सांसद जांगड़ा ने रोहतक में किया औषधि केंद्र का उद्घाटन:एम्स पर कांग्रेस के दावे से भड़के, कहा- हुड्डा ने तो धरती पर चांद-सूरज ले आया

सांसद जांगड़ा ने रोहतक में किया औषधि केंद्र का उद्घाटन:एम्स पर कांग्रेस के दावे से भड़के, कहा- हुड्डा ने तो धरती पर चांद-सूरज ले आया

रोहतक जिले में जन औषधि केंद्र का उद्घाटन करने पहुंचे राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता रामचंद्र जांगड़ा ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि 2014 से पहले गिने-चुने मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन 2014 के बाद कई मेडिकल कॉलेज और एम्स बने हैं। इनका लाभ लोगों को मिल रहा है। भूपेंद्र हुड्डा द्वारा बाढ़सा में कैंसर रोगियों के लिए एम्स प्रोजेक्ट को कांग्रेस का प्रोजेक्ट बताए जाने पर रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि वे कुछ भी कह सकते हैं। धरती पर चांद भी उन्होंने ही बनाया और सूरज भी उन्होंने ही लाया। अगर उन्होंने इतना अच्छा काम किया होता तो 2005 में 67 सीटों के बाद 2009 में उन्हें 40 सीटें क्यों मिलीं। 2014 में वे सत्ता क्यों गंवा बैठे और लगातार तीन बार भाजपा की सरकार क्यों बन रही है। भूपेंद्र हुड्डा दोबारा वापस नहीं आएंगे। अपना नेता नहीं चुन पा रही कांग्रेस
रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि कांग्रेस अपना नेता तक नहीं चुन पा रही। कांग्रेस की मीटिंग जूतम पैजार से खत्म होती है। हिमानी मर्डर केस में कहा कि यह घटना दुखद है और इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। आरोपी को सजा मिलनी चाहिए। सरकार पीड़ित परिवार के साथ है और इस विषय को गंभीरता से लिया जा रहा है। 30 हजार करोड़ रुपए देशभर में बचाए
रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि जन औषधि केंद्रों के माध्यम से पूरे देश में अभी तक 30 हजार करोड़ रुपए बचाए हैं। फरवरी 2025 तक देशभर में 15 हजार जन औषधि केंद्र खोले गए हैं और 2027 तक 10 हजार जन औषधि केंद्र और खोले जाएंगे। यहां मिलने वाली दवाइयां डब्ल्यूएचओ की कसौटी पर खरी उतरी है, जो काफी सस्ती भी हैं। देशभर में दवाओं के 36 डिस्ट्रीब्यूटर रामचंद्र जांगड़ा ने बताया कि जन औषधि केंद्र में दवाओं का मुख्य केंद्र गुरुग्राम में बनाया गया है, जहां से देशभर में दवाएं वितरित की जाती हैं। देशभर में चार सब-डिपो हैं, जिनमें चेन्नई, हैदराबाद, गुवाहाटी और बेंगलुरु शामिल हैं। इसके साथ ही 36 डिस्ट्रीब्यूटर हैं। जन औषधि केंद्रों पर महिलाओं, रिटायर्ड सैन्यकर्मियों, दिव्यांगों और पूर्वोत्तर के लोगों को दवा दी जा रही है। जन औषधि केंद्र में 47 दवाइयां सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्रा ने बताया कि जन औषधि केंद्र में अभी 47 दवाइयां रखी गई हैं। 100 दवाइयों की डिमांड भेजी गई है। अगले तीन-चार दिन में दवाइयां आ जाएंगी। इसके बाद भी जिन दवाइयों की जरूरत होगी, उनकी डिमांड भेजी जाएगी। मरीजों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। रोहतक जिले में जन औषधि केंद्र का उद्घाटन करने पहुंचे राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता रामचंद्र जांगड़ा ने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि 2014 से पहले गिने-चुने मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन 2014 के बाद कई मेडिकल कॉलेज और एम्स बने हैं। इनका लाभ लोगों को मिल रहा है। भूपेंद्र हुड्डा द्वारा बाढ़सा में कैंसर रोगियों के लिए एम्स प्रोजेक्ट को कांग्रेस का प्रोजेक्ट बताए जाने पर रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि वे कुछ भी कह सकते हैं। धरती पर चांद भी उन्होंने ही बनाया और सूरज भी उन्होंने ही लाया। अगर उन्होंने इतना अच्छा काम किया होता तो 2005 में 67 सीटों के बाद 2009 में उन्हें 40 सीटें क्यों मिलीं। 2014 में वे सत्ता क्यों गंवा बैठे और लगातार तीन बार भाजपा की सरकार क्यों बन रही है। भूपेंद्र हुड्डा दोबारा वापस नहीं आएंगे। अपना नेता नहीं चुन पा रही कांग्रेस
रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि कांग्रेस अपना नेता तक नहीं चुन पा रही। कांग्रेस की मीटिंग जूतम पैजार से खत्म होती है। हिमानी मर्डर केस में कहा कि यह घटना दुखद है और इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। आरोपी को सजा मिलनी चाहिए। सरकार पीड़ित परिवार के साथ है और इस विषय को गंभीरता से लिया जा रहा है। 30 हजार करोड़ रुपए देशभर में बचाए
रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि जन औषधि केंद्रों के माध्यम से पूरे देश में अभी तक 30 हजार करोड़ रुपए बचाए हैं। फरवरी 2025 तक देशभर में 15 हजार जन औषधि केंद्र खोले गए हैं और 2027 तक 10 हजार जन औषधि केंद्र और खोले जाएंगे। यहां मिलने वाली दवाइयां डब्ल्यूएचओ की कसौटी पर खरी उतरी है, जो काफी सस्ती भी हैं। देशभर में दवाओं के 36 डिस्ट्रीब्यूटर रामचंद्र जांगड़ा ने बताया कि जन औषधि केंद्र में दवाओं का मुख्य केंद्र गुरुग्राम में बनाया गया है, जहां से देशभर में दवाएं वितरित की जाती हैं। देशभर में चार सब-डिपो हैं, जिनमें चेन्नई, हैदराबाद, गुवाहाटी और बेंगलुरु शामिल हैं। इसके साथ ही 36 डिस्ट्रीब्यूटर हैं। जन औषधि केंद्रों पर महिलाओं, रिटायर्ड सैन्यकर्मियों, दिव्यांगों और पूर्वोत्तर के लोगों को दवा दी जा रही है। जन औषधि केंद्र में 47 दवाइयां सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्रा ने बताया कि जन औषधि केंद्र में अभी 47 दवाइयां रखी गई हैं। 100 दवाइयों की डिमांड भेजी गई है। अगले तीन-चार दिन में दवाइयां आ जाएंगी। इसके बाद भी जिन दवाइयों की जरूरत होगी, उनकी डिमांड भेजी जाएगी। मरीजों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर