीं पिला सका
बेटे यश राणा ने बताया कि रात करीब 8 बजे 2 बदमाश घर पहुंचे। मेन गेट खुला था, तो अंदर घुस गए। पापा और मैं गेट के सामने वाले कमरे में थे। हम दोनों बिस्तर पर लेटे हुए थे।
कमरे में घुसते ही बदमाशों ने पूछा- काका राणा कौन है? इस पर पापा ने कहा, कौन हो भाई? यह सुनते ही बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। बदमाश गोली चलाते हुए कमरे की ओर बढ़ने लगे। मैंने बेड से उतरकर दरवाजा बंद करने की कोशिश की, लेकिन दोनों बदमाशों ने धक्का दे दिया। इससे गेट पूरा खुल गया। फायरिंग करने के बाद बदमाश भागने लगे। गोलियों की आवाज सुनकर मां भी पहुंच गईं। वो अकेला ही अपने घायल पिता को कार में डालकर जिला अस्पताल ले गया। रास्ते में उन्होंने पानी मांग। लेकिन कार में पानी नहीं था। उनकी जान बचानी थी, इसलिए रास्ते से पानी भी नहीं खरीद सका। मेरे पिता पानी मांगते हुए मर गए। लेकिन मैं लास्ट समय में उन्हें पानी भी नहीं पिला सका। पढ़िए…कैसे हुई सुरेश राणा की हत्या
थाना गागलहेड़ी क्षेत्र के सब्जी मंडी के पास सुरेश राणा अपने बेटे यश के साथ एक कमरे में थे। तभी मैन गेट खोलकर दो बदमाश घर में एंटर हुए। उन्होंने काका राणा नाम पूछा कौन है? उसके बाद सुरेश राणा ने कौन है तू पूछा। तभी बदमाश ने सामान दे, बोलकर गोलियां चलानी शुरू कर दी। बेटे यश ने भागकर कमरे का गेट बंद करने का प्रयास किया। लेकिन बदमाशों ने उसके पिता पर फायरिंग करना नहीं रोका। जिससे सुरेश राणा की मौत हो गई। पुलिस को घटनास्थल से चार गोलियों के चार खोखे मिले हैं। सात राउंड गोली चली है। हैरानी की बात है कि 100 कदम की दूरी पर थाना गागलहेड़ी की एक चौकी है। पुलिस को आने में आधा घंटा लग गया। बदमाश भागने में भी कामयाब हो गए। मृतक के बेटे यश ने बताया कि एक बदमाश ने नकाब नहीं पहना था। वो उसे देखेगा तो पहचान लेगा। जबकि दूसरे बदमाश पर ध्यान नहीं दिया। बदमाशों की उम्र 25 से 30 साल की है। एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक का कहना है कि मृतक एक क्रिमिनल था। उस पर कई मुकदमे दर्ज थे। हरियाणा में भी जमीनों से कब्जे छुड़वाने का काम करता था। स्मैक तस्करी भी करता था। वहीं सालों से भी प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर दिया जाएगा। पुलिस हत्यारों के नजदीक पहुंच गई है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर