साइको किलर की बहन बोली- सौतेली मां भगा देती थी:कुलदीप को कातिल मानने को तैयार नहीं गांव वाले; बोले- वह बहुत खाना खाता था

साइको किलर की बहन बोली- सौतेली मां भगा देती थी:कुलदीप को कातिल मानने को तैयार नहीं गांव वाले; बोले- वह बहुत खाना खाता था

बरेली का साइको किलर कुलदीप गंगवार। उसने 6 हत्याएं कबूली। उसे महिलाओं से नफरत क्यों थी? आखिर पिछले डेढ़ साल में उसे ऐसा क्या हो गया कि वह लगातार हत्या करने लगा? दैनिक भास्कर टीम पूरे मामले की पड़ताल करने बरेली पहुंची। उसके परिवार से मिली। उसके पिता से बात की। उस सौतेली मां का भी पक्ष जाना, जिसके ऊपर आरोप है कि उसने कुलदीप को इतना हिंसक बना दिया। उस बहन के पास भी गए, जिसके पास कुलदीप अक्सर भागकर पहुंच जाता था। हम एक ऐसे परिवार से भी मिले, जिसके घर की महिला की हत्या का आरोप कुलदीप पर है। लेकिन परिवार ने जो कहा, वह हैरान करने वाला था। परिवार का कहना है कि कुलदीप कातिल नहीं हो सकता। आइए, साइको किलर कुलदीप के बारे में शुरू से सबकुछ जानते हैं… 6 साल पहले हुई थी शादी, पत्नी एक हाथ से दिव्यांग
हम बरेली से करीब 30 किलोमीटर दूर बाकरगंज समुआ गांव पहुंचे। साइको किलर कुलदीप गंगवार यहीं का रहने वाला है। गांव में एंट्री करते ही हर 100-200 मीटर पर 10-12 लोगों का ग्रुप आपस में कुलदीप की बात करते थे। हमने गाड़ी रोककर कुलदीप के घर के बारे में पूछना चाहा, उसके पहले ही लोगों ने बता दिया कि 500 मीटर आगे जाइए। भास्कर की टीम घर पहुंची। घर के अंदर धान-गेहूं काटने की मशीन हार्वेस्टर थी। बगल में एक कार खड़ी थी, जो ढंकी थी। हमारी मुलाकात सबसे पहले वहां मौजूद नवाबगंज थाने की पुलिस से हुई। उनसे बातचीत चल रही थी कि कुलदीप के पिता बाबूराम आ गए। बाबूराम से हमने कुलदीप के बारे में सवाल किया। वह कहते हैं, कुलदीप बचपन से ही पागल है, वह कभी स्कूल नहीं गया। हमने कोशिश भी की, लेकिन असफल रहे। वह गांव में ऐसे ही घूमता रहता था, वह यहां आता भी तो 1-2 दिन रहता और फिर कहीं चला जाता था। कहां जा रहा? इसके बारे में भी हम लोगों को नहीं पता चलता था। पुलिस उसे हत्यारा बता रही है, कुलदीप ने खुद 6 हत्याएं कबूल की हैं? ये कहने पर बोले- मेरा बेटा पागल है, पुलिस वाले जो बुलवाएंगे, बोल देगा। अब हमने बाबूराम से उनके बारे में पूछा। वह बताते हैं, पहली पत्नी का नाम तारा देवी था। उससे दो बच्चे हैं। कुलदीप और प्रीती। 1998 में दूसरी शादी नत्थू देवी से कर ली। तब पहली पत्नी तारा को नवाबगंज में घर दे दिया, वह वहीं रहती थी। 2006 में हमने बेटी प्रीति की शादी की थी। 2014 में कुलदीप की शादी यहीं पास के भानपुर की लौंगश्री से की थी, वह हाथ से दिव्यांग थी। दूसरी पत्नी से मुझे एक बेटा राजकुमार हुआ। राजकुमार की भी शादी हमने 6 साल पहले की थी। हमारे परिवार में किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। कुलदीप की मां तारा देवी का 2022 में निधन हो चुका है। हद से ज्यादा खाता था कुलदीप
बाबूराम से बात करने के बाद हम गांव में उनके दूसरे घर पहुंचे। यहां उनकी दूसरी पत्नी नत्थू देवी और बेटा-बहू रहते थे। सबसे पहले हमारी मुलाकात राजकुमार की पत्नी से हुई। उनसे पूछा कि कुलदीप यहां आता था? वह कहती हैं, कभी-कभी आता था, उसे हम ही खाना देते थे, लेकिन वह हद से ज्यादा खाता था, मतलब कोई लिमिट नहीं, इसलिए उसे हिसाब से खाना देते थे। इसी बीच कुलदीप की सौतेली मां नत्थू देवी आ गईं। पुलिस जांच के मुताबिक नत्थू देवी ने कुलदीप को सबसे ज्यादा टॉर्चर किया। उनके कहने पर पिता बाबूराम, कुलदीप और उसकी मां को पीटा करते थे। हमने नत्थू देवी से पूछा तो वह कहती हैं, हमने कभी उसे कुछ भी उल्टा-सीधा नहीं कहा। मेरी जब शादी हुई थी, तब वह बहुत छोटा था। मैंने ही उसकी शादी कराई थी। 4 साल तक उसकी पत्नी यहीं रही, लेकिन वह खुद यहां नहीं रुकता था। 2018 में उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई। नत्थू देवी से हमने कहा कि उसने 6 महिलाओं की हत्या की थी। वह खुद कबूल रहा। नत्थू देवी कहती हैं, अगर उसे कह दिया जाए कि तुम्हारी शादी करवा देंगे तो उससे कुछ भी बुलवा लीजिए। वह कुछ भी बोल देगा। अब अगर वह हत्या की बात कबूल रहा तो वही जाने। हम क्या कह सकते हैं। कुलदीप हत्या कर सकता है, यकीन करना मुश्किल
हम कुलदीप की पत्नी लौंगश्री से मिलने गांव भानपुर पहुंचे। लौंगश्री यहां नहीं मिली। 2019 में उसकी दूसरी शादी कर दी गई। लौंगश्री का घर अब पूरी तरह से खंडहर हो चुका है। हमें पड़ोस में रहने वाले ओम प्रकाश मिले। वह कहते हैं- कुलदीप का परिवार संपन्न है। लौंगश्री एक हाथ से दिव्यांग थी। कुलदीप पागल था, इसलिए बाद में तलाक हो गया। लौंगश्री की शादी दोबारा भोलापुर में कर दी गई। यहां हमने और भी लोगों से बात की, ज्यादातर का यही कहना था कि कुलदीप तो पागल जैसा है, वह तो इधर-उधर घूमता रहता है। हत्या करेगा, इस बात पर यकीन करना कठिन है। गांव और ससुराल के बाद हम कुलदीप की बहन के घर आनंदपुर पहुंचे। आरोप है कि कुलदीप ने पहली वारदात इसी गांव में अंजाम दी थी। बहन बोली- आनंदपुर गांव से कुलदीप की गिरफ्तारी पर झूठ बोल रही पुलिस
बाकरगंज से करीब 30 किलोमीटर दूर आनंदपुर गांव है। यहां कुलदीप की बुआ की लड़की मिथिलेश रहती हैं। कुलदीप अक्सर यहीं आकर रहता था। हमने मिथिलेश से उसके यहां रहने की वजह पूछी तो वह कहती हैं, कुलदीप अपनी सौतेली मां से परेशान था। वह उसे वहां नहीं रहने देती थी। उसे इस बात पर अक्सर गुस्सा आता था। इसलिए वह अक्सर यहां चला आता था। लेकिन, यहां भी वह ज्यादा दिन नहीं रहता था। कई बार तो वह गांव के ही एक मंदिर में सो जाता था। हमने कहा कि कुलदीप की गिरफ्तारी तो यहीं से हुई है? मिथिलेश कहती हैं, ऐसा नहीं है, पुलिस ने उसे शाही से पकड़ा। अब अगर वह हत्या की बात कबूल रहा तो हम क्या कहें, हमें तो इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। हमने कहा कि आपके गांव में भी एक हत्या की बात वह कबूल रहा, इस पर मिथिलेश कहती हैं कि उस वक्त कुलदीप यहां नहीं था, लेकिन अगर कह रहा तो वह और पुलिस जाने। जिस महिला की हत्या हुई उसकी बहू बोली- भट्ठा वालों ने मारा
पुलिस पूछताछ के मुताबिक- कुलदीप ने कबूला कि उसने पहली हत्या 29 जून 2023 को आनंदपुर में की थी। यहां रामनरेश की 55 साल की पत्नी प्रेमवती 29 जून की सुबह अपने खेत में चारा काटने गई थीं। दोपहर में लौट आईं। शाम को फिर से चारा काटने गईं। लेकिन नहीं लौटीं तो रामनरेश ने फोन किया। मगर कॉल रिसीव नहीं हुई। रात में ही प्रेमवती की तलाश शुरू हुई, लेकिन कहीं भी कुछ पता नहीं चल सका। उनका कहना था कि प्रेमवती का भट्ठा मालिक से विवाद था, इसलिए उन लोगों ने मेरी पत्नी की हत्या कर दी। 30 जून की सुबह करीब 6 बजे गन्ने के खेत में प्रेमवती की लाश मिली। गले में साड़ी का फंदा कसा हुआ था। हाथ से चांदी का कंगन गायब था। रामनरेश ने इस मामले में पास के ही भट्ठा मालिक के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया। हम प्रेमवती के घर पहुंचे। प्रेमवती का घर कुलदीप की बहन के घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर ही था। घर पर प्रेमवती की बहू लक्ष्मी देवी मिलीं। हमने उनसे कहा कि आपकी सास को मारने वाला साइको किलर कुलदीप पकड़ा गया। वह कहती हैं कि हमने भी अखबार में देखा, लेकिन मेरी सास की हत्या भट्ठा वालों ने ही की थी, उनका उन्हीं लोगों से विवाद था। हमने कहा कि कुलदीप कबूल रहा कि उसने प्रेमवती की हत्या की। लक्ष्मी देवी कहती हैं, मुझे नहीं पता, लेकिन मेरी सास की लड़ाई भट्‌ठे वालों से थी। उन्हीं ने हत्या की। हम तो कुलदीप को जानते भी नहीं। लक्ष्मी देवी कहती हैं, पुलिस ने तो हमारे पति को ही पकड़ लिया और मार-मारकर उससे कबूल करवाया जा रहा कि कहो तुमने अपनी मां की हत्या की। अपनी बहन और भाई से भी कहलवाओ की तुम्हीं ने मारा। लेकिन, मेरे देवर और ननद ने नहीं कहा, उन लोगों ने कहा कि हम लोग तो साथ-साथ ही रहते हैं। आनंदपुर के ही कुछ और लोगों से हमने बात की। वह कुलदीप के जल्द गुस्सा हो जाने की बात कहते हैं। लेकिन, वह यह भी कहते हैं कि उसमें इतनी ताकत नहीं है कि वह गला दबाकर हत्या कर पाए। यह भी पढ़ें:- साइको किलर बोला- मुझे दूल्हा बनना है:महिला सिपाही की फोटो देख शादी को तैयार हुआ; पुलिसकर्मी दोस्त बनकर रहे तब कबूली हत्याएं बरेली के साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने डेढ़ लाख से ज्यादा नंबर ट्रेस किए। 150 जगहों पर दबिश दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि कुलदीप न मोबाइल चलाता था और न ही किसी एक जगह पर ज्यादा दिन रुकता था। सीरियल किलर इन्हीं वजहों से 1 साल तक बचता रहा, लेकिन महिला सिपाही की एक फोटो और शादी के चक्कर में ऐसा फंसा कि खुद ही सब कुछ उगल दिया। पढ़ें पूरी खबर… 6 महिलाओं की हत्या करने वाला साइको किलर गिरफ्तार: बरेली में 13 महीने बाद पकड़ा गया यूपी के बरेली में सीरियल साइको किलर पकड़ा गया है। पूछताछ में उसने बताया- हां, मैंने 6 महिलाओं को मारा है। महिलाओं को गला दबाकर मारता था। जाते समय निशानी के लिए गहने ले जाता था। किलर नवाबगंज का रहने वाला है। दरअसल, 13 महीने के भीतर एक ही पैटर्न से बरेली में 11 महिलाओं की हत्या की गई। हत्या का पैटर्न एक जैसा था। ये मर्डर केस अब तक सॉल्व नहीं हुए थे। पढ़ें पूरी खबर बरेली का साइको किलर कुलदीप गंगवार। उसने 6 हत्याएं कबूली। उसे महिलाओं से नफरत क्यों थी? आखिर पिछले डेढ़ साल में उसे ऐसा क्या हो गया कि वह लगातार हत्या करने लगा? दैनिक भास्कर टीम पूरे मामले की पड़ताल करने बरेली पहुंची। उसके परिवार से मिली। उसके पिता से बात की। उस सौतेली मां का भी पक्ष जाना, जिसके ऊपर आरोप है कि उसने कुलदीप को इतना हिंसक बना दिया। उस बहन के पास भी गए, जिसके पास कुलदीप अक्सर भागकर पहुंच जाता था। हम एक ऐसे परिवार से भी मिले, जिसके घर की महिला की हत्या का आरोप कुलदीप पर है। लेकिन परिवार ने जो कहा, वह हैरान करने वाला था। परिवार का कहना है कि कुलदीप कातिल नहीं हो सकता। आइए, साइको किलर कुलदीप के बारे में शुरू से सबकुछ जानते हैं… 6 साल पहले हुई थी शादी, पत्नी एक हाथ से दिव्यांग
हम बरेली से करीब 30 किलोमीटर दूर बाकरगंज समुआ गांव पहुंचे। साइको किलर कुलदीप गंगवार यहीं का रहने वाला है। गांव में एंट्री करते ही हर 100-200 मीटर पर 10-12 लोगों का ग्रुप आपस में कुलदीप की बात करते थे। हमने गाड़ी रोककर कुलदीप के घर के बारे में पूछना चाहा, उसके पहले ही लोगों ने बता दिया कि 500 मीटर आगे जाइए। भास्कर की टीम घर पहुंची। घर के अंदर धान-गेहूं काटने की मशीन हार्वेस्टर थी। बगल में एक कार खड़ी थी, जो ढंकी थी। हमारी मुलाकात सबसे पहले वहां मौजूद नवाबगंज थाने की पुलिस से हुई। उनसे बातचीत चल रही थी कि कुलदीप के पिता बाबूराम आ गए। बाबूराम से हमने कुलदीप के बारे में सवाल किया। वह कहते हैं, कुलदीप बचपन से ही पागल है, वह कभी स्कूल नहीं गया। हमने कोशिश भी की, लेकिन असफल रहे। वह गांव में ऐसे ही घूमता रहता था, वह यहां आता भी तो 1-2 दिन रहता और फिर कहीं चला जाता था। कहां जा रहा? इसके बारे में भी हम लोगों को नहीं पता चलता था। पुलिस उसे हत्यारा बता रही है, कुलदीप ने खुद 6 हत्याएं कबूल की हैं? ये कहने पर बोले- मेरा बेटा पागल है, पुलिस वाले जो बुलवाएंगे, बोल देगा। अब हमने बाबूराम से उनके बारे में पूछा। वह बताते हैं, पहली पत्नी का नाम तारा देवी था। उससे दो बच्चे हैं। कुलदीप और प्रीती। 1998 में दूसरी शादी नत्थू देवी से कर ली। तब पहली पत्नी तारा को नवाबगंज में घर दे दिया, वह वहीं रहती थी। 2006 में हमने बेटी प्रीति की शादी की थी। 2014 में कुलदीप की शादी यहीं पास के भानपुर की लौंगश्री से की थी, वह हाथ से दिव्यांग थी। दूसरी पत्नी से मुझे एक बेटा राजकुमार हुआ। राजकुमार की भी शादी हमने 6 साल पहले की थी। हमारे परिवार में किसी तरह का कोई विवाद नहीं था। कुलदीप की मां तारा देवी का 2022 में निधन हो चुका है। हद से ज्यादा खाता था कुलदीप
बाबूराम से बात करने के बाद हम गांव में उनके दूसरे घर पहुंचे। यहां उनकी दूसरी पत्नी नत्थू देवी और बेटा-बहू रहते थे। सबसे पहले हमारी मुलाकात राजकुमार की पत्नी से हुई। उनसे पूछा कि कुलदीप यहां आता था? वह कहती हैं, कभी-कभी आता था, उसे हम ही खाना देते थे, लेकिन वह हद से ज्यादा खाता था, मतलब कोई लिमिट नहीं, इसलिए उसे हिसाब से खाना देते थे। इसी बीच कुलदीप की सौतेली मां नत्थू देवी आ गईं। पुलिस जांच के मुताबिक नत्थू देवी ने कुलदीप को सबसे ज्यादा टॉर्चर किया। उनके कहने पर पिता बाबूराम, कुलदीप और उसकी मां को पीटा करते थे। हमने नत्थू देवी से पूछा तो वह कहती हैं, हमने कभी उसे कुछ भी उल्टा-सीधा नहीं कहा। मेरी जब शादी हुई थी, तब वह बहुत छोटा था। मैंने ही उसकी शादी कराई थी। 4 साल तक उसकी पत्नी यहीं रही, लेकिन वह खुद यहां नहीं रुकता था। 2018 में उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई। नत्थू देवी से हमने कहा कि उसने 6 महिलाओं की हत्या की थी। वह खुद कबूल रहा। नत्थू देवी कहती हैं, अगर उसे कह दिया जाए कि तुम्हारी शादी करवा देंगे तो उससे कुछ भी बुलवा लीजिए। वह कुछ भी बोल देगा। अब अगर वह हत्या की बात कबूल रहा तो वही जाने। हम क्या कह सकते हैं। कुलदीप हत्या कर सकता है, यकीन करना मुश्किल
हम कुलदीप की पत्नी लौंगश्री से मिलने गांव भानपुर पहुंचे। लौंगश्री यहां नहीं मिली। 2019 में उसकी दूसरी शादी कर दी गई। लौंगश्री का घर अब पूरी तरह से खंडहर हो चुका है। हमें पड़ोस में रहने वाले ओम प्रकाश मिले। वह कहते हैं- कुलदीप का परिवार संपन्न है। लौंगश्री एक हाथ से दिव्यांग थी। कुलदीप पागल था, इसलिए बाद में तलाक हो गया। लौंगश्री की शादी दोबारा भोलापुर में कर दी गई। यहां हमने और भी लोगों से बात की, ज्यादातर का यही कहना था कि कुलदीप तो पागल जैसा है, वह तो इधर-उधर घूमता रहता है। हत्या करेगा, इस बात पर यकीन करना कठिन है। गांव और ससुराल के बाद हम कुलदीप की बहन के घर आनंदपुर पहुंचे। आरोप है कि कुलदीप ने पहली वारदात इसी गांव में अंजाम दी थी। बहन बोली- आनंदपुर गांव से कुलदीप की गिरफ्तारी पर झूठ बोल रही पुलिस
बाकरगंज से करीब 30 किलोमीटर दूर आनंदपुर गांव है। यहां कुलदीप की बुआ की लड़की मिथिलेश रहती हैं। कुलदीप अक्सर यहीं आकर रहता था। हमने मिथिलेश से उसके यहां रहने की वजह पूछी तो वह कहती हैं, कुलदीप अपनी सौतेली मां से परेशान था। वह उसे वहां नहीं रहने देती थी। उसे इस बात पर अक्सर गुस्सा आता था। इसलिए वह अक्सर यहां चला आता था। लेकिन, यहां भी वह ज्यादा दिन नहीं रहता था। कई बार तो वह गांव के ही एक मंदिर में सो जाता था। हमने कहा कि कुलदीप की गिरफ्तारी तो यहीं से हुई है? मिथिलेश कहती हैं, ऐसा नहीं है, पुलिस ने उसे शाही से पकड़ा। अब अगर वह हत्या की बात कबूल रहा तो हम क्या कहें, हमें तो इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। हमने कहा कि आपके गांव में भी एक हत्या की बात वह कबूल रहा, इस पर मिथिलेश कहती हैं कि उस वक्त कुलदीप यहां नहीं था, लेकिन अगर कह रहा तो वह और पुलिस जाने। जिस महिला की हत्या हुई उसकी बहू बोली- भट्ठा वालों ने मारा
पुलिस पूछताछ के मुताबिक- कुलदीप ने कबूला कि उसने पहली हत्या 29 जून 2023 को आनंदपुर में की थी। यहां रामनरेश की 55 साल की पत्नी प्रेमवती 29 जून की सुबह अपने खेत में चारा काटने गई थीं। दोपहर में लौट आईं। शाम को फिर से चारा काटने गईं। लेकिन नहीं लौटीं तो रामनरेश ने फोन किया। मगर कॉल रिसीव नहीं हुई। रात में ही प्रेमवती की तलाश शुरू हुई, लेकिन कहीं भी कुछ पता नहीं चल सका। उनका कहना था कि प्रेमवती का भट्ठा मालिक से विवाद था, इसलिए उन लोगों ने मेरी पत्नी की हत्या कर दी। 30 जून की सुबह करीब 6 बजे गन्ने के खेत में प्रेमवती की लाश मिली। गले में साड़ी का फंदा कसा हुआ था। हाथ से चांदी का कंगन गायब था। रामनरेश ने इस मामले में पास के ही भट्ठा मालिक के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया। हम प्रेमवती के घर पहुंचे। प्रेमवती का घर कुलदीप की बहन के घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर ही था। घर पर प्रेमवती की बहू लक्ष्मी देवी मिलीं। हमने उनसे कहा कि आपकी सास को मारने वाला साइको किलर कुलदीप पकड़ा गया। वह कहती हैं कि हमने भी अखबार में देखा, लेकिन मेरी सास की हत्या भट्ठा वालों ने ही की थी, उनका उन्हीं लोगों से विवाद था। हमने कहा कि कुलदीप कबूल रहा कि उसने प्रेमवती की हत्या की। लक्ष्मी देवी कहती हैं, मुझे नहीं पता, लेकिन मेरी सास की लड़ाई भट्‌ठे वालों से थी। उन्हीं ने हत्या की। हम तो कुलदीप को जानते भी नहीं। लक्ष्मी देवी कहती हैं, पुलिस ने तो हमारे पति को ही पकड़ लिया और मार-मारकर उससे कबूल करवाया जा रहा कि कहो तुमने अपनी मां की हत्या की। अपनी बहन और भाई से भी कहलवाओ की तुम्हीं ने मारा। लेकिन, मेरे देवर और ननद ने नहीं कहा, उन लोगों ने कहा कि हम लोग तो साथ-साथ ही रहते हैं। आनंदपुर के ही कुछ और लोगों से हमने बात की। वह कुलदीप के जल्द गुस्सा हो जाने की बात कहते हैं। लेकिन, वह यह भी कहते हैं कि उसमें इतनी ताकत नहीं है कि वह गला दबाकर हत्या कर पाए। यह भी पढ़ें:- साइको किलर बोला- मुझे दूल्हा बनना है:महिला सिपाही की फोटो देख शादी को तैयार हुआ; पुलिसकर्मी दोस्त बनकर रहे तब कबूली हत्याएं बरेली के साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने डेढ़ लाख से ज्यादा नंबर ट्रेस किए। 150 जगहों पर दबिश दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि कुलदीप न मोबाइल चलाता था और न ही किसी एक जगह पर ज्यादा दिन रुकता था। सीरियल किलर इन्हीं वजहों से 1 साल तक बचता रहा, लेकिन महिला सिपाही की एक फोटो और शादी के चक्कर में ऐसा फंसा कि खुद ही सब कुछ उगल दिया। पढ़ें पूरी खबर… 6 महिलाओं की हत्या करने वाला साइको किलर गिरफ्तार: बरेली में 13 महीने बाद पकड़ा गया यूपी के बरेली में सीरियल साइको किलर पकड़ा गया है। पूछताछ में उसने बताया- हां, मैंने 6 महिलाओं को मारा है। महिलाओं को गला दबाकर मारता था। जाते समय निशानी के लिए गहने ले जाता था। किलर नवाबगंज का रहने वाला है। दरअसल, 13 महीने के भीतर एक ही पैटर्न से बरेली में 11 महिलाओं की हत्या की गई। हत्या का पैटर्न एक जैसा था। ये मर्डर केस अब तक सॉल्व नहीं हुए थे। पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर