मेरठ के सराफा कारोबारी के स्टाफ से सहारनपुर के नागल में गुरुवार देर रात साढ़े 3 करोड़ की लूट हुई है। कर्मचारी सहारनपुर से गाड़ी से मेरठ लौट रहे थे। उनके साथ सोने, हीरे की ज्वैलरी और सामान था। सूचना पर नागल पुलिस भी पहुंची है। देर रात पुलिस ने जांच में जुट रही। आरोपी और ड्राइवर से पूछताछ करने पर दोनों के बयान पर शक हुआ। कड़ाई से पूछताछ में पता चला सराफ के दोनों स्टाफ ने ही अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। साथ ही लूट की वारदात में शामिल 5 आरोपी को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मेरठ से लूट की गई ज्वैलरी बरामद कर ली है। फिलहाल वादी के राज्य से बाहर होने के कारण कोई तहरीर नहीं आई है। स्टाफ ने ही रची थी लूट की साजिश
एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया- गुरुवार यानी 4 जुलाई की देर रात को मेरठ के सराफा कारोबारी के स्टाफ से 3.50 करोड़ रुपए की घटना सामने आई थी। सराफा कारोबारी का स्टाफ सत्यम शर्मा और ड्राइवर तरुण सैनी अंबाला से ज्वैलरी लेकर लौट रहे थे। बताया गया था कि दोनों को नागल में बाइक सवार कुछ अज्ञात युवकों ने उनसे लूट की है। लेकिन इस लूट के मास्टरमाइंड सत्यम शर्मा और ड्राइवर तरुण सैनी निकले। सत्यम शर्मा ने अपने साले डम्पी उर्फ हिमांशु के साथियों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। इसके ड्राइवर भी शामिल था। पुलिस ने 5 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है और लूट का सामान भी बरामद कर लिया है। लूट की घटना दिखाकर हड़पना चाहते थे ज्वैलरी
पुलिस के अनुसार, आरोपी सत्यम शर्मा और ड्राइवर तरुण सैनी से पुलिस ने जब पूछताछ की तो दोनों के बयान पर शक हुआ। पुलिस ने शक्ति से पूछताछ की तो उन्होंने सब कबूल कर लिया। उन्होंने बताया- वो 3.50 करोड़ की ज्वैलरी की लूट की घटना दिखाकर हड़पना चाहते थे। इसलिए सत्यम शर्मा ने अपने साले और उसके दो साथियों के साथ लूट की घटना दिखाई। ये था मामला
मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल के बेटे प्रियंक अग्रवाल जिनका अटायर डायमंड के नाम से कारोबार है। पुलिस को सराफ कारोबारी के स्टाफ ने बताया कि चार लुटेरे थे। गुरुवार की रात 11.30 बजे गन प्वाइंट पर बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया था। वह दो बाइक पर सवार थे। एक बाइक काले रंग पल्सर और दूसरी सफेद रंग की अपाचे बताई जा रही है। लुटेरे आए और कार के शीशे तोड़कर कार सवार दोनों स्टाफ को गन पॉइंट पर ले लिया। मारपीट कर लहूलुहान कर दिया है, उसके बाद लूट को अंजाम देकर वह फरार हो गए। लेकिन पुलिस ने जब जांच की तो मामला कुछ ओर ही निकला। मेरठ के सराफा कारोबारी के स्टाफ से सहारनपुर के नागल में गुरुवार देर रात साढ़े 3 करोड़ की लूट हुई है। कर्मचारी सहारनपुर से गाड़ी से मेरठ लौट रहे थे। उनके साथ सोने, हीरे की ज्वैलरी और सामान था। सूचना पर नागल पुलिस भी पहुंची है। देर रात पुलिस ने जांच में जुट रही। आरोपी और ड्राइवर से पूछताछ करने पर दोनों के बयान पर शक हुआ। कड़ाई से पूछताछ में पता चला सराफ के दोनों स्टाफ ने ही अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। साथ ही लूट की वारदात में शामिल 5 आरोपी को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर मेरठ से लूट की गई ज्वैलरी बरामद कर ली है। फिलहाल वादी के राज्य से बाहर होने के कारण कोई तहरीर नहीं आई है। स्टाफ ने ही रची थी लूट की साजिश
एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया- गुरुवार यानी 4 जुलाई की देर रात को मेरठ के सराफा कारोबारी के स्टाफ से 3.50 करोड़ रुपए की घटना सामने आई थी। सराफा कारोबारी का स्टाफ सत्यम शर्मा और ड्राइवर तरुण सैनी अंबाला से ज्वैलरी लेकर लौट रहे थे। बताया गया था कि दोनों को नागल में बाइक सवार कुछ अज्ञात युवकों ने उनसे लूट की है। लेकिन इस लूट के मास्टरमाइंड सत्यम शर्मा और ड्राइवर तरुण सैनी निकले। सत्यम शर्मा ने अपने साले डम्पी उर्फ हिमांशु के साथियों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी। इसके ड्राइवर भी शामिल था। पुलिस ने 5 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है और लूट का सामान भी बरामद कर लिया है। लूट की घटना दिखाकर हड़पना चाहते थे ज्वैलरी
पुलिस के अनुसार, आरोपी सत्यम शर्मा और ड्राइवर तरुण सैनी से पुलिस ने जब पूछताछ की तो दोनों के बयान पर शक हुआ। पुलिस ने शक्ति से पूछताछ की तो उन्होंने सब कबूल कर लिया। उन्होंने बताया- वो 3.50 करोड़ की ज्वैलरी की लूट की घटना दिखाकर हड़पना चाहते थे। इसलिए सत्यम शर्मा ने अपने साले और उसके दो साथियों के साथ लूट की घटना दिखाई। ये था मामला
मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल के बेटे प्रियंक अग्रवाल जिनका अटायर डायमंड के नाम से कारोबार है। पुलिस को सराफ कारोबारी के स्टाफ ने बताया कि चार लुटेरे थे। गुरुवार की रात 11.30 बजे गन प्वाइंट पर बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया था। वह दो बाइक पर सवार थे। एक बाइक काले रंग पल्सर और दूसरी सफेद रंग की अपाचे बताई जा रही है। लुटेरे आए और कार के शीशे तोड़कर कार सवार दोनों स्टाफ को गन पॉइंट पर ले लिया। मारपीट कर लहूलुहान कर दिया है, उसके बाद लूट को अंजाम देकर वह फरार हो गए। लेकिन पुलिस ने जब जांच की तो मामला कुछ ओर ही निकला। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर