सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने सीएम नायब सैनी को पत्र लिखकर सेमग्रस्त जमीन के समाधान की मांग की है। उन्होंने सीएम का ध्यान फतेहाबाद जिले के 10 से अधिक गांवों में फैली इस समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है। साथ ही सेम प्रभावित गांवों में सोलर ट्यूबवेल योजना का विस्तार करने को कहा है। लेटर में सैलजा ने कहा कि उनके लोकसभा क्षेत्र के फतेहाबाद जिले के गांवों बनमंदोरी, पीलीमंदोरी, ठुइयां, खाबड़ा, बड़ोपल, खाराखेड़ी, धारनिया, चपला मोरी आदि गांवों की हजारों एकड़ भूमि वर्षों से सेम (जलभराव व क्षारीयता) की गंभीर समस्या से ग्रस्त है। यह भूमि धीरे-धीरे कृषि योग्य स्थिति से बाहर होती जा रही है, जिससे इस क्षेत्र का किसान भारी आर्थिक संकट में है। हाल के वर्षों में सिंचाई विभाग द्वारा कुछ क्षेत्रों में सोलर ट्यूबवेल लगाए गए हैं, लेकिन यह प्रयास क्षेत्र की आवश्यकता की तुलना में अपर्याप्त है। इन गांवों में स्थायी जल निकासी, भूमि सुधार एवं सोलर सिंचाई की व्यापक योजना की तत्काल आवश्यकता है। सेमग्रस्त भूमि की पहचान कर विशेष उपचार किया जाए सांसद सैलजा ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि फतेहाबाद जिले की सेमग्रस्त भूमि की पहचान कर विशेष परियोजना के तहत उपचार योजना चलाई जाए। सोलर ट्यूबवेल योजना का विस्तार करते हुए अधिक से अधिक प्रभावित क्षेत्रों को शामिल किया जाए। जल निकासी की आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए। किसानों को इस प्रक्रिया में भागीदार बनाते हुए आर्थिक सहायता व तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। सांसद ने लिखा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि किसानों की इस गंभीर समस्या को प्राथमिकता देंगे और शीघ्र आवश्यक कार्रवाई करवाएंगे। सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने सीएम नायब सैनी को पत्र लिखकर सेमग्रस्त जमीन के समाधान की मांग की है। उन्होंने सीएम का ध्यान फतेहाबाद जिले के 10 से अधिक गांवों में फैली इस समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है। साथ ही सेम प्रभावित गांवों में सोलर ट्यूबवेल योजना का विस्तार करने को कहा है। लेटर में सैलजा ने कहा कि उनके लोकसभा क्षेत्र के फतेहाबाद जिले के गांवों बनमंदोरी, पीलीमंदोरी, ठुइयां, खाबड़ा, बड़ोपल, खाराखेड़ी, धारनिया, चपला मोरी आदि गांवों की हजारों एकड़ भूमि वर्षों से सेम (जलभराव व क्षारीयता) की गंभीर समस्या से ग्रस्त है। यह भूमि धीरे-धीरे कृषि योग्य स्थिति से बाहर होती जा रही है, जिससे इस क्षेत्र का किसान भारी आर्थिक संकट में है। हाल के वर्षों में सिंचाई विभाग द्वारा कुछ क्षेत्रों में सोलर ट्यूबवेल लगाए गए हैं, लेकिन यह प्रयास क्षेत्र की आवश्यकता की तुलना में अपर्याप्त है। इन गांवों में स्थायी जल निकासी, भूमि सुधार एवं सोलर सिंचाई की व्यापक योजना की तत्काल आवश्यकता है। सेमग्रस्त भूमि की पहचान कर विशेष उपचार किया जाए सांसद सैलजा ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि फतेहाबाद जिले की सेमग्रस्त भूमि की पहचान कर विशेष परियोजना के तहत उपचार योजना चलाई जाए। सोलर ट्यूबवेल योजना का विस्तार करते हुए अधिक से अधिक प्रभावित क्षेत्रों को शामिल किया जाए। जल निकासी की आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए। किसानों को इस प्रक्रिया में भागीदार बनाते हुए आर्थिक सहायता व तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। सांसद ने लिखा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि किसानों की इस गंभीर समस्या को प्राथमिकता देंगे और शीघ्र आवश्यक कार्रवाई करवाएंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
